Headlines

What is Cancel Culture: कुणाल कामरा से किम सू-ह्युन तक- कैंसल कल्चर ने कैसे तबाह कर दिया सितारों का करियर

Table of Content

What is Cancel Culture: हाल ही में, कॉमेडियन कुणाल कामरा के विवाद ने सोशल मीडिया पर फिर से कैंसल कल्चर को चर्चा का मुद्दा बना दिया है। एकनाथ शिंदे के बारे में उनके बयान के बाद, उनके बहिष्कार की मांग सोशल मीडिया पर तेज़ हो गई है। यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या सच में लोगों को सार्वजनिक रूप से ‘कैंसल’ करना सही है? कैंसल कल्चर, जो आजकल एक ट्रेंड बन चुका है, एक दोधारी तलवार की तरह काम करता है। इसमें कभी किसी सेलेब्रिटी को अपार सफलता और प्रसिद्धि मिलती है, तो कभी अगले ही दिन उसी सेलेब्रिटी के खिलाफ बवाल मचता है, और उसका करियर खत्म हो जाता है।

और पढ़ें: Srividya Vasantha Kumari filmography: 14 साल की उम्र में किया फिल्म डेब्यू, 800 फिल्मों में काम किया, और मरने से पहले करोड़ों की संपत्ति दान कर गईं ये एक्ट्रेस… पहचानें कौन हैं?

दक्षिण कोरिया में कैंसल कल्चर- What is Cancel Culture

कैंसल कल्चर की क्रूरता को सबसे पहले दक्षिण कोरिया में देखा जाता है, जहां की एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में किसी भी स्टार के लिए एक छोटी सी गलती भी करियर को खत्म करने के लिए काफी होती है। कोरिया में सार्वजनिक आलोचना और गुस्से के कारण एक अभिनेता या आईडल का करियर रातोंरात समाप्त हो सकता है। K-पॉप और K-ड्रामा इंडस्ट्री में तो इमेज कंट्रोल बेहद सख्त होता है, और यहां तक कि एक छोटी सी गलती भी करियर के लिए खतरनाक साबित हो सकती है।

What is Cancel Culture South Korea
Source: Google

इसका एक उदाहरण किम सू-ह्युन है, जो अपनी लोकप्रिय टीवी सीरीज़ “माय लव फ्रॉम द स्टार” और “इट्स ओके टू नॉट बी ओके” के लिए जाने जाते हैं। एक विवाद ने उन्हें घेर लिया जब उनके रिश्ते को लेकर आरोप लगाए गए, जिसमें कहा गया कि उनका एक नाबालिग लड़की के साथ अवैध संबंध था। उनकी एजेंसी ने इन आरोपों को खारिज किया, लेकिन तब तक किम के इंस्टाग्राम से एक मिलियन फॉलोअर्स कम हो गए, और उनकी छवि को गंभीर नुकसान हुआ। इसी तरह, किम साए-रॉन जैसे स्टार को DUI (ड्राइविंग अंडर इंफ्लुएंस) मामले में भी कैंसल कल्चर का शिकार होना पड़ा। कई बार माफी मांगने और सुधारने की कोशिश के बावजूद, वह इंडस्ट्री से बाहर हो गए। यह दिखाता है कि कोरियाई कैंसल कल्चर में सुधार की कोई जगह नहीं होती।

बॉलीवुड में कैंसल कल्चर का असर

बॉलीवुड में कैंसल कल्चर उतना कठोर नहीं है, लेकिन यहां भी मीडिया ट्रायल्स और सार्वजनिक आक्रोश की लहर उठती रहती है। एक बड़ा उदाहरण रिया चक्रवर्ती का है, जो 2020 में अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद मीडिया के गुस्से का शिकार बनीं। जबकि कोर्ट में उनके खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं था, लेकिन सोशल मीडिया और मीडिया ने उन्हें पहले ही दोषी मान लिया। इसके परिणामस्वरूप रिया चक्रवर्ती की छवि धूमिल हो गई, उन्हें फिल्म इंडस्ट्री से बाहर कर दिया गया और उनके ब्रांड्स ने उनसे संबंध तोड़ लिए।

हालांकि कुछ बॉलीवुड सितारे जैसे सलमान खान, जिनके खिलाफ कई विवाद उठ चुके हैं, जैसे हिट-एंड-रन केस और काले हिरण के शिकार के आरोप, वे इस कैंसल कल्चर से बच निकले हैं। उनके फैंस हमेशा उनके साथ खड़े रहते हैं और उनके फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सफलता पाती हैं।

हॉलीवुड में कैंसल कल्चर और सितारों की वापसी

हॉलीवुड में भी कैंसल कल्चर का असर दिखाई देता है, लेकिन वहां पर सितारों के लिए वापसी का एक रास्ता भी होता है। उदाहरण के तौर पर, जॉनी डेप और रॉबर्ट डाउनी जूनियर जैसे सितारे विवादों के बावजूद वापसी करने में सफल रहे। वहीं, ड्रू बैरीमोर और टेलर स्विफ्ट जैसे स्टार्स को अपने फैंस से असामान्य और खतरनाक व्यवहार का सामना करना पड़ा है, जो दर्शाता है कि हॉलीवुड में भी सितारों को निजी खतरे का सामना करना पड़ता है।

