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कैसे आप तक पहुंचेगी वैक्सीन? कैसे होगा रजिस्ट्रेशन? यहां जानें पूरा प्रोसेस…

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कैसे आप तक पहुंचेगी वैक्सीन? कैसे होगा रजिस्ट्रेशन? यहां जानें पूरा प्रोसेस…

भारत में केंद्र सरकार ने कोरोना की 2 वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी है। जिसमें भारत के सीरम इंस्टीट्यूट ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की बनाई गई कोविड-19 वैक्सीन कोविशील्ड और भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवैक्सीन को शामिल किया है। इस राहत की खबर के साथ सबसे बड़ा सवाल अभी भी सामने है कि आखिर लोगों तक ये कोरोना की वैक्सीन पहुंचेगी कैसे?

वैक्सीन पहुंचाने की तैयारियां जोरों पर

इसके लिए भारत सरकार ने पहले ही तैयारियां शुरू कर दी थीं। 2 जनवरी को पूरे देश में कोरोना वैक्सीन का ड्राईरन किया गया। जो काफी सफल रहा। इसमें करीब 75 लाख लोगों ने पंजीकरण करवाया। स्वास्थ्य मंत्रालय ने ये पहले ही साफ कर दिया है कोरोना की वैक्सीन आने के बाद सबसे पहले 3 करोड़ स्वास्थ्य कर्मचारियो और फ्रंटलाइन वर्कर्स को दी जाएगी, लेकिन अब सवाल ये है कि ये आम लोगों तक कब और कैसे पहुंचेगी। इसी की पूरी जानकारी के साथ आज हम आए है।

कैसे होगा वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन?

दरअसल मौजूदा हालातों को देखते हुए वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है लेकिन वैक्सीन के लिए लोगों को कई दौर से गुजरना पड़ेगा। जिसमें सबसे पहले कॉविड 19 की मॉनिटरिंग करने और रजिस्ट्रेशन का काम करने के लिए Co-Win App बनाया गया है। हालांकि अभी इस एप को आम लोगो के लिए ऑपन नहीं किया गया है। इस पर स्वास्थ्य कर्मचारियों का डाटा डाला जा रहा है लेकिन जल्द ही आम जनता भी इस एप को प्ले स्टोर डाउनलोड कर सकेगी। जिन लोगों का रजिस्ट्रेशन सबसे पहले किया जायेगा उन्हें वैक्सीन पहले दी जाएगी। साथ ही बिना रजिस्ट्रेशन कराए, वैक्सीन नहीं दी जाएगी।

Co-Win App के 4 मॉड्यूल बनाए गए है। जिसमें पहला एडमिनिस्ट्रेटर मॉड्यूल, दूसरा बेनिफिशियरी रजिस्ट्रेशन, तीसरा वैक्सीनेशन और बेनिफिशियरी एकनॉलेजमेंट और चौथे नंबर पर स्टेटस अपडेशन को रखा गया है।

क्या करना होगा ऐप में…?

अब जानते है कि कैसे करना होगा रजिस्ट्रेशन- इसके लिए वैक्सीन लेने वाले को पहले Co-Win App को डाउनलोड करके आपको अपनी पूरी जानकारी और हेल्थ की जानकारी भरनी होगी। रजिस्ट्रेशन पूरा होना के बाद आपको वैक्सीन लगाने की तारीख दे दी जाएगी, जिस तारीख पर जाकर आपको वैक्सीन लगवानी होगी। वैक्सीन की कीमत अभी तय नहीं की गई है लेकिन सीरम इंस्टीट्यूट ने अपनी वैक्सीन के बारे में जानकारी देते हुए कहा था कि वैक्सीन की कीमत 500 रूपये तक हो सकती है। स्वास्थ्य सलाहकारों की माने तो वैक्सीन के लगवाने के बाद 12 महीनो तक शरीर में एंटीबॉडी मौजूद रहेंगे। ऐसे अब देखना ये है कि कोरोना वैक्सीन आम लोगों तब कब तक पहुंचती हैं।

Tandav Trailer: अब इस पॉलिटिकल वेब सीरीज से धमाल मचाने आ रहे हैं सैफ अली खान, जानें रिलीज डेट समेत जरूरी बातें…

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Tandav Trailer: अब इस पॉलिटिकल वेब सीरीज से धमाल मचाने आ रहे हैं सैफ अली खान, जानें रिलीज डेट समेत जरूरी बातें…

बॉलीवुड सुपरस्टार सैफ अली खान एक बार फिर से अपनी नई वेब सीरीज तांडव को लेकर लाइमलाइट में है। अमेजन प्राइम वीडियो पर इस सीरीज को रिलीज किया जाएगा, जिसका नया पोस्टर तीन जनवरी को सामने आया है। इस वेब सीरीज के लिए सैफ के फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

