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Shaktimaan Returns: अपार सफलता के बाद अचानक क्यों बंद हो गया था शक्तिमान, दसक पहले मुकेश खन्ना ने खोला था राज

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Mukesh Khanna Shaktiman, Shaktiman Returns
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Shaktiman latest updates: 90 के दशक में मुकेश खन्ना अभिनीत सुपरहीरो शो ‘शक्तिमान’ (Shaktimaan Return) भारतीय टेलीविजन पर काफी हिट रहा था। हाल ही में मुकेश खन्ना ने शो के नए सीजन की घोषणा की (Mukesh Khanna Shaktiman), जिसने प्रशंसकों के बीच उत्साह की लहर पैदा कर दी। इस बीच सवाल उठ रहे हैं कि अपार सफलता के बावजूद इस लोकप्रिय शो को अचानक क्यों बंद कर दिया गया। 19 साल पहले इस लोकप्रिय शो के अचानक बंद होने के पीछे की वजह मुकेश खन्ना ने 11 साल पहले एक इंटरव्यू में बताई थी।

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भारत के पहले सुपरहीरो ‘शक्तिमान’ ने 90 के दशक में बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी के दिलों में खास जगह बनाई थी। इस शो के जरिए मुकेश खन्ना ने एक नया इतिहास रच दिया था। शक्तिमान ने भारतीय सुपरहीरो शो के तौर पर लंबे समय तक छोटे पर्दे पर राज किया। डायरेक्टर दिनकर जानी और प्रोड्यूसर मुकेश खन्ना ने 90 के दशक में फैन्स को मनोरंजन का ऐसा जरिया दिया, जिसे आज तक याद किया जाता है।

क्यों बंद हो गया शक्तिमान- Shaktiman latest updates

करीब 9 साल तक यह शानदार कार्यक्रम टेलीविजन (Shaktimaan TV Show) पर छाया रहा और हर रविवार दोपहर को प्रसारित किया जाता था। इसी वजह से इसे दूरदर्शन का सबसे चर्चित शो माना जाता है। 19 साल पहले शक्तिमान के बंद होने के पीछे की वजह पर अब बहस हो रही है, क्योंकि यह फिर से प्रसारित हो रहा है। 2013 में बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में मुकेश खन्ना ने खुद इस मुद्दे पर खुलकर बात की और कहा: ‘हमारा शो बहुत पॉपुलर हुआ। महाभारत के भीष्म पितामह के किरदार की छवि को तोड़ने के लिए मैंने शक्तिमान की योजना बनाई थी और मैं इसमें काफी हद तक सफल भी रहा। लेकिन फिर हमारा बजट बढ़ने लगा और हालात खराब होने लगे। आर्थिक तंगी के कारण हम चाहकर भी शक्तिमान को आगे नहीं बढ़ा पाए। इस कारण अपार सफलता के बावजूद हमें इसे बंद करना पड़ा।’

इस तरह मुकेश खन्ना ने 2005 में शक्तिमान को बंद करने की वजह बताई। हालांकि अब यह सीरियल यूट्यूब पर वापसी कर चुका है।

कब से कब तक जारी रहा शक्तिमान

शक्तिमान का प्रसारण दूरदर्शन पर 1997 में शुरू हुआ और 2005 तक जारी रहा। 400 एपिसोड के जरिए इस काल्पनिक कार्यक्रम ने इस समय सभी का मनोरंजन किया और खुद को एक लोकप्रिय धारावाहिक के रूप में स्थापित किया।

टीवी पर नहीं, यूट्यूब पर आ रहा है नया शक्तिमान

जब मुकेश खन्ना (Mukesh Khanna) ने नए शक्तिमान की घोषणा की थी, तो प्रशंसकों को उम्मीद थी कि शो टीवी पर प्रसारित होगा या किसी ओटीटी प्लेटफॉर्म पर स्ट्रीम किया जाएगा। लेकिन जब इसका पहला एपिसोड यूट्यूब चैनल पर आया, तो दर्शकों को काफी निराशा हुई।

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‘BJP-NCP की मीटिंग में मौजूद थे गौतम अडानी…’ महाराष्ट्र चुनाव के बीच अजित पवार ने अपने बयान से मचाई हलचल

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Ajit Pawar Gautam Adani vivad
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Ajit Pawar Adani vivad: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections) से पहले एनसीपी प्रमुख अजित पवार (NCP chief Ajit Pawar) ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पांच साल पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) और अविभाजित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के बीच हुई एक अहम बैठक में उद्योगपति गौतम अडानी (Indian Billionaire Businessman Gautam Adani) मौजूद थे। यह बैठक 2019 में देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री और खुद अजित पवार को उपमुख्यमंत्री बनाकर अल्पकालिक सरकार बनाने से ठीक पहले हुई थी। अजित पवार के इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है, क्योंकि यह उस समय के राजनीतिक घटनाक्रम पर नई रोशनी डालता है।

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अजित पवार का सनसनी खुलासा (Ajit Pawar Adani vivad)

