Headlines

IIT hub Bihar: पटवा टोली नाम का वो गांव जो हर साल पैदा करता है ‘तोप’ इंजीनियर

Table of Content

IIT hub Bihar: बिहार के गयाजी जिले स्थित पटवा टोली को ‘आईआईटीयन विलेज’ के नाम से जाना जाता है। इस छोटे से गांव से हर साल बड़ी संख्या में छात्र भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) और अन्य प्रमुख इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिला प्राप्त करते हैं। इस साल भी पटवा टोली से 12 छात्रों का चयन आईआईटी के लिए हुआ है, जो इस गांव की शिक्षा की उत्कृष्टता और सफलता को दर्शाता है। लेकिन यह सवाल अक्सर उठता है कि इस गांव से इतनी बड़ी संख्या में छात्र आईआईटी में कैसे चयनित हो जाते हैं? आइए जानें इस सफलता की कहानी।

और पढ़ें: Late Charul Pandey Transfer: ‘उत्तम प्रदेश’ का उल्टा- पुल्टा मामला, मौत के दो साल बाद चारुल पांडेय का PRAYAGRAJ ट्रांसफर

‘मैनचेस्टर ऑफ बिहार’ से आईआईटी तक का सफर- IIT hub Bihar

पटवा टोली गांव मानपुर प्रखंड के अंतर्गत आता है और एक समय था जब इसे ‘मैनचेस्टर ऑफ बिहार’ कहा जाता था। यहां के वस्त्र उद्योग ने इस जगह को पहचान दिलाई थी। गांव में 10,000 से अधिक पावरलूम और 300 से ज्यादा हैंडलूम चलाए जाते हैं, जो देश के विभिन्न हिस्सों में धोती, गमछा, बेड शीट और साड़ी भेजते हैं। पावरलूम की आवाज़ के बीच गांव में एक अलग ही ऊर्जा का संचार होता था। हालांकि, यह उद्योग और इसके साथ जुड़ी चुनौतियां कभी छात्रों के लिए कठिनाई का कारण बनती थीं, लेकिन इसके बावजूद यहां की शिक्षा में एक अलग ही दिशा और लगन देखने को मिलती है।

1991 से आईआईटी का सिलसिला शुरू हुआ

पटवा टोली से आईआईटी का सफर 1991 में एक छात्र, जितेंद्र प्रसाद के चयन से शुरू हुआ था। उनके बाद, गांव में इंजीनियरिंग और आईआईटी के प्रति एक नई रुचि पैदा हुई। जितेंद्र के चयन ने गांव के बच्चों को यह दिखाया कि यह संभव है, और इसके बाद से हर साल कुछ न कुछ छात्र आईआईटी में दाखिला पाने में सफल हुए। यहां के बच्चे जब भी घर लौटते हैं, तो वे अपने छोटे भाई-बहनों को पढ़ाई के लिए प्रेरित करते हैं और उन्हें सही दिशा दिखाने का काम करते हैं।

वृक्ष-बी द चेंज संस्था: सफलता का एक नया मार्ग

पटवा टोली में बच्चों के लिए एक और मील का पत्थर साबित हुआ, जब ‘वृक्ष-बी द चेंज’ नामक संस्था की शुरुआत हुई। इस संस्था ने बच्चों को नि:शुल्क इंजीनियरिंग की तैयारी कराई, जिससे छात्रों को शांतिपूर्ण माहौल में पढ़ाई करने का अवसर मिला। पहले जहां बच्चों को पावरलूम की आवाज़ के बीच पढ़ाई करनी पड़ती थी, अब वे एक बेहतर और शांत वातावरण में अपनी तैयारी कर सकते थे। इस संस्था में बच्चों को ई-लाइब्रेरी मॉडल उपलब्ध कराया गया, जहां वे आत्मनिर्भर होकर पढ़ाई कर सकते थे।

सीनियर छात्रों का मार्गदर्शन: सफलता की कुंजी

एक और महत्वपूर्ण पहलू जिसने इस गांव की सफलता को बढ़ाया, वह है सीनियर छात्रों का जूनियर छात्रों को मार्गदर्शन देना। जब राज्य और देश के सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों में गर्मी की छुट्टियां होती हैं, तो पटवा टोली के कई इंजीनियरिंग छात्र अपने घर लौटते हैं। ये छात्र अपनी छुट्टियों का उपयोग जूनियर बच्चों को कठिन सवालों के हल के लिए मार्गदर्शन देने में करते हैं। वे अपनी यात्रा के अनुभव को साझा करते हैं और बच्चों को कठिन विषयों और सवालों को हल करने में मदद करते हैं। एनआईटी कॉलेज के छात्र रूपम कुमार और सूरज कुमार, जो इस संस्था से पढ़कर इंजीनियरिंग कॉलेज पहुंचे हैं, इन दिनों छुट्टियों में जूनियर बच्चों का मार्गदर्शन कर रहे हैं।

