Headlines

'रावण' से जुड़े कुछ किस्से: तो अमरीश पुरी थे इस किरदार के लिए पहली पसंद, फिर अरविंद त्रिवेदी को ऐसे मिल गया रोल!

Table of Content

रामानंद सागर की रामायण में बेहद ही खास किरदार निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी अब हमारे बीच में नहीं रहे। मंगलवार रात उनको हार्ट अटैक आया, जिसके चलते उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। 82 साल की उनका निधन हुआ। मशहूर सीरियल रामायण में अरविंद त्रिवेदी रावण के किरदार में नजर आए थे। यूं तो रावण का किरदार नेगेटिव था, लेकिन जिस तरह अरविंद त्रिवेदी ने इस रोल को निभाया उन्होंने लोगों का दिल जीत लिया था। 

अरविंद त्रिवेदी की तबीयत काफी लंबे वक्त से खराब चल रही थी। वो बीते कुछ समय से केवल बेड पर ही लेटे रहते थे। 3 सालों से उनकी तबीयत ज्यादा ही खराब रहने लगी थी, जिसके चलते उनको कई बार अस्पताल भी लेकर जाया गया था।

अरविंद त्रिवेदी ने निभाया दमदार किरदार

जब भी लोग रावण के बारे में बात करते हैं, तो सबसे पहले उनके सामने अरविंद त्रिवेदी की ही छवि सामने आती है।  रामायण में अरविंद त्रिवेदी की एक्टिंग दमदार थीं। अपनी जबरदस्त एक्टिंग से उन्होंने रावण को जैसे पर्दे पर जिंदा ही कर दिया था। 90 के दशक में जब टीवी सेट पर उनकी आवाज गूंजती थीं तो सबके रोंगटे खड़े हो जाते थे। 

अमरीश पुरी को करना चाहते थे कास्ट 

लेकिन क्या आपको ये मालूम है कि ये किरदार पहले अरविंद त्रिवेदी को मिला ही नहीं था। रावण के रोल के लिए रामानंद सागर की पहली पसंद अरविंद त्रिवेदी नहीं थे। उनसे पहले ये रोल अमरीश पुरी को मिलने जा रहा था। दरअसल, इस किरदार के लिए उन्हें परफेक्ट माना जा रहा था। रामायण में राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल समेत बाकी सदस्यों की भी पहली पसंद अमरीश पुरी ही थे। 

फिर इस तरह से रावण बने अरविंद त्रिवेदी

उस दौरान अरविंद त्रिवेदी गुजराती फिल्मों में काम किया करते थे। जब उनको रामानंद सागर के रामायण बनाने के बारे में पता चला तो वो ऑडिशन देने के लिए मुंबई आ गए। अरविंद तो केवट का किरदार निभाना चाहते थे, लेकिन जब उन्होंने ऑडिशन दिया तो उनकी बॉडी लैंग्वेज और एटीट्यूड के चलते उन्हें रावण का किरदार मिल गया। 

परेश रावल की वजह से कर दिया था मना

वहीं जब अरविंद को रावण के रोल के लिए फाइनल कर दिया, तो अचानक ही उन्होंने इसके लिए मना कर दिया। इसके पीछे की वजह थे परेश रावल। दरअसल, अरविंद त्रिवेदी तो लगा था कि उनका किरदार एक-दो दिन का होगा, लेकिन वो काफी लंबा था। तब अरविंद परेश रावत का एक प्ले महारथी भी कर रहे थे और उनके साथ अपनी कमिटमेंट के चलते उन्होंने रावण का किरदार निभाने से इनकार कर दिया था। हालांकि जब परेश रावल को ये बात पता चली, तो उन्होंने तुरंत अरविंद से बात की और उन्हें ये रोल निभाने के लिए तैयार किया। 

…जब हाथ जोड़कर भगवान से मांगते थे माफी

अरविंद त्रिवेदी ने भले ही पर्दे पर रावण के किरदार में नजर आए हो, लेकिन असल जिंदगी में वो राम के बहुत बड़े भक्त थे। अरविंद त्रिवेदी ने ये बात खुद बताई थी कि रावण का किरदार निभाते वक्त जब वो राम के खिलाफ कड़े शब्दों का प्रयोग करते थे, तो बाद में वो भगवान से हाथ जोड़ कर माफी मांगते थे।  

