Headlines

गाजियाबाद में फर्जी आईपीएस अधिकारी गिरफ्तार, पुलिस जांच में खुले कई चौंकाने वाले राज

Table of Content

Ghaziabad Fake IPS Arrested: गाजियाबाद में पुलिस ने एक फर्जी आईपीएस अधिकारी को गिरफ्तार किया है, जो 1979 बैच का रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी बनकर अधिकारियों से मिला और अपने दोस्त को छुड़ाने की कोशिश की। जांच के दौरान आरोपी की पृष्ठभूमि और उसके फर्जीवाड़े को लेकर कई बड़े खुलासे हुए हैं। फिलहाल साहिबाबाद पुलिस ने फर्जी आईपीएस अनिल कटियाल (68) और उसके साथी विनोद कपूर (69) को गिरफ्तार किया है।

और पढ़ें: कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का भाई US के भूतिया जेल में कैद, जानें ‘स्क्विरल केज जेल’ का रहस्यमय इतिहास

धोखाधड़ी की शुरुआत- Ghaziabad Fake IPS Arrested

आरोपी का नाम अनिल कटियाल (Ghaziabad fake IPS Anil Katiyal) है और उसने खुद को 1979 बैच का रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी बताया। उसने गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट में तैनात वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की और अपने दोस्त विनोद कपूर निवासी गुरुग्राम को छुड़ाने की गुहार लगाई, जिसे इंदिरापुरम पुलिस ने 75 लाख रुपये की धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया है।

Ghaziabad fake IPS Anil Katiyal, Ghaziabad
Source: Google

पुलिस को शक हुआ

आरोपी के बयानों और उसकी कहानी में अंतर को देखते हुए पुलिस ने उसकी पृष्ठभूमि की जांच शुरू की। जांच में पता चला कि अनिल कटियाल नाम का कोई आईपीएस अधिकारी असल में है ही नहीं।

गिरफ्तारी और अन्य खुलासे

पुलिस ने आरोपी अनिल कटियाल (Ghaziabad fake IPS Anil Katiyal) और उसके साथी विनोद कपूर को गिरफ्तार कर लिया। जांच में पता चला है कि आरोपियों ने पुलिस कमिश्नर अजय मिश्रा और डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिश पाटिल से मिलकर विनोद कपूर को फायदा पहुंचाने की कोशिश की थी।

अनिल कटियाल की पृष्ठभूमि- Fake IPS Anil Katiyal background story

पुलिस के मुताबिक, अनिल कटियाल के पिता चेतराम कटियाल आईआरएस अधिकारी थे। अनिल ने दिल्ली के सेंट कोलंबस स्कूल और सेंट स्टीफंस कॉलेज से पढ़ाई की। उन्होंने 1979 में यूपीएससी की परीक्षा दी, लेकिन सफल नहीं हुए। बाद में वे अमेरिका के येल विश्वविद्यालय से पीएचडी करने चले गए, लेकिन बीच में ही पढ़ाई छोड़ दी।

Ghaziabad fake IPS Anil Katiyal, Ghaziabad
Source: Google

निजी क्षेत्र में ऊंचे पदों पर काम किया

पीएचडी छोड़ने के बाद अनिल ने हिंदुस्तान लीवर, यामाहा और वोडाफोन जैसी कंपनियों में ऊंचे पदों पर काम किया। वे 2015 में वोडाफोन कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट (कॉरपोरेट अफेयर्स) के पद से रिटायर हुए।

फर्जी पहचान का फायदा

निजी क्षेत्र में काम करने के दौरान अनिल कई वरिष्ठ अधिकारियों, खासकर पुलिस अधिकारियों के संपर्क में आए। इन संबंधों का फायदा उठाकर उन्होंने खुद को रिटायर्ड आईपीएस और गृह मंत्रालय का सलाहकार बताकर कई बार अपने काम निकलवाए।

विदेश मंत्री से संपर्क करने का प्रयास

अनिल कटियाल का दावा है कि दुबई के अरबपति रियल एस्टेट कारोबारी राज साहनी से भी उनके संबंध हैं, जो धोखाधड़ी के मामले में फरवरी से यूएई की जेल में बंद हैं। राज साहनी को बचाने के लिए आरोपी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को मैसेज भेजकर खुद को उनका सहपाठी बताया और मिलने का समय मांगा। वह उनसे मिलकर दुबई के कारोबारी राज साहनी और उसके बेटों को जेल से बाहर निकलवाना चाहता था।