सैफ स्टारर वेब सीरीज में और भी कई दमदार एक्टर देखने को मिलेंगे। पहले बात करते हैं आने वाली इस वेब सीरीज के नए पोस्टर की, जिसमें सैफ अली खान के अलावा डिंपल कपाड़िया, सुनील ग्रोवर और मोहम्मद जीशान अयूब के साथ गौहर खान समेत और भी सितारे दिख रहे है। ट्वीट कर Amazon prime video IN ने पोस्टर को रिलीज किया।

अब करते हैं सीरीज के ट्रेलर की जिसे 4 जनवरी यानि आज रिलीज किया गया। इस ट्रेलर में सैफ एक अच्छे खासे पॉलिटीशियन के रोल में दिख रहे हैं। साथ ही बाकी के कैरेक्टर जैसे कि कुमुद कुमार मिश्रा, डीनो मोरिया, कर्तिका कामरा, डिंपल कपाड़िया दमदार रोल में दिख रहे हैं। दर्शकों को इस सीरीज में सत्ता के बंद गलियारों के बारे में पता चल सकता है और काले रहस्यों की जानकारी भी मिल सकती है। इस धमाकेदार ट्रेलर के बाद तो इस वेब सीरीज के लिए इंतजार और गहराता जा रहा है।

अब करते है वेब सीरीज तांडव के रिलीज से जुड़ी बाते तो अमेजॉन प्राइम वीडियो पर ये सीरीज 15 जनवरी को रिलीज होने वाली है जो कि 9 एपिसोड वाली होगी और जिसे अली अब्बास जफर ने डायरेक्ट किया है। इस सीरीज के साथ जफर डिजिटल डेब्यू भी कर रहे हैं।

हाल ही में तांडव के बारे में बात करते हुए जफर ने कहा कि ‘तांडव के जरिए राजनीति की सत्ता की भूखी दुनिया में हम दर्शकों को ले जाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल डोमेन में निर्माता-निर्देशक के तौर पर अमेजॉन प्राइम वीडियो के साथ मेरा पदार्पण है, दुनिया भर के लाखों लोगों के लिए जो ‘ताडंव’ जैसी एंटरटेनिंग स्टोरी को ले आएगा। मैं उत्साहित हूं।

आपको बता दें की बीते साल 2020 में भी अमेजन प्राइम वीडियो पर कई वेब सीरीज रिलीज हुए जो कि लोगों के बीच काफी पॉपुलर हुए। जैसे कि मिर्जापुर 2, क्राइम वेब सीरीज पाताल लोक, पंचायत इसके अलावा और भी कई वेब सीरीज जिसे लॉकडाउन पीरियड में लोगों ने खूब एंजॉय किया।

'या तो खुद सलेक्शन के लिए उपलब्ध ना हो, या फिर…' बायो बबल विवाद को लेकर भारतीय खिलाड़ियों पर बरसे मांजरेकर

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'या तो खुद सलेक्शन के लिए उपलब्ध ना हो, या फिर…' बायो बबल विवाद को लेकर भारतीय खिलाड़ियों पर बरसे मांजरेकर

टीम इंडिया के टॉप बल्लेबाज रोहित शर्मा चोट से उभर कर कुछ दिन पहले ही ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए पहुंचे हैं। लेकिन यहां पहुंचते ही वो विवादों में घिर गए। दरअसल, रोहित समेत टीम के अन्य खिलाड़ियों पर आरोप लगे हैं कि उन्होनें कोरोना के नियमों को तोड़कर एक रेस्टोरेंट में खाना खाते हुए नजर आए। इस दौरान रोहित के साथ टीम इंडिया के खिलाड़ी  शुभमन गिल, नवदीप सैनी, ऋषभ पंत और पृथ्वी शॉ भी मौजूद थे।

जिसके बाद से ही इसको लेकर हंगामा हो रहा है। सोशल मीडिया पर लोग दो गुटों में बंट चुके हैं। एक तरफ तो कोरोना से जुड़े नियमों का कथित उल्लंघन करने के लिए लोग इन खिलाड़ियों को जमकर सुना रहे हैं, दूसरी तरफ कुछ फैंस इन खिलाड़ियों को सपोर्ट कर रहे हैं।


मांजरेकर ने किया ये ट्वीट

वहीं इस पर अब टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी संजेय मांजरेकर ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी हैं। उन्होनें नियमों के उल्लंघन को लेकर टीम इंडिया के खिलाड़ियों की क्लास लगाई। संजय मांजरेकर ने ट्वीट कर कहा- ‘ये काफी आसान है, या तो खुद को सलेक्शन के लिए उपलब्ध ना रखें या फिर अगर आप चुन लिए गए हैं, तो बायो बबल और कड़े प्रोटोकॉल्स का पालन करें। दोनों चीजें आप  नहीं कर सकते हैं।’