द न्यूज मिनट के साथ एक साक्षात्कार में, अजित पवार ने इस जानकारी का खुलासा किया। वह उस घटना की ओर इशारा कर रहे थे, जिसमें अजित पवार, जो उस समय अविभाजित NCP के सदस्य थे, ने उपमुख्यमंत्री और भाजपा के नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। इंडियन एक्सप्रेस की कहानी का दावा है कि साक्षात्कार के दौरान, अजित पवार ने कहा,क्या आपको नहीं पता? ये पांच साल पहले हुआ था। सबको पता है कि बैठक कहां हुई थी, हर कोई वहां था। मैं आपको फिर से बताता हूं। अमित शाह वहां थे, गौतम अडानी वहां थे, प्रफुल्ल पटेल वहां थे, देवेंद्र फडणवीस वहां थे, अजित पवार वहां थे, पवार साहब भी वहां मौजूद थे।”

शरद पवार के कहने पर चले अजित पवार

अजित पवार ने आगे कहा कि एक पार्टी कार्यकर्ता के तौर पर उन्होंने वही किया जो शरद पवार (Sharad Pawar) ने उन्हें करने को कहा। उनकी बगावत सिर्फ़ 80 घंटे तक चली, क्योंकि शरद पवार ने उनका साथ न देने का फ़ैसला किया। जिसके बाद अजित पवार के साथ गए ज़्यादातर विधायक मूल पार्टी में वापस लौट आए। कुछ दिनों बाद अविभाजित एनसीपी और शिवसेना ने कांग्रेस के साथ मिलकर महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार बनाई।

गौतम अडानी के खुलासे पर भड़की शिवसेना प्रवक्ता

गौतम अडानी (Ajit Pawar Adani Dispute) को लेकर किए गए खुलासे पर राज्यसभा सांसद और शिवसेना (UBT) प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, एक वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री द्वारा डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म को दिए गए साक्षात्कार के अनुसार, गौतम अडानी ने महाराष्ट्र में भाजपा को सत्ता में लाने के लिए बैठकों में भाग लिया। उन्होंने असंभव गठबंधनों को ठीक करने की कोशिश की। इससे कुछ गंभीर सवाल उठते हैं – क्या वह भाजपा के अधिकृत वार्ताकार हैं? क्या उन्हें गठबंधन तय करने की ज़िम्मेदारी दी गई है? एक व्यवसायी किसी भी कीमत पर महाराष्ट्र में भाजपा को सत्ता में लाने के लिए इतनी उत्सुकता और निकटता से काम क्यों कर रहा है?”

भड़कीं वर्षा गायकवाड़, उठाए सवाल

मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद वर्षा गायकवाड़ ने कहा, गौतम अडानी के पास क्या अधिकार था, वह सरकार गठन को लेकर बैठकों में क्यों बैठे थे? मैं फिर से दोहराती हूं, एमवीए सरकार को केवल अडानी के लिए अस्थिर किया गया था, ताकि वह धारावी और कोई भी अन्य परियोजना प्राप्त कर सके जो वह चाहता है। इसलिए हम कहते हैं, यह महाराष्ट्र सरकार नहीं है, बल्कि अडानी सरकार है। अब सच्चाई सबके सामने है।”

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Bigg Boss 18 में कंटेस्टेंट्स के बीच हुई हाथापाई! Avinash Mishra ने फिर की हिंसा, दिग्विजय बने गुस्से का शिकार

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Avinash Mishra Digvijay Rathi
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Bigg Boss 18 Avinash vs Digvijay: बिग बॉस 18 के आने वाले एपिसोड में तनाव चरम पर पहुंच गया है क्योंकि अविनाश मिश्रा (Avinash Mishra) और दिग्विजय राठी के बीच जबरदस्त हाथापाई हुई है। झड़प की शुरुआत तीखी नोकझोंक से होती है लेकिन जल्द ही यह मारपीट में बदल जाती है। दोनों प्रतियोगी पीछे हटने को तैयार नहीं दिखते। एक टास्क के दौरान दोनों फिजिकल हुए और एक ने तो जोर का धक्का देकर गिरा भी दिया।

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अविनाश और दिग्विजय में हाथापाई- Bigg Boss 18 Avinash vs Digvijay

बिग बॉस के फैन पेज iTV spicy पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें आप देख सकते हैं कि कैसे अविनाश मिश्रा और वाइल्ड कार्ड एंट्री दिग्विजय राठी (Digvijay Rathi) में तू तू मैं मैं शुरू होती है। फिर धीरे-धीरे ये हाथापाई में बदल जाता है। अविनाश और दिग्विजय (Digvijay vs Avinash fight) एक-दूसरे को धक्का देने लगते हैं, फिर घर के बाकी सदस्य बीच-बचाव करने की कोशिश करते हैं।

 

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दरअसल ये सब एक टास्क के दौरान होता है, जहां दिग्विजय अविनाश से कहते हैं कि तुम्हारी आंखों में मेरे लिए डर देखकर मुझे मजा आता है। तब अविनाश कहते हैं कि टास्क करो, डर क्यों रहे हो। तब दिग्विजय अविनाश को अपनी छाती से धक्का देने की कोशिश करते हैं।

अविनाश ने दिया दिग्विजय को धक्का?

