Headlines

Vantara Controversy: गुजरात के वनतारा में हाथियों और अन्य वन्य जीवों की शिफ्टिंग पर बढ़ता विवाद, जानें क्या है पूरा मामला

Table of Content

Vantara Controversy: जामनगर, गुजरात में स्थित वनतारा, जो कि अंबानी परिवार की वन्यजीव संरक्षण पहल का हिस्सा है, पिछले कुछ वर्षों से चर्चा में बना हुआ है। भारत के विभिन्न राज्यों से हाथियों, बाघों, गैंडों और अन्य वन्यजीवों को इस निजी अभयारण्य में स्थानांतरित किया जा रहा है, जिससे पर्यावरणविदों और पशु संरक्षण कार्यकर्ताओं में नाराजगी बढ़ रही है। हाल ही में, अरुणाचल प्रदेश, असम और महाराष्ट्र से कई हाथियों को गुजरात के इस सेंटर में भेजे जाने की खबरें सामने आई हैं, जिसके बाद इस मुद्दे पर सवाल उठाए जा रहे हैं।

और पढ़ें: Sirohi Road Accident: सिरोही में भीषण सड़क हादसा, परिवार के छह लोगों की मौत, चार साल का मासूम भी नहीं बचा

महाराष्ट्र के ताडोबा और गढ़चिरौली से 12 हाथियों को गुजरात भेजा गया- Vantara Controversy

दिसंबर 2021 में द लाइव नागपुर की रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र वन विभाग ने ताडोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व (TATR) और गढ़चिरौली से 12 हाथियों को गुजरात के जामनगर स्थित रिलायंस के राधे कृष्ण एलिफेंट वेलफेयर सेंटर में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया।

इस निर्णय के तहत, ताडोबा के बोटेजारी कैंप में मौजूद छह हाथियों को दिसंबर के अंत तक भेजा गया, जबकि गढ़चिरौली से छह और हाथियों को जनवरी 2022 में शिफ्ट किया गया। इनमें तीन हाथी पटनील (अल्लापल्ली) से और तीन कमलापुर (सिरोंचा डिवीजन) से थे।

महाराष्ट्र के प्रधान वन संरक्षक सुनील लिमये ने कहा कि ये हाथी जंगलों में किसी वन प्रबंधन कार्य के लिए उपयोग में नहीं थे और उनके रखरखाव पर लाखों रुपये खर्च हो रहे थे। वन विभाग ने इस कदम को हाथियों की बेहतरी के लिए उठाया गया कदम बताया।

लेकिन पर्यावरणविदों का कहना है कि इन हाथियों को एक निजी अभयारण्य में भेजने के पीछे कई अनुत्तरित सवाल हैं।

असम चिड़ियाघर से जानवरों की शिफ्टिंग पर बढ़ा विरोध

दिसंबर 2022 में प्रकाशित ETV भारत की रिपोर्ट के अनुसार, असम राज्य चिड़ियाघर से बाघ, बंदर, कछुए, आठ सींग वाले हिरण और गैंडे सहित कई प्रजातियों को अंबानी के निजी चिड़ियाघर में स्थानांतरित किया गया।

इस स्थानांतरण के खिलाफ कई कार्यकर्ता समूहों और राजनीतिक संगठनों ने गुवाहाटी में जोरदार प्रदर्शन किया।

प्रदर्शनकारियों का कहना था कि सरकार असम राज्य चिड़ियाघर का निजीकरण कर रही है और इसकी वन्य संपदा को एक निजी उद्योगपति के हवाले कर रही है। APWC की अध्यक्ष मीरा बोरठाकुर और प्रख्यात विचारक डॉ. हिरेन गोहेन ने इस फैसले की कड़ी निंदा की और सरकार से मांग की कि वन्यजीवों को वापस लाया जाए।

प्रदर्शनकारियों का दावा था कि 2018 से अब तक 1100 से अधिक वन्य जीवों को असम से अन्य स्थानों पर भेजा गया है, और सरकार इस प्रक्रिया को गुप्त रूप से आगे बढ़ा रही है।

अरुणाचल प्रदेश से 21 हाथियों की शिफ्टिंग पर सवाल

जनवरी 2025 में नॉर्थईस्ट नाउ की रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में अरुणाचल प्रदेश से कम से कम 21 हाथियों को गुजरात के वनतारा सेंटर में भेजा गया। ये हाथी लोहित जिले के निजी मालिकों से खरीदे गए थे और 16 पशु एंबुलेंस के जरिए जामनगर ले जाए गए।

पर्यावरणविदों और पशु संरक्षण कार्यकर्ताओं ने इस ट्रांसपोर्टेशन को लेकर कई सवाल उठाए।

वन्यजीव कार्यकर्ता जयंत दास ने आरोप लगाया कि हाथियों को ले जाने के लिए जिन एंबुलेंस का उपयोग किया गया, उनके पास जरूरी प्रमाणपत्र (PUCC, बीमा, और फिटनेस प्रमाणपत्र) नहीं थे।

इसके अलावा, कार्यकर्ताओं ने इस बात की भी जांच की मांग की कि क्या इन हाथियों को वास्तव में कैद में पाला गया था या जंगल से पकड़ा गया था।

वन्यजीव संरक्षण समूहों ने दावा किया कि अरुणाचल प्रदेश और असम में लंबे समय से जंगल से हाथी पकड़कर उन्हें कैद में रखने की परंपरा रही है। उन्होंने केंद्र सरकार से इस मामले की स्वतंत्र जांच करने की मांग की।

वनतारा: दुनिया का सबसे बड़ा वन्यजीव संरक्षण केंद्र या एक निजी चिड़ियाघर?

