वैक्सीन को लेकर केंद्र और राज्यों के बीच जनता को मूर्ख बनाया जा रहा…कांग्रेस नेता के निशाने पर मोदी सरकार

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देश कोरोना वायरस महामारी से जूझ रहा है। हालात में पहले की अपेक्षा कुछ सुधार देखने को मिल रहा है लेकिन स्थिति अब भी पूरी तरह से ठीक नहीं है। पिछले कुछ दिनों से मामलों में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है, जिसके बाद इस बात की आशंका तेज हो गई है कि जल्द ही देश में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। 

खबरों के मुताबिक देश में वैक्सीनेशन का ग्राफ दिन प्रतिदिन कम होते जा रहे हैं। कई राज्यों में वैक्सीन की कमी देखने को मिल रही है। राजधानी दिल्ली के कथित तौर पर करीब 50 फीसदी वैक्सीनेशन सेंटर बंद हो चुके हैं। इसी बीच देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने वैक्सीन की कमी को लेकर केंद्र सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय को निशाने पर लिया है।

पी चिदंबरम ने बोला हमला

पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता पी चिदंबरम ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्विट करते हुए कहा है कि ‘नए स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया अपने पूर्ववर्ती की तरह उसी रास्ते पर चल रहे हैं। यह दुख की बात है। राज्य दर राज्य टीके की कमी की शिकायत कर रहे हैं। टीकाकरण केंद्रों में “कोई वैक्सीन नहीं” बोर्ड होते हैं। वैक्सीन की डोज खत्म होने के बाद लाइन में खड़े लोगों को घर लौटना पड़ता है।‘

पी चिदंबरम ने अपने दूसरे ट्विट में कहा, ‘क्या टीके की कमी की शिकायत करने वाले सभी राज्य के स्वास्थ्य मंत्री झूठ बोल रहे हैं? क्या अखबार और टीवी की खबरों में लोगों को इसलिए दूर किया जा रहा है, क्योंकि वैक्सीन की कोई डोज नहीं है, फर्जी खबरें हैं? निष्कर्ष यह है कि केंद्र और राज्यों के बीच जनता को मूर्ख बनाया जा रहा है।‘

स्वास्थ्य मंत्री ने दिया था ऐसा बयान

बताते चले कि पिछले दिनों देश के नए स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कुछ राज्यों की ओर से आ रही वैक्सीन की कमी की शिकायत पर प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि लोगों में दहशत पैदा करने के लिए फिजूल बयान दिए जा रहे हैं और राज्यों को अच्छी तरह से पता है कि उन्हें कब और कितनी मात्रा में खुराक मिलेगी। स्वास्थ्य मंत्री ने स्पष्ट किया कि केंद्र राज्यों को खुराक के आवंटन के बारे में पहले ही सूचित कर चुका है।

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