ऐसे शुरू हुआ पूरा विवाद

दरअसल, ये पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब टीम इंडिया के एक फैन कुछ तस्वीर और वीडियो शेयर की। इसमें टीम इंडिया के कई खिलाड़ी रेस्तरां में खाना खाते नजर आ रहे थे। फैंस की ओर से ये दावा किया गया है कि उनसे खिलाड़ियों के खाने का बिल भरा और इस दौरान उन्होनें ऋषभ पंत को गले भी लगाया। हालांकि इस पूरे मामले की जांच की जाएगी। 

सिडनी टेस्ट का क्या होगा?

गौरतलब है कि IPL खत्म होने के बाद से ही टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर  पहुंच गई थीं। इस दौरान दोनों टीमों के बीच तीन-तीन मैचों की टेस्ट और वनडे सीरीज खेली गई। अब भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज के 4 मुकाबले खेले जा रहे हैं। जिसमें से पहला ऑस्ट्रेलिया तो दूसरा इंडिया ने जीता। सीरीज फिलहाल 1-1 से बराबर है।

तीसरा टेस्ट मैच 7 जनवरी से सिडनी में खेला जाएगा। ये खिलाड़ी अब इस मैच में खेलेंगे या नहीं, इसको लेकर संशय बना हुआ है। हालांकि अब ये अच्छी खबर भी सामने आई कि 3 जनवरी को टीम इंडिया के सभी खिलाड़ियों का कोरोना टेस्ट कराया गया था और सभी की रिपोर्ट नेगिटिव आई है। देखना होगा कि अब ये खिलाड़ी सिडनी टेस्ट का हिस्सा बनते हैं या नहीं…? 

‘…तो मोहन भागवत और RSS हेडक्वार्टर को उड़ा देंगे’, धमकी देने वाले किसान नेता के खिलाफ एक्शन

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‘…तो मोहन भागवत और RSS हेडक्वार्टर को उड़ा देंगे’, धमकी देने वाले किसान नेता के खिलाफ एक्शन

नए कृषि कानून के विरोध में किसानों का आंदोलन लगातार तेज होता जा रहा है। किसान कानून वापस लेने की मांग पर अड़े हैं। दिल्ली-एनसीआर की भीषण सर्दी और बारिश के इस खराब मौसम के बीच वो बॉर्डर डटे हुए है। वहीं सरकार ने अब तक ना तो किसानों की बात मानी और ना ही उन्हें मनाने में कामयाब हो पाई। नवंबर 2020 से शुरू हुआ ये आंदोलन 2021 में भी जारी है।

किसान आंदोलन लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। इस दौरान किसान आंदोलन के पक्ष और विपक्ष में तमाम लोग तरह-तरह की बयानबाजियां कर रहे हैं। लेकिन इस दौरान विवादित बयानबाजी का दौर भी लगातार जारी है। हाल ही में एक किसान नेता ने RSS मुख्यालय और मोहन भागवत को बम से उड़ाने की धमकी दे दी थीं।

किसान नेता अरुण बानकर ने दी थी धमकी

इस बयान को लेकर अब एक्शन लिया गया है। सोमवार को मध्य प्रदेश के बैतूर जिले में महाराष्ट्र के किसान नेता अरुण बनकर ने ये धमकी दी थीं। जिसके बाद अब उनके खिलाफ केस दर्ज हो गया है। बीजेपी के बैतूल जिला अध्यक्ष बबला आदित्य शुक्ला ने उनके खिलाफ शिकायत की थी और फिर उन पर धारा 505, 506 के तहत मामला दर्ज किया है।

सोमवार को किसान नेता अरुण बनकर ने तब विवादित बयान दिया था, जब किसानों का जत्था नागपुर से दिल्ली की ओर जाते हुए बैतूल में रुका। बैतूल के मुलताई में शहीद किसान स्तंभ पर किसानों की एक सभा हुई थी। जिस दौरान उन्होनें ये धमकी दी थी। अरुण बनकर ने इस दौरान पीएम मोदी के लिए भी आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया था।

पीएम मोदी के लिए कहे थे अपशब्द

मीडिया से बात करते हुए उन्होनें कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी किसानों पर गोलियां नहीं चलवा सकते, क्योंकि सेना के जवान विद्रोह कर देंगे। लेकिन अगर फिर भी सरकार ऐसा करती है तो हम मोहन भागवत को उड़ा देंगे, RSS हेडक्वार्टर को उड़ाएंगे। किसान अब दिल्ली में घुस गए हैं। मोदी के पास एक ही रास्ता बचा हैं, या तो वो कानून वापस लें, नहीं तो उनको आत्महत्या करनी पड़ेगी।

