गाना एक और सवाल 7…, ‘यूपी में का बा’ की सिंगर नेहा सिंह राठौर से पुलिस ने इन बातों पर माँगा जवाब

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उत्तरप्रदेश के कानपुर में सरकार और कानून की लापरवाही से माँ और बेटी दोनों जलकर मर गयी. इस मामले कि तर्ज पर नेहा सिंह राठौर ने ‘यूपी में का बा’ सीजन 2 गाना गया था जिसमे वो पूरी तरह से पहले सीजन कि ही तरह योगी सरकार पर हमला किया था और उनसे जवाब माँगा था कि ‘यूपी में क्या है ?’गाने की कुछ पंक्तियां यूं थी, ‘यूपी में का बा बाबा की डीएम तो बड़ी रंगबाज बा, कानपुर देहात में ले आई राम राज बा. बुलडोजर से रौंदते दीक्षित के घर बार बा. यही बुलडोजर पर बाबा के नाज बा.” उत्तरप्रदेश पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए नेहा सिंह राठौर को एक लीगल नोटिस भेजा है.

गाना वायरल होते ही भेजा नोटिस 

यूपी में का बा’ गाने वाली बिहार की नेहा सिंह राठौर को अकबरपुर कोतवाली पुलिस ने मंगलवार रात उनके दिल्ली स्थित घर पर 160 सीआरपीसी की नोटिस दी है. मड़ौली गांव में मां-बेटी के जिंदा जलने के बाद नेहा ने अपने ट्विटर हैंडल, फेसबुक व यूटूब चैनल से यूपी में का बा समेत कई गाने पोस्ट कर सरकार पर तंज कसा था. सीओ अकबरपुर प्रभात कुमार ने बताया कि विभिन्न ट्वीट व मौखिक शिकायतें मिली थीं.

कि नेहा के गानों से समाज में भेदभाव व वैमनस्यता फैल रही है. इसका संज्ञान लेकर नोटिस के माध्यम से तीन दिन के अंदर उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है. नोटिस में पूछा गया है कि क्या इंटरनेट मीडिया के जिन प्लेटफार्म पर यह गाने पोस्ट किए गए उन्हें वह खुद चलाती हैं या कोई और. इस नोटिस में उनसे 7 सवाल किए गए हैं, जिनका स्पष्टीकरण तीन दिन में देने के लिए कहा गया है. पुलिस ने कहा है कि अगर जवाब संतोषजनक नहीं हुए, तो उनपर आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

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नोटिस में पूछे ये 7 सवाल

  1. क्या आप वीडियो में आप स्वयं हैं अथवा नहीं. 
  2. यदि वीडियो में आप स्वयं हैं तो स्पष्ट करें कि क्या यह वीडियो आपके द्वारा यूट्यूब चैनल Neha Singh Rathore ‘यूपी में का बा Season 2‘ शीर्षक से तथा ट्विटर अकाउंट @nehafolksinger पर अपनी स्वयं की ईमेल आईडी से अपलोड किया गया था अथवा नहीं. 
  3. क्या Neha Singh Rathore Channel और ट्विटर अकाउंट @nehafolksinger आपके हैं अथवा नहीं. यदि हैं, तो क्या आपके द्वारा इनका उपयोग किया जाता है या नहीं. 
  4.  वीडियो में प्रयुक्त किए गए गीत के शब्द क्या आपके द्वारा स्वयं लिखे गए हैं अथवा नहीं. 
  5. अगर उक्त गीत आपके द्वारा स्वयं लिखा गया है तो आप इसे प्रमाणित करती हैं अथवा नहीं. 
  6. यदि उक्त गीत किसी अन्य के द्वारा लिखा गया है तो क्या आपके द्वारा लेखक से उसकी पुष्टि सत्यापित करवाई गई अथवा नहीं. 
  7. उक्त गीत से उत्पन्न भावार्थ से समाज पर पड़ने वाले प्रभाव से आप भिज्ञ हैं अथवा नहीं.

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कानपुर काण्ड पर बनाया था गाना 

कानपुर देहात के अकबरपुर थाने की पुलिस ने ये नोटिस नेहा को भेजा है. दरअसल, कुछ दिन पहले ही कानपुर में मां बेटी की जलकर मौत हो गई थी. इस मामले में कानून और सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए बिहार की  नेहा सिंह राठौर ने ‘यूपी में का बा सीजन 2’ गाया था.

इसमें उन्होंने कहा था, ”बाबा के दरबार में घर बार ढह रहे हैं, मां-बेटी को आग में झोंका जा रहा है. नेहा ने अपने अंदाज में गाना गाते हुए कहा कि “बुलडोजर से दीक्षित परिवार को रौंदा जा रहा है. यूपी में का बा बाबा की डीएम तो बड़ी रंगबाज बा, कानपुर देहात में ले आई राम राज बा. बुलडोजर से रौंदते दीक्षित के घर बार बा. यही बुलडोजर पर बाबा के नाज बा.” अधिकारीयों पर सवाल खड़े करते हुए नेहा ने इस गाने में सीधे और साफ़ तौर पर योगी सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया हुआ है. 

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राजनीतिक पार्टियों का भी मिला साथ 

आपको बता दें कि पिछले साल जब कोरोना महामारी पर नेहा राजपूत ने पहला गाना गया था तब यूपी कि सपा सरकार ने भी सपोर्ट में अपना हाथ बढाया था और विधानसभा चुनाव के लिए भी प्रचारक के रूप में लिया था. इस बार भी कुछ वैसा ही हो रहा है. सपा ने कहा है कि भाजपा सरकार को आईना दिखाने वाली लोकगायिका नेहा सिंह राठौर को पुलिस का नोटिस भेजा गया है. निश्चित ही BJP सरकार का चेहरा बदसूरत, क्रूर और वहशी है. इसलिए ये सरकार आईने से डरती है और आईना दिखाने वालों को नोटिस-जेल भेजती है.

उधर, दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा, अपने लोकगीतों के जरिए सत्ता से बेबाक सवाल पूछने वाली लोकप्रिय गायिका नेहा सिंह राठौर ने जब गाया कि यूपी में का बा? तो बीजेपी सरकार ने उनके घर पुलिस के हाथों नोटिस भिजवा दिया. एक लोकगायिका की आवाज से इतना डर गई बीजेपी? शर्मनाक. बेहद शर्मनाक है ये.की पुष्टि सत्यापित करवाया गया अथवा नहीं.

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