एक परिवार के दो भाईयों के लिए मौत का शहर बन गोवा, ट्रिप पर हो गयी मौत

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जम्मू के एक घर की सारी खुशियाँ उस समय मातम में बदल गयी जब गोवा से दो इंजीनियर भाईयों के मरने की खबर समाने आई है जिसके बाद इन भाईयों के परिवार का रो-रो बुरा हाल है तो वहीं एक परिवार के दो जवान बेटों की मौत के बाद जम्मू ढांगरी कलीठ गांव सहित क्षेत्र में शोक की लहर है.

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गोवा के बीच पर हुआ हादसा 

जानकारी के अनुसार, जम्मू ढांगरी कलीठ गांव में रहने वाले एक परिवार के दो बेटे घूमने के लिए गोवा गए थे. ये दोनों इंजीनियर थे और इनमे से एक का नाम अमन भाऊ और दूसरे का नाम अभिषेक भाऊ था. अमन गुरुग्राम में तो अभिषेक पुणे की एक कंपनी में नौकरी करता था. वहीं इस बीच इन दोनों का एक दोस्त अमेरिका से आया था और इन दोनों ने गोवा में पिकनिक मनाने का सोचा और इसके बाद ये दोनों भाई अपने दोस्त के साथ गोवा के ट्रिप पर निकल गए. जहाँ पर इन दोनों भाईयों की मौत हो गयी.

रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार सुबह अरामबोल बीच पर नहाते समय ये दोनों भाई समुद्र में डूब गए और ये कहा जा रहा हैं ये दोनों भाई वहां पर नहा रहे थे जहाँ डूबने की चेतवानी लिखी हुई थी लेकिन ये चेतवानी वाली जगह से आगे निकल गए और इस दौरान ये दोनों डूब गए.

पिता ने बताया इस तरह हुई दोनों भाइयों की मौत 

वहीं इस हादसे को लेकर इन दोनों भाई के पिता बलविंदर सिंह भाऊ ने कहा है कि मेरे दोनों बेटों ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर एक हफ्ते का गोवा घूमने का प्लान किया था और इसी बीच ये हादसा हो गया. ये दोनों सुबह के समय बीच पर नहाने के लिए चले गए तभी अचानक एक लहर आई और दोनों को बहाकर ले गयी. वहीं डूब जाने की वजह से इन दोनों कि मौत हो गयी. इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा कि पहले एक ही बेटे कि लाश मिली और उसके बाद 22-23 किलोमीटर दूर दूसरे बेटे की लाश मिली.

इसी के साथ दोनों भाई के पिता बलविंदर सिंह भाऊ ने ये भी कहा कि जब उन्हें पता चला कि छोटा मर गया लेकिन बड़े कि लाश नहीं मिली तब इनके माँ गोवा भी गयी लेकिन शाम को पता चला कि दूसरे बेटे कि भी लाश मिल गयी.

पूरे क्षेत्र में है शोक की लहर 

वहीं शुक्रवार सुबह करीब पांच बजे इन दोनों भाई के शव शक्ति नगर पहुंच और शक्ति नगर श्मशानघाट में इन दोनों भाई का अंतिम संस्कार किया गया. जहाँ इन दोनों भाइयों की मौत की खबर के बाद से ढांगरी कलीठ गांव सहित क्षेत्र में शोक की लहर है तो वहीं कई लोग सुबह से इन दोनों भाई के घर पर परिवार के लोगों को सांत्वना देने के लिए पहुंच रहे हैं और इस दुःख की घड़ी में सभी ने इन दोनों भाई के पिता बलविंदर सिंह भाऊ से साथ उनका दुख साझा किया.

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