2024 चुनाव से पहले अपनी पार्टी ‘कांग्रेस’ के ख़िलाफ़ ज़हर उगलने लगे मणिशंकर अय्यर, कई बार बीजेपी को पहुँचा चुके हैं फ़ायदा

Table of Content

भारत देश में साल 2024 में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं और ये चुनाव तय करेगा केंद्र में किस पार्टी की सरकार बनेगी साथ ही ये भी तय होगा कि पीएम मोदी दोबारा प्रधानमंत्री की शपध लेते हैं की नहीं. जहाँ बीजेपी पार्टी नेशनल ही नहीं इंटरनेशनल लेवल पर इन चुनाव को जीतने के पूरा जोर लगा रही है तो वहीं देश की सभी विपक्षी पार्टी भी इन बीजेपी को इन चुनाव में कड़ी टक्कर देने को तैयार है लेकिन इन चुनाव से पहले कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ बोल रहे हैं और इन फायदा आने वाले 2024 के चुनाव में बीजेपी को हो सकता है. वहीं इससे पहले भी मणिशंकर अय्यर ने कई सारे बयान दिए हैं जिनक फायदा बीजेपी को हुआ है.

Also Read- अखिलेश और रजनीकांत की दोस्ती की असली कहानी यहाँ है. 

मोदी को कहा ‘चायवाला’

सबसे पहले कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने साल 2014 में मोदी को ‘चायवाला’ कहा था और इस नाम से बीजेपी को बहुत बड़ा फायदा हुआ. दरअसल, कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा था- मोदी कांग्रेस दफ्तर के बाहर चाय बेचें. वह चायवाला क्या प्रधानमंत्री बनेगा!’… इसी बयान को बीजेपी ने चुनावी मुद्दा बना दिया और ओं चुनाव में जहाँ बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिला तो वहीं कांग्रेस 44 सीट पर सिमट गयी.

PM मोदी का कहा नीच किस्म का आदमी

इसी के साथ अय्यर ने गुजरात चुनाव में पीएम मोदी को ‘नीच किस्म का आदमी’ बताया. और इस बयान की वजह से जहाँ कांग्रेस की मुसीबत बढ़ी तो वहीं बीजेपी ने इस बयान को खूब भुनाया प्रधानमंत्री ने मणिशंकर के बहाने कांग्रेस को जवाब दिया, कहा, “उन्होंने मुझे नीच कहा. हां, मैं समाज के गरीब तबके से आता हूं. मैं अपनी जिंदगी का हर लम्हा गरीबों, दलितों, आदिवासियों और पिछड़े तबके के लिए काम करने में खर्च करूंगा. वे अपनी भाषा अपने पास रखें, हम अपना काम करते रहेंगे. अय्यर नीच वाले बयान को बीजेपी ने कुछ इस तरह बताया कि कांग्रेस को चुनाव में जीत नहीं मिल पायी.

pm modi
Source- Google

धारा-370 को खत्म करने को लेकर बोले थे अय्यर 

इसी के साथ जम्मू-कश्मीर से जुड़ी समस्याओं को लेकर भी कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने एक बयान दिया था और इस बयान की वजह से धारा-370 को खत्म करने वाले केंद्र की सत्ता पर काबिज बीजेपी सरकार को बड़ा फायदा हुआ. दरअसल, कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को खत्म करने पर बातचीत होनी चाहिए और इसके साथ ही अनुच्छेद 35ए पर भी चर्चा होनी चाहिए.

section 370
Source- Google

मणिशंकर अय्यर ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में समस्याएं हैं और इन समस्याओं को एक साथ देखना चाहिए. इनकी शुरूआत चर्चा के साथ ही की जानी चाहिए. वहीं जहाँ इस बीजेपी इस धारा-370 को खत्म करने का श्रेय खुद को देते हुए कांग्रेस पर आरोप लगाती है तो वहीं इस बीच मणिशंकर अय्यर के बयान को इसमें में तोड़मरोड़ के पेश किया जाता है और हर चुनाव में बीजेपी धारा-370 को खत्म करने का डंका बजती है.

पाकिस्तान के पक्ष में दिया था बयान

इसी के साथ राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के दौरान भी कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने एक बयान दिया था और  इस बयान की वजह से कांग्रेस को नुकसान तो बीजेपी भी फायदा हुआ.

भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा कि,’मैं हमेशा पाकिस्तान के साथ बात करते के पक्ष में हूं. मैं वहां 3 साल रहा था. मैंने देखा है कि पाकिस्तान की आम जनता अमन चाहती है, चैन चाहती है. हम ऐसे कुछ कदम उठाएं जिससे पाकिस्तान के साथ बातचीत तो शुरू हो.

mani shankar aiyar
Source- Google

वहीं इस बयान को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर के सह-प्रभारी आशीष सूद ने मणिशंकर अय्यर पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि अय्यर का बयान कांग्रेस का असली चेहरा दिखाता है. इनको लगता है कि पाकिस्तान की बात करने पर भारत के मुसलमान इनको वोट दे देंगे. ये वोट तलाशों यात्रा है. भारत का मुसलमान भारत से प्यार करता है. पाकिस्तान परस्त हो कर आपको लगता है कि इससे आपको मुसलमानों के वोट मिल जाएंगे तो ये होगा नहीं. भारत की जनता राहुल की रीपैकेजिंग नहीं होने देगी.