अविनाश ने भी उसे बिना छुए धक्का दे दिया और कहा कि बिग बॉस में ये सब चीजें नहीं होतीं। इसके बाद दिग्विजय ने अविनाश को दूर धकेलने के लिए अपने हाथ का इस्तेमाल किया। फिर अविनाश ने भी उसे जोरदार धक्का दिया। इसके बाद, वे दोनों लड़ने लगे और ईशा और विवियन ने उन्हें बचाने के लिए बीच-बचाव किया। इसी बीच श्रुतिका कशिश को मिशन पूरा करने से रोकने का प्रयास कर रही होती है। हालांकि, अविनाश जल्दी से पीछे से दिग्विजय का पीछा करता है। दिग्विजय शायद उसके हाथ से कुछ छीनने की कोशिश करता है, लेकिन फिर कुछ ऐसा हो जाता है और वह जमीन पर गिर जाता है। प्रोमो से ऐसा लग रहा है कि अविनाश ने उन्हे धक्का दिया होगा, लेकिन यह शो देखने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। अब इस पर सोशल मीडिया पर भी ‘बायकॉट अविनाश’ ट्रेंड चल गया है।

सोशल मीडिया पर बायकॉट का चला ट्रेंड

एक यूजर ने लिखा, ‘बिग बॉस 15 में उमर ने धक्का मारा था तो उसे घर से बेघर कर दिया गया था। इसी तरह अविनाश को भी घर से बाहर निकालना चाहिए। अविनाश को बायकॉट कर देना चाहिए।’ अब घर में अविनाश और दिग्विजय के बीच हुई लड़ाई पर बिग बॉस क्या फैसला लेते हैं ये तो आने वाले एपिसोड में ही पता चलेगा।

सात सदस्य नॉमिनेट

‘बिग बॉस सीजन 18’ के लिए सात प्रतियोगी बेघर होने के लिए नॉमिनेट हुए हैं (Bigg Boss 18 Nomination)। इनमें दिग्विजय राठी, रजत दलाल, श्रुतिका अर्जुन, तजिंदर बग्गा, चुम दरंग, करणवीर मेहरा और कशिश कपूर शामिल हैं।

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Children’s Day Best Wishes: बाल दिवस पर भेजें ये प्यारी शायरियां और कोट्स

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Children Day, 14 नवंबर
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Children’s Day 2024: 14 नवंबर को चिल्ड्रन डे (Children’s Day) मनाया जाता है, जो भारत में विशेष रूप से बच्चों के अधिकारों, कल्याण और उनके समग्र विकास को प्रोत्साहित करने के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है. यह दिन पंडित जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) की जयंती के रूप में मनाया जाता है, जो भारतीय राजनीति के एक महान नेता थे और बच्चों के प्रति अपनी विशेष स्नेहभावना के लिए प्रसिद्ध थे. वही बाल दिवस बच्चों के लिए तो खास है ही, साथ ही बड़े भी इस दिन को अपने बचपन को याद करके खुशी से मनाते हैं. तो चलिए बाल दिवस के इस खास मौके पर बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए हम आपको इस लेख के जरिए कुछ प्यारे कोट्स बताते हैं.

Happy Children’s Day Wishes in Hindi

पंडित नेहरू का मानना था कि देश का भविष्य उसके बच्चों पर निर्भर करता है, और उन्होंने हमेशा बच्चों के शिक्षा, पोषण, और सुरक्षा के महत्व को माना उनके योगदान को सम्मानित करने के लिए, 14 नवंबर को उनके जन्मदिन के मौके पर बाल दिवस मनाया जाता है. इस दिन विशेष रूप से स्कूलों और अन्य संस्थाओं में बच्चों के लिए कार्यक्रम, प्रतियोगिताएं, खेल और सांस्कृतिक आयोजन होते हैं. यह दिन बच्चों के अधिकारों और उनकी भलाई के प्रति समाज को जागरूक करने का अवसर भी होता है.

बचपन की हंसी, वो प्यारी सी बात, बाल दिवस पर हो सबकी मुस्कान साथ
चाचा नेहरू की यादों में खो जाएं,खुशियां हर दिल में फिर से समाएं.
Happy Children’s Day 2024!

Children Day Quotes, Children Day

सबके मन को भाते चाचा नेहरू,

बच्चों को हँसाते चाचा नेहरू,

दिल में भरा अनोखा प्यार,

करते वो बच्चों को प्यार बेशुमार.

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खबर ना होती कुछ सुबह की,

ना कोई शाम का ठिकाना था,

थक हार के आना स्कूल से,

पर खेलने को तो जरूर था जाना.

Children Day, Children Day Quotes
चाचा जी के हम है बच्चे प्यारे,

माँ-बाप के राज दुलारे,

आ गया है चाचा जी का जन्मदिवस,

आओ मिलकर मनाये बाल दिवस।

Children Day, wishes and quotes
Happy Children’s Day 2024!

