Bigg Boss Biased Decisions: फिनाले से पहले बायस्ड फैसलों ने बढ़ाई बहस, ये 5 बड़े विवाद बने सुर्खियां

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Bigg Boss Biased Decisions: बिग बॉस 18 का फिनाले नजदीक है और शो के अंदर तगड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। लेकिन फिनाले से पहले बिग बॉस के पक्षपाती फैसलों ने शो के प्रति दर्शकों का गुस्सा बढ़ा दिया है। इस सीजन में मेकर्स के कुछ फैसले बार-बार पक्षपाती होने के आरोपों के घेरे में आए हैं। आइए जानते हैं उन 5 बड़े फैसलों के बारे में जिन्होंने इस सीजन को विवादों में घेर लिया।

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ईशा और विवियन को नॉमिनेशन से बचाना- Bigg Boss Biased Decisions

हाल ही में एक प्रोमो में दिखाया गया कि बिग बॉस ने श्रुतिका, रजत और चाहत को गेम रूल्स तोड़ने के लिए नॉमिनेट किया। लेकिन दर्शकों ने नोटिस किया कि ईशा और विवियन ने भी वही रूल्स तोड़े थे, फिर भी उन्हें नॉमिनेशन से बचा लिया गया। यह फैसला दर्शकों को काफी पक्षपाती लगा।

टाइम गॉड के फैसलों में पक्षपात

पूरे सीजन के दौरान जब ईशा, विवियन, या अविनाश टाइम गॉड बने, तो उन्हें बड़ी पावर दी गई जिससे वे अपने पूरे ग्रुप को सेव कर सके। लेकिन जब दूसरे कंटेस्टेंट्स टाइम गॉड बने, उन्हें सीमित विकल्प दिए गए। इस असमानता ने कई बार सवाल खड़े किए।

ईशा को दिखाए गए वीडियो क्लिप्स

ईशा सिंह को बार-बार उनके बारे में दूसरों की टिप्पणियां और बातचीत के क्लिप्स दिखाए गए। इससे उन्हें अपने गेम को एडजस्ट करने का मौका मिला। इतना ही नहीं, पिछले हफ्ते डबल एविक्शन की घोषणा के बावजूद, जब ईशा बॉटम 2 में थीं, तो केवल एक ही कंटेस्टेंट को बाहर किया गया।

विवियन को बार-बार दिया गया गेम प्लान

विवियन डीसेना को बार-बार बिग बॉस या सलमान द्वारा गेम प्लान बताया गया। उन्हें यह तक कहा गया कि अविनाश उनके लिए सही नहीं हैं या करणवीर उनके खिलाफ बातें कर रहे हैं। अन्य कंटेस्टेंट्स को यह सुविधा नहीं दी गई, जो दर्शकों को पक्षपात का बड़ा उदाहरण लगा।

अविनाश को लगातार दिखाया हीरो

अविनाश मिश्रा को पिछले कई हफ्तों से वीकेंड का वार में हीरो के रूप में पेश किया जा रहा है। मेकर्स ने ऐसा प्लॉट सेट किया जिसमें अविनाश के खिलाफ खड़ा होने वाला हर कंटेस्टेंट आलोचना का शिकार बना। कशिश कपूर के मामले में यह साफ नजर आया जब उनकी बातों को नजरअंदाज कर अविनाश को सपोर्ट किया गया।

दर्शकों की नाराजगी और फिनाले का इंतजार

बिग बॉस के इन फैसलों ने दर्शकों के बीच शो की निष्पक्षता को लेकर बहस छेड़ दी है। जहां कुछ लोग इन फैसलों को शो की स्क्रिप्ट का हिस्सा मानते हैं, वहीं अन्य इसे प्रतियोगियों के साथ अन्याय मानते हैं।

बिग बॉस 18 का फिनाले करीब है, लेकिन बायस्ड फैसलों ने दर्शकों की नजर में शो की साख पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि फिनाले के बाद ये विवाद कैसे खत्म होते हैं और क्या वाकई दर्शकों को उनके सवालों के जवाब मिलते हैं।

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