समाज की मदद से शिक्षा का नया चेहरा

पटवा टोली की यह सफलता सिर्फ एक गांव की कहानी नहीं, बल्कि यह एक समाज की ताकत का प्रतीक है, जो शिक्षा को प्राथमिकता देता है और एक दूसरे की मदद से बड़ी सफलता की ओर बढ़ता है। बच्चों की मेहनत और सीनियर छात्रों के मार्गदर्शन ने पटवा टोली को आईआईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में हर साल नाम कमाने वाला गांव बना दिया है।

और पढ़ें: Shani Shingnapur Temple News: शनि शिंगणापुर मंदिर में 114 मुस्लिम कर्मचारियों की बर्खास्तगी पर उठा विवाद, जानें क्या है असली कारण?

vickynedrick@gmail.com

vickynedrick@gmail.com https://nedricknews.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent News

Trending News

Editor's Picks

DoT latest news

DoT latest news: टेलीकॉम सेक्टर में सर्कुलर इकॉनमी की ओर भारत का बड़ा कदम, DoT और UNDP ने मिलकर शुरू की राष्ट्रीय पहल

DoT latest news: भारत का टेलीकॉम सेक्टर आज सिर्फ कॉल और इंटरनेट तक सीमित नहीं रह गया है। यह देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था, गवर्नेंस, फाइनेंशियल इन्क्लूजन और सामाजिक बदलाव की रीढ़ बन चुका है। इसी तेजी से बढ़ते डिजिटल इकोसिस्टम को टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल बनाने की दिशा में दूरसंचार विभाग (DoT) और संयुक्त...
Jabalpur Viral Video

Jabalpur Viral Video: जबलपुर में वायरल वीडियो पर मचा बवाल, नेत्रहीन छात्रा से अभद्रता के आरोपों में घिरीं भाजपा नेता

Jabalpur Viral Video: मध्य प्रदेश के जबलपुर से सामने आया एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो ने न सिर्फ राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, बल्कि आम लोगों को भी झकझोर कर रख दिया है। इस वीडियो में एक महिला नेता को एक नेत्रहीन छात्रा के...
Vaishno Devi Yatra New Rule

Vaishno Devi Yatra New Rule: नए साल से पहले वैष्णो देवी यात्रा में बड़ा बदलाव, RFID कार्ड के साथ समय सीमा तय, जानें नए नियम

Vaishno Devi Yatra New Rule: नववर्ष के मौके पर माता वैष्णो देवी के दरबार में उमड़ने वाली भारी भीड़ को देखते हुए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने यात्रियों के लिए नए नियम लागू कर दिए हैं। बोर्ड ने साफ किया है कि ये बदलाव श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखकर...
Banke Bihari Temple Trust Bill

Banke Bihari Temple Trust Bill: श्री बांके बिहारी मंदिर ट्रस्ट कानून 2025 लागू, अब कैसे होगा मंदिर का संचालन?

Banke Bihari Temple Trust Bill: उत्तर प्रदेश में श्री बांके बिहारी मंदिर से जुड़ा एक अहम फैसला अब पूरी तरह से लागू हो गया है। श्री बांके बिहारी मंदिर ट्रस्ट बिल 2025 को विधानसभा और विधान परिषद से पास होने के बाद राज्यपाल की मंजूरी भी मिल गई है। इसके साथ ही यह विधेयक अब...
BMC Election 2024

BMC Election 2024: ठाकरे बंधुओं का गठबंधन टला, सीटों के पेंच में अटका ऐलान, अब 24 दिसंबर पर टिकी नजरें

BMC Election 2024: महाराष्ट्र में बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव को लेकर राजनीतिक माहौल लगातार गर्म होता जा रहा है। खासतौर पर उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना (यूबीटी) और राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के संभावित गठबंधन ने सियासी गलियारों में हलचल बढ़ा दी है। दोनों दलों के बीच गठबंधन का...

Must Read

©2025- All Right Reserved. Designed and Developed by  Marketing Sheds