बचपन का जादू, वो सजीली सी दुनिया,

हर कदम पे खुशी, हर हंसी में रंगीनी.

बाल दिवस पर इस धड़कन को सुनो,

हर बच्चा खुश हो, यही सपना तुम भी चुनो

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दिल्ली पुलिस ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और नीरज बवानिया के खिलाफ की कार्रवाई, रातभर उनके ठिकानों पर की गई छापेमारी

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Delhi Police Lawrence Bishnoi Hideout Raid
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Raid on Lawrence Bishnoi Hideout: दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने हाल ही में कुख्यात गैंगस्टरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए लॉरेंस बिश्नोई, काला जठेड़ी और नीरज बवानिया (Gangster Neeraj Bawania Hideout Raid) जैसे अपराधियों के ठिकानों पर रातभर छापेमारी की। इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने कई संदिग्धों को हिरासत में लिया। देश में बढ़ते अपराधों पर लगाम लगाने और संगठित अपराधियों के नेटवर्क को ध्वस्त करने के उद्देश्य से यह कार्रवाई की गई है। सूत्रों के मुताबिक गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, कौशल चौधरी गैंग, हिमांशु भाऊ गैंग, काला जठेड़ी, हाशिम बाबा, छेनू गैंग, गोगी गैंग, नीरज बवानिया, टिल्लू ताजपुरिया गैंग से जुड़े सक्रिय लोगों और वांछित बदमाशों के ठिकानों पर छापेमारी की गई है। सभी से पूछताछ की जा रही है।

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पुलिस ने छापेमारी (Delhi Police Raid Lawrence Bishnoi) से पहले ही जानकारी जुटा ली थी। इसके बाद पूरी तैयारी के साथ दिल्ली पुलिस ने बाहरी दिल्ली, द्वारका इलाके, उत्तर पूर्वी दिल्ली, नरेला, कंझावला और संगम विहार जैसे इलाकों में छापेमारी की। इस छापेमारी में स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच, जिले के स्पेशल स्टाफ और स्थानीय थाने की पुलिस शामिल थी।

कहां-कहां हुई छापेमारी? (Raid on Gangster Lawrence Bishnoi Hideout)

दिल्ली पुलिस की टीमों ने जिन जगहों पर छापेमारी की है, उनमें बाहरी दिल्ली, द्वारका, उत्तर पूर्वी दिल्ली, नरेला, कंझावला और संगम विहार शामिल हैं। गैंगस्टर के गुर्गों और शूटरों के खिलाफ यह कार्रवाई दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच की टीम ने की, जिसमें स्पेशल स्टाफ और स्थानीय थाना पुलिस शामिल थी।

दिल्ली में बाहरी दिल्ली के इलाके, द्वारका के इलाके, नॉर्थ ईस्ट दिल्ली, नरेला , कंझावला और संगम विहार जैसे इलाकों में दिल्ली पुलिस की टीमों ने छापेमारी की है। गैंगस्टर से जुड़े शूटर्स और गुर्गों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच समेत स्पेशल स्टाफ और लोकल थाना पुलिस की टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है।

कई अपराधी हिरासत में

सूत्रों के मुताबिक, कई अपराधियों को हिरासत में भी लिया गया है। इन सभी से दिल्ली में हुई कई वारदातों के बारे में पूछताछ की जा रही है। पिछले कुछ दिनों में गैंगस्टरों ने दिल्ली में अपने गुर्गों के जरिए फायरिंग और हत्या की वारदातों को अंजाम दिया है, जिसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच, स्पेशल स्टाफ और स्थानीय थाने की पुलिस इन गैंगस्टरों से जुड़े अपराधियों के घरों पर उनके इलाकों में छापेमारी कर रही है।

लॉरेन्स बिश्नोई गैंग के 7 शूटर्स हुए थे गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अक्टूबर 2024 में कुख्यात माफिया लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह (Lawrence Bishnoi Gang) के सात सदस्यों को हिरासत में लिया। पंजाब और पड़ोसी राज्यों के हर बंदूकधारी को हिरासत में लिया गया। उनके पास हथियार भी पाए गए। खबरों की मानें तो स्पेशल सेल बाबा सिद्दीकी मामले में हिरासत में लिए गए बंदूकधारियों से भी पूछताछ कर रही है।

इसके अलावा, यह भी बताया गया कि जेल में बंद माफिया लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 10 लाख रुपये का इनाम रखा था। 2022 में दर्ज किए गए दो एनआईए मामलों में उसके खिलाफ चार्जशीट भी शामिल है।

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Vaikunth Chaturdashi 2024: कब है बैकुंठ चतुर्दशी जानें इसके महत्व के बारें में….

