Delhi Airport Drugs Smuggling: दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कस्टम अधिकारियों ने ड्रग्स तस्करी के एक बड़े मामले का खुलासा किया है। दक्षिण अमेरिका से आई दो विदेशी महिलाओं को शरीर में छिपाकर लाए गए ड्रग्स के साथ पकड़ा गया। गुप्त सूचना के आधार पर कस्टम विभाग ने पहले ही दोनों महिलाओं पर नजर रखी थी। विस्तृत जांच के बाद जब ड्रग्स की बरामदगी हुई, तो अधिकारियों ने तुरंत दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
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कैसे पकड़ी गईं महिलाएं? (Delhi Airport Drugs Smuggling)
ये दोनों महिलाएं दक्षिण अमेरिका के साओ पाउलो से यूरोप के पेरिस होते हुए भारत आई थीं। पहली महिला जब दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची तो कस्टम अधिकारियों ने उसकी संदिग्ध गतिविधियों को देखते हुए उसे हिरासत में लिया। जब उसकी तलाशी ली गई, तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। अधिकारियों ने उसके शरीर से 959 ग्राम वजन के कुल 93 कैप्सूल बरामद किए। हवाई अड्डे के जांच कक्ष में 38 कैप्सूल निकाले गए, जबकि बाकी 55 कैप्सूल सफदरजंग अस्पताल में मेडिकल प्रक्रिया के तहत निकाले गए। इस बरामद कोकीन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 14.39 करोड़ रुपये आंकी गई है।

दूसरी महिला भी ब्राजील की रहने वाली थी और साओ पाउलो से पेरिस होते हुए दिल्ली पहुंची थी। जब अधिकारियों ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उसने ड्रग्स तस्करी की बात कबूल कर ली। तलाशी के दौरान उसके शरीर से 786 ग्राम वजन के 79 कैप्सूल निकाले गए, जिनकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 11.52 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
कैसे होती है यह तस्करी?
ड्रग्स तस्करी में अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क शामिल होता है, जो ऐसे लोगों को चुनता है जो आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं या फिर किसी लालच में आकर यह काम करने के लिए तैयार हो जाते हैं। इन तस्करों को खास ट्रेनिंग दी जाती है ताकि वे ड्रग्स को शरीर में छिपाकर अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को पार कर सकें। आमतौर पर ये लोग कोकीन या अन्य मादक पदार्थों को छोटे कैप्सूल्स में भरकर निगल लेते हैं, जिससे स्कैनिंग में पकड़ना मुश्किल हो जाता है। हालांकि, एयरपोर्ट पर सख्त सुरक्षा व्यवस्था और इंटेलिजेंस इनपुट के कारण अब ऐसे मामलों का खुलासा तेजी से हो रहा है।
क्या होगी आगे की कार्रवाई?
कस्टम अधिकारियों ने दोनों महिलाओं को नारकोटिक्स कानून के तहत गिरफ्तार कर लिया है। अब इस मामले में आगे की जांच की जा रही है कि ये महिलाएं किस अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट से जुड़ी थीं और इनका भारत में कौन संपर्क था।

भारत में ड्रग्स तस्करी के बढ़ते मामले
हाल के वर्षों में भारत में ड्रग्स तस्करी के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है। खासतौर पर अंतरराष्ट्रीय तस्कर भारत को एक बड़े ट्रांजिट पॉइंट के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। सरकार और सुरक्षा एजेंसियां इस समस्या को रोकने के लिए लगातार सख्त कदम उठा रही हैं।













