संगीत ही जीवन, संगीत ही पहचान, मालिनी अवस्थी संगीत के अलावा और क्या करती हैं?

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Malini Awasthi Awards – मालिनी अवस्थी किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं. लोक गायकों की सूची में देश की जानी-मानी सिंगर मालिनी अवस्थी को हम और आप बचपन से ही सुनते आ रहे हैं. इनकी भोजपुरी गीतों की तो बात ही नहीं है. जहां आजकल के भोजपुरी गायक नाम पाने के लिए अश्लीलता का सहारा ले रहे हैं वहीं, लोक गायिका मालिनी अवस्थी हमेशा से ही अपने लोककला को बढ़ावा दिया है.वह भोजपुरी के साथ-साथ अवधी और बुंदेली भाषा में भी गाती हैं.

ठुमरी और कजरी जैसे लोकनृत्य भी प्रस्तुत करती हैं. मालिनी अवस्थी के फैन पूरे दुनिया भर में हैं. मालिनी अवस्थी के गीत लोगों के जेहन में हमेशा रहेंगे. फिलहाल, मालिनी अवस्थी जी ने एक बहुत ही इमोशनल वीडियो अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किया है. जिसमें वह अपने एक प्रशंसक के साथ नजर आ रही हैं. यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित मालिनी अवस्थी

देश की जानी-मानी लोक गायिका मालिनी अवस्थी का जन्म 11 फरवरी, 1967 को उत्तर प्रदेश के कन्नौज में हुआ था. 54 वर्षीय मालिनी 31 साल से अपने पेशे में एक्टिव हैं. मालिनी अवस्थी को कई स्थानीय बोलियों का ज्ञान है, लिहाजा कन्नौज में जन्मीं और लखनऊ में पली-बढ़ीं मालिनी अवस्थी भोजपुरी, अवधी, बुंदेलखंडी में भी गीत गाती हैं.

Malini Awasthi Awards
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इसके साथ ही वे ठुमरी और कजरी भी गाती हैं. देश में आयोजित होने वाले तमाम सांस्कृतिक कार्यक्रमों में मालिनी अवस्थी को उनके गायिकी के लिए आमंत्रित किया जाता है. सांस्कृतिक क्षेत्र में उनके योगदान (Malini Awasthi Awards) के लिए साल 2016 में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने उन्हें पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया था.

देश ही नहीं दुनिया भर में कमाया नाम

मालिनी अवस्थी ने देश के साथ-साथ दुनिया के कई अन्य देशों में आयोजित किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लिया है. उन्होंने त्रिनिदाद, मॉरिशियस, फिजी, अमेरिका, पाकिस्तान, लंदन, नीदरलैंड्स, लॉस एंजेलिस और फिलाडेल्फिया में भी परफॉर्म किया है.

रह चुकी हैं लोकसभा चुनाव की ब्रांड ऐम्बैसडर

मालिनी अवस्थी के पति अवनीश कुमार अवस्थी एक सीनियर आईएएस अधिकारी हैं. वे वर्तमान में उत्तर प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव के रूप में कार्यरत हैं. चुनाव आयोग ने मालिनी अवस्थी को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2012 और उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए ब्रैंड ऐम्बैसडर बनाया था.

फिल्मों में भी निभाई अदाकारी

Malini Awasthi Awards – मालिनी अवस्थी ने कई फिल्मों में भी काम किया है. उन्होंने जय हो छठ मैय्या, भोले शिव शंकर, बम बम भोले, एजेंट विनोद, दम लगा के हैशा, इस्साक और चारफुटिया छोकरे फिल्म में काम किया है.

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सांस्कृतिक योगदान के लिए उन्हें साल 2016 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. इसके अलावा साल 2006 में उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार ने यश भारती पुरस्कार से सम्मानित किया था. इसके अलावा उन्हें साल 2000 में नारी गौरव सम्मान, साल 2003 में सहारा अवध सम्मान और साल 2014 में कालिदास सम्मान से नवाजा गया था.

लोकगीत को स्वीकारा ही नहीं सम्मान भी दिया: अवस्थी

अपने दिए हुए हालिया इंटरव्यू में मालिनी अवस्थी कहती हैं कि, “लोगों ने न केवल लोकगीतों को स्वीकार करना शुरू किया है बल्कि उनका सम्मान भी किया है. अब हमारी जिम्मेदारी है कि हम उन्हें अपने लोक, संस्कृति और परंपराओं से रूबरू कराएं. मैं युवाओं में जिज्ञासा की ललक देखती हूं और उन्हें शिक्षित करने की जरूरत है.

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जैसे, जब मैं प्रदर्शन करती हूं, तो मैं उन्हें बताती हूं कि कैसे लोक हमारे बॉलीवुड गीतों का एक अभिन्न अंग है – दूर कोई गए ( बैजू बावरा , 1952) हमारे लोक बन्ना बुलाए, बन्नी नहीं आवे से प्रेरित है और हमारे अपने नौशाद साहब द्वारा रचित है!  मेरा विश्वास करें, जल्द ही लोक गीतों के रीमिक्स संस्करण डिस्क में अपनी जगह बना लेंगे,”.