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Vaikunth Chauthrdashi, Vaikunth Chauthrdashi 2024
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Vaikunth Chaturdashi 2024: बैकुंठ चतुर्दशी हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत और पूजा का दिन है, जो विशेष रूप से विश्णु भक्तों द्वारा मनाया जाता है. यह व्रत मुख्यत उत्तर भारत और मध्य भारत में बड़े श्रद्धा भाव से मनाया जाता है. बैकुंठ चतुर्दशी का त्यौहार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है. इसे “तुलसी विवाह” के साथ जोड़ा जाता है, और इसे “चतुर्दशी” के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन का महत्व इसलिए है क्योंकि यह दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु के दर्शन और उनकी पूजा के लिए उपयुक्त माना जाता है. लेकिन क्या आप जानते है इस साल बैकुंठ चतुर्दशी कब हैं? अगर नहीं तो चलिए आपको इस लेख में बताते हैं, कि इस साल बैकुंठ चतुर्दशी कब मनाई जाएंगी.

बैकुंठ चतुर्दशी शुभ मुहूर्त

चतुर्दशी तिथि प्रारंभ : 14 नवंबर 2024 को 09:43 बजे

चतुर्दशी तिथि समाप्त : 15 नवंबर 2024 को 06:19 बजे

बैकुंठ चतुर्दशी निशिता काल : 23:39 से 00:32, नवंबर 15 2024

अवधि 00 घंटे 53 मिनट

बैकुंठ चतुर्दशी का महत्व

बैकुंठ चतुर्दशी का महत्व वैकुंठ चतुर्दशी को हरिहर यानी श्रीहरि और महादेव की पूजा करने का विधान है. जो भी व्यक्ति बैकुंठ चतुर्दशी को भगवान विष्णु की पूजा करता है, उसे स्वर्ग की प्राप्ति होती है. जीवन के अंत समय में उसे भगवान विष्णु के धाम वैकुंठ में स्थान मिलता है.

स्वर्ग का मार्ग  माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु अपने भक्तों को स्वर्ग का मार्ग प्रदान करते हैं और उनका कल्याण करते हैं. इस दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु की पूजा और नामजप करने से पुण्य की प्राप्ति होती है.

तुलसी विवाह  इस दिन तुलसी और भगवान विष्णु का विवाह कराया जाता है. तुलसी को देवी लक्ष्मी का रूप माना जाता है और भगवान विष्णु के साथ उनका विवाह सम्पन्न होने से घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है.

विशेष व्रत और पूजा – बैकुंठ चतुर्दशी के दिन भक्त विशेष रूप से भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करते हैं और घरों में दीप जलाए जाते हैं. इस दिन को विष्णु पूजा और तुलसी पूजन के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है.

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व्रत और पूजा विधि

इस दिन उपवास किया जाता है और सूर्योदय से पूर्व स्नान करके भगवान विष्णु की पूजा की जाती है.

भक्त तुलसी के पौधे के पास दीपक और अगरबत्तियां जलाकर पूजा करते हैं.

भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप और शंखनाद किया जाता है.

उद्देश्य: बैकुंठ चतुर्दशी का प्रमुख उद्देश्य भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करना, परिवार में सुख-शांति की स्थापना करना, और समृद्धि की कामना करना है.इस दिन का पालन करने से व्यक्ति के पाप समाप्त होते हैं और उसे स्वर्ग प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है.

बैकुंठ चतुर्दशी के उपाय

बैकुंठ चतुर्दशी के दिन आप भगवान विष्णु और भगवान शिव दोनों की पूजा करें साथ ही इस दिन आप भगवान विष्णु को बेल पत्रि और भगवान शिव को तुलसी की पत्ती अर्पित करें सिर्फ यह चीज आज ही है के दिन अर्पित करने का विधान है. ऐसा करने से आपके जीवन के सारे कष्ट कम हो जाएंगे और आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी. मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु ने शिव जी के प्रसन्न करने के लिए काशी में गंगा घाट के तट पर दीप प्रज्ज्वलित किया था। इस दिन जो भी संध्या काल के समय तीर्थ घाटों पर पवित्र नदी के समीप दीपदान करता है उस पर माहदेव सहित भगवान विष्णु की अपार कृपा बरसती है और उसका जीवन दीप की तरह प्रकाशित होता है.

इस दिन माना जाता है कि जो भी भगवान विष्णु के निमित्त एक हाजार कमल के पुष्प  उनको अर्पित करता है और उनके मंत्र का जाप करते हुए उन्हें पुष्प अर्पित करता है उसके लिए बैकुंठ के द्वार सदैव के लिए खुल जाते हैं और जीवन भर उसे अपार सुख मिलता है. इसके अलवा महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जप करें और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें.

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ऐसे हुई थी मिथुन चक्रवर्ती और हेलेना ल्यूक की पहली मुलाकात, 4 महीने में ही टूट गई थी शादी!

