26 जनवरी को डिजिटल स्ट्राइक, 4-5 फरवरी को ट्विटर पर तूफान…किसान आंदोलन के नाम पर विदेशी प्रोपगेंडा की खुली पोल!

Table of Content

किसान आंदोलन का मुद्दा अब देश से बाहर विदेशों में भी छाने लगा है। पॉप स्टार रिहाना के किसान आंदोलन के समर्थन में किए ट्वीट के बाद से ही इसको लेकर बवाल मचा है। रिहाना के अलावा भी कई इंटरनेशनल सेलब्रिटीज ने भी सोशल मीडिया के जरिए किसानों को अपना समर्थन दिया।

इंटरनेशनल सेलब्रिटी भी कूदे विवाद में…

लेकिन इसके बाद से ही सोशल मीडिया दो गुटों में बंट गया। एक तरफ तो वो लोग है, जो किसानों के पक्ष में आवाज उठाने वाले इंटनेशनल सेलब्रिटीज की तारीफ कर रहे हैं और दूसरी ओर वो लोग है जो भारत के मामले में बाहरी लोगों के हस्तक्षेप करने पर भड़क रहे हैं। इस वक्त सोशल मीडिया पर ये मुद्दा सबसे ज्यादा सुर्खियों में बना हुआ है। कई बॉलीवुड सितारे भी इस मामले में उतर गए हैं और भारत के खिलाफ चल रहे प्रपोगैंडा को लेकर एकजुट होने की अपील लोगों से की।

…तो ये सब है प्लान का हिस्सा?

स्वीडिश जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग भी उन लोगों में शामिल है, जिन्होनें किसान आंदोलन का समर्थन किया। लेकिन उनकी एक ट्वीट, जिसे वो डिलीट कर चुकी हैं उसको लेकर खासा बवाल हो रहा है। दरअसल, इस ट्वीट में ग्रेटा किसान आंदोलन के समर्थन में सोशल मीडिया कैंपेन का एक शेड्यूल शेयर किया गया था। जिसे उन्होनें बाद में डिलीट कर दिया।

ग्रेटा ने जो शेड्यूल शेयर किया था, उसमें किसान आंदोलन को लेकर भारत के खिलाफ विदेशी प्रोपेगेंडा की पोल खुली। ग्रेटा द्वारा शेयर डॉक्यूमेंट में भारत सरकार पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने की कार्ययोजना शेयर की थी। भले ही उन्होनें इस ट्वीट को डिलीट कर दिया हो, लेकिन कई लोग पहले ही डॉक्यूमेंट का स्क्रीनशॉट ले चुके हैं, जो सोशल मीडिया पर अब जमकर वायरल हो रहा है। इसके बाद से ही ग्रेटा सोशल मीडिया पर लोगों के निशाने पर आ गईं और उन्हें जमकर ट्रोलिंग का सामना करना पड़ रहा है।

ग्रेटा द्वारा शेयर टूलकिट में क्या क्या था?

ग्रेटा ने अपनी ट्वीट में भारत की सत्ता पर काबिज पार्टी बीजेपी को फासीवादी बताया। साथ ही इस डॉक्यूमेंट में 5 बातें मुख्य तौर पर लिखीं थी, जिसमें ऑन ग्राउंड प्रोटेस्ट में हिस्सा लेने की बात कही गई। इसके अलावा किसान आंदोलन के समर्थन में एकजुटता दिखाने के लिए फोटोज ई-मेल करने को कहा गया। डॉक्यूमेंट में लिखा था कि इन तस्वीरों को 25 जनवरी तक भेजें।

वहीं 26 जनवरी या उससे पहले डिजिटल स्ट्राइक #AskIndiaWhy के साथ ट्विटर पर पोस्ट करने को कहा। वहीं 4-5 फरवरी को ट्विटर पर तूफान लाने का प्लान था। यानी कि किसान आंदोलन से जुड़ी चीजों, फोटोज और हैशटैग को ट्रेंड करने की प्लानिंग। जिसके लिए फोटोज, वीडियो को 5 फरवरी तक भेजने को कहा गया। इसके अलावा 6 फरवरी को आखिरी दिन इस डॉक्यूमेंट में बताया गया। इसके अलावा इसमें कहा गया कि स्थानीय प्रतिनिधि से संपर्क करें, जिससे भारत सरकार पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनेगा।

ग्रेटा द्वारा शेयर किए गए इस डॉक्यूमेंट में ये भी कहा गया कि ऑनलाइन याचिका दायर कर अडानी-अंबानी जैसे एकाधिकारवादियों पर कार्रवाई करने का दबाव बनाया जाए। इसके अलावा 13-14 फरवरी को भारतीय दूतावास, मीडिया संस्थान और स्थानीय सरकारी दफ्तरों के पास आंदोलन करें, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा करें।

