नोएडा से ग्रेटर नोएडा के बीच यमुना किनारे बनेगा 35 किमी लम्बा एलिवेटेड रोड

Table of Content

नोएडा (Noida) से ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) के बीच सफर करने वालों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है और ये खुशखबरी कनेक्टिविटी को बेहतर करने को लेकर है. दरअसल, उत्तर प्रदेश की योगी सरकार नोएडा और ग्रेटर नोएडा की बेहतर कनेक्टिविटी और आने वाले समय में जेवर इंटरनेशनल एअरपोर्ट को नोएडा और दिल्ली से जोड़ने के लिए नया एक्सप्रेसवे या फिर एलिवेटेड रोड (Elevated Road) बनाने की योजना तैयारी जा रही है जिससे आने वाले समय में लोगों को बड़ा फायदा होने वाला है.

Also Read- सिलक्यारा टनल के संकटमोचन और देवदूत, जिनकी मेहनत से बची 41 मजदूर की जान. 

नोएडा-ग्रेटर नोएडा की बेहतर कनेक्टिविटी के लिए बनेगा एक्सप्रेसवे

मिली जानकारी के अनुसार, नोएडा को ग्रेटर नोएडा को बेहतर कनेक्टिविटी के लिए दोनों शहरों के बीच एक नया एलिवेटेड रोड बनेगा जो नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे” (Noida-Greater Noida Expressway) के ऊपर या यमुना पुश्ते के ऊपर बनाया जाएगा. वहीं इस नए एलिवेटेड रोड या एक्सप्रेसवे को लेकर प्राधिकरण के अधिकारियों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ मीटिंग की और अधिकारियों ने नए एलिवेटेड रोड को लेकर जिले का जायजा लिया जिसके बाद जल्द ही ये नया एलिवेटेड रोड या एक्सप्रेसवे बन सकता है.

इस नए एक्सप्रेसवे या एलिवेटेड रोड के लिए नोएडा प्राधिकरण ने यमुना नदी के किनारे 35 किमी ऊंची सड़क बनाने का निर्णय लिया है. वहीं इस परियोजना पर काम जल्द शुरू हो इसके लिए बुधवार को प्राधिकरण के अधिकारियों ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) और उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के साथ दिल्ली में हुई बैठक में परियोजना के विवरण पर चर्चा की.

परियोजन को मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने दी जानकारी 

वहीं इस परियोजना को लेकर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी लोकेश एम ने कहा कि हमने नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच यात्रा करने वाले हजारों यात्रियों को सुगम यात्रा प्रदान करने के लिए इस एलिवेटेड रोड को बनाने का निर्णय लिया है. यह परियोजना दिल्ली के यात्रियों को ग्रेटर नोएडा की ओर निर्बाध आवागमन की सुविधा भी प्रदान करेगी क्योंकि हम दिल्ली के मयूर विहार से महामाया फ्लाईओवर तक 5.96 किमी लंबी एलिवेटेड रोड भी बना रहे हैं, जो इस नई 35 किमी एलिवेटेड रोड से जुड़ी होगी. इसी के साथ उन्हों ऑय भी जानकारी दी कि  हमने एनएचएआई और उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग, जो यमुना तटबंध सड़क का मालिक है के साथ बातचीत की है.

वहीँ उन्होंने ये भी कहा कि इससे पहले, प्राधिकरण ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के ऊपर एक एलिवेटेड सड़क बनाने के विचार पर विचार किया था, लेकिन प्राधिकरण ने उस विचार को स्थगित कर दिया और इसके बजाय यमुना के किनारे 35 किमी लंबी एलिवेटेड सड़क बनाने का निर्णय लिया. इसी के साथ लोकेश एम ने कहा कि “यह एलिवेटेड रोड कालिंदी कुंज बैराज से शुरू होगी और नोएडा के सेक्टर 150 के पास समाप्त होगी. इसके बाद में जेवर में नोएडा हवाई अड्डे की ओर बढ़ाया जाएगा और ग्रेटर नोएडा के परी चौक यातायात चौराहे से भी जोड़ा जाएगा. सुचारू यातायात के लिए इसे 5.96 किमी एलिवेटेड रोड के माध्यम से दिल्ली से जोड़ा जाएगा, वहीं यह एलिवेटेड रोड ग्रेटर नोएडा के परी चौक चौराहे के पास यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगी ताकि यमुना एक्सप्रेसवे के माध्यम से दिल्ली और आगरा के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों को एक सहज यात्रा का आनंद मिल सके.

हजारों लोगों को होगा बड़ा फायदा

वहीं इस योजना के पूरा होने से हर रोज हजारों लोगों को बड़ा फायदा होगा. इसी के साथ नोएडा एक्सप्रेसवे पर वाहनों का दवाब भी काम हो जाएगा। क्योंकि आने वाले समय में वाहनों की संख्या 2 गुना होने वाली है.

रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली से आगरा, लखनऊ और मथुरा जाने-आने वाले लोग नोएडा एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल करते हैं. साथ ही दोनों शहरों के बीच आवागमन करने का ये सबसे अच्छा मार्ग है, जिसकी वजह से इस एक्सप्रेसवे पर वाहनों का दबाव बढ़ता ही जा रहा है. इसके साथ ही आने वाले समय में  जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट शुरू होने के बाद इस एक्सप्रेसवे पर वाहनों की संख्या करीब 2 गुना हो जाएगी. वहीं इस दवाब को कम करने और आने वाले समय में सफर को आसन बनाने के लिए इस नए एलिवेटेड रोड को इस्तेमाल किया जायेगा.

सरकार के साथ तीनों अथॉर‍िटी करेगीं खर्चा 

इसी के साथ एनएचआई (NHAI) की तरफ से इस एक्सप्रेस-वे को बनाने की तैयारी की जा रही है ताकि आने वाले समय में नोएडा इंटरनेशल एयरपोर्ट को द‍िल्‍ली और नोएडा को सीधे जोड़ा जा सकें. वहीं इस पर एनएचएआई ने नोएडा, ग्रेनो और यमुना अथॉरिटी के अधिकारियों के साथ बातचीत की है.

वहीं ये नया एलिवेटेड रोड या एक्सप्रेसवे  यमुना किनारे सेक्टर-94 से शुरू होने वाले पुश्ता रोड का चौड़ीकरण करके  बनया जाए. यहां पर गई गांवों भी जमीन है, ज‍िससे एक्सप्रेस-वे बनाने में आसानी होगी. नए एक्सप्रेसवे को तैयार करने में लगने वाली लागत बड़ा हिस्सा सरकार की तरफ से द‍िया जाएगा. बाकी का हिस्सा तीनों अथॉर‍िटी की तरफ से ल‍िया जाएगा.

Also Read- उत्तरकाशी में टनल हादसे से पहले भी हो चुके हैं ये बड़े हादसे…. 

vickynedrick@gmail.com

vickynedrick@gmail.com https://nedricknews.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent News

Trending News

Editor's Picks

Is AI Replacing Tech Jobs? Exploring the Impact of Artificial Intelligence on the Workforce

  Introduction: The Rise of AI in Technology Artificial Intelligence (AI) has emerged as a transformative force within the technology sector, fundamentally altering how businesses operate and innovate. Over recent years, we have witnessed a remarkable surge in AI applications, ranging from machine learning algorithms to natural language processing systems, that are now integral components...

UP BJP New President: यूपी भाजपा को मिला नया चेहरा, संगठन की कमान अब पंकज चौधरी के हाथ

UP BJP New President: उत्तर प्रदेश भाजपा को आखिरकार नया प्रदेश अध्यक्ष मिल गया है। शनिवार को एकमात्र नामांकन होने के बाद जिस नाम पर पहले ही सहमति बन चुकी थी, उस पर रविवार को औपचारिक ऐलान कर दिया गया। लखनऊ के राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय परिसर स्थित सभागार में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय पर्यवेक्षकों...

Kanpur News: एक जैसे चेहरे ही नहीं, फिंगरप्रिंट भी सेम! कानपुर का अनोखा मामला, विज्ञान हैरान

Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से एक ऐसा हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसने आम लोगों के साथ-साथ विज्ञान के जानकारों को भी सोच में डाल दिया है। विज्ञान अब तक यही मानता आया है कि दुनिया में किसी भी दो इंसानों के फिंगरप्रिंट और आंखों की रेटिना एक जैसी नहीं...

राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख सूत्रधार Dr Ramvilas Das Vedanti का निधन, अयोध्या और संत समाज में शोक की लहर

Dr Ramvilas Das Vedanti: राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेता और अयोध्या से पूर्व सांसद डॉ. रामविलास दास वेदांती का सोमवार सुबह मध्य प्रदेश के रीवा में निधन हो गया। वे 75 वर्ष के थे। जानकारी के अनुसार, वे 10 दिसंबर को दिल्ली से रीवा पहुंचे थे, जहां उनकी रामकथा चल रही थी। इसी दौरान...

Bhim Janmabhoomi dispute: रात में हमला, दिन में फाइलें गायब! भीम जन्मभूमि विवाद ने लिया खतरनाक मोड़

Bhim Janmabhoomi dispute: महू स्थित संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की जन्मभूमि से जुड़ा राष्ट्रीय स्मारक एक बार फिर बड़े विवाद के केंद्र में है। डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर मेमोरियल सोसायटी, महू में कथित तौर पर हुई गंभीर वित्तीय अनियमितताओं, फर्जीवाड़े और सत्ता हथियाने के आरोपों ने इस ऐतिहासिक और अंतरराष्ट्रीय महत्व के स्मारक की गरिमा...

Must Read

©2025- All Right Reserved. Designed and Developed by  Marketing Sheds