माँ-बाप नहीं थे गाने के शौकीन फिर भी किया सपोर्ट

बचपन में, मालिनी अवस्थी अक्सर अपने पिता के साथ संगीत समारोहों में भाग लेती थीं, जिससे संगीत में उनकी रुचि बढ़ गई.उनकी मां ने भी संगीत के प्रति रुचि विकसित करने के लिए मालिनी को बहुत प्रेरित किया.एक मीडिया हाउस से बातचीत में उन्होंने बचपन में, संगीत सीखने की दिशा में अपने पारिवारिक माहौल के बारे में बात की.

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इस बारे में बताते हुए मालिनी अवस्थी कहती हैं कि, “मेरे माता-पिता गायक नहीं थे, लेकिन उन्हें संगीत का शौक था.हम (बड़े भाई, बहन और मैं) घर पर एलपी रिकॉर्ड सुनते हुए बड़े हुए हैं, ज्यादातर संगीत के दिग्गजों द्वारा क्लासिक कवर, हमारे पिताजी को धन्यवाद.मेरी बहन एक गुरु से सबक लेती थी जो सुबह 5:30 बजे आते थे.जब मैं सिर्फ पांच साल का था, तब मैंने उनकी सुबह की क्लास ज्वाइन की थी.”

जब हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायिका विधुशी गिरिजा देवी ने उन्हें कलकत्ता ले जाने को कहा

बात उस वक़्त की है जब मालिनी अवस्थी लखनऊ, उत्तर प्रदेश में भातखंडे संगीत संस्थान में पढ़ रही थीं, तो उन्होंने एक मंच प्रदर्शन दिया जिसने प्रसिद्ध हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायिका विधुशी गिरिजा देवी का ध्यान आकर्षित किया, और शो के बाद, विधुशी देवी ने मालिनी को उन्हें कलकत्ता ले जाने की पेशकश की. संगीत सीखो. मालिनी अवस्थी विदुषी देवी अप्पाजी को प्यार से बुलाती हैं.एक महान भारतीय लोक गायिका का प्रस्ताव पाकर मालिनी खुशी से झूम उठी.

और पढ़ें: भोजपुरी गाने में अश्लीलता परोसने वाले ऐसे सिंगर, जो गाते हैं डबल मीनिंग गाने

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हालांकि उस वक्त मालिनी की शादी की तारीख तय थी. इसलिए वह विदुषी देवी के साथ कोलकाता नहीं गईं. बाद में, उत्तर प्रदेश के आईएएस कैडर अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी से शादी करने के बाद, मालिनी अवस्थी ने अपने पति के समर्थन से संगीत के अपने जुनून को आगे बढ़ाया. बाद में, जब उनके पति वाराणसी में तैनात हुए, तो मालिनी अवस्थी को विदुषी गिरिजा देवी से संगीत सीखने का अवसर मिला. एक मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू में मालिनी ने अपने सपोर्टिव पति के बारे में बात करते हुए बताती है कि, “मैं खुशकिस्मत हूं कि मुझे वह मेरे जीवन साथी के रूप में मिला, जिसने मुझे हर समय समर्थन और प्रोत्साहित किया.”

हालिया खबरमालिनी जी को देख रो पड़ा युवक

दरअसल, इन दिनों सोशल मीडिया पर एक विडियो वायरल हो रहा है मालिनी अवस्थी एक कार्यक्रम में अपना लाइव परफॉर्मेंस दे रही हैं. मालिनी अवस्थी देवी मां के गीत गा रही हैं. उनके कार्यक्रम में काम करने आया एक युवक उनकी गीतों में इस कदर लीन है कि वह वहीं पर खड़े-खड़े हाथ जोड़कर देवी मां की भक्ति करने लगता है. यह देख मालिनी अवस्थी की नजरें उस युवक पर ठहर जाती हैं. जिसके बाद वह युवक से बात करने उसके पास पहुंचती हैं. युवक से वह जब बात करने आती हैं तो उन्हें देख युवक की आंखों से आंसू छलक पड़ते हैं और वह रोने लगता है.

Malini Awasthi Awards – मालिनी अवस्थी जी  से वह रोते हुए कहता है कि मैं बचपन से आपको टीवी में देखता आ रहा हूं.आपका छठ का गीत सुनते हुए ही मैं बड़ा हुआ हूं और आज आपको साक्षात अपनी नजरों से देखने का सुख मिला. युवक से मालिनी अवस्थी उसका घर पूछती हैं. जिसका जवाब वह देता है और कहता है कि वह बिहार के सिवान का रहने वाला है और यहां पर वह काम करता है. जिसके बाद मालिनी अवस्थी युवक को चुप कराती हैं.

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