ये शख्स था इतिहास का सबसे अमीर इंसान, जिसकी संपत्ति जानकर आंखें फटी रह जाएंगी!

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आज के दौर में अगर अमीरी की बात करें तो अंबानी अडानी जैसे नाम लिस्ट में सबसे पहले आ जाते हैं। लेकिन कभी सोचा है कि इतिहास के पन्नों में सबसे अमीर आदमी का टैग किसने अपने नाम किया और उससे जुड़ी कौन कौन सी अजीबोगरीब सी बाते हैं जिसे जानकर हैरानी ही हैरानी होगी? ये एक राजा था जिसका टिम्बकटू पर राज चलता था। राजा का नाम मनसा मूसा था, जो इतिहास का सबसे अमीर शख्स के तौर पर जाना गया।

टिम्बकटू जो कि मौजूदा वक्त में अफ्रीकन कंट्री माली का एक शहर है। राजा के बारे में कहा जाता है कि अंदाजा लगाना भी मुश्किल था कि उसके पास कितनी ज्यादा संपत्ति थी। माली पर जब मूसा ने शासन चलाया तो वहां पर सोना ही सोना था। कहा जाता है कि उसके शासन में एक साल में करीब करीब 1000 किलो सोने निकाल लिया जाता था।

दरअसल, मनसा मूसा का जो असल नाम था वो था मूसा कीटा प्रथम, लेकिन राजा बनने के बाद उसको मनसा कहा जाने लगा। मनसा का मतलब होता है बादशाह। बीबीसी की एक रिपोर्ट की मानें तो मूसा का राजपाट इतना ज्यादा बड़ा था कि आखिरी छोर का अता पता ही नहीं लगाया जा सकता था। आज के दौर के मॉरीटानिया, गिनिया, बुर्किना फासो, माली, सेनेगल, गांबिया, नाइजर, चाड और नाइजीरिया ये सारी जगहें तब मूसा की सल्तनत का भाग थीं। मनसा मूसा माली साम्राज्य का 1312 ईस्वी में शासक बना जिसके बाद से उसने अपने राजपाट का विस्तार किया।

करीब 25 साल के अपने शासनकाल में उसने कई मस्जिदों का निर्माण कराया था, जिनमें से कई तो आज भी मौजूद हैं। टिम्बकटू का जिंगारेबेर मस्जिद मनसा मूसा के दौर में बनी उन्हीं मस्जिदों में से एक है।

मनसा मूसा से जुड़ी एक स्टोरी काफी मशहूर हैं। कहा जाता है कि मक्का की यात्रा पर साल 1324 में मनसा मूसा निकला और तभी उसके काफिले में करीब करीब 60 हजार लोग शामिल हुए। हैरानी की बात तो थी कि इनमें जो 12 हजार लोग थे वो सब मूसा के ही निजी अनुयायी थे और मनसा मूसा जिस घोड़े पर सवार होकर यात्रा पर निकला था उससे आगे 500 लोगों का एक भारी भरकम दस्ता चलता था और सबके हाथ में ही सोने की एक छड़ी थमाई गई थी। अब आप खुद ही अंदाजा लगाइए कि ये राजा कितना ज्यादा अमीर थे।

कहते तो ये भी हैं कि 80 ऊंटों का एक जत्था भी मनसा मूसा के काफिले में था और इन ऊंटों पर 136 किलो सोना लादा गया था। कहते हैं कि मनसा मूसा इतने ज्यादा उदार हुआ करते थे कि मिस्र की राजधानी काहिरा से जब भी वो गुजरता तब तब वहां उन्होंने गरीबों को काफी दान दिया। इतना ज्यादा दान दिया कि उस एरिया में बड़े पैमाने पर महंगाई में इजाफा हुआ।

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