Why Gangsters Targeting Celebrities: पहले सलमान, फिर कपिल और अब एल्विश! क्यों बॉलीवुड और डिजिटल सितारे बन रहे हैं गैंगस्टरों का टारगेट?

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Why Gangsters Targeting Celebrities: पिछले कुछ समय में बॉलीवुड और सोशल मीडिया से जुड़े नामचीन चेहरों पर लगातार हमले हो रहे हैं। कभी सलमान खान के गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर फायरिंग होती है, तो कभी कनाडा में कपिल शर्मा के कैफे पर गोलियाँ चलती हैं। और अब हाल में ही 17 अगस्त 2025 को यूट्यूबर और डिजिटल स्टार एल्विश यादव के गुरुग्राम वाले घर को टारगेट किया गया।

ये घटनाएं एक सवाल खड़ा करती हैं—क्यों बार-बार फिल्मी और डिजिटल सितारे गैंगस्टरों के निशाने पर आ रहे हैं? क्या यह महज़ पैसे की वसूली है, या फिर एक नई किस्म की पब्लिसिटी स्ट्रैटेजी?

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सलमान से शुरू हुई ये डर की कहानी- Why Gangsters Targeting Celebrities

अप्रैल 2024 में मुंबई के बांद्रा में सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग की घटना ने सबको चौंका दिया था। शुरुआती जांच में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम सामने आया और दो लोगों की गिरफ्तारी हुई। बाद में कई और नाम जुड़े कुछ पर साजिश रचने का आरोप लगा, तो कुछ पर रैकेट चलाने का। अक्टूबर 2024 में एक शूटर की गिरफ्तारी हुई, लेकिन कई आरोपी जमानत पर भी छूट गए।

ये हमला बाकी गैंग्स के लिए शायद एक ‘टेम्पलेट’ बन गया—कैसे एक हाई प्रोफाइल सेलेब्रिटी को निशाना बनाकर सुर्खियों में आया जा सकता है।

कपिल शर्मा का कैफे और AK-47 की धमकी

सलमान कहां वाला मामला अभी शांत हुआ ही था कि जुलाई और अगस्त 2025 में कनाडा के सरे शहर में कपिल शर्मा के कैफे पर दो बार गोलियाँ चलीं। किसी को चोट नहीं आई, लेकिन नुकसान हुआ और माहौल बिगड़ा। इसके बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हुई, जिसमें धमकी दी गई—”जो सलमान खान के साथ काम करेगा, उसे छोड़ा नहीं जाएगा… मुंबई का माहौल खराब करेंगे… AK-47 से जवाब मिलेगा।”

आपको बता दें, इस तरह की धमकियाँ सिर्फ डर नहीं फैलातीं, बल्कि गैंग के लिए एक “ब्रांड बिल्डिंग” की तरह भी काम करती हैं। पुलिस ने इन सोशल मीडिया पोस्ट्स और ऑडियो क्लिप्स को जांच में शामिल किया है।

एल्विश यादव का घर बना ताज़ा निशाना

इन सब घटनाओं के बीच अब 17 अगस्त 2025 को एल्विश यादव के गुरुग्राम स्थित घर पर बाइक सवार बदमाशों ने 10 से ज्यादा गोलियाँ चलाईं। घर की दीवारें और खिड़कियाँ बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। गनीमत रही कि उस वक्त एल्विश घर पर नहीं थे। हमले की पूरी घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुई और एक गैंग ने सोशल मीडिया पर इसकी जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि ये हमला ‘सट्टेबाजी ऐप के प्रचार’ के लिए किया गया था।

पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज, बैलिस्टिक रिपोर्ट और साइबर ट्रेसिंग पर खास फोकस किया जा रहा है।

लॉरेंस बिश्नोई गैंग का आतंक

इन तमाम मामलों में एक नाम बार-बार उभर कर आता है—लॉरेंस बिश्नोई गैंग। सलमान खान से लेकर पंजाबी सिंगर्स तक, इस गैंग ने कई चर्चित हस्तियों को टारगेट किया है।

2022 में सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी इसी गैंग का नाम सामने आया था। उनकी कार पर 20 से ज्यादा गोलियां चलाई गईं थीं। सितंबर 2024 में एपी ढिल्लों के कनाडा स्थित घर पर फायरिंग हुई और जिम्मेदारी ली गई रोहित गोदारा द्वारा, जो इसी गैंग से जुड़ा बताया गया।

इससे साफ है कि गैंग का मकसद सिर्फ पैसे की वसूली नहीं, बल्कि डर का ऐसा माहौल बनाना है, जिससे उनकी पकड़ समाज पर बनी रहे।

सेलेब्रिटी टारगेटिंग: नई अंडरवर्ल्ड स्ट्रैटेजी?

पुलिस और खुफिया एजेंसियों का मानना है कि सेलेब्रिटीज पर हमले गैंग्स के लिए हाई-विजिबिलिटी एक्ट बन गए हैं। इससे उन्हें कम रिसोर्स में ज़्यादा सुर्खियां मिल जाती हैं। जब एक बड़ा नाम टारगेट होता है, तो छोटा व्यापारी भी डर जाता है।

इससे जबरन वसूली की ज़मीन बनती है। दिल्ली-पंजाब-हरियाणा बेल्ट में मुंबई-स्टाइल की अंडरवर्ल्ड वसूली का ट्रेंड अब मजबूत हो रहा है। और इस बार सोशल मीडिया इसका नया टूल बन गया है।

पुराने विवाद और धार्मिक एंगल भी

सलमान खान के केस में काले हिरण शिकार का मुद्दा कई बार उछाला गया है, जो बिश्नोई समुदाय से जुड़ा है। गैंग्स इसे धार्मिक भावनाओं से जोड़कर अपने हमलों को “जायज़” ठहराने की कोशिश करते हैं। वहीं, एल्विश यादव के केस में ‘सट्टेबाज़ी ऐप’ का एंगल जोड़ा गया।

इन ‘नैरेटिव्स’ का मकसद होता है—हमले को किसी “मिशन” जैसा दिखाना, ताकि जनता का ध्यान असल वजहों से हट जाए।

सुरक्षा बढ़ी, पर सवाल कायम

हालांकि, सलमान खान और कपिल शर्मा की सुरक्षा बढ़ाई गई है। एल्विश यादव के मामले में भी पुलिस एक्टिव हुई है। लेकिन सवाल ये है कि क्या महज सुरक्षा बढ़ा देने से इन हमलों की जड़ें खत्म होंगी?

जब तक सोशल मीडिया पर खुलेआम जिम्मेदारी लेना और धमकियाँ देना बंद नहीं होता, और जब तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बैठे गैंगस्टर्स पर एक्शन नहीं लिया जाता, तब तक ये घटनाएं रुकने वाली नहीं हैं।
इन हमलों का पैटर्न साफ है—डर फैलाओ, सुर्खियाँ बटोरों और फिर वसूली करो। सोशल मीडिया का दौर गैंगस्टरों के लिए वरदान बन गया है, जहां एक धमकी लाखों तक पहुंच जाती है।

और पढ़ें: Elvish Yadav House Firing: गुरुग्राम में यूट्यूबर एल्विश यादव के घर पर ताबड़तोड़ फायरिंग, भाऊ गैंग ने ली जिम्मेदारी, इलाके में फैली दहशत

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