1 मिनट नहीं लगाऊंगा इस्तीफा देने में…बीजेपी पर क्यों हमलावर हैं राज्यपाल सत्यपाल मलिक?

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मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक बीते कुछ दिनों से अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं। हाल ही में उन्होंने गोवा की बीजेपी सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद अब उन्होंने किसान आंदोलन के मुद्दे पर अपनी ही सरकार को घेरते हुए निशाना साधा है। सत्यपाल मलिक किसान आंदोलन के मुद्दे को लेकर केंद्र को घेरा। इस दौरान वो किसानों के समर्थन में उतरते हुए नजर आए। साथ ही उन्होंने अपने आलोचकों को भी आड़े हाथों लिया।

किसान आंदोलन को लेकर सरकार पर बरसे

राजस्थान के जयपुर में रविवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि देश में इतना बड़ा आंदोलन नहीं हुआ। किसान आंदोलन के दौरान 600 लोग शहीद हुए। एक कुत्ते के मरने पर भी दिल्ली के नेता दुख प्रकट करते हैं। हमारे 600 किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए, जिस पर कोई नेता कुछ नहीं बोला। मलिक ने आगे कहा कि महाराष्ट्र में आग लगने की वजह से 5-7 लोगों की मौत हुई, जिस पर दिल्ली से शोक संदेश गए। और किसानों की मौत पर हमारे वर्ग तक के लोग संसद में शोक प्रस्ताव के लिए नहीं बोले। जिससे मैं आहत और गुस्से में था।

‘दिल्ली के लोग कहें तो…’

उन्होंने कहा कि राज्यपाल को हटाया नहीं जा सकता, लेकिन मेरे शुभचिंतक इसी तलाश में रहते हैं कि ये कुछ बोलें और हटें। फेसबुक पर कुछ लिख देते हैं कि गर्वनर साहब, इतना महसूस कर रहे हो तो इस्‍तीफा क्‍यों नहीं दे देते? मैंने कहा कि मुझे आपके पिताजी ने राज्यपाल बनाया? दिल्‍ली में 2-3 लोग हैं उन्होंने बनाया था मुझे। उनकी इच्‍छा के विरुद्ध बोल रहा हूं मैं। ये जानकर ही बोल रहा हूं कि उन्हें दिक्कत होगी। जब वो मुझे कहेंगे कि मुझे दिक्‍कत है, उस दिन एक मिनट नहीं लगाऊंगा और पद छोड़ दूंगा।

मलिक बोले कि मैं कुछ भी छोड़ सकता हूं, लेकिन ये नहीं देख सकता कि किसानों के साथ जुल्म हो, वो हराए जा रहे हों। उनको भगाया जा रहा हो और हम अपना पद लिए बैठे रहें, तो इससे बड़ी लानत की कोई बात नहीं होगी। जब मैंने पहले दिन किसानों के समर्थन में बोला था, तब ये तय करके बोला कि मैं पद छोड़ दूंगा और किसानों के धरने पर आकर बैठ जाऊंगा। 

पहले गोवा सरकार पर लगाए थे भ्रष्टाचार के आरोप 

बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं जब राज्यपाल किसानों के पक्ष में खुलकर बोलें। वो इससे पहले भी ऐसा कर चुके हैं। मेघालय से पहले सत्यपाल मलिक गोवा और जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहे। बीते दिनों उन्होंने गोवा में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए बड़ा बवाल खड़ा किया दिया। मलिक ने कहा था कि गोवा में बहुत भ्रष्टाचार है। पीएम मोदी को इस पर फौरन ध्यान देना चाहिए। गोवा सरकार ने जो किया, उसमें भ्रष्टाचार था। भ्रष्टाचार पर ध्यान दिलाने के बाद ही मुझे गोवा के राज्यपाल पद से हटाया गया।

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