…तो मोहन भागवत की भी NIA जांच कराई जाएं, आर्टिकल-370 पर विवादित बयान देकर घिरे दिग्विजय सिंह, पलटवार करते हुए कहा ये…

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कांग्रेस की सरकार सत्ता में आने पर आर्टिकल 370 को दोबारा बहाल करने की बात बोलकर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह विवादों में घिर गए। वो इस बयान को लेकर खासतौर पर बीजेपी के निशाने पर आ गए हैं। बीजेपी उनके बयान की जमकर आलोचना कर रही है। यही नहीं दिग्विजय सिंह के खिलाफ NIA की जांच कराने की भी मांग उठने लगी है। 

6 साल पुराने बयान को लेकर बोला हमला

बुरी तरह से घिरे दिग्विजय सिंह ने अब बीजेपी पर पलटवार करते हुए एक ट्वीट किया। इस ट्वीट में उन्होंने RSS प्रमुख मोहन भागवत के एक पुराने बयान का जिक्र करते हुए उनके खिलाफ भी NIA की जांच कराने को कहा। 

कांग्रेस नेता ने दैनिक भास्कर की 6 साल पुरानी एक खबर को ट्वीट करते हुए लिखा- “संघ नेता ने भारत-पाकिस्तान रिश्तों को बताया कौरव-पांडव जैसा। RSS ने कहा, पाकिस्तान तो हमारा भाई- सरकार मजबूत करे उससे रिश्ते। क्या मोहन भागत जी को भी पाकिस्तान भेजोगे और उनकी भी NIA जांच कराओगे? हम दोनों की जांच NIA से करवा ली।”

इस ऑडियो को लेकर घिर गए दिग्गी 

दरअसल, कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह के क्लब हाउस चैट का ऑडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। इस दौरान वो एक पत्रकार के सवाल पर जवाब देते हुए कह रहे थे कि अगर कांग्रेस की सरकार सत्ता में आती है तो वो जम्मू-कश्मीर में धारा 370 फिर से विचार करेंगे। 

उन्होंने कहा कि जब कश्मीर से उन्होंने अनुच्छे 370 हटाया तो वहां लोकतंत्र नहीं था। इंसानियत भी नहीं थीं, क्योंकि उन्होंने सभी को जेलों में डाल दिया। कश्मीरित वहां के सेक्युलरिज्म का हिस्सा है। मुस्लिम बहुल इलाके का राजा हिंदू था और दोनों ने एक सात मिलकर काम किया। यहां तक कश्मीर में पंडितों को सरकारी नौकरी में आरक्षण भी दिया गया। आर्टिकल 370 का हटाया जाना बेहद दुखद था। जब कांग्रेस पार्टी की सरकार सत्ता में आएगी, तो इस पर दोबारा से विचार करेगी।

 उनके इस बयान पर सियासी घमासान मच गया है। बीजेपी ने इस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस और पाकिस्तान की सोच एक जैसी है। वहीं बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने उनके खिलाफ NIA जांच कराने तक की मांग कर दी थीं। 

घरवाले ही बयान के विरोध में…

अपने इस बयान को लेकर दिग्विजय सिंह सिर्फ राजनीतिक पार्टियों के ही निशाने पर नहीं आए, बल्कि अपने घर में ही उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। दिग्विजय के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह ने उनके बयान पर प्रतिक्रिया देते कहा कि कश्मीर में दोबारा अनुच्छेद 370 लागू करना संभव नहीं। वहीं लक्ष्मण की पत्नी रूबीना सिंह जो खुद कश्मीरी पंडित हैं और कश्मीर से जुड़े मामलों पर खुलकर अपनी राय रखती हैं। उन्होंने कांग्रेस नेता के बयान को अनावश्यक बताया। 

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