What is Cancel Culture South Korea
Source: Google

सोशल मीडिया और मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

कैंसल कल्चर का एक अन्य पहलू यह है कि यह सोशल मीडिया से जुड़ा हुआ है, जो आजकल अकेलेपन और मानसिक तनाव का एक प्रमुख कारण बन चुका है। सोशल मीडिया पर, फैंस और सेलेब्रिटीज के बीच एकतरफा भावनात्मक संबंध बन जाते हैं, जिसे पर्सासोशल संबंध कहा जाता है। इससे फैंस को यह भ्रम हो जाता है कि वे सितारों को व्यक्तिगत रूप से जानते हैं, और जब सितारे किसी विवाद में फंसते हैं, तो फैंस तीव्र विश्वासघात महसूस करते हैं, जिससे गुस्सा और कैंसल कल्चर का जन्म होता है।

कैंसल कल्चर का भविष्य

कैंसल कल्चर का उद्देश्य लोगों को जिम्मेदार ठहराना है, लेकिन यह जिम्मेदारी तय करने की प्रक्रिया अब और भी जटिल होती जा रही है। दक्षिण कोरिया में सेलेब्रिटीज के लिए कोई सुधार का रास्ता नहीं होता, जबकि बॉलीवुड में यह चयनात्मक आक्रोश पर निर्भर करता है कि किसे कैंसल किया जाए और किसे नहीं। हॉलीवुड में, स्टारडम के साथ भक्ति जैसी स्थिति बन जाती है, जो मानसिक और शारीरिक खतरों को जन्म देती है।

इसलिए, सवाल यह उठता है कि क्या कैंसल कल्चर किसी भी करियर के लिए सही है या यह केवल एक निर्दयी प्रक्रिया है, जो लोगों की व्यक्तिगत और मानसिक स्वतंत्रता को खतरे में डालती है?

और पढ़ें: Udit Narayan On kissing Controversy: उदित नारायण ने किस कंट्रोवर्सी पर दी प्रतिक्रिया, परिवार और फैंस के प्यार पर किया खुलासा

vickynedrick@gmail.com

vickynedrick@gmail.com https://nedricknews.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent News

Trending News

Editor's Picks

Who is CR Subramanian

Who is CR Subramanian: 1600 स्टोर, 3500 करोड़ का खेल… और फिर ऐसा मोड़ कि आज जेल में पाई-पाई को तरस रहा है ये कारोबारी

Who is CR Subramanian: देश में ऐसे कई बिजनेसमैन रहे हैं जिन्होंने बिल्कुल जीरो से शुरुआत कर अरबों की दुनिया खड़ी की। लेकिन कुछ कहानियां ऐसी भी हैं, जहां सफलता जितनी तेजी से मिली, उतनी ही तेजी से सब कुछ हाथ से निकल गया। भारतीय कारोबारी सीआर सुब्रमण्यम (CR Subramanian) की कहानी भी कुछ ऐसी...
Bath in winter

Bath in winter: सर्दियों में नहाने से डर क्यों लगता है? जानिए रोज स्नान की परंपरा कहां से शुरू हुई और कैसे बनी आदत

Bath in winter: उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम आते ही नहाना कई लोगों के लिए सबसे बड़ा टास्क बन जाता है। घना कोहरा, जमा देने वाली ठंड और बर्फ जैसे ठंडे पानी को देखकर अच्छे-अच्छों की हिम्मत जवाब दे जाती है। यही वजह है कि कुछ लोग रोज नहाने से कतराने लगते हैं, तो...
Sikhism in Odisha

Sikhism in Odisha: जगन्नाथ की धरती पर गुरु नानक की विरासत, ओडिशा में सिख समुदाय की अनकही कहानी

Sikhism in Odisha: भारत में सिख समुदाय की पहचान आमतौर पर पंजाब से जोड़कर देखी जाती है, लेकिन देश के पूर्वी हिस्सों, खासकर ओडिशा में सिखों की मौजूदगी का इतिहास उतना ही पुराना, जटिल और दिलचस्प है। यह कहानी केवल धार्मिक प्रवास की नहीं है, बल्कि राजनीति, औपनिवेशिक शासन, व्यापार, औद्योगीकरण और सामाजिक संघर्षों से...
Ambedkar and Christianity

Ambedkar and Christianity:आंबेडकर ने ईसाई धर्म क्यों नहीं अपनाया? धर्मांतरण पर उनके विचार क्या कहते हैं

Ambedkar and Christianity: “मैं एक अछूत हिंदू के रूप में पैदा हुआ था, लेकिन हिंदू के रूप में मरूंगा नहीं।” डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर की यह पंक्ति सिर्फ एक व्यक्तिगत घोषणा नहीं थी, बल्कि सदियों से जाति व्यवस्था से दबे समाज के लिए एक चेतावनी और उम्मीद दोनों थी। उन्होंने अपना पूरा जीवन जाति प्रथा...
Silver Reserves Top 5 Countries

Silver Reserves Top 5 Countries: जानिए दुनिया में ‘सिल्वर किंग’ कौन और भारत की क्या है स्थिति

Silver Reserves Top 5 Countries: 2025 में अगर किसी ने निवेशकों को सच में हैरान किया है, तो वह चांदी है। अब तक लोग सोने को सबसे सुरक्षित निवेश मानते आए थे, लेकिन इस साल चांदी ने रफ्तार के मामले में सोने को भी पीछे छोड़ दिया। कीमतें इतनी तेजी से बढ़ीं कि बाजार में...

Must Read

©2025- All Right Reserved. Designed and Developed by  Marketing Sheds