मोदी सरकार के इन मंत्रियों ने क्यों लिया चुनाव न लड़ने का फैसला?

Table of Content

लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी जोर-शोर से तैयारियों में जुटी है। इस बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साफ कर दिया है कि वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने जा रही हैं। साथ ही काफी समय से अफवाहें उड़ रही हैं कि जय शंकर भी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर क्या वजह है कि मोदी सरकार के मंत्रियों ने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है? आइये जानते हैं इसके पीछे का कारण।

निर्मला सीतारमण नरेंद्र मोदी के दोनों कार्यकाल में मंत्री रहीं और दोनों बार राज्यसभा के जरिए संसद पहुंचीं। इस बार बीजेपी राज्यसभा के जरिए संसद पहुंचे अपने मंत्रियों के साथ लोकसभा चुनाव लड़ रही है। हालांकि, निर्मला सीतारमन चुनाव लड़ने के मूड में नहीं दिख रही हैं।

और पढ़ें: चंद्रशेखर को ज़हर देने वाला कौन? गोली मारने वाला कौन? चन्द्रशेखर की ज़िंदगी का काला दिन जो वो भूल नही पा रहे?

निर्मला सीतारमण क्यों नहीं लड़ रही चुनाव?

हाल ही में, निर्मला सीतारमण से न्यूज़ चैनल टाइम्स नाउ के एक कार्यक्रम में सवाल पूछा गया कि क्या वह चुनाव लड़ेंगी?इसके जवाब में उन्होंने कहा, ”नहीं। पार्टी ने मुझसे कहा था लेकिन इस बारे में हफ़्ते-दस दिन सोचने के बाद कहा कि शायद नहीं। पार्टी अध्यक्ष ने मुझसे कहा था कि क्या मैं दक्षिण के राज्य तमिलनाडु या आंध्र प्रदेश से चुनाव लड़ना पसंद करूंगी?”

निर्मला सीतारमण ने आगे कहा, “मेरे पास चुनाव लड़ने के लिए पैसे नहीं हैं। मेरी एक और समस्या है मैं आंध्र प्रदेश या तमिलनाडु में चुनाव जीतने के मानदंडों पर खरा नहीं उतरती। एक खास समुदाय, एक खास धर्म का समीकरण भी है। ऐसे में मैंने ना कह दिया क्योंकि मैं इन मानदंडों पर फिट नहीं बैठती। मैं आभारी हूं कि पार्टी ने मेरी दलील मान ली। पार्टी अध्यक्ष ने कहा, चलो, आपका मन नहीं है। कोई बात नहीं। मैं चुनाव नहीं लड़ रहा हूं।”

पति की वजह से चुनाव से किया किनारा

निर्मला सीतारमण के पति परकला प्रभाकर एक प्रसिद्ध भारतीय राजनीतिक अर्थशास्त्री हैं। वह अक्सर मोदी सरकार की नीतियों की आलोचना करते रहते हैं। हाल ही में, सोशल मीडिया पर प्रभाकर का एक वीडियो वायरल हो रहा था, जिसमें वह कह रहे हैं कि बीजेपी को चुनावी बॉन्ड की कीमत चुकानी पड़ेगी।

प्रभाकर ने चुनावी बॉन्ड को भारत ही नहीं बल्कि दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला बताया है। खबरों की मानें तो सीतारमण ने अपने पति के इस रुख के कारण ही चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है।

लोकसभा चुनाव पर क्या बोले एस जयशंकर?

विदेश मंत्री एस जयशंकर से जब भी आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सवाल पूछा जाता है तो वह इन सवालों का सीधा जवाब देने से बचते हैं। इसी तरह जब हाल ही में जापान में विदेश मंत्री एस जयशंकर से पूछा गया है कि क्या वह 2024 में आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। इस सवाल के जवाब में एस जयशंकर ने कहा कि आप अपने राजनीतिक फैसले पार्टी नेतृत्व द्वारा लिए गए फैसले के आधार पर लेते हैं। इसीलिए मैं पिछले साल राज्यसभा के लिए दोबारा चुना गया। संसद में मेरी सदस्यता सुरक्षित है।इसके अलावा, यह ऐसा प्रश्न नहीं है जिसका मैं उत्तर दे सकूं।

