तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हमले की खबर के बाद बिहार की सियासत में भूचाल मच गया है. पटना से लेकर दिल्ली तक जमकर सियासी बयान छोड़े गए. पहले दिन से ही तमिलनाडु सरकार और वहां की पुलिस इस खबर को फेक बताती रही. दूसरी ओर बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी सदन में दावा किया था कि गलत खबर हैं. बिहार विधानसभा में तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया था कि विपक्षी बीजेपी अफवाह फैलाने का काम कर रही है. दूसरी ओर मजदूरों के बयानों के आधार पर मीडिया में मजदूरों पर हमले से जुड़ी कई रिपोर्ट्स छापी गई. वहीं बिहार पुलिस फेक न्यूज नहीं चलाने के लिए चेतावनी देती रही. खबर है कि तमिलनाडु मामले को लेकर कई पत्रकारों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, जिसमें मनीष कश्यप का नाम भी शामिल है. बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप (Manish Kashyap) गिरफ्तारी की तलवार लटक रही हैं. कश्यप पर FIR दर्ज हो चुकी है. उन पर बिहार के प्रवासी मजदूरों पर हमले का फेक वीडियो और खबर वायरल करने का आरोप है. मनीष कश्यप ने तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हमले के दावे को सही साबित करने के लिए ‘स्क्रिप्टेड’ वीडियो शेयर किया था.
कौन हैं मनीष कश्यप?
सन ऑफ बिहार के नाम से प्रसिद्ध पत्रकार मनीष कश्यप के बारे में तो आपने जरूर सुना होगा, इनकी निडर और ईमानदार पत्रकारिता के कारण आज पूरे देश में Manish Kashyap अपना लोहा मना चुके है. मनीष कश्यप बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते आ रहे हैं. ये अपने सच तक न्यूज़ चैनल के माध्यम से बिहार की अर्थव्यवस्था तथा प्रशासनिक सेवाओं में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ डटकर कमियां तथा इनके अंदर हो रही धांधली के बारे में लोगों को बताते हैं.
इनकी पत्रकारिता का अंदाज लाखों लोगों को पसंद आता है और इनकी वीडियो को लोग लाखों में देखते हैं तथा कमेंट में भ्रष्ट शासन के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के लिए बताते रहते हैं. मनीष कश्यप यूट्यूबर हैं. ‘सच तक न्यूज’ नाम से यूट्यूब चैनल चलाते हैं. सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोअर्स हैं. मनीष कश्यप बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के डुमरी महनवा गांव के रहने वाले हैं. मनीष कश्य के पिता का नाम उदित कुमार तिवारी है. मनीष के पिता भारतीय सेना में कार्यरत हैं. बता दें कि तमिलनाडु को लेकर मनीष कश्यप सहित कई पर पत्रकारों पर आर्थिक अपराध इकाई थाना में मामला दर्ज किया गया है. सभी के खिलाफ धारा 153/153 ( A ) 153 ( B ) 505 (1) (C )468/471/120 (B) आईपीसी और 67 आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है.
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विवादों से है गहरा नाता
यूट्यूबर मनीष कश्यप पिछले कुछ वर्षों से लगातार विवादों में रहे हैं. 14 फरवरी, 2019 को पुलवामा आतंकी हमले के बाद बिहार की राजधानी पटना में कश्मीरी दुकानदारों पर धावा बोला गया था जिसमे पटना के ल्हासा मार्केट में करीब 20 युवाओं ने लाठी डंडों से कश्मीरी दुकानदारों के साथ मारपीट की थी. हमलावरों ने दुकानदारों को कश्मीर लौटने की धमकी दी थी. एक रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार पुलिस ने इस मामले में मनीष कश्यप को गिरफ्तार किया था. कश्यप के तीन साथी नागेश कुमार, गौरव सिंह और चंदन सिंह को भी पटना के अलग-अलग इलाकों से गिरफ्तार किया गया था. बाद में सीजेएम अदालत से जमानत मिलने के बाद सबको बरी कर दिया गया था.
मूर्ति तोड़ने के मामले में भी शामिल है नाम
मनीष कश्यप ने सोशल मीडिया के जरिए राष्ट्रवाद के नाम पर लोगों से किंग एडवर्ड-Vll की मूर्ति तोड़ने की अपील की थी. यह मूर्ति पश्चिमी चंपारण जिले में महारानी जानकी कुंवर अस्पताल परिसर में स्थित है. कश्यप की अपील के बाद मूर्ति को तोड़ दिया गया था. इसके बाद पश्चिमी चंपारण के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट की रिपोर्ट के आधार पर FIR दर्ज किया गया था. एफआईआर में मनीष कश्यप और अन्य 21 लोगों को आरोपी बताया गया था. मनीष कश्यप को हिरासत में भी लिए गए थे.
मुस्लिम विरोधी ट्वीट के लिए कुख्यात
मनीष कश्यप अपने पॉपुलिस्ट विचारों और धार्मिक कट्टरता से भरे ट्वीट के कारण अक्सर चर्चा में रहते हैं. उनके मुस्लिम विरोधी ट्वीट्स की लिस्ट लंबी है. वह भारत को हिंदुओं का देश बताते हैं. शरणार्थियों को जिहादियों की टोली कहते हैं. पत्रकार दीपक चौरसिया के एक ट्वीट के कमेंट में मनीष कश्यप ने लिखा था, ‘मुल्लों हरामी देश छोड़ो’. यह एक उदाहरण मात्र है. मनीष कश्यप लगातार इस तरह के ट्वीट करते रहे हैं.
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क्या है मौजूदा विवाद?
प्रवासी श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर अफवाह फैलाने के मामले में तमिलनाडु ने 11 लोगों पर केस दर्ज किया और तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. तमिलनाडु के डीजीपी सी. सिलेंद्र बाबू ने गुरुवार को कोयम्बटूर में कई इंडस्ट्रियलिस्ट के साथ बैठक करते हुए यह जानकारी दी है. तमिलनाडु पुलिस की विशेष टीमें अभी भी दिल्ली, भोपाल, बिहार और पटना सहित कई जगहों पर डेरा डाले हुए है.
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2025 में नहीं बनने दूंगा सीएम: मनीष
मनीष कश्यप ने कहा कि तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी रेपिस्ट के साथ खड़े होते हैं. तंज के लहजे में कहा कि तेजस्वी जी आप मुझे गिरफ्तार करवाइये. इस दौरान मनीष कश्यप ने कहा कि तेजस्वी जी आप 2025 में सीएम बनने का सपना देख रहे हैं.
होली की खुशियों के बीच ध्यान रहें
मनीष कश्यप, शुभम शुक्ला जैसे कई
साथियों के ख़िलाफ़ दमन और षड्यंत्रों की
प्रक्रिया चालू है भक्त प्रह्लाद की तरह
ये सभी विजयी होंगे #ManishKasyap #SonOfBiharManishKashyap@ermanishkashyap pic.twitter.com/2CwnuH76In— मुकेश शर्मा राष्ट्रवादी (@ChowkidarSharm1) March 9, 2023
ये वादा करता हूं को आपको 2025 में सीएम नहीं बनने दूंगा. अपने वीडियो में मनीष कश्यप यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ का भी जिक्र करते हैं. कहते हैं कि सीएम योगी के घर सामने खड़े होकर वीडियो बनाया था, कोई कार्रवाई नहीं हुई. अगर ऐसा आपके घर के सामने कर दूं तो उसी समय जेल में डलवा देंगे.