अरविंद त्रिवेदी अब भले ही हमारे बीच में नहीं रहे हो, लेकिन जिस तरह की लाजवाब एक्टिंग उन्होंने रावण के रोल में की, उसके लिए वो लोगों के दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगे। जब कभी भी रावण का जिक्र होगा, तो उनकी छवि, दमदार आवाज ही लोगों के दिमाग में सबसे पहले आएगी।

vickynedrick@gmail.com

vickynedrick@gmail.com https://nedricknews.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent News

Trending News

Editor's Picks

Bath in winter

Bath in winter: सर्दियों में नहाने से डर क्यों लगता है? जानिए रोज स्नान की परंपरा कहां से शुरू हुई और कैसे बनी आदत

Bath in winter: उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम आते ही नहाना कई लोगों के लिए सबसे बड़ा टास्क बन जाता है। घना कोहरा, जमा देने वाली ठंड और बर्फ जैसे ठंडे पानी को देखकर अच्छे-अच्छों की हिम्मत जवाब दे जाती है। यही वजह है कि कुछ लोग रोज नहाने से कतराने लगते हैं, तो...
Sikhism in Odisha

Sikhism in Odisha: जगन्नाथ की धरती पर गुरु नानक की विरासत, ओडिशा में सिख समुदाय की अनकही कहानी

Sikhism in Odisha: भारत में सिख समुदाय की पहचान आमतौर पर पंजाब से जोड़कर देखी जाती है, लेकिन देश के पूर्वी हिस्सों, खासकर ओडिशा में सिखों की मौजूदगी का इतिहास उतना ही पुराना, जटिल और दिलचस्प है। यह कहानी केवल धार्मिक प्रवास की नहीं है, बल्कि राजनीति, औपनिवेशिक शासन, व्यापार, औद्योगीकरण और सामाजिक संघर्षों से...
Ambedkar and Christianity

Ambedkar and Christianity:आंबेडकर ने ईसाई धर्म क्यों नहीं अपनाया? धर्मांतरण पर उनके विचार क्या कहते हैं

Ambedkar and Christianity: “मैं एक अछूत हिंदू के रूप में पैदा हुआ था, लेकिन हिंदू के रूप में मरूंगा नहीं।” डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर की यह पंक्ति सिर्फ एक व्यक्तिगत घोषणा नहीं थी, बल्कि सदियों से जाति व्यवस्था से दबे समाज के लिए एक चेतावनी और उम्मीद दोनों थी। उन्होंने अपना पूरा जीवन जाति प्रथा...
Silver Reserves Top 5 Countries

Silver Reserves Top 5 Countries: जानिए दुनिया में ‘सिल्वर किंग’ कौन और भारत की क्या है स्थिति

Silver Reserves Top 5 Countries: 2025 में अगर किसी ने निवेशकों को सच में हैरान किया है, तो वह चांदी है। अब तक लोग सोने को सबसे सुरक्षित निवेश मानते आए थे, लेकिन इस साल चांदी ने रफ्तार के मामले में सोने को भी पीछे छोड़ दिया। कीमतें इतनी तेजी से बढ़ीं कि बाजार में...
Home Vastu Tips

Home Vastu Tips: 2026 से पहले अपने घर में कर लें ये सुधार और ले आए ये चीजें… नए साल के दिन ऐसे करें शुरुआत

Home Vastu Tips: साल 2025 का दिसंबर महीना आधा बीत चुका है और जैसे-जैसे नया साल 2026 नजदीक आता है, कई लोग अपने जीवन में नए बदलाव लाने की तैयारी कर रहे हैं। इस तैयारी में सबसे पहला कदम होता है अपने घर को व्यवस्थित करना। भारतीय परंपरा में घर सिर्फ रहने का स्थान नहीं...

Must Read

©2025- All Right Reserved. Designed and Developed by  Marketing Sheds