4 पीएम और द पब्लिक मीडिया जैसे न्यूज़ हाउस की तरफ से कहा गया है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर की विदेश नीति से जनता खुश नहीं है। पिछले कुछ समय से जिस तरह से कनाडा, लक्षद्वीप, नेपाल और चीन के साथ भारत के आपसी मतभेद चल रहे हैं उससे जनता खुश नहीं है। साथ ही, अमेरिका और जर्मनी के बाद अब संयुक्त राष्ट्र भी केजरीवाल की गिरफ्तारी पर टिप्पणी कर रहा है और भारत के मामलों पर अपनी राय दे रहा है, यह सब दर्शाता है कि देश की कूटनीति में कुछ गलत हो रहा है। इन्हीं सब मुद्दों के चलते जय शंकर लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। हालांकि, इस मामले में बीजेपी या विदेश मंत्री एस जयशंकर की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

और पढ़ें: राजनीति छोड़ सरकारी ठेकेदार बनना चाहते थे नीतीश कुमार, जानें कैसे पलटी किस्मत? 

vickynedrick@gmail.com

vickynedrick@gmail.com https://nedricknews.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent News

Trending News

Editor's Picks

Is AI Replacing Tech Jobs? Exploring the Impact of Artificial Intelligence on the Workforce

  Introduction: The Rise of AI in Technology Artificial Intelligence (AI) has emerged as a transformative force within the technology sector, fundamentally altering how businesses operate and innovate. Over recent years, we have witnessed a remarkable surge in AI applications, ranging from machine learning algorithms to natural language processing systems, that are now integral components...

UP BJP New President: यूपी भाजपा को मिला नया चेहरा, संगठन की कमान अब पंकज चौधरी के हाथ

UP BJP New President: उत्तर प्रदेश भाजपा को आखिरकार नया प्रदेश अध्यक्ष मिल गया है। शनिवार को एकमात्र नामांकन होने के बाद जिस नाम पर पहले ही सहमति बन चुकी थी, उस पर रविवार को औपचारिक ऐलान कर दिया गया। लखनऊ के राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय परिसर स्थित सभागार में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय पर्यवेक्षकों...

Kanpur News: एक जैसे चेहरे ही नहीं, फिंगरप्रिंट भी सेम! कानपुर का अनोखा मामला, विज्ञान हैरान

Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से एक ऐसा हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसने आम लोगों के साथ-साथ विज्ञान के जानकारों को भी सोच में डाल दिया है। विज्ञान अब तक यही मानता आया है कि दुनिया में किसी भी दो इंसानों के फिंगरप्रिंट और आंखों की रेटिना एक जैसी नहीं...

राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख सूत्रधार Dr Ramvilas Das Vedanti का निधन, अयोध्या और संत समाज में शोक की लहर

Dr Ramvilas Das Vedanti: राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेता और अयोध्या से पूर्व सांसद डॉ. रामविलास दास वेदांती का सोमवार सुबह मध्य प्रदेश के रीवा में निधन हो गया। वे 75 वर्ष के थे। जानकारी के अनुसार, वे 10 दिसंबर को दिल्ली से रीवा पहुंचे थे, जहां उनकी रामकथा चल रही थी। इसी दौरान...

Bhim Janmabhoomi dispute: रात में हमला, दिन में फाइलें गायब! भीम जन्मभूमि विवाद ने लिया खतरनाक मोड़

Bhim Janmabhoomi dispute: महू स्थित संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की जन्मभूमि से जुड़ा राष्ट्रीय स्मारक एक बार फिर बड़े विवाद के केंद्र में है। डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर मेमोरियल सोसायटी, महू में कथित तौर पर हुई गंभीर वित्तीय अनियमितताओं, फर्जीवाड़े और सत्ता हथियाने के आरोपों ने इस ऐतिहासिक और अंतरराष्ट्रीय महत्व के स्मारक की गरिमा...

Must Read

©2025- All Right Reserved. Designed and Developed by  Marketing Sheds