अगर आप चाहते हैं कि आपके घर की तुलसी रहे हरी भरी तो इन टिप्स को करें फॉलो

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हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे का बहुत महत्व है। यही कारण है कि भारत में लगभग हर घर में आपको तुलसी का पौधा मिल जाएगा। हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे का बहुत महत्व है। भारतीय आयुर्वेद में भी तुलसी को औषधीय तत्वों से भरपूर माना जाता है। एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्वों से भरपूर तुलसी का सेवन कई गंभीर बीमारियों को हराने में भी मददगार है। हालांकि, कई बार ऐसा होता है कि हमरी बहुत देखभाल के बावजूद घर में रखा तुलसी का पौधा सूखने लगता है या उसकी पत्तियां गिरने लगती हैं, ऐसे में आइए जानते हैं कि तुलसी के पौधे को कैसे रखरखाव किया जाए।

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ज्यादा पानी डालने से बचें

ज्यादातर घरों में लोग रोज सुबह नहाने के बाद तुलसी को जल चढ़ाते हैं। ऐसे में तुलसी के गमले में काफी मात्रा में पानी इकट्ठा हो जाता है। जिस वजह से इसमें फंगस लगने लगता है और पौधे की जड़ें सड़ने लगती हैं। इसलिए तुलसी के पौधे में ज्यादा पानी डालने से बचें। इससे आपका पौधा हरा-भरा और स्वस्थ रहेगा।

मिट्टी में रेत करें मिक्स

अगर आप चाहते हैं कि आपका तुलसी का पौधा सूखे नहीं तो उसकी मिट्टी में थोड़ी सी रेत मिला दें। इससे आपका तुलसी का पौधा नहीं सूखेगा। दरअसल, कभी-कभी खराब मिट्टी के कारण तुलसी के पौधे को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है, जिसके कारण पौधा सूखने लगता है। ऐसे में आप मिट्टी में हल्की रेत मिलाकर तुलसी की गुड़ाई कर सकते हैं।

पत्ते तोड़ने से बचें

कुछ लोग रोज सुबह खाली पेट तुलसी के पत्तों का सेवन करते हैं। कई लोग तुलसी की चाय और काढ़े में तुलसी के पत्ते मिलाकर पीना भी पसंद करते हैं। हालांकि, बहुत अधिक पत्तियाँ तोड़ने से तुलसी का पौधा सूख भी सकता है। इसलिए अधिक मात्रा में तुलसी के पत्ते न तोड़ें।

नीम का पानी डालें

तुलसी के पौधे में नीम का पानी डालना भी अच्छा रहता है। तुलसी में नीम का पानी डालने से इसकी पत्तियां सूखती नहीं है और लंबे समय तक तुलसी का पौधा हरा रहता है।

गीले गोबर का खाद न डालें

ज्यादातर लोग तुलसी के पौधे में गीली गोबर की खाद डालते हैं, लेकिन तुलसी के पौधे में गीली गोबर की खाद नहीं डालनी चाहिए। इससे पौधे को नुकसान हो सकता है। इसकी जगह आप गाय के गोबर को सुखाकर उसका पाउडर बना लें और उसे तुलसी के पौधे में मिला दें।

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