Headlines

डेरा सचखंड बल्लां एक ऐसा संगठन है जो दुनिया भर के चमारों को एक साथ लाने में लगा हुआ है

Table of Content

वैसे तो दलितों में कई जातियां हैं, लेकिन एक जाति ऐसी है जिसे लगभग हर कोई जानता है। हम बात कर रहे हैं चमार जाति की। इस जाति को देश के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है। लेकिन आज के समय में चमार एक जाति नहीं बल्कि एक पहचान है जो खुद को दुनिया की भीड़ से अलग रखने के लिए काफी संघर्ष करती रही है। लेकिन इस जाति की खासियत यह है कि यह दलित समाज की सभी जातियों को साथ लेकर चलती रही है। बाबा साहब का अनुसरण करते हुए जब बौद्ध धर्म को आगे बढ़ाना था तो यह जाति सबसे आगे थी। साथ ही इस समाज ने दलित समाज में जन्मे संतों के संत संत शिरोमणि सतगुरु रविदास महाराज के आंदोलन की कमान भी संभाली और रविदासिया धर्म की शुरुआत की। और डेरा सचखंड बल्लां इस नए धार्मिक और सामाजिक आंदोलन का केंद्र बना।

और पढ़ें: जानिए कैसे हीरा डोम ने अपनी एक कविता से शुरू किया था दलित आंदोलन, लिखी थी ‘अछूत की शिकायत’

डेरा सच्चखंड बल्लां और रविदासिया धर्म

पंजाब के जालंधर में स्थित डेरा सचखंड बल्लान इस समय सबसे बड़ा रविदासिया धार्मिक केंद्र है। लेकिन समाज दोनों को आगे बढ़ाने के लिए काम करता है। इसके द्वारा स्कूल, अस्पताल और 24 घंटे लंगर चलाए जाते हैं। और यह सभी का खुले दिल से स्वागत करता है।

know How Dera Sachkhand Ballan keeping Chamars together
Source: Google

डेरा सचखंड बल्लान के इस प्रांगण में सतगुरु रविदास की शिक्षाओं को सहेजने वाले संतों को भी याद किया जाता है। और इसकी परंपरा की नींव 108 संत श्री सरवन दास हैं, जिनके नाम पर डेरा बल्लां का नाम रखा गया है। डेरा सचखंड बल्लां ने संतों की विरासत और स्मृति को भी बनाए रखने में कामयाबी हासिल की है। इस स्थान पर एक सत्संग भवन भी है, जहाँ हर रविवार को हज़ारों श्रद्धालु आते हैं। वर्तमान में गद्दी पर विराजमान श्री 108 संत निरंजन दास जी महाराज अक्सर अनुयायियों को अमृतवाणी का उपदेश देते हैं।

24 घंटे चलता है लंगर

यहां 24 घंटे लंगर चलता है और रविदासिया समुदाय के सदस्य सेवादार के रूप में आर्थिक, मानसिक और शारीरिक रूप से इससे जुड़े हुए हैं। हर साल रविदास जयंती के अवसर पर दुनिया भर से रविदासिया लोग वाराणसी में सतगुरु रविदास की जन्मस्थली सीरगोवर्धनपुर में एकत्रित होते हैं। इसके अलावा, यह जालंधर के डेरा सचखंड बल्लान से चलाया जाता है। इस समय देश के प्रमुख अधिकारियों का यहां जुटना रविदासिया समुदाय के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है। वर्तमान में संत निरंजन दास जी महाराज जालंधर से चलने वाली बेगमपुरा एक्सप्रेस नामक विशेष ट्रेन से दुनिया भर के एनआरआई के साथ संत रविदास की जन्मस्थली वाराणसी की यात्रा करते हैं।

know How Dera Sachkhand Ballan keeping Chamars together
Source: Google

बात दें, वाराणसी में सतगुरु रविदास की जन्मस्थली को भव्य बनाने में मान्यवर कांशीराम से लेकर बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती तक सभी ने अपना योगदान दिया। पूर्व राष्ट्रपति के.आर. नारायणन भी यहां मत्था टेकने आए थे।

और पढ़ें: मारीचामी: ‘हक की भक्ति करने के लिए करना पड़ा कड़ा संघर्ष’, पढ़ें पिछड़ी जाति के पुजारी की कहानी

vickynedrick@gmail.com

vickynedrick@gmail.com https://nedricknews.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent News

Trending News

Editor's Picks

DoT latest news

DoT latest news: टेलीकॉम सेक्टर में सर्कुलर इकॉनमी की ओर भारत का बड़ा कदम, DoT और UNDP ने मिलकर शुरू की राष्ट्रीय पहल

DoT latest news: भारत का टेलीकॉम सेक्टर आज सिर्फ कॉल और इंटरनेट तक सीमित नहीं रह गया है। यह देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था, गवर्नेंस, फाइनेंशियल इन्क्लूजन और सामाजिक बदलाव की रीढ़ बन चुका है। इसी तेजी से बढ़ते डिजिटल इकोसिस्टम को टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल बनाने की दिशा में दूरसंचार विभाग (DoT) और संयुक्त...
Jabalpur Viral Video

Jabalpur Viral Video: जबलपुर में वायरल वीडियो पर मचा बवाल, नेत्रहीन छात्रा से अभद्रता के आरोपों में घिरीं भाजपा नेता

Jabalpur Viral Video: मध्य प्रदेश के जबलपुर से सामने आया एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो ने न सिर्फ राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, बल्कि आम लोगों को भी झकझोर कर रख दिया है। इस वीडियो में एक महिला नेता को एक नेत्रहीन छात्रा के...
Vaishno Devi Yatra New Rule

Vaishno Devi Yatra New Rule: नए साल से पहले वैष्णो देवी यात्रा में बड़ा बदलाव, RFID कार्ड के साथ समय सीमा तय, जानें नए नियम

Vaishno Devi Yatra New Rule: नववर्ष के मौके पर माता वैष्णो देवी के दरबार में उमड़ने वाली भारी भीड़ को देखते हुए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने यात्रियों के लिए नए नियम लागू कर दिए हैं। बोर्ड ने साफ किया है कि ये बदलाव श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखकर...
Banke Bihari Temple Trust Bill

Banke Bihari Temple Trust Bill: श्री बांके बिहारी मंदिर ट्रस्ट कानून 2025 लागू, अब कैसे होगा मंदिर का संचालन?

Banke Bihari Temple Trust Bill: उत्तर प्रदेश में श्री बांके बिहारी मंदिर से जुड़ा एक अहम फैसला अब पूरी तरह से लागू हो गया है। श्री बांके बिहारी मंदिर ट्रस्ट बिल 2025 को विधानसभा और विधान परिषद से पास होने के बाद राज्यपाल की मंजूरी भी मिल गई है। इसके साथ ही यह विधेयक अब...
BMC Election 2024

BMC Election 2024: ठाकरे बंधुओं का गठबंधन टला, सीटों के पेंच में अटका ऐलान, अब 24 दिसंबर पर टिकी नजरें

BMC Election 2024: महाराष्ट्र में बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव को लेकर राजनीतिक माहौल लगातार गर्म होता जा रहा है। खासतौर पर उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना (यूबीटी) और राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के संभावित गठबंधन ने सियासी गलियारों में हलचल बढ़ा दी है। दोनों दलों के बीच गठबंधन का...

Must Read

©2025- All Right Reserved. Designed and Developed by  Marketing Sheds