अमेरिकी स्कूलों ने पाठ्यक्रम में शामिल किया सिख धर्म, पढ़ाई जा रही धर्म से जुड़ी बातें, ये है इस बदलाव के पीछे की वजह

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Sikhism In American School: वाशिंगटन डीसी में अब छात्रों को सिख धर्म के बारे में पढ़ाया जा रहा है। दरअसल, डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया (DC) के स्टेट बोर्ड ऑफ एजुकेशन ने पिछले साल ही ये अहम कदम उठाते हुए सामाजिक अध्ययन के मानकों में बदलाव किया था, जिसके तहत स्कूली पाठ्यक्रम में सिख धर्म को शामिल किया गया था। यह फैसला ऐतिहासिक महत्व रखता है क्योंकि इससे न केवल छात्रों को धार्मिक विविधता के बारे में अधिक जानकारी मिलेगी बल्कि उन्हें समाज में सिख समुदाय की भूमिका को सही नजरिए से समझने का मौका भी मिलेगा।

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49,800 छात्रों को मिलेगा मौका- Sikhism In American School

सिख गठबंधन के एक बयान के अनुसार, नए मानक लगभग 49,800 छात्रों को सिख धर्म और समुदाय के बारे में जानने का अवसर प्रदान करेंगे। इस पहल को शिक्षा के क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव के रूप में देखा जा रहा है, जो न केवल छात्रों को ज्ञान का अवसर प्रदान करेगा बल्कि समाज में समावेशिता और धार्मिक सहिष्णुता को भी बढ़ावा देगा।

Sikh Education in Washington DC, Sikhism In American School
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शिक्षा के निदेशक का स्वागत

सिख कोएलिशन के शिक्षा निदेशक, हरमन सिंह ने इस बदलाव का स्वागत करते हुए कहा, “समावेशी और सटीक मानक कट्टरता से निपटने और डराने-धमकाने की घटनाओं को कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहला कदम है। ये मानक छात्रों को सांस्कृतिक और धार्मिक विविधता को समझने का अवसर देंगे, जो न केवल उनके लिए लाभकारी है, बल्कि इससे पूरे समाज को भी फायदा होगा।” उनका कहना है कि इस तरह के कदम छात्रों को धार्मिक और सांस्कृतिक अज्ञानता को समाप्त करने में मदद करेंगे, जिससे वे बेहतर इंसान बन सकेंगे।

सिख समुदाय के योगदान को मान्यता

सिख धर्म को पाठ्यक्रम में शामिल करने की दिशा में किए गए इस प्रयास को सिख समुदाय के प्रमुख सदस्य दलजीत सिंह साहनी ने भी सराहा था। उन्होंने कहा, “यह एक ऐतिहासिक कदम है जो हमारे देश की राजधानी में छात्रों को सिख धर्म और सिख अमेरिकियों के योगदान के बारे में जानने का अवसर प्रदान करेगा।” उनका मानना है कि यह कदम सिख समुदाय के अनुभवों को सार्वजनिक रूप से मान्यता देने का एक महत्वपूर्ण उपाय है और यह सुनिश्चित करेगा कि सिखों को पूरी तरह से देखा और सुना जाए।

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देशभर में बदलाव की लहर

यह बदलाव अप्रैल 2023 में वर्जीनिया स्टेट बोर्ड ऑफ एजुकेशन (Virginia State Board of Education) द्वारा पारित नए इतिहास और सामाजिक विज्ञान मानकों के अनुरूप है, जिसमें सिख धर्म भी शामिल है। इसके अलावा अमेरिका के 17 राज्यों के स्कूलों में पहले से ही सिख धर्म पढ़ाया जा रहा है। इससे पहले अमेरिका में यूटा और मिसिसिपी अपने सामाजिक अध्ययन पाठ्यक्रम (Social Studies Course) में सिख धर्म, सिख प्रथाओं और परंपराओं के बारे में जानकारी शामिल करने वाले 15वें और 16वें राज्य बन गए थे। यूटा (Utah) में 6,06,000 और मिसिसिपी (Mississippi) में लगभग 4,57,000 छात्रों को सिख समुदाय के बारे में पढ़ने का अवसर मिला।

सिखों की आबादी

सिख धर्म दुनिया का पांचवा सबसे बड़ा धर्म है और इसके अनुयायी विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। समुदाय ने 125 से अधिक वर्षों से अमेरिका (USA) में नागरिक अधिकारों, राजनीति, कृषि, इंजीनियरिंग और चिकित्सा के क्षेत्रों में बहुत बड़ा योगदान दिया है। अगर वैश्विक स्तर पर सिखों की आबादी का अनुमान लगाया जाए तो ये लोग दुनिया की आबादी का 0.39% यानी करीब 3 करोड़ हैं। सिख समुदाय हर महाद्वीप पर मौजूद हैं, जिनमें सबसे बड़ी प्रवासी आबादी संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और यूनाइटेड किंगडम में है। सिखों के सबसे बड़े अनुपात वाले देशों में कनाडा (2.1%), भारत (1.7%), यूनाइटेड किंगडम (0.7%) और संयुक्त राज्य अमेरिका (0.30%) शामिल हैं।

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