नरसिम्हा राव को बताया बीजेपी का पहला पीएम

atal and pv narsimao rao
Source- Google

इसी के साथ हाल ही में मणिशंकर अय्यर ने पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव को “भाजपा का पहला पीएम’ बताया. अय्यर ने कहा कि भाजपा के पहले प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी नहीं थे, बल्कि ‘भाजपा के पहले प्रधानमंत्री राव’ थे.

राजीव गांधी को लेकर भी दिया बयान

rajiv gandhi 1
Source- Google

वहीं मणिशंकर अय्यर ने पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी को लकर भी कई खुलासे किए. और उनकी कई सारी गलतियों के बारे में भी कहा. जब बाबरी मस्जिद मुद्दे से निपटने में राजीव गांधी की आलोचना के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि शिलान्यास गलत था.

Also Read- मोदी के मंत्रियों ने संविधान बदलने के लिए रचा भयंकर षडयंत्र.

vickynedrick@gmail.com

vickynedrick@gmail.com https://nedricknews.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent News

Trending News

Editor's Picks

Ahan Pandey News

Ahan Pandey News: ‘सैयारा’ के बाद बदल गई ज़िंदगी, 28 की उम्र में बॉलीवुड का नया सेंसेशन बने अहान पांडे

Ahan Pandey News: बॉलीवुड में बहुत कम ऐसे चेहरे होते हैं जो आते ही माहौल बदल देते हैं। ज्यादातर कलाकारों को पहचान पाने में सालों लग जाते हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनके लिए पहली ही फिल्म गेमचेंजर साबित होती है। अहान पांडे उन्हीं नामों में शामिल हो चुके हैं। हाल ही...
Who is CR Subramanian

Who is CR Subramanian: 1600 स्टोर, 3500 करोड़ का खेल… और फिर ऐसा मोड़ कि आज जेल में पाई-पाई को तरस रहा है ये कारोबारी

Who is CR Subramanian: देश में ऐसे कई बिजनेसमैन रहे हैं जिन्होंने बिल्कुल जीरो से शुरुआत कर अरबों की दुनिया खड़ी की। लेकिन कुछ कहानियां ऐसी भी हैं, जहां सफलता जितनी तेजी से मिली, उतनी ही तेजी से सब कुछ हाथ से निकल गया। भारतीय कारोबारी सीआर सुब्रमण्यम (CR Subramanian) की कहानी भी कुछ ऐसी...
Bath in winter

Bath in winter: सर्दियों में नहाने से डर क्यों लगता है? जानिए रोज स्नान की परंपरा कहां से शुरू हुई और कैसे बनी आदत

Bath in winter: उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम आते ही नहाना कई लोगों के लिए सबसे बड़ा टास्क बन जाता है। घना कोहरा, जमा देने वाली ठंड और बर्फ जैसे ठंडे पानी को देखकर अच्छे-अच्छों की हिम्मत जवाब दे जाती है। यही वजह है कि कुछ लोग रोज नहाने से कतराने लगते हैं, तो...
Sikhism in Odisha

Sikhism in Odisha: जगन्नाथ की धरती पर गुरु नानक की विरासत, ओडिशा में सिख समुदाय की अनकही कहानी

Sikhism in Odisha: भारत में सिख समुदाय की पहचान आमतौर पर पंजाब से जोड़कर देखी जाती है, लेकिन देश के पूर्वी हिस्सों, खासकर ओडिशा में सिखों की मौजूदगी का इतिहास उतना ही पुराना, जटिल और दिलचस्प है। यह कहानी केवल धार्मिक प्रवास की नहीं है, बल्कि राजनीति, औपनिवेशिक शासन, व्यापार, औद्योगीकरण और सामाजिक संघर्षों से...
Ambedkar and Christianity

Ambedkar and Christianity:आंबेडकर ने ईसाई धर्म क्यों नहीं अपनाया? धर्मांतरण पर उनके विचार क्या कहते हैं

Ambedkar and Christianity: “मैं एक अछूत हिंदू के रूप में पैदा हुआ था, लेकिन हिंदू के रूप में मरूंगा नहीं।” डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर की यह पंक्ति सिर्फ एक व्यक्तिगत घोषणा नहीं थी, बल्कि सदियों से जाति व्यवस्था से दबे समाज के लिए एक चेतावनी और उम्मीद दोनों थी। उन्होंने अपना पूरा जीवन जाति प्रथा...

Must Read

©2025- All Right Reserved. Designed and Developed by  Marketing Sheds