तमिलनाडु में भारतीय सेना का जो हेलीकॉप्टर दिसंबर की 8 तारिख को क्रैश हुआ है वो रूस से खरीदा गया था जिसका नाम है Mi-17V-5 हेलीकॉप्टर है। भारत ने साल 2008 में इस विमान को खरीदा था और इस विमान के बारे में कहा जाता है कि इसे सामान की आपूर्ति के नजरिए से देखें तो ये दुनिया के सबसे लेटेस्ट हेलीकॉप्टर में से एक माना गया है।
आवाजाही के लिए किया जाता है इस विमान का इस्तेमाल
सैन्य और हथियारों की आवाजाही के लिए Mi-17V-5 हेलीकॉप्टर को इस्तेमाल में लाया जाता है। इसके अलावा फायर सपोर्ट, काफिले एस्कॉर्ट, पेट्रोल साथ ही सर्च-एंड-रेस्क्यू जैसे मिशन के लिए इसको तैनात किया जा सकता है। इस विमान तो साल रूस से 1.34 अरब डॉलर में साल 2008 में रीदा गया जिनकी भारत को साल 2011 में शुरू की गयी।
इस विमान की है खासियत- हर मौसम में उड़ाया जा सकता है
मीडिया रिपोर्ट्स कहती हैं कि इन हेलीकॉप्टर को किसी भी मौसम में उड़ाया जा सकता है। जैसे कि खराब मौसम हो या फिर प्रतिकूल वातावरण या फिर ऐसा एरिया जहां पहुंचना दूभर हो ऐसे एरिया की चुनौतियों से निपटने की इस विमान में क्षमता होती है। एक सशस्त्र हेलीकॉप्टर की श्रेणी में एमआई-17वी5 को रखा गया है।
हेलीकॉप्टर की खासियत पर गौर कर लेते हैं
13 हजार किलो की मैक्स क्षमता के साथ यह हेलीकॉप्टर उड़ान भरने में सक्षम है। 36 सशस्त्र सैनिकों को ये आंतरिक तौर पर लेकर जा सकता है और 250 किमी प्रति घंटा की मैक्स स्पीड को ये विमान पकड़ सकने में सक्षम है। इसके अलावा ये विमान 6000 मीटर तक उड़ सकता है। एक बार में ये विमान 580 किमी की दूरी तक जाने की क्षमता रखता है। इसे 26/11 के दौरान भी यूज में लाया गया था। लक्ष्य को निशान बनाने के लिए इस हेलीकॉप्टर में 8 फायरिंग पोस्ट दिए गए हैं। शतर्म-5 मिसाइल्स इसके अलावा एस-8 रॉकेट, ए 23 मिमी मशीन गन और पीकेटी मशीन गन्स के साथ ही एकेएम सब मशईन गन्स से MI-17V5 हेलीकॉप्टर लैस रहता है।