नोएडा अथॉरिटी ने नोएडा के लोगो को डूबने के लिए छोड़ दिया

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जब भी देश के किसी हिस्से में भारी बारिश होने की संभावना होती है तो एक अलर्ट जारी कर दिया जाता है ताकि जाल-माल का नुकसान न हो. लेकिन ऐसा ही अलर्ट जारी करने में जहाँ दिल्ली का प्रशासन नकामयाब रहा तो वहीं उत्तर प्रदेश में नोएडा प्रशासन भी इस मामले में विफल रहा है जिसके बाद अब नोएडा प्रशासन सवालो के घेरे में हैं. दरअसल, दिल्ली एनसीआर में कई समय से बारिश हो रही है और इस बारिश को लेकर संभावना जताई जा रही थी कि इस बारिश के कारण जहाँ यमुना का जलस्तर बढ़ सकता है तो वहीं दिल्ली में बाढ़ भी आ सकती है और अब ये बाढ़ नोएडा के डूब क्षेत्र में पहुंच गयी है लेकिन प्रशासन द्वारा यहाँ कोई अलर्ट जारी किया जिसके बाद अब इस जगह पर रहने वाले लोग मुसीबत का समाना कर रहे हैं लेकिन प्रशासन मौन है.

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नोएडा कई हिस्सों में आई बाढ़ 

जानकारी के अनुसार, उत्तर भारत के पर्वतीय इलाकों में मूसलधार बारिश होने के कारण मैदानी हिस्सों यानि की दिल्ली में बाढ़ आ गयी है. तो वहीं अब नोएडा के डूब क्षेत्र में भी इस बाढ़ ने दस्तक दे दी है. नोएडा के सेक्‍टर- 94, 124, 125, 127, 128, 131,133, 134,135 डूब क्षेत्र में आते हैं. वहीं यमुना का जलस्तर बढ़ने से जहाँ दिल्ली में कई जगह डूब गयी है तो वहीं नोएडा के डूब क्षेत्र में आने वाली जगहों पर हुए निर्माण वाली जगह भी डूब गयी है जिसकी वजह से यहाँ पर लोग फंस गए हैं.

लोगों को हुआ भारी नुकसान

जहाँ नोएडा के डूब क्षेत्र में आने वाली जगह डूब गयी है तो वहीं साथ ही जो लोग यहाँ पर खेती का काम करते थे उनकी फसल बर्बाद हो गयी है साथ ही कई जमीन पर नर्सरी थी वो बर्बाद हो गयी है और पशु पालन  और मच्छी पालन करने वाले लोगों को इस बाढ़ कि वजह से भारी नुकसान हो सकते हैं.  वहीं घर में पानी भरने की वजह से ये लोग य खुले में रहने को मजबूर हैं। क्योंकि प्रशासन कि तरफ से कोई भी इंतजाम नहीं किया हैं.

प्रशासन हुआ फेल 

वहीं जब ये क्षेत्र डूब गए तब उसके बाद भी प्रशासन यहाँ पर रेस्क्यू करने के मामले में भी ढीला नजर आया जिसकी वजह से जहाँ लोगों को कई सारी परेशानी का समाना करना पड़ा तो वहीं अब सवाल ये खड़ा होता है कि जहाँ बारिश को लेकर पहले ही अलर्ट जारी कर दिया जाता है तो वहीं जब  इतनी बड़ी आपदा आने के बढ़ भी  प्रशासन कि तरफ अलर्ट क्यों जारी नहीं किया गया वहीं ये भी जब ये आपदा उसके बाद भी प्रशासन सही तरीके से रेस्क्यू का काम क्यों नही कर रहा है.

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