Sambhal Mandir के पास अवैध अतिक्रमण को हटाया जा रहा, मकान मालिक ने भी किया समर्थन

Table of Content

Sambhal Mandir Encroachment: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में स्थित मंदिर के पीछे अवैध अतिक्रमण को हटाने की प्रक्रिया चल रही है। इस कार्रवाई के तहत, मंदिर के पास स्थित मकान के अवैध हिस्सों को ध्वस्त किया जा रहा है। प्रशासन की टीम ने अतिक्रमण के खिलाफ ठोस कदम उठाते हुए, मजदूरों को मौके पर भेजा है ताकि इस अवैध निर्माण को तत्काल तोड़ा जा सके।

और पढ़ें: Sambhal Ancient Shiva temple: हिंदू समुदाय ने किया स्पष्ट, “मंदिर हमेशा हमारे नियंत्रण में था”

अवैध अतिक्रमण की पहचान और कार्रवाई- Sambhal Mandir Encroachment

संभल मंदिर के पास स्थित एक मकान में किए गए अवैध निर्माण को हटाने की कार्रवाई प्रशासन ने तेज़ी से शुरू कर दी है। इस कार्रवाई के दौरान मजदूरों की टीम मकान के अंदर दाखिल हो गई और इसके छज्जों सहित कई हिस्सों को ध्वस्त किया जा रहा है। इस मकान के मालिक मतीन ने स्वीकार किया कि उन्होंने मंदिर के पास अवैध निर्माण किया था, लेकिन अब वह इसे हटा रहे हैं। मतीन ने कहा, “मुझे इस निर्माण का नक्शा नहीं था, इसलिए मैं इसे तोड़ रहा हूं।”

Sambhal Mandir Encroachment 1978 Sambhal violence
Source: Google

प्रशासन की योजना

प्रशासन ने इस अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए एक पूरी योजना बनाई है। एएसपी (Additional Superintendent of Police) ने पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर मकान के अवैध निर्माण की पहचान की है। अधिकारियों ने मकान मालिकों से संपत्ति का ब्योरा भी मांगा है। इसके साथ ही, उन्होंने अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई को तेज़ करने का आश्वासन दिया है।

एएसपी ने बताया कि यह कदम इलाके में बढ़ते अवैध अतिक्रमणों को रोकने के लिए उठाया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था और अतिक्रमण को शहर में जगह न मिले। प्रशासन इस बात को लेकर भी सतर्क है कि अवैध निर्माण से धार्मिक स्थलों का अस्तित्व खतरे में न पड़े।

मकान मालिक का समर्थन

मकान मालिक मतीन ने स्पष्ट रूप से कहा कि वे अवैध निर्माण हटाने में प्रशासन का समर्थन करते हैं। उन्होंने बताया कि वह मंदिर के आसपास किए गए अतिक्रमण को हटाने के लिए सहमत हैं और इसके लिए कोई आपत्ति नहीं है। मतीन ने कहा, “जो भी हिस्सा मकान का आगे बढ़ा हुआ है, वह हटा दिया जाएगा। हमने मंदिर का ध्यान रखा है और आगे भी रखेंगे।”

Sambhal Mandir Encroachment 1978 Sambhal violence
Source: Google

मंदिर का इतिहास

गौरतलब है कि यह मंदिर 1978 से बंद पड़ा था (Sambhal Mandir History)। बिजली चोरी रोकने के लिए जब पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची, तो उन्होंने इस मंदिर को ढूंढा। इसके बाद, 15 दिसंबर को मंदिर में विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की गई थी, जिसमें मंत्रोच्चारण और पूजा विधि के साथ धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया गया।

इस कार्रवाई के बाद प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि इस इलाके में अब किसी भी प्रकार के अवैध अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अवैध निर्माण करने वाले सभी व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि कानून-व्यवस्था बनी रहे और सार्वजनिक संपत्ति की सुरक्षा हो सके।

सोशल मीडिया पर चर्चा

इस कार्रवाई को लेकर सोशल मीडिया पर भी बहस छिड़ गई है। कुछ लोग इस कदम को सही मानते हुए इसे एक जरूरी पहल मान रहे हैं, जबकि कुछ ने इसे केवल एक दिखावा करार दिया है। बावजूद इसके, यह कदम संभल में प्रशासन की सख्त नीति और अतिक्रमण के खिलाफ बढ़ते कदम को दर्शाता है।

और पढ़ें: Sambhal Shiva Temple: संभल में 46 साल बाद खुला शिव मंदिर, कुएं से मिलीं प्राचीन मूर्तियां – इतिहास से जुड़े कई सवाल खड़े

vickynedrick@gmail.com

vickynedrick@gmail.com https://nedricknews.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent News

Trending News

Editor's Picks

Is AI Replacing Tech Jobs? Exploring the Impact of Artificial Intelligence on the Workforce

  Introduction: The Rise of AI in Technology Artificial Intelligence (AI) has emerged as a transformative force within the technology sector, fundamentally altering how businesses operate and innovate. Over recent years, we have witnessed a remarkable surge in AI applications, ranging from machine learning algorithms to natural language processing systems, that are now integral components...

UP BJP New President: यूपी भाजपा को मिला नया चेहरा, संगठन की कमान अब पंकज चौधरी के हाथ

UP BJP New President: उत्तर प्रदेश भाजपा को आखिरकार नया प्रदेश अध्यक्ष मिल गया है। शनिवार को एकमात्र नामांकन होने के बाद जिस नाम पर पहले ही सहमति बन चुकी थी, उस पर रविवार को औपचारिक ऐलान कर दिया गया। लखनऊ के राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय परिसर स्थित सभागार में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय पर्यवेक्षकों...

Kanpur News: एक जैसे चेहरे ही नहीं, फिंगरप्रिंट भी सेम! कानपुर का अनोखा मामला, विज्ञान हैरान

Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से एक ऐसा हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसने आम लोगों के साथ-साथ विज्ञान के जानकारों को भी सोच में डाल दिया है। विज्ञान अब तक यही मानता आया है कि दुनिया में किसी भी दो इंसानों के फिंगरप्रिंट और आंखों की रेटिना एक जैसी नहीं...

राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख सूत्रधार Dr Ramvilas Das Vedanti का निधन, अयोध्या और संत समाज में शोक की लहर

Dr Ramvilas Das Vedanti: राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेता और अयोध्या से पूर्व सांसद डॉ. रामविलास दास वेदांती का सोमवार सुबह मध्य प्रदेश के रीवा में निधन हो गया। वे 75 वर्ष के थे। जानकारी के अनुसार, वे 10 दिसंबर को दिल्ली से रीवा पहुंचे थे, जहां उनकी रामकथा चल रही थी। इसी दौरान...

Bhim Janmabhoomi dispute: रात में हमला, दिन में फाइलें गायब! भीम जन्मभूमि विवाद ने लिया खतरनाक मोड़

Bhim Janmabhoomi dispute: महू स्थित संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की जन्मभूमि से जुड़ा राष्ट्रीय स्मारक एक बार फिर बड़े विवाद के केंद्र में है। डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर मेमोरियल सोसायटी, महू में कथित तौर पर हुई गंभीर वित्तीय अनियमितताओं, फर्जीवाड़े और सत्ता हथियाने के आरोपों ने इस ऐतिहासिक और अंतरराष्ट्रीय महत्व के स्मारक की गरिमा...

Must Read

©2025- All Right Reserved. Designed and Developed by  Marketing Sheds