चाणक्य नीति: पिता समान इन लोगों का कभी न करें अपमान, आ जाएगा बुरा समय

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चाणक्य एक प्राचीन भारतीय बहुज्ञ थे जो एक शिक्षक, लेखक, रणनीतिकार, दार्शनिक, अर्थशास्त्री और शाही सलाहकार थे, इन्होनें अपनी किताब चाणक्य नीति में कुछ इसी बातें लिखी है जिन्हें अपनी जीवन में अपनाने से बाद जीवन की आधी समस्याओं का निवारण हो जाएगा. चाणक्य ने अपनी किताब चाणक्य नीति में कुछ ऐसे लोगों के बारे में लिखा है जिनकी हमे हमेशा इज्जत करनी चाहिए. अगर हमने जीवन में कभी भी इन लोगों का अपमान किया तो हमारा सफल होना असम्भव हो जाएगा. हमे हमारे जीवन को अच्छा बनने के लिए इन लोगों का सम्मान अवश्य करना चाहिए.

आईए आज हम आपको कुछ ऐसे व्यक्तियों के बारे में बताएंगे, जिन्हें हमे हमारे पिता सम्मान मानना चाहिए.

और पढ़ें : Chanakya Niti: इस गुणों की कमी होने पर नहीं मिलती सफलता, जानिए क्या है ये गुण  

चाणक्य ने अपनी किताब चाणक्य नीति में कुछ ऐसे लोगों के बारे में लिखा है जिनकी हमे हमेशा इज्जत करनी चाहिए. अगर हमने जीवन में कभी भी इन लोगों का अपमान नहीं करना चहिये ये लोग हमारे पिता सम्मान होते है

जन्मदाता

चाणक्य अपनी नीति में लिखते है कि जिन्हें हमे जन्म दिया है, जिसकी वजह से हमारा अस्तित्व में आए. आप उनकी के अंश हो. हमे हमारे पिता का हमेशा सम्मान करना चाहिए. आज हम जो भी है अपने जीवन में, वो सब उन्ही की वजह से है.

संस्कार देने वाला व्यक्ति

चाणक्य ने अपनी नीति में लिखा है कि हमे संस्कार देने वाले व्यक्ति का हमेशा सम्मान करना चाहिए. जिसने हमे संस्कार दिए, अच्छी बातें सिखाई, उस व्यक्ति को भी अपने पिता के समान ही सम्मान देना चाहिए. क्योंकि वहीं व्यक्ति हमे जीवन के मूल्यों से अवगत करता है हमे जीवन जीने का तरीका बताता है.

शिक्षित करने वाला गुरु

चाणक्य ने अपनी नीति में लिखा है कि जो व्यक्ति हमे शिक्षित बनाता है, जो इन्सान में ज्ञानी बनाता है, जो इन्सान हमे कुछ सिखाता है हमे उस व्यक्ति को भी हमारे पिता के समान ही सम्मन देना चाहिए. क्योंकी हम हमारे जीवन में उनकी शिक्षाओं के कारण ही सफल होते है.

खाना देने वाला व्यक्ति

चाणक्य ने आपनी नीति में लिखा है कि जो इन्सान हमे खाना देता है हमे उस व्यक्ति का भी अपने पिता के समान ही सम्मान करना चाहिए. क्योंकि हम उसी व्यक्ति की वजह से साँस लेते है जीवित रहते है.

बुरे समय में साथ खड़े होने वाला व्यक्ति

चाणक्य आपनी नीति में लिखते है कि जो इन्सान हमारे बुरे समय में हमारे साथ खड़ा होता है हमे उस इन्सान का बहुत सम्मान करना चाहिए. क्योंकि आजकल बहुत कम इन्सान ऐसे है जो किसी के साथ उसके बुरे समय में भी साथ रहते है.

और पढ़ें : Chanakya Niti: चाणक्य नीति के अनुसार जानें व्यक्ति का व्यवहार कैसा होना चाहिए? 

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