वनतारा, जो रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी की पहल है, 3,500 एकड़ में फैला हुआ है। इसे दुनिया के सबसे बड़े वन्यजीव संरक्षण और पुनर्वास केंद्रों में से एक बताया जाता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी वनतारा का दौरा किया और इसे वन्यजीव संरक्षण का एक आदर्श मॉडल बताया।

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Narendra Modi (@narendramodi)

वनतारा में कई दुर्लभ और लुप्तप्राय प्रजातियां मौजूद हैं, जिनमें तेंदुए, जेब्रा, फ्लेमिंगो, दुर्लभ बोआ सांप और कई अन्य विदेशी प्रजातियां शामिल हैं।

हालांकि, आलोचकों का कहना है कि यह वास्तव में एक निजी चिड़ियाघर है, जहां जानवरों को रखकर मनोरंजन के लिए उपयोग किया जा रहा है।

सरकार और वन्यजीव कार्यकर्ताओं की चिंताएं

  • गुजरात के निजी जू में अन्य राज्यों के वन्यजीवों को स्थानांतरित करने का कारण क्या है?
  • क्या यह सरकारी चिड़ियाघरों और वन विभाग के संरक्षण प्रयासों को कमजोर करने की साजिश है?
  • क्या इन जानवरों को सही वातावरण और उचित देखभाल मिल रही है?
  • क्या यह व्यापार का एक नया रूप है, जहां वाइल्डलाइफ को निजी क्षेत्र के हवाले किया जा रहा है?

वन्यजीव कार्यकर्ताओं और पर्यावरणविदों ने सरकार से इस पूरे स्थानांतरण अभियान की पारदर्शी जांच की मांग की है।

वन्यजीव संरक्षण या निजी स्वामित्व की ओर बढ़ता कदम?

भारत में वन्यजीवों के संरक्षण के नाम पर अगर राज्य सरकारें अपनी संपत्ति निजी हाथों में सौंप रही हैं, तो यह एक बड़ी चिंता का विषय है।

क्या यह वाकई वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक अच्छा कदम है या फिर एक बड़े उद्योगपति के निजी जू के लिए देश के वन्यजीवों को बेचा जा रहा है? यह सवाल अब सरकार और पर्यावरणविदों के बीच गंभीर बहस का मुद्दा बन गया है।

और पढ़ें: Lucknow News: लखनऊ के रहमानखेड़ा में 92 दिन की तलाश के बाद बाघ पकड़ा गया, 25 शिकार कर चुका था आतंक का पर्याय

vickynedrick@gmail.com

vickynedrick@gmail.com https://nedricknews.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent News

Trending News

Editor's Picks

Silver Reserves Top 5 Countries

Silver Reserves Top 5 Countries: जानिए दुनिया में ‘सिल्वर किंग’ कौन और भारत की क्या है स्थिति

Silver Reserves Top 5 Countries: 2025 में अगर किसी ने निवेशकों को सच में हैरान किया है, तो वह चांदी है। अब तक लोग सोने को सबसे सुरक्षित निवेश मानते आए थे, लेकिन इस साल चांदी ने रफ्तार के मामले में सोने को भी पीछे छोड़ दिया। कीमतें इतनी तेजी से बढ़ीं कि बाजार में...
Home Vastu Tips

Home Vastu Tips: 2026 से पहले अपने घर में कर लें ये सुधार और ले आए ये चीजें… नए साल के दिन ऐसे करें शुरुआत

Home Vastu Tips: साल 2025 का दिसंबर महीना आधा बीत चुका है और जैसे-जैसे नया साल 2026 नजदीक आता है, कई लोग अपने जीवन में नए बदलाव लाने की तैयारी कर रहे हैं। इस तैयारी में सबसे पहला कदम होता है अपने घर को व्यवस्थित करना। भारतीय परंपरा में घर सिर्फ रहने का स्थान नहीं...
DoT latest news

DoT latest news: टेलीकॉम सेक्टर में सर्कुलर इकॉनमी की ओर भारत का बड़ा कदम, DoT और UNDP ने मिलकर शुरू की राष्ट्रीय पहल

DoT latest news: भारत का टेलीकॉम सेक्टर आज सिर्फ कॉल और इंटरनेट तक सीमित नहीं रह गया है। यह देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था, गवर्नेंस, फाइनेंशियल इन्क्लूजन और सामाजिक बदलाव की रीढ़ बन चुका है। इसी तेजी से बढ़ते डिजिटल इकोसिस्टम को टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल बनाने की दिशा में दूरसंचार विभाग (DoT) और संयुक्त...
Jabalpur Viral Video

Jabalpur Viral Video: जबलपुर में वायरल वीडियो पर मचा बवाल, नेत्रहीन छात्रा से अभद्रता के आरोपों में घिरीं भाजपा नेता

Jabalpur Viral Video: मध्य प्रदेश के जबलपुर से सामने आया एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो ने न सिर्फ राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, बल्कि आम लोगों को भी झकझोर कर रख दिया है। इस वीडियो में एक महिला नेता को एक नेत्रहीन छात्रा के...
Vaishno Devi Yatra New Rule

Vaishno Devi Yatra New Rule: नए साल से पहले वैष्णो देवी यात्रा में बड़ा बदलाव, RFID कार्ड के साथ समय सीमा तय, जानें नए नियम

Vaishno Devi Yatra New Rule: नववर्ष के मौके पर माता वैष्णो देवी के दरबार में उमड़ने वाली भारी भीड़ को देखते हुए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने यात्रियों के लिए नए नियम लागू कर दिए हैं। बोर्ड ने साफ किया है कि ये बदलाव श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखकर...

Must Read

©2025- All Right Reserved. Designed and Developed by  Marketing Sheds