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⁠Helena Luke Biography Mithun Chakraborty
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⁠Helena Luke Biography in Hindi: बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर मिथुन चक्रवर्ती की पहली पत्नी हेलेना ल्यूक का निधन हो गया है। हेलेना पिछले कई सालों से अमेरिका में रह रही थीं, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। इस बीच उनकी पर्सनल लाइफ चर्चा में आ गई है। मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) और हेलेना ल्यूक (Helena Luke) की शादी 1979 में हुई थी, लेकिन ये शादी सिर्फ चार महीने ही चल पाई थी। हेलेना ने एक इंटरव्यू में बताया था कि मिथुन ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि वो एक-दूसरे के लिए बने हैं, लेकिन बाद में उन्हें एहसास हुआ कि मिथुन सिर्फ खुद से प्यार करते हैं। उन्होंने मिथुन पर अपरिपक्व होने का आरोप भी लगाया था। इन वजहों से हेलेना ने महज चार महीने बाद ही उनसे तलाक ले लिया था। इसके बाद मिथुन ने किशोर कुमार की पूर्व पत्नी योगिता बाली से शादी कर ली। आइए जानते हैं हेलेना ल्यूक के बारे में।

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एक्ट्रेस थीं हेलेना ल्यूक-⁠ Helena Luke Biography in Hindi

मिथुन चक्रवर्ती की पहली पत्नी हेलेना ल्यूक भी एक अभिनेत्री थीं। उन्होंने साल 1983 में ‘दो गुलाब’, ‘आओ प्यार करें’ और ‘भाई आखिर भाई होता है’ जैसी फिल्मों में काम किया था। फिल्मों में आने से पहले हेलेना ने 9 साल तक गुजराती नाटकों में भी काम किया था।

Helena Luke Biography Mithun Chakraborty
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ऐसे हुई थी पहली मुलाकात (Mithun Chakraborty Love Story)

अभिनेत्री हेलेना भारतीय अमेरिकी थीं। 1958 में उनका जन्म हुआ। उनकी मां एंग्लो इंडियन ईसाई थीं, जबकि उनके पिता तुर्की थे। 1970 के दशक तक हेलेना फैशन उद्योग में काफी मशहूर हो चुकी थीं। हालांकि, 1979 में उनकी मुलाकात मिथुन चक्रवर्ती से हुई। रिपोर्ट्स बताती हैं कि हेलेना के कथित बॉयफ्रेंड जावेद खान ने दोनों को मिलवाया था। असल में, जावेद और हेलेना कॉलेज फ्रेंड थे। दोनों ने 2 साल तक एक-दूजे को डेट किया था। वहीं, हेलेना और मिथुन की पहली मुलाकात का श्रेय जावेद को जाता है। इस शुरुआती मुलाकात के दौरान हेलेना को मिथुन भी पसंद आ गए। इसके बाद हेलेना जावेद से अलग हो गईं और वे और मिथुन डेटिंग करने लगे। कुछ समय तक डेटिंग करने के बाद दोनों ने शादी करने का फैसला किया। दोनों ने 1979 में शादी कर ली। लेकिन केवल चार महीने में ही दोनों का रिश्ता टूट गया।

क्यों हुआ था मिथुन चक्रवर्ती और हेलेना ल्यूक का तलाक (Mithun Chakraborty And Helena Luke Divorce Reason)

शादी के कुछ ही हफ़्तों बाद खबर आई कि दोनों के बीच लड़ाई-झगड़े शुरू हो गए हैं। हेलेना ने मिथुन से अलग होने की मांग की। माना जाता है कि उनकी शादी मुख्य रूप से मिथुन की योगिता बाली के साथ बढ़ती नज़दीकियों की वजह से टूटी। इसके अलावा, मिथुन हेलेना के पूर्व प्रेमी जावेद का मज़ाक उड़ाते थे। हेलेना के अनुसार मिथुन घर पर मुश्किल से चार घंटे ही बिता पाते थे। घर पर मैं पूरा दिन उनका इंतज़ार करती रहती थी। जब योगिता के साथ उनके रोमांस की खबर आई, तो मैं हैरान रह गई।

Helena Luke Biography Mithun Chakraborty
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योगिता बाली से दूसरी शादी

तलाक के बाद मिथुन ने उसी साल योगिता बाली (Yogeeta Bali) से शादी की। इस शादी से एक साल पहले योगिता ने किशोर कुमार से शादी की थी। इस बीच हेलेना, जावेद खान के पास लौट आई। मिथुन और योगिता के चार बच्चे हैं मिमोह, उष्माय और नमाशी। कपल ने एक बेटी को गोद लिया, जिसका नाम दिशानी है।

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CG Dhan Politics: धान खरीदी को लेकर चढ़ा सियासी पारा, कांग्रेसी सीएम को लिखी चिट्ठी से शुरू हुआ विवाद

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Vishnudeo Sai letter
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Vishnudeo Sai letter: छत्तीसगढ़ में धान खरीदी को लेकर सियासी पारा चढ़ गया है। 14 नवंबर से शुरू हो रही धान खरीदी को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है। कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर खरीदी (CG Dhan Kharidi 2024) व्यवस्था में खामियों और किसानों की समस्याओं की अनदेखी का आरोप लगाया है। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी सरकार ने दावा किया है कि धान खरीदी को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इस विवाद के बीच कांग्रेस ने एक पुराना पत्र जारी किया है, जिसे मौजूदा मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने चार साल पहले लिखा था। इस पत्र को आधार बनाकर कांग्रेस ने बीजेपी सरकार और मुख्यमंत्री से सवाल उठाए हैं, जिससे सियासी गलियारों में चर्चाओं का माहौल बन गया है। पत्र के मुद्दे पर बयानबाजी ने राज्य की सियासत को और गरमा दिया है।

