Top Gurdwaras in Gujarat: अहमदाबाद के 6 प्रतिष्ठित गुरुद्वारे! जहां भक्ति, विरासत और मानवता एक साथ गूंजती है

Table of Content

Top Gurdwaras in Gujarat: गुजरात की सांस्कृतिक राजधानी अहमदाबाद न केवल ऐतिहासिक धरोहरों और आधुनिक संरचनाओं के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि धार्मिक विविधता का भी अनूठा संगम प्रस्तुत करता है। इस शहर में स्थित गुरुद्वारे सिख धर्म के महत्वपूर्ण प्रतीक हैं, जो आध्यात्मिकता, सांप्रदायिक सद्भाव और सामाजिक सेवा को प्रोत्साहित करते हैं।

और पढ़ें: Sikhism in Portugal: 1990 के दशक से बढ़ता हुआ अल्पसंख्यक धर्म, 35,000 सिखों का समुदाय और धार्मिक पहचान में महत्वपूर्ण बदलाव

अहमदाबाद में मौजूद शीर्ष छह प्रसिद्ध गुरुद्वारे अपनी अद्भुत वास्तुकला, आध्यात्मिक ऊर्जा और शांति के लिए जाने जाते हैं। इन गुरुद्वारों की यात्रा के लिए दिसंबर से फरवरी का समय सबसे उपयुक्त माना जाता है, जब मौसम अनुकूल रहता है और आध्यात्मिक अनुभव को और भी खास बना देता है।

गुरुद्वारा श्री दशमेश दरबार, घोडासर- Top Gurdwaras in Gujarat

गुरुद्वारा श्री दशमेश दरबार को सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी को समर्पित किया गया है। इसकी शानदार वास्तुकला और जटिल कलाकारी इसे देखने लायक बनाती है। यह गुरुद्वारा न केवल भक्तों बल्कि आम पर्यटकों को भी अपनी ओर आकर्षित करता है।

Top Gurdwaras Gujarat Ahmedabad
Source: Google

गुरुद्वारा खुलने का समय: सुबह 5:00 बजे से शाम 8:00 बजे तक

निकटतम बस स्टेशन: स्मृति मंदिर बस स्टैंड

आस-पास की जगहें: कांकरिया झील, साबरमती रिवरफ्रंट, वस्त्रपुर झील

गुरुद्वारा ओधव, ओधव

गुरुद्वारा ओधव अहमदाबाद के सिख समुदाय के लिए पूजा का एक महत्वपूर्ण स्थल है। यह स्थान अपनी शांति और पवित्रता के लिए जाना जाता है। प्रार्थना करने के बाद, आगंतुक आस-पास के बाजारों और पर्यटक स्थलों का आनंद ले सकते हैं।

Top Gurdwaras Gujarat Ahmedabad
Source: Google

गुरुद्वारा खुलने का समय: पूरे दिन

निकटतम बस स्टेशन: ओधव रिंग रोड सर्किल बस स्टैंड

आस-पास की जगहें: ओधव गार्डन, बाई हरीर वाव, काठवाड़ा झील

गुरुद्वारा श्री गुरु नानक दरबार, मणिनगर

श्री गुरु नानक दरबार, सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी को समर्पित है। इस गुरुद्वारे की भव्य वास्तुकला और शांत वातावरण इसे विशेष बनाते हैं। भक्तों के लिए यह एक ध्यान और प्रार्थना का अद्भुत स्थल है।

Top Gurdwaras Gujarat Ahmedabad
Source: Google

गुरुद्वारा खुलने का समय: सुबह 5:00 बजे से शाम 8:30 बजे तक

निकटतम बस स्टेशन: जवाहर चौक बस स्टैंड

आस-पास की जगहें: कांकरिया झील, नगीना वाडी, कमला नेहरू चिड़ियाघर

गुरुद्वारा गोबिंद धाम, थलतेज

थलतेज के सुरम्य क्षेत्र में स्थित, गुरुद्वारा गोबिंद धाम सिख धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है। यहाँ आने वाले भक्तों को शांति, आध्यात्मिक उन्नति और मानसिक सुकून मिलता है।

Top Gurdwaras Gujarat Ahmedabad
Source: Google

गुरुद्वारा खुलने का समय: सुबह 4:00 बजे से रात 9:30 बजे तक

निकटतम बस स्टेशन: थलतेज बस स्टैंड

आस-पास की जगहें: सिम्फनी फॉरेस्ट पार्क, साइंस सिटी, वस्त्रपुर लेक गार्डन

गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, दूधेश्वर

गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा अहमदाबाद में सिख समुदाय के लिए पूजा और सामाजिक सेवा का केंद्र है। इसकी राजसी वास्तुकला और शांत वातावरण इसे अद्वितीय बनाते हैं। यह जगह ध्यान और आत्मचिंतन के लिए आदर्श मानी जाती है।

Top Gurdwaras Gujarat Ahmedabad
Source: Google

गुरुद्वारा खुलने का समय: सुबह 6:00 बजे से रात 9:00 बजे तक

निकटतम बस स्टेशन: शाहीबाग बस स्टैंड

आस-पास की जगहें: साबरमती आश्रम, रानी नो हजीरो, तीन दरवाजा

सिख गुरुद्वारा, साबरमती

साबरमती नदी के किनारे स्थित, सिख गुरुद्वारा अहमदाबाद में एक प्रसिद्ध आध्यात्मिक स्थल है। इसकी भव्यता और प्राकृतिक सौंदर्य इसे भक्तों और पर्यटकों के बीच लोकप्रिय बनाते हैं।