दिल्ली में बार का लाइसेंस लिया

व्हाट्सएप चैट से पता चला है कि हाल ही में अनिल ने खुद को 1979 बैच का रिटायर्ड आईपीएस बताकर एक निजी कंपनी के लिए बार का लाइसेंस हासिल किया। इसी तरह वह दिल्ली के आरटीओ, आबकारी विभाग के अफसरों को भी खुद को रिटायर्ड आईपीएस बताकर कई बार फायदा उठा चुका है।

मैं ठग नहीं हूं”

गिरफ्तारी के बाद अनिल कटियाल ने मीडियाकर्मियों से कहा कि वह कोई ठग नहीं है। हालांकि, जब उससे फर्जी आईपीएस होने के बारे में पूछा गया तो उसने कहा, “मुझे नहीं पता कि मैं कौन हूं।”

और पढ़ें: दिल्ली पुलिस ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और नीरज बवानिया के खिलाफ की कार्रवाई, रातभर उनके ठिकानों पर की गई छापेमारी

vickynedrick@gmail.com

vickynedrick@gmail.com https://nedricknews.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent News

Trending News

Editor's Picks

DoT latest news

DoT latest news: टेलीकॉम सेक्टर में सर्कुलर इकॉनमी की ओर भारत का बड़ा कदम, DoT और UNDP ने मिलकर शुरू की राष्ट्रीय पहल

DoT latest news: भारत का टेलीकॉम सेक्टर आज सिर्फ कॉल और इंटरनेट तक सीमित नहीं रह गया है। यह देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था, गवर्नेंस, फाइनेंशियल इन्क्लूजन और सामाजिक बदलाव की रीढ़ बन चुका है। इसी तेजी से बढ़ते डिजिटल इकोसिस्टम को टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल बनाने की दिशा में दूरसंचार विभाग (DoT) और संयुक्त...
Jabalpur Viral Video

Jabalpur Viral Video: जबलपुर में वायरल वीडियो पर मचा बवाल, नेत्रहीन छात्रा से अभद्रता के आरोपों में घिरीं भाजपा नेता

Jabalpur Viral Video: मध्य प्रदेश के जबलपुर से सामने आया एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो ने न सिर्फ राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, बल्कि आम लोगों को भी झकझोर कर रख दिया है। इस वीडियो में एक महिला नेता को एक नेत्रहीन छात्रा के...
Vaishno Devi Yatra New Rule

Vaishno Devi Yatra New Rule: नए साल से पहले वैष्णो देवी यात्रा में बड़ा बदलाव, RFID कार्ड के साथ समय सीमा तय, जानें नए नियम

Vaishno Devi Yatra New Rule: नववर्ष के मौके पर माता वैष्णो देवी के दरबार में उमड़ने वाली भारी भीड़ को देखते हुए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने यात्रियों के लिए नए नियम लागू कर दिए हैं। बोर्ड ने साफ किया है कि ये बदलाव श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखकर...
Banke Bihari Temple Trust Bill

Banke Bihari Temple Trust Bill: श्री बांके बिहारी मंदिर ट्रस्ट कानून 2025 लागू, अब कैसे होगा मंदिर का संचालन?

Banke Bihari Temple Trust Bill: उत्तर प्रदेश में श्री बांके बिहारी मंदिर से जुड़ा एक अहम फैसला अब पूरी तरह से लागू हो गया है। श्री बांके बिहारी मंदिर ट्रस्ट बिल 2025 को विधानसभा और विधान परिषद से पास होने के बाद राज्यपाल की मंजूरी भी मिल गई है। इसके साथ ही यह विधेयक अब...
BMC Election 2024

BMC Election 2024: ठाकरे बंधुओं का गठबंधन टला, सीटों के पेंच में अटका ऐलान, अब 24 दिसंबर पर टिकी नजरें

BMC Election 2024: महाराष्ट्र में बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव को लेकर राजनीतिक माहौल लगातार गर्म होता जा रहा है। खासतौर पर उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना (यूबीटी) और राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के संभावित गठबंधन ने सियासी गलियारों में हलचल बढ़ा दी है। दोनों दलों के बीच गठबंधन का...

Must Read

©2025- All Right Reserved. Designed and Developed by  Marketing Sheds