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भूपेश बघेल को लिखा था पत्र- Vishnudeo Sai letter

विष्णुदेव साय ने 9 नवंबर 2021 को तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को एक पत्र लिखा था। उस समय विष्णुदेव साय प्रदेश अध्यक्ष थे। अपने पत्र में विष्णुदेव साय ने कई संदर्भ दिए हैं। उसी पत्र के आधार पर अब कांग्रेस ने मौजूदा मुख्यमंत्री को घेरने की कोशिश की है। चार साल बाद राज्य में भाजपा की सरकार है और विष्णुदेव साय मुख्यमंत्री हैं।

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क्या लिखा था लेटर में विष्णुदेव साय ने

विष्णुदेव साय (Vishnudeo Sai letter) ने भूपेश बघेल को लिखे पत्र में धान खरीदी का मुद्दा उठाया था। विष्णुदेव साय ने लिखा था- “आपको जानकारी होगी कि छत्तीसगढ़ में धान खरीदी करने वाली 2058 सहकारी समितियों के कर्मचारी अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। संघ समितियों से कमीशन काटे जाने का विरोध कर रहा है। भाजपा इन कर्मचारियों के आंदोलन का समर्थन करती है।”

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उन्होंने कहा था कि सूखे के कारण धान खरीद में आई कमी की भरपाई इन समितियों से पैसे काटकर की जा रही है।

भूपेश बघेल ने बोला हमला

इस पत्र पर विष्णुदेव साय (Chief Minister Vishnudev Sai) कांग्रेस के निशाने पर हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मुताबिक छत्तीसगढ़ में धान की खरीदी तीन दिन बाद यानी 14 नवंबर से शुरू होनी है। लेकिन 4 नवंबर से ही धान खरीदी करने वाली 2,058 समितियों के करीब 13,000 कर्मचारी हड़ताल पर हैं। छत्तीसगढ़ सहकारी समिति कर्मचारी संघ की मांगें तीन हैं।

पहला, मध्य प्रदेश सरकार की तर्ज पर छत्तीसगढ़ सरकार को भी हर समिति को 3 लाख रुपए का वजीफा देना चाहिए। दूसरा, वेतनमान में सुधार किया जाना चाहिए। तीसरा, सुखात को ध्यान में रखते हुए प्रति क्विंटल 500 ग्राम मुआवजा दिया जाना चाहिए। समितियों को प्रधानमंत्री फसल बीमा से मिलने वाला कमीशन भी मिलना चाहिए।

कर्मचारी संघ ने 2021 में उठाई थीं मांगे

इन तीन मांगों में से दो मांगें वही हैं जो कर्मचारी संघ ने 2021 में उठाई थीं। उस समय हमारी सरकार थी और मैं मुख्यमंत्री था। उस समय वर्तमान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे। उस समय साय ने मुझे पत्र लिखकर कर्मचारियों की मांगों के प्रति अपना समर्थन जताया था। अपने पत्र में साय ने कर्मचारियों के संविलियन और राहत के लिए प्रावधान करने की बात कही थी। लेकिन कर्मचारी इन उद्देश्यों और अपनी ही सरकार के खिलाफ हड़ताल पर हैं।

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Rajeev Shukla: कौन हैं राजीव शुक्ला? कांग्रेस हो या बीजेपी, पिछले 24 सालों से BCCI में जमे हुए हैं

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Rajiv Shukla BCCI
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BCCI में चाहे भाजपा का दबदबा हो या कांग्रेस का, राजीव शुक्ला हर दौर में अहम रहे हैं। कांग्रेस सांसद और बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला (⁠Rajiv Shukla BCCI) एकमात्र ऐसे सदस्य हैं, जो कांग्रेस से जुड़े हैं। शुक्ला के अलावा बीसीसीआई कमेटी के ज्यादातर सदस्य भाजपा से जुड़े हैं। पत्रकारिता से राजनीति में आए और साल 2000 में पहली बार राज्यसभा पहुंचे राजीव शुक्ला पिछले 24 साल से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (Board of Control for Cricket in India) में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। भाजपा के दबदबे वाली कमेटी में कांग्रेस नेता के तौर पर उनकी लगातार मौजूदगी कई लोगों के लिए जिज्ञासा का विषय है। बीसीसीआई में हमेशा उनका पलड़ा भारी क्यों रहता है? आइए जानते हैं…

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कौन हैं राजीव शुक्ला? (Rajiv Shukla BCCI)

65 वर्षीय राजीव शुक्ला ने 1978 में अपने गृहनगर कानपुर में पत्रकारिता की शुरुआत की थी। जब उन्होंने रविवार पत्रिका में वीपी सिंह से जुड़े ज़मीन सौदों का खुलासा किया तो वे चर्चा में आ गए। इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी राजीव शुक्ला के करीबी थे। तब से ही उन्होंने गांधी परिवार के साथ लंबे समय तक रिश्ता बनाए रखा है। जाहिर है कि 10 जनपथ में उनकी बेरोकटोक आवाजाही है।

