बीजेपी प्रत्याशी मुकेश दलाल निर्विरोध लोकसभा चुनाव जीतने वाले BJP के पहले सांसद, 1951 के बाद केवल 35 नेताओं का नहीं हुआ विरोध

Table of Content

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के मुकेश दलाल पिछले 12 साल में निर्विरोध लोकसभा चुनाव जीतने वाले पहले उम्मीदवार बन गए हैं। वह लोकसभा चुनाव जीतने वाले संभवत: पहले बीजेपी उम्मीदवार बन गये हैं। एक चुनाव अधिकारी ने कहा कि अन्य सभी उम्मीदवारों द्वारा अपना नामांकन वापस लेने के बाद दलाल को सोमवार को निर्विरोध चुना गया। इससे एक दिन पहले जिला निर्वाचन अधिकारी ने कांग्रेस प्रत्याशी नीलेश कुंभानी के प्रस्तावकों के हस्ताक्षर में प्रथम दृष्टया गड़बड़ी पाई थी, जिसके बाद उनकी उम्मीदवारी खारिज कर दी गई थी। सूरत संसदीय क्षेत्र से जीत से पहले, अरुणाचल प्रदेश में हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में 10 बीजेपी उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया था।

सात चरण के लोकसभा चुनाव में यह भारतीय जनता पार्टी की पहली जीत है। 1951 में हुए पहले लोकसभा चुनाव के बाद से, मुकेश दलाल सहित 35 उम्मीदवार ऐसे रहे हैं जिन्होंने बिना किसी चुनावी लड़ाई के संसदीय चुनाव जीता है।

और पढ़ें: बीजेपी के इन नेताओं ने सार्वजनिक तौर पर नॉनवेज का किया समर्थन 

कांग्रेस ने जीते सबसे ज्यादा निर्विरोध चुनाव

समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव ने 2012 में कन्नौज लोकसभा सीट का उपचुनाव निर्विरोध जीता था। यह सीट उनके पति अखिलेश यादव के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद खाली हो गई थी। आम चुनाव में निर्विरोध जीतने वाले अन्य नेताओं में वाई.बी. चव्हाण, फारूक अब्दुल्ला, हरेकृष्ण महताब, टीटी कृष्णामाचारी, पीएम सईद और एससी जमीर के नाम शामिल हैं।

लोकसभा चुनाव में अब तक सबसे ज्यादा कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार निर्विरोध जीते हैं। अब तक सिक्किम और श्रीनगर लोकसभा सीटों पर दो बार निर्विरोध चुनाव हो चुका है।

जबकि अधिकांश उम्मीदवार आम या नियमित चुनावों में निर्विरोध जीते हैं, डिंपल यादव सहित कम से कम नौ ऐसे हैं, जो उप-चुनावों में निर्विरोध जीते हैं। 1957 के आम चुनाव में अधिकतम 7 उम्मीदवार निर्विरोध जीते। जबकि 1951 और 1967 के चुनाव में 5-5 उम्मीदवार निर्विरोध जीते। जबकि 1962 में 3 और 1977 में 2 उम्मीदवार निर्विरोध चुनाव जीते थे। इसी तरह 1971, 1980 और 1989 में एक-एक उम्मीदवार चुनाव जीते।

संविधान को खत्म करना चाहती है बीजेपी: राहुल गांधी

मुकेश दलाल के निर्विरोध सांसद चुने जाने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीजेपी पर लोकतंत्र को खतरे में डालने का आरोप लगाया। उन्होंने अपनी एक पोस्ट में लिखा, ‘तानाशाह की असली सूरत एक बार फिर देश के सामने है। जनता से अपना नेता चुनने का अधिकार छीन लेना बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान को खत्म करने की तरफ बढ़ाया एक और कदम है। मैं एक बार फिर कह रहा हूं- यह सिर्फ सरकार बनाने का चुनाव नहीं है, यह देश को बचाने का चुनाव है, संविधान की रक्षा का चुनाव है।’

और पढ़ें: ‘मेरे बच्चे का पिता कौन है’… बहू के इस बयान से बढ़ी बीजेपी सांसद रामदास तडस की मुश्किलें 

vickynedrick@gmail.com

vickynedrick@gmail.com https://nedricknews.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent News

Trending News

Editor's Picks

Ahan Pandey News

Ahan Pandey News: ‘सैयारा’ के बाद बदल गई ज़िंदगी, 28 की उम्र में बॉलीवुड का नया सेंसेशन बने अहान पांडे

Ahan Pandey News: बॉलीवुड में बहुत कम ऐसे चेहरे होते हैं जो आते ही माहौल बदल देते हैं। ज्यादातर कलाकारों को पहचान पाने में सालों लग जाते हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनके लिए पहली ही फिल्म गेमचेंजर साबित होती है। अहान पांडे उन्हीं नामों में शामिल हो चुके हैं। हाल ही...
Who is CR Subramanian

Who is CR Subramanian: 1600 स्टोर, 3500 करोड़ का खेल… और फिर ऐसा मोड़ कि आज जेल में पाई-पाई को तरस रहा है ये कारोबारी

Who is CR Subramanian: देश में ऐसे कई बिजनेसमैन रहे हैं जिन्होंने बिल्कुल जीरो से शुरुआत कर अरबों की दुनिया खड़ी की। लेकिन कुछ कहानियां ऐसी भी हैं, जहां सफलता जितनी तेजी से मिली, उतनी ही तेजी से सब कुछ हाथ से निकल गया। भारतीय कारोबारी सीआर सुब्रमण्यम (CR Subramanian) की कहानी भी कुछ ऐसी...
Bath in winter

Bath in winter: सर्दियों में नहाने से डर क्यों लगता है? जानिए रोज स्नान की परंपरा कहां से शुरू हुई और कैसे बनी आदत

Bath in winter: उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम आते ही नहाना कई लोगों के लिए सबसे बड़ा टास्क बन जाता है। घना कोहरा, जमा देने वाली ठंड और बर्फ जैसे ठंडे पानी को देखकर अच्छे-अच्छों की हिम्मत जवाब दे जाती है। यही वजह है कि कुछ लोग रोज नहाने से कतराने लगते हैं, तो...
Sikhism in Odisha

Sikhism in Odisha: जगन्नाथ की धरती पर गुरु नानक की विरासत, ओडिशा में सिख समुदाय की अनकही कहानी

Sikhism in Odisha: भारत में सिख समुदाय की पहचान आमतौर पर पंजाब से जोड़कर देखी जाती है, लेकिन देश के पूर्वी हिस्सों, खासकर ओडिशा में सिखों की मौजूदगी का इतिहास उतना ही पुराना, जटिल और दिलचस्प है। यह कहानी केवल धार्मिक प्रवास की नहीं है, बल्कि राजनीति, औपनिवेशिक शासन, व्यापार, औद्योगीकरण और सामाजिक संघर्षों से...
Ambedkar and Christianity

Ambedkar and Christianity:आंबेडकर ने ईसाई धर्म क्यों नहीं अपनाया? धर्मांतरण पर उनके विचार क्या कहते हैं

Ambedkar and Christianity: “मैं एक अछूत हिंदू के रूप में पैदा हुआ था, लेकिन हिंदू के रूप में मरूंगा नहीं।” डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर की यह पंक्ति सिर्फ एक व्यक्तिगत घोषणा नहीं थी, बल्कि सदियों से जाति व्यवस्था से दबे समाज के लिए एक चेतावनी और उम्मीद दोनों थी। उन्होंने अपना पूरा जीवन जाति प्रथा...

Must Read

©2025- All Right Reserved. Designed and Developed by  Marketing Sheds