JKG Southpaw एकेडमी के छात्रों का सब जूनियर बॉक्सिंग कॉम्पीटिशन में कमाल, गोल्ड और ब्रॉन्ज मेडल किया अपने नाम!

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बॉक्सिंग पूरी दुनिया में पसंद किए जाने वाला स्पोर्ट्स है। भारत में भी ये खेल काफी लोकप्रिय है। देश में बड़ी संख्या में लोग इस खेल में अपनी किस्मत आजमाते हैं।  विजेंदर सिंह, मैरी कॉम, अखिल कुमार ये ऐसे कई नाम हैं, जिन्होंने बॉक्सिंग में अपनी धाक जमाई और भारत का नाम दुनियाभर में रौशन किया। 

वैसे तो देश के हर शहर में कई एकेडमी है, जिसमें बॉक्सिंग में अपना करियर बनाने वालों को अच्छी ट्रेनिंग दी जाती है। ऐसी ही एक एकेडमी हैं गाजियाबाद के विजय नगर में, जिसका नाम है JKG Southpaw। इस एकेडमी में कई शानदार बॉक्सर्स तैयार किए जा रहे हैं। एकेडमी से ट्रेनिंग लेने वाले छात्र कई प्रतियोगिताओं में परचम लहराते नजर आ रहे हैं। 

JKG Southpaw से ट्रेनिंग लेने वाले 2 बॉक्सर्स ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के झांसी में आयोजित हुई सब जूनियर बॉक्सिंग कॉम्पीटिशन में भी धमाल मचाया। प्रतियोगिता में 13 साल के दक्षेश ने गोल्ड मेडल और 14 साल के मयंक ने ब्रॉन्ज मेडल अपनी एकेडमी के नाम को रोशन किया। 

JKG Southpaw एकेडमी साल 2016 में ही शुरू की गई। केके सिंह इस एकेडमी को चलाते हैं। इस एकेडमी की दो ब्रांच विजय नगर और इंदिरापुरम हैं। केके सिंह बताते हैं कि उनकी एकेडमी से ट्रेनिंग लेने वाले कई छात्र अब तक अच्छे लेवल पर पहुंच चुके हैं। 4-5 छात्र नेशनल लेवल तक पर पहुंच गए हैं। 

एकेडमी शुरू करने वाले केके सिंह एक बेहद ही छोटे परिवार से नाता रखते हैं। अपने दोस्त को देखकर उन्हें बॉक्सिंग सिखीं। हालांकि आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के चलते वो इसमें आगे नहीं बढ़ पाए। केके सिंह चाहते हैं कि जो वो नहीं कर पाए, वो उनकी एकेडमी के बच्चे करें। केके सिंह का सपना है कि उनकी एकेडमी से ट्रेनिंग पाने वाले छात्र ओलंपिक तक पहुंचे।

केके सिंह बताते हैं कि मैं जिन समस्याओं का सामना किया, वो और बच्चों को ना हो। इसके लिए वो कई गरीब बच्चों से फीस तक नहीं लेते। यही नहीं कुछ बच्चों को तो वो अपनी तरफ से डाइट और पैसे-कपड़ों से जुड़ी तमाम सुविधाएं भी देते हैं।

JKG Southpaw उन लोगों के लिए एक बढ़िया ट्रेनिंग सेंटर हैं, जो बॉक्सिंग में अपना करियर बनाना चाहते हैं। अगर आप में भी बॉक्सिंग को लेकर जुनून हैं, तो JKG Southpaw आपके लिए एक बेहतर ऑप्शन हो सकता है। 

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