बीजेपी जिला अध्यक्ष ने की शिकायत

इस बयान को लेकर बीजेपी के बैतूल जिला अध्यक्ष बबला आदित्य शुक्ला ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। शिकायकर्ता ने कहा कि अरुण बानकर जनता को भड़काकर समाज की शांति और सद्भाव को खराब करने की कोशिश  कर रहे हैं। पुलिस को उनको तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए।’

बबला ने आगे कहा कि बानकर ने सरेआम मोहन भागवत और RSS मुख्यालय को बम से उड़ाने की धमकी दी, जिसकी  जांच होनी चाहिए। साथ ही ऐसे संगठन की भी जांच की जानी चाहिए।

बर्ड फ्लू से दहशत: कोरोना से ज्यादा जानलेवा है ये बीमारी, जानिए कैसे करें इससे खुद का बचाव?

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बर्ड फ्लू से दहशत: कोरोना से ज्यादा जानलेवा है ये बीमारी, जानिए कैसे करें इससे खुद का बचाव?

कोरोना वैक्सीन की खुशखबरी के बीच देश में बर्ड फ्लू को लेकर दहशत फैल हुई है। कई राज्यों में बर्ड फ्लू का प्रकोप देखने को मिला है, जिसके चलते लोग डरे हुए है। केरल, मध्य प्रदेश, राजस्थान समेत देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू को लेकर प्रशासन अलर्ट पर है। बर्ड फ्लू एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस (H5N1) से होता है। ये एक तरह का वायरल इंफेक्शन है, जो संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने से होता है। संक्रमित पक्षियों से ये वायरस अन्य पक्षियों, जानवरों के साथ इंसानों में भी फैलने का खतरा रहता है।

इंसानों को भी कर सकता है संक्रमित

बर्ड फ्लू के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए कुछ राज्यों की सरकारों ने पक्षियों को मारने का अभियान शुरू कर दिया। वैसे तो बर्ड फ्लू कई तरह का होता हैं, लेकिन H5N1 ऐसा पहला वायरस है, जो इंसानों को भी संक्रमित कर सकता है। इस वायरस की चपेट में आसानी से पालतू मुर्गियां आ सकती हैं। वायरस संक्रमित पक्षी के मल, नाक के स्राव, मुंह के लार और आंखों से निकलने वाली पानी के संपर्क में आने से होता है।

कोरोना से काफी ज्यादा मृत्युदर

बर्ड फ्लू के वायरस जो जो पक्षी संक्रमित होते हैं, तो उनके संपर्क में आने वाले दूसरे जानवरों और इंसानों आसानी से संक्रमित हो जाते हैं। बर्ड फ्लू का वायरस काफी खतरनाक इसलिए होता है, क्योंकि इससे मौत होने की संभावना भी काफी ज्यादा रहती है। बर्ड फ्लू वायरस से संक्रमित 50 फीसदी से भी ज्यादा लोगों की मौत होने की संभावना होती है। ये कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक है। क्योंकि कोरोना वायरस से मृत्युदर केवल 3 प्रतिशत ही है।

सबसे ज्यादा मुर्गीपालन से जुड़े लोगों को इसका खतरा हो सकता है। इसके अलावा संक्रमित जगहों पर जाने वाले लोगों, संक्रमित मरीजों की देखभाल करने वालों, संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने वालों, कच्चा और आधा पका मुर्गा-अंडा खाने वालों को भी इसका काफी खतरा रहता है। हालांकि बर्ड फ्लू से बचाव के भी कई तरीके है, जिसके बारे में आइए हम आपको बताते हैं…

जानिए इसके लक्षण…

सबसे पहले बात बर्ड फ्लू के लक्षण की करते हैं। इसकी चपेट में आए लोगों को सामान्य सर्दी, जुकाम, सांस लेने में दिक्कत, उल्टी आना, बुखार, डायरिया, मांसपेशियों में दर्द, पेट में दर्द, निमोनिया, गले में खराश, नाक बहन, आंकों में इंफेक्शन और बेचैनी जैसी समस्याएं हो सकी हैं। अगर आपको लगे कि आप बर्ड फ्लू होने की संभावनाएं हैं, तो किसी भी अन्य शख्स के संपर्क में आने से पहले डॉक्टर के पास जाएं।

ये है बचाव के तरीके…

कई तरीकों से बर्ड फ्लू से बचाव किया जा सकता है। पोल्ट्री फॉर्म में जाने से बचें। अगर वहां जाना हो तो PPE किट पहनकर ही जाएं। संक्रमित पोल्ट्री फॉर्म में जाने और वहां काम करने वाले लोगों के संपर्क में आने से बचें। डिस्जोजेबल ग्लव्स पहनें और इस्तेमाल के बाद इनको नष्ट कर दें।