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राजीव शुक्ला की पत्नी पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की बहन अनुराधा प्रसाद हैं। राजीव शुक्ला ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर एक प्रोडक्शन कंपनी बनाई। BAG Films, एक न्यूज़ और एंटरटेनमेंट चैनल है, जिसका स्वामित्व वर्तमान में अनुराधा के पास है। राजीव मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री रह चुके हैं। उन्हें हाल ही में कांग्रेस ने राज्यसभा भेजा था।

BCCI में राजीव शुक्ला का सफर

राजीव शुक्ला अप्रैल 2000 में पहले राज्यसभा सांसद चुने गए थे। इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) में शामिल होकर क्रिकेट प्रशासन में अपनी भागीदारी शुरू की। शुक्ला ने UPCA प्रतिनिधि के रूप में BCCI की बैठकों में भाग लेना शुरू किया। इन वार्ताओं के दौरान, उन्होंने BCCI के भीतर प्रभाव हासिल करना शुरू कर दिया। 2005 में जब शरद पवार को BCCI का अध्यक्ष नियुक्त किया गया, तो शुक्ला सभी मंचों पर BCCI के अनौपचारिक प्रवक्ता बन गए। इस दौरान, टीवी का व्यापक रूप से उपयोग किया जाने लगा। शुक्ला को मीडिया में कार्यरत होने का लाभ मिला।

2000 में की थी राजनीति और क्रिकेट से शुरुआत

2011 से 2017 तक राजीव शुक्ला आईपीएल कमिश्नर रहे। 2020 में उन्हें बिना किसी विरोध के BCCI का उपाध्यक्ष चुना गया। शुक्ला ने 2000 के दशक की शुरुआत में अखिल भारतीय लोकतांत्रिक कांग्रेस पार्टी के ज़रिए राजनीति में प्रवेश किया और सांसद बने। बाद में यह पार्टी कांग्रेस में शामिल हो गई। इसी दौरान कानपुर निवासी राजीव शुक्ला उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के सदस्य बन गए।

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2005 में जब शरद पवार बीसीसीआई अध्यक्ष नियुक्त हुए, तो शुक्ला सभी मंचों पर बीसीसीआई के अनौपचारिक प्रवक्ता बन गए। इस दौरान टीवी का खूब इस्तेमाल होने लगा। मीडिया में काम करने का शुक्ला को फ़ायदा मिला।

BCCI के संकटमोचक

कांग्रेस सांसद के तौर पर शुक्ला के दिल्ली में मजबूत संबंध थे। शुक्ला ने सरकार और बीसीसीआई के बीच संपर्क सूत्र के तौर पर काम करना शुरू किया। शुक्ला के कांग्रेस और भाजपा दोनों में कई लोगों से मधुर संबंध हैं। उनके और अरुण जेटली के बीच घनिष्ठ संबंध थे। नतीजतन, शुक्ला बीसीसीआई के संकटमोचक बने रहे, जबकि केंद्र में भाजपा काबिज थी।

राजीव शुक्ला दो दशक से ज़्यादा समय से बीसीसीआई से जुड़े हुए हैं। शुक्ला ने हर पद संभाला है और हर किसी के लिए संकटमोचक की भूमिका निभाई है, चाहे वो शरद पवार हों, जगमोहन डालमिया हों, शशांक मनोहर हों, एन श्रीनिवासन हों या अनुराग ठाकुर।

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Honda Activa Electric Teaser – First Images Leaked

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Honda Activa Electric Scooter Images leaked online – Check full details online, Battery, Range, Power, Price and Launch Date.

 
Honda Teases LED Headlight of Activa Electric Ahead of November 27 Launch Honda Motorcycle and Scooter India has unveiled an exciting new teaser for its much-anticipated electric scooter, expected to be named Activa Electric or eActiva. This teaser, highlighting the LED headlight, hints at a modern and refined design approach that aligns with Honda’s reputation for blending aesthetics with functionality. With the official launch set for November 27, 2024, this marks Honda’s significant step into the Indian electric two-wheeler market. Motorcycle accessories

The LED headlight design features a sleek, futuristic appearance that suggests Honda is aiming for more than just functionality; it wants to make a statement. This move reflects Honda’s understanding that modern electric scooters must be stylish and technologically advanced to appeal to today’s consumers.

The Activa Electric is not just a standalone launch but the starting point of Honda’s broader electric strategy in India. This initial phase will lay the groundwork for multiple models projected to be rolled out by 2026. By maintaining a balance between innovation and cost efficiency, Honda plans to use its ICE expertise to scale its electric offerings.

Looking ahead to the period beyond 2030, Honda envisions expanding its electric lineup with next-generation battery technologies and more sophisticated features. The launch of the eActiva is, therefore, an important milestone in Honda’s long-term roadmap to become a dominant player in the global electric two-wheeler market.