ग्रेटा ने शेयर की नई टूलकिट

हालांकि हंगामा होने के बाद पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन के लिए काम करने वालीं ग्रेटा थनबर्ग ने एक नई ट्वीट की, जिसमें उन्होनें अपडेटेड प्लान जारी किया है। इस नई टूलकिट में 26 जनवरी को विदेशों और भारत में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन का प्लान को हटा दिया गया।

अपनी इस ट्वीट को लेकर ग्रेटा सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हो रही हैं। अधिकतर लोग यही कहते हुए नजर आ रहे हैं कि रिहाना, मिया खलीफा और ग्रेटा जैसे लोग जो कृषि और किसानों के आंदोलन के बारे में जानते नहीं होंगे, वो भारत के आंतरिक मामलों में दखल क्यों दे रहे हैं? ग्रेटा की ट्वीट के बाद सवाल ये उठ रहा है कि इंटनेशनल सितारों का भारत के मामले में दखल देना क्या एक सोची समझी रणनीति का हिस्सा है? क्या भारत को बदनाम करने के लिए विदेशी प्रोपेगेंडा चलाया जा रहा है? सोशल मीडिया पर इस वक्त ये सब बहस का मुद्दा बना हुआ है।

vickynedrick@gmail.com

vickynedrick@gmail.com https://nedricknews.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent News

Trending News

Editor's Picks

Ahan Pandey News

Ahan Pandey News: ‘सैयारा’ के बाद बदल गई ज़िंदगी, 28 की उम्र में बॉलीवुड का नया सेंसेशन बने अहान पांडे

Ahan Pandey News: बॉलीवुड में बहुत कम ऐसे चेहरे होते हैं जो आते ही माहौल बदल देते हैं। ज्यादातर कलाकारों को पहचान पाने में सालों लग जाते हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनके लिए पहली ही फिल्म गेमचेंजर साबित होती है। अहान पांडे उन्हीं नामों में शामिल हो चुके हैं। हाल ही...
Who is CR Subramanian

Who is CR Subramanian: 1600 स्टोर, 3500 करोड़ का खेल… और फिर ऐसा मोड़ कि आज जेल में पाई-पाई को तरस रहा है ये कारोबारी

Who is CR Subramanian: देश में ऐसे कई बिजनेसमैन रहे हैं जिन्होंने बिल्कुल जीरो से शुरुआत कर अरबों की दुनिया खड़ी की। लेकिन कुछ कहानियां ऐसी भी हैं, जहां सफलता जितनी तेजी से मिली, उतनी ही तेजी से सब कुछ हाथ से निकल गया। भारतीय कारोबारी सीआर सुब्रमण्यम (CR Subramanian) की कहानी भी कुछ ऐसी...
Bath in winter

Bath in winter: सर्दियों में नहाने से डर क्यों लगता है? जानिए रोज स्नान की परंपरा कहां से शुरू हुई और कैसे बनी आदत

Bath in winter: उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम आते ही नहाना कई लोगों के लिए सबसे बड़ा टास्क बन जाता है। घना कोहरा, जमा देने वाली ठंड और बर्फ जैसे ठंडे पानी को देखकर अच्छे-अच्छों की हिम्मत जवाब दे जाती है। यही वजह है कि कुछ लोग रोज नहाने से कतराने लगते हैं, तो...
Sikhism in Odisha

Sikhism in Odisha: जगन्नाथ की धरती पर गुरु नानक की विरासत, ओडिशा में सिख समुदाय की अनकही कहानी

Sikhism in Odisha: भारत में सिख समुदाय की पहचान आमतौर पर पंजाब से जोड़कर देखी जाती है, लेकिन देश के पूर्वी हिस्सों, खासकर ओडिशा में सिखों की मौजूदगी का इतिहास उतना ही पुराना, जटिल और दिलचस्प है। यह कहानी केवल धार्मिक प्रवास की नहीं है, बल्कि राजनीति, औपनिवेशिक शासन, व्यापार, औद्योगीकरण और सामाजिक संघर्षों से...
Ambedkar and Christianity

Ambedkar and Christianity:आंबेडकर ने ईसाई धर्म क्यों नहीं अपनाया? धर्मांतरण पर उनके विचार क्या कहते हैं

Ambedkar and Christianity: “मैं एक अछूत हिंदू के रूप में पैदा हुआ था, लेकिन हिंदू के रूप में मरूंगा नहीं।” डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर की यह पंक्ति सिर्फ एक व्यक्तिगत घोषणा नहीं थी, बल्कि सदियों से जाति व्यवस्था से दबे समाज के लिए एक चेतावनी और उम्मीद दोनों थी। उन्होंने अपना पूरा जीवन जाति प्रथा...

Must Read

©2025- All Right Reserved. Designed and Developed by  Marketing Sheds