जानिए पारसी समुदाय के लोगों ने डॉ अंबेडकर पर क्यों किया था? हमला

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हम सब जानते है कि हिन्दू धर्म में वर्ण व्यवस्था है, और जाति व्यवस्था की शुरुवात भी हिन्दू धर्म से हुई है लेकिन ऐसा नहीं है कि जाति व्यवस्था केवल हिन्दू धर्म में ही है. अन्य धर्मो में भी जातिगत व्यवस्था का बोल बाला है. बाबा साहेब का जन्म एक महार जाति में हुआ था, जिससे उस समय की अछूत जाति में गिना जाता था. जिसके बाद बाबा साहेब को पूरा जीवन जातिगत भेदभाव का सामना करना पड़ा. बाबा साहेब ने जीवन भर दलितों के अधिकारों की लड़ाई लड़ी है, और उन्होंने अपने कामों और ज्ञान से ऐसा व्यक्तित्व पाया है, जिनकी गिनती महान लोगो में होती है लेकिन बाबा साहेब के इतना कुछ हासिल करने के बाद भी उसकी जाति ने उसका पीछा नहीं छोड़ा. जीवन भर बाबा साहेब को उनकी जाति की वजह से दुत्कारा गया है. बाबा साहेब अपनी जाति के चलते खुद का घर तक नहीं खरीद पा रहे थे.

दोस्तों, आईये आज हम आपको बताएंगे कि बाबा साहेब पर जाति व्यवथा के चलते किस समुदाय के लोगो ने बाबा साहेब पर हमला किया था.

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अछूत होने के कारण बाबा साहेब पर हुआ हमला

बाबा साहेब ने जीवन भर हिन्दू वर्ण व्यवस्था के खिलाफ लड़ाई की है. क्यों कि बाबा साहेब ने सबसे ज्यादा जातिगत भेदभाव भी हिन्दू समुदाय में ही देखा है. लेकिन बाबा साहेब ने पहली बार पारसी समुदाय ने भी जातिगत भेदभाव देखा. और जब देखा तो उस घटना को बाबा साहेब भूल नहीं पाते. यह बात उस समय की है जब बाबा साहेब 1916 में कोलम्बिया से अपनी पढाई पूरी करने के बाद लंदन से पीएचडी की डिग्री लेने गए थे, उस समय उनके पैसे खत्म हो गए थे और उनकी छात्रवर्ती भी खत्म हो गयी थी,

जिसके कारण उन्हें वापिस लौटना पड़ा. उस समय बाबा साहेब और बड़ोदरा राज्य के बीच एक कांट्रेक्ट हुआ था जिसके अनुसार उन्हें छात्रवर्ती के लिए वडोदरा राज्य में कोई भी एक सरकारी नौकरी करनी थी. उन्होंने वह नौकरी शुरू कर दी थी. लेकिन बाबा साहेब को उनकी जाति के कारण वडोदरा राज्य में कोई घर नहीं मिल रहा था, जिसके कारण उन्हें झूठ बोलना पड़ा और खुद को उच्च जाति का बता कर एक पारसी के घर एक कमरा किराये पर ले लिया था. कुछ समय ऐसे ही रहा लेकिन एक दिन पारसी समुदाय को पता चल गया था कि बाबा साहेब अछूत जाति है इसीलिए वह बाबा साहेब पर हमला करने के लिए आ रहे थे. बाबा साहेब ने उन्हें देख कर अंदाजा लगा लिया था कि इन्हें मेरे झूठ के बारे में पता चल गया है. जिसके बाद बाबा साहेब के कमरे के बहार आकर पारसी समुदाय उन्हें गली गलौच कर रहता और मारने की धमकी दे रहा था, जसके बाद घर के मालिक ने उन्हें घर से निकल दिया था. लेकिन बाबा साहेब यह घटना कभी नाह भूल पाए.

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