घर में पालतू पक्षियों को ना रखें। फिलहाल छोटी जगहों और खुले बाजारों से मांस की खरीददारी ना करें। हाथ धोते रहें, सैनिटाइजर साथ रखें। पक्षियों के संपर्क में ना आएं। बर्ड फ्लू के लक्षण दिखने पर तुरंत ही डॉक्टर के पास जाएं।

‘3 बार मारने की हुई कोशिश, डोसे की चटनी में मिलाया जहर’, ISRO के टॉप वैज्ञानिक ने ये खुलासा कर चौंकाया

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‘3 बार मारने की हुई कोशिश, डोसे की चटनी में मिलाया जहर’, ISRO के टॉप वैज्ञानिक ने ये खुलासा कर चौंकाया

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के एक बड़े वैज्ञानिक ने एक बहुत बड़ा दावा करके हर किसी को चौंका दिया। ISRO के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. तपन मिश्रा ने खुलासा करते हुए बताया कि उनको तीन सालों में तीन बार जहर देकर मारने की कोशिश हुई। उन्होनें मंगलवार को अपने फेसबुक अकाउंट पर ये सनसनीखेज खुलासा किया। साथ ही मिश्रा ने इस मामले में सरकार से जांच करने की भी मांग की।

‘हेडक्वार्टर में जहर दिया गया’

एक काफी लंबी फेसबुक पोस्ट कर बताया कि काफी दिनों तक उन्होनें इसको रहस्य रखा। लेकिन कई तरह की चुनौतियों को देखते हुए इसको अब सार्वजनिक करना पड़ रहा है। तपन मिश्रा के मुताबिक 23 मई 2017 को पहली बार बेंगलुरु हेडक्वार्टर में प्रमोशन इंटरव्यू के दौरान उनको ऑर्सेनिक ट्राइऑक्साइड दिया था।

उन्होनें बताया कि लंच के बाद नाश्ते में डोसे के साथ चटनी में उनको जहर मिलाकर दिया गया। उनको लंच पसंद नहीं आया, जिसके चलते चटनी के साथ थोड़ा सा डोसा खाया। इस वजह से केमिकल पेट में टिका नहीं। लेकिन इसके चलते दो साल तक काफी ब्लीडिंग हुई।

तपन मिश्रा ने आगे बताया कि उन पर दूसरा हमला चंद्रयान 2 की लॉन्चिंग से दो ही दिन  पहले हुआ था। 12 जुलाई 2019 में भी उनको जान से मारने की कोशिश की गई, उनको हाइड्रोजन साइनाइड दिया गया। लेकिन इस दौरान NCG अफसर की वजह से  उनकी जान बच गई। हाईसिक्योरिटी वाले घर में सुरंग बनाकर जहरीले सांप छोड़े भी छोड़े गए।

आगे उन्होनें  बताया कि सितंबर 2020 में आर्सेनिक देकर उनको मारने की कोशिश की गई। जिसके बाद उनको सांस की गंभीर समस्या, चमड़ी निकलना, न्यूरोलॉजिकल और फंगल इंफेक्शन जैसी परेशानियां होने लगीं।

इस वजह से डायरेक्टर के पद से हटाया गया

तपन मिश्रा ने बताया कि अहमदाबाद के ISRO स्पेस एप्लीकेशन सेंटर में 2018 में 3 मई को धमाका हुआ, जिसमें मैं बच गया। इस धमाके में 100 करोड़ रुपये की लैब बर्बाद हो गई। जुलाई 2019 में एक भारतीय-अमेरिकी प्रोफेसर ने मुझे मुंह बंद रखने को कहा और इसके बदले में मेरे बेटे को अमेरिकी इंस्टीट्यूट में एडमिशन का ऑफर दिया, जब मैनें ऐसा करने से इनकार कर दिया, तो मुझे वहां डायरेक्टर के पद से हटा दिया गया।

‘…हो सकता हैं बाहरी ताकतों का हाथ’

तपन मिश्रा ने कहा कि उन्हें नहीं मालूम की इन सबके पीछे कौन है। लेकिन उन्होनें ये कहा कि कुछ बाहरी ताकतें ऐसी हैं, जो ये नहीं चाहती कि ISRO और इसके वैज्ञानिक आगे बढ़ें। उन्होनें कहा कि इस तरह के हमलों का उद्देश्य कमर्शल और सैन्य महत्व के उपकरण बनाने वाले वैज्ञानिकों को रास्ते से हटाने का हो सकता है। इस दौरान उन्होनें डॉ. विक्रम साराभाई की रहस्यमयी मौत का भी हवाला दिया।

ISRO वैज्ञानिक ने आगे ये भी बताया कि 2017 जुलाई में गृह विभाग के सुरक्षा अधिकारी उनको आर्सेनिक के खतरे से सावधान कर चुके हैं। बता दें कि तपन मिश्रा जनवरी में रिटायर होने वाले हैं और इससे पहले अब उन्होनें ये हैरान कर देने वाला खुलासा किया है।

Ind vs Aus: ‘हिटमैन’ की एंट्री, ये खिलाड़ी बाहर…जानिए तीसरे टेस्ट की Playing 11 में हुए क्या-क्या बदलाव?

