जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) की पूर्व छात्रा शेहला रशीद (Shehla Rashid) ने श्रीनगर की कुछ तस्वीरें शेयर की है और इन तस्वीरों को शेयर करने के बाद वो इस समय चर्चा का विषय बनी हुई है. दरअसल, मोदी सरकार की ज्यादातर कामों की आलोचना करने वाली शेहला रशीद का मिजाज अब बदला-बदला नजर रहा है और कई समय से वो मोदी सरकार के कामों की तारीफ कर रही है. वही अब श्रीनगर की तस्वीर शेयर करते हुए शेहला रशीद ने फिर से मोदी सरकार की तारीफ की है.
शेहला ने श्रीनगर की फोटोज की शेयर
जानकारी के अनुसार, जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) की पूर्व छात्रा शेहला रशीद ने श्रीनगर की फोटोज सोशल मीडिया (Social Media) पर शेयर करते हुए कहा कि शहर की कायापलट होते हुए देखकर अच्छा लगा. शहर के अंदर भीड़भाड़ कम करने का फैसला मददगार हुआ है. यह फैसला यात्रियों और खरीदारों के लिए था और वास्तव में यह सहयोगी साबित हुआ है. इससे प्रदूषण और शोर में कमी आई है. बेहतर पार्किंग और सार्वजनिक सुविधाएं.’
https://twitter.com/Shehla_Rashid/status/1719678070741954999
इस संदेश के साथ उन्होंने शहर के विकास की फोटोज भी शेयर की हैं. स्मार्टसिटी, यूरोप फील्स, श्रीनगर आदि के हैशटैग का भी इस्तेमाल किया है. वहीं उन्होंने अपनी पोस्ट के साथ क्लैप वाली इमोजी भी बनाई हैं. शेहला रशीद ने अपने पोस्ट को जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, पीएमओ, डीएम श्रीनगर के सोशल अकाउंट को भी टैग किया है.
पहले भी की है मोदी सरकार की तारीफ
इससे पहले मोदी सरकार की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा था कि कश्मीर में हालात सुधर रहे हैं और लोगों की जिंदगी बचीं हैं. कश्मीर में हालात बदल गए हैं. यहां लोगों के व्यवहार, सोच और कामों में भी बदलाव हो चुका है.शेहला ने एक वीडियो पोस्ट कर बताया था कि कश्मीर में हालात सुधर गए हैं. इस वीडियो में हिजबुल के खूंखार आतंकवादी के भाई रईस मट्टू ने भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को सोपोर में अपने घर पर फहराया था. इस पर उन्होंने लिखा था कि यह बात स्वीकार करना भले ही कठिन लगे, लेकिन मोदी सरकार और एलजी प्रशासन के तहत कश्मीर में मानवाधिकार रिकॉर्ड में सुधार हुआ है. मेरा मानना है कि सरकार के स्पष्ट रुख ने कुल मिलाकर जीवन बचाने में मदद की है.
आर्टिकल-370 को निरस्त करने के खिलाफ थी शेहला
आपको बता दें, शेहला रशीद (Shehla Rashid controversies in Hindi) बीते कुछ महीनों में शेहला ने मोदी सरकार के अलग-अलग कामों की तारीफ की है. जहाँ नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भाजपा सरकार ने जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल-370 को निरस्त किया था तो देश से लेकर विदेशों तक से मोदी सरकार के खिलाफ आवाज उठी थी तो वहीं जेएनयू छात्र संघ की पूर्व उपाध्यक्ष शेहला रशीद ने भी आर्टिकल-370 (Article 370) को निरस्त करने के फैसले की खिलाफ थी. उन्होंने कई सार्वजनिक मंचों से खुलकर मोदी सरकार के इस फैसले की आलोचना की थी.