Top Gurdwaras Gujarat Ahmedabad
Source: Google

गुरुद्वारा खुलने का समय: सुबह 8:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक

निकटतम बस स्टेशन: जवाहर चौक बस स्टैंड

आस-पास की जगहें: साबरमती आश्रम, रिवरफ्रंट पार्क, लॉ गार्डन

अहमदाबाद में गुरुद्वारों की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत

अहमदाबाद के गुरुद्वारे न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक हैं, बल्कि वे सांप्रदायिक सौहार्द और समाज सेवा का भी प्रतिनिधित्व करते हैं। इन गुरुद्वारों में लंगर सेवा, धार्मिक शिक्षाएं और सामुदायिक सहायता की व्यवस्था की जाती है।

यहां आने वाले भक्तों को सिख धर्म की आध्यात्मिक ऊर्जा, भव्य वास्तुकला और धार्मिक परंपराओं का अनुभव करने का अवसर मिलता है। लंगर सेवा, जो कि नि:शुल्क भोजन वितरण की परंपरा है, इन गुरुद्वारों की विशेषता है, जहां सभी जाति, धर्म और वर्ग के लोग समान रूप से भोजन ग्रहण कर सकते हैं।

और पढ़ें: Sikhism in Fiji: फिजी में सिख समुदाय का ऐतिहासिक योगदान! कृषि, पुलिस सेवा, शिक्षा और धार्मिक संस्थाओं में महत्वपूर्ण भागीदारी

vickynedrick@gmail.com

vickynedrick@gmail.com https://nedricknews.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent News

Trending News

Editor's Picks

Ahan Pandey News

Ahan Pandey News: ‘सैयारा’ के बाद बदल गई ज़िंदगी, 28 की उम्र में बॉलीवुड का नया सेंसेशन बने अहान पांडे

Ahan Pandey News: बॉलीवुड में बहुत कम ऐसे चेहरे होते हैं जो आते ही माहौल बदल देते हैं। ज्यादातर कलाकारों को पहचान पाने में सालों लग जाते हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनके लिए पहली ही फिल्म गेमचेंजर साबित होती है। अहान पांडे उन्हीं नामों में शामिल हो चुके हैं। हाल ही...
Who is CR Subramanian

Who is CR Subramanian: 1600 स्टोर, 3500 करोड़ का खेल… और फिर ऐसा मोड़ कि आज जेल में पाई-पाई को तरस रहा है ये कारोबारी

Who is CR Subramanian: देश में ऐसे कई बिजनेसमैन रहे हैं जिन्होंने बिल्कुल जीरो से शुरुआत कर अरबों की दुनिया खड़ी की। लेकिन कुछ कहानियां ऐसी भी हैं, जहां सफलता जितनी तेजी से मिली, उतनी ही तेजी से सब कुछ हाथ से निकल गया। भारतीय कारोबारी सीआर सुब्रमण्यम (CR Subramanian) की कहानी भी कुछ ऐसी...
Bath in winter

Bath in winter: सर्दियों में नहाने से डर क्यों लगता है? जानिए रोज स्नान की परंपरा कहां से शुरू हुई और कैसे बनी आदत

Bath in winter: उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम आते ही नहाना कई लोगों के लिए सबसे बड़ा टास्क बन जाता है। घना कोहरा, जमा देने वाली ठंड और बर्फ जैसे ठंडे पानी को देखकर अच्छे-अच्छों की हिम्मत जवाब दे जाती है। यही वजह है कि कुछ लोग रोज नहाने से कतराने लगते हैं, तो...
Sikhism in Odisha

Sikhism in Odisha: जगन्नाथ की धरती पर गुरु नानक की विरासत, ओडिशा में सिख समुदाय की अनकही कहानी

Sikhism in Odisha: भारत में सिख समुदाय की पहचान आमतौर पर पंजाब से जोड़कर देखी जाती है, लेकिन देश के पूर्वी हिस्सों, खासकर ओडिशा में सिखों की मौजूदगी का इतिहास उतना ही पुराना, जटिल और दिलचस्प है। यह कहानी केवल धार्मिक प्रवास की नहीं है, बल्कि राजनीति, औपनिवेशिक शासन, व्यापार, औद्योगीकरण और सामाजिक संघर्षों से...
Ambedkar and Christianity

Ambedkar and Christianity:आंबेडकर ने ईसाई धर्म क्यों नहीं अपनाया? धर्मांतरण पर उनके विचार क्या कहते हैं

Ambedkar and Christianity: “मैं एक अछूत हिंदू के रूप में पैदा हुआ था, लेकिन हिंदू के रूप में मरूंगा नहीं।” डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर की यह पंक्ति सिर्फ एक व्यक्तिगत घोषणा नहीं थी, बल्कि सदियों से जाति व्यवस्था से दबे समाज के लिए एक चेतावनी और उम्मीद दोनों थी। उन्होंने अपना पूरा जीवन जाति प्रथा...

Must Read

©2025- All Right Reserved. Designed and Developed by  Marketing Sheds