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Ind vs Aus: ‘हिटमैन’ की एंट्री, ये खिलाड़ी बाहर…जानिए तीसरे टेस्ट की Playing 11 में हुए क्या-क्या बदलाव?

गुरुवार से टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला खेले जाने वाला है। ये मैच सिडनी में होगा। शुरुआती दो मुकाबलों की बात करें तो पहले में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने जीत दर्ज की, तो दूसरे में टीम इंडिया ने। सीरीज फिलहाल 1-1 से बराबर है। दोनों ही टीमों के लिए ये टेस्ट सीरीज काफी अहम है, क्योंकि ये वर्ल्ड टेस्ट चैंपिनयशिप का हिस्सा है।

पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने दूसरी पारी में बेहद खराब प्रदर्शन किया था। पूरी टीम महज 36 रनों पर आउट हो गई। जिसके बाद दूसरे मैच में बढ़िया कमबैक करते हुए कंगारुओं को 8 विकेटों से हरा दिया। अब तीसरे मैच से एक दिन पहले टीम इंडिया की प्लेइंग 11 का ऐलान कर दिया गया है। इस मैच के लिए टीम में क्या क्या बदलाव हुए, आइए आपको बताते हैं…

मयंक की जगह रोहित टीम में शामिल

रोहित शर्मा ठीक होकर ऑस्ट्रेलिया पहुंच चुके है और अब वो तीसरा मुकाबला खेलने की पूरी तैयारी में है। रोहित शर्मा को टीम में सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल की जगह पर शामिल किया गया है। मयंक शुरुआती दो मुकाबलों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए, जिसके चलते वो तीसरे टेस्ट से बाहर हो गए। रोहित मैच की उपकप्तान भी होंगे।

नवदीप सैनी करेंगे टेस्ट डेब्यू

इसके अलावा टीम में एक और बदलाव हुआ है। तेज गेंदबाज नवदीप सैनी को टेस्ट में डेब्यू करने का मौका मिला है। वो सिडनी टेस्ट की प्लेइंग 11 में शामिल किए गए है। उमेश यादव के चोटिल होने की वजह से सैनी को मौका मिला। हालांकि इसके लिए दावेदार टी नटराजन और शॉर्दुल ठाकुर भी थे, लेकिन सेलेक्टर्स ने सैनी को मौका देने का फैसला लिया।

इसके अलावा टीम में और कोई बदलाव नहीं किया गया। क्योंकि पिछले टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने विराट कोहली की गैरमौजूदगी में शानदार प्रदर्शन कर 8 विकेटों से जीत दर्ज की थी। इस वजह से बाकी की प्लेइंग 11 में बदलाव नहीं किए गए।

बता दें कि IPL खत्म होने के बाद ही टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर आ गई थीं। यहां दोनों टीमों के बीच इससे पहले तीन तीन मैचों की टी-20 और वनडे सीरीज भी खेली गई। वनडे सीरीज में ऑस्ट्रेलिया और टी-20 सीरीज पर इंडिया ने अपना कब्जा जमाया। अब दोनों टीमों के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज हो रही है, जो 1-1 से बराबर है। कल यानी गुरुवार से तीसरा मुकाबला खेला जाएगा और उसके बाद 15 जनवरी से चौथा और आखिरी टेस्ट मैच खेला जाएगा। इसके बाद टीम इंडिया भारत लौट आएगी और यहां इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज खेलेगी।

‘ड्रग्स-शराब से करियर बर्बाद’, यूजर के इस भद्दे कमेंट पर भड़क गए आर माधवन, दिया ऐसा जवाब जो…

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‘ड्रग्स-शराब से करियर बर्बाद’, यूजर के इस भद्दे कमेंट पर भड़क गए आर माधवन, दिया ऐसा जवाब जो…

बीते साल एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से ही पूरा बॉलीवुड विवादों में घिरा हुआ है। नेपोटिज्म से लेकर ड्रग्स तक इन मुद्दों को लेकर बॉलीवुड की काफी बदनामी हुई। दीपिका पादुकोण, श्रद्धा कपूर, सारा अली खान समेत कई एक्टर्स ड्रग्स केस में घिरी और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के सामने पूछताछ के लिए पेश भी हुई। जिसके बाद तमाम बॉलीवुड सितारे ट्रोलिंग का शिकार होने लगे। हर बड़ा एक्टर ट्रोलर्स के निशाने पर आ गया और लोग उनको जमकर ट्रोल करने लगे।

ऐसा ही कुछ हाल ही में एक्टर आर माधवन के साथ भी हुआ। एक यूजर ने उनको सोशल मीडिया पर ये कहा दिया ड्रग्स और शराब के चक्कर में आर माधवन ने अपना करियर बर्बाद कर लिया। ट्रोलर की ये बात माधवन को पसंद नहीं आई और उन्होनें उसे करारा जवाब दिया।

अमित साध की पोस्ट पर यूजर ने किया कमेंट

दरअसल, हुआ कुछ यूं कि एक्टर अमित साध ने आर माधवन के साथ एक तस्वीर शेयर करते हुए एक पोस्ट की थी। अमित साध ने इस दौरान माधवन की खूब तारीफ करते हुए लिखा- ‘भाई…मैडी सर…आपने मुझे फिर से उन 30 मिनटों में प्रेरित कर दिया…लव यू ब्रो…और भी ज्यादा जब हम अगली बार मिलेंगे।’

अमित साध की इस ट्वीट पर एक यूजर ने ऐसा कमेंट कर दिया, जो आर माधवन को पसंद नहीं आया। यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा- ‘एक समय ऐसा था जब मैडी मेरी दिल की धड़कन हुआ करते थे…लेकिन वो अब अपने इस शानदार करियर को, अपनी सेहत और जिंदगी को ड्रग्स और शराब की वजह  से बर्बाद कर रहे हैं, ये देखकर दिल टूट जाता है। उन्होनें जब रहना है तेरे दिल में से एंट्री ली थी तो वो कितने फ्रेश दिखते थे, लेकिन अब उनका चेहरे और आंखों को देखों…वो सबकुछ बता देती हैं।’

आर माधवन का करारा जवाब

जिस यूजर ने माधवन पर ये कमेंट किया, उनकी प्रोफाइल के मुताबिक वो एक डॉक्टर हैं। यूजर को जवाब देते हुए माधवन ने कहा- ‘ओह…तो ये आपका निष्कर्ष है? मैं आपके मरीजों के लिए परेशान हूं। आपको शायद एक डॉक्टर की जरूरत है।’

ट्रोलर को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए लोग आर माधवन की जमकर तारीफ कर रहे हैं। वहीं इसके अलावा अमित साध ने भी यूजर को जवाब देते हुए कहा- ‘वो सबसे ज्यादा सच्चे इंसान और आर्टिस्ट है। मेरा दिल टूट जाता है, जब लोग ट्विटर का और बोलने की आजादी का इस तरह इस्तेमाल करते हैं। उम्मीद हैं कि लोग समझ जाए कि उनको ऐसे भद्दे कमेंट किसी के भी नहीं करने चाहिए। ‘

बात अगर आर माधवन के वर्कफ्रंट की करें तो उन्होनें अपनी अपकमिंग फिल्म ‘रॉकेट्री- द नंबी इफेक्ट’ की शूटिंग खत्म की है। ये मूवी वैज्ञानिक नंबी नारायण पर आधारित होगी।

काफी अलग और खास होगी इस बार गणतंत्र दिवस की परेड, जानिए कैसे?

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काफी अलग और खास होगी इस बार गणतंत्र दिवस की परेड, जानिए कैसे?

26 जनवरी को देश का 70वां गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा। पूरे देश के लिए ये राष्ट्रीय त्यौहार है। देश की बढ़ती ताकत, भारत की विविधता और उसकी परंपराओं को एक साथ हम 26 जनवरी की परेड में देश सकते हैं। ये भारत के सबसे बड़े लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्ष होने का सबूत देती है। लेकिन इस बार कोरोना महामारी के कारण परेड हमेशा से अलग होगा। मगर फिर भी इसकी शोभा में कोई कमी नहीं आएगी।

कोरोना की वजह से होंगे ये बदलाव

करीब 8.5 किलोमीटर की परेड को समेटकर 3.5 किलोमीटर कर दिया गया है। विजय चौक से लाल किला जाने वाली परेड इस बार नेशनल स्टेडियम तक ही जाएगी। इतना ही नहीं कोरोना संकट और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों के कारण परेड में शामिल होने वाली झांकियों में भी बदलाव किया गया है। झांकियों की शोभा में कोई कमी नहीं आएगी लेकिन इस बार 144 सैनिकों के दस्ते के बजाए केवल 96 सैनिक दस्ते को ही झांकियों में शामिल होने की इजाजत दी गई है।

सैनिकों की संख्या को भी कम कर दिया गया है। जहां एक दस्ते में 12 कॉलम और 12 पंक्तियां होती थी लेकिन इस बार 12 कॉलम में केवल 8 पक्तियों ही होंगी। ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा जायेगा। इस कारण परेड में शामिल होने के लिए 25 हजार पास ही जारी किए गए है, ताकि जितना हो सके लोगों की भीड़ कम इकट्ठा हो सके।

बंग्लादेश की सैनिकों की टुकड़ी लेगी परेड में हिस्सा

इस बार गणतंत्र दिवस की परेड बाकियों से अलग होने वाली है, क्योंकि इस बार बंग्लादेश के सैनिक भी होंगे भारतीय परेड का हिस्सा। जी हां, भारत के साथ अपने रिश्तों को और मजबूत करने के लिए बंग्लादेश की सैनिकों की एक टुकड़ी परेड में हिस्सा लेने वाली है। इस मार्चिंग में 96 सैनिक शामिल होकर अपने बीडी 08 राइफल, चीनी टाइप 1817-62 एमएम हमले के हथियार का लाइसेंस वैरियेंट भी लेंगे। सभी सैनिकों, और मेहमानों को मास्क लगाना अनिवार्य किया गया है। सरकार की तरफ से कोशिश की जा रही है कि कोरोना संकट के बीच भी परेड की शोभा में कोई कमी नहीं आए। इसी के साथ आपको बताते चले कि ब्रिटेन के पीएम बॉरिस जॉन्सन गणतंत्र दिवस की परेड के मुख्य अतिथि होंगे।

हालांकि आपको बता दे कि बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कोरोना के नए स्ट्रेन के खतरे को देखते हुए इस बार 26 जनवरी की परेड को कैंसिल करने की सलाह दी थी लेकिन केंद्र सरकार ने बीच का रास्ता निकालते हुए परेड को छोटा करने का फैसला किया ताकि देश की गरिमा को कोई ठेस न पहुंचे। अब देखना ये है कि परेड के छोटे होने के बाद इस बार परेड कैसी होती है।

सोशल मीडिया पर ट्रेंड हुए #ModiMuderingFarmers की क्या है वजह? लोगों ने इस पर दिए कैसे रिएक्शन? जानें…

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सोशल मीडिया पर ट्रेंड हुए #ModiMuderingFarmers की क्या है वजह? लोगों ने इस पर दिए कैसे रिएक्शन? जानें…

किसानों का मुद्दा इस वक्त जोरों पर है। सरकार और किसानों के बीच कृषि कानूनों के मसले पर आठवें दौर की बात तो खत्म हो गई, लेकिन इस बार भी कोई नतीजा नहीं निकल पाया। कृषि कानूनों को किसान वापस लेने की मांग पर अब भी अड़े हैं लेकिन इस बातचीत के बीच जो सबसे दर्दनाक बात सामने आई है वो है आदोलनरत किसानों कि मौत।

 जी हां, दिल्ली बॉर्डर पर किसान मर रहे हैं लेकिन इन किसानों का हौसला कम नहीं हो रहा है और ये बिना हिम्मत हारे बॉर्डर पर डटे हैं। इस किसानों की मौत का जिम्मेदार कौन है, आखिर इन मौतों का जवाब कौन देगा। ये सवाल तो मन में उठते होंगे आपके हमारे, लेकिन सोशल मीडिया के इस दौर में सवाल जवाब ट्वीट पर भी किया जा रहा है।

दरअसल, #ModiMurderingFarmers ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा। जानते है इस ट्रेंडिंग के साथ लोग किस तरह के रिएक्शंस दे रहे हैं।

#ModiMurderingFarmers का ट्रेंड करना थोड़ा अजीब है क्योंकि देश के प्रधानमंत्री के लिए इस तरह की ट्रेंडिग कई सवाल खड़े करता है। तब जब किसान देश की राष्ट्रीय राजधानी के बॉर्डर पर कड़कड़ाती और कंपकंपाती ठंड में दिन-रात अड़े हुए हों केंद्र के लाए तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को मनवाने के लिए।

खैर देखते हैं क्या कह रहे हैं ट्विटर पर लोग #ModiMurderingFarmers के जरिए।

एक यूजर बाबा बख्तावर लिखते हैं- ‘सरकार द्वारा और कितने किसान मारे जाएंगे?#ModiMurderingFarmers’। इस ट्वीट के साथ यूजर एक फोटो भी पोस्ट करते हैं जिसमें कई लोगों के चेहरे दिख रहे हैं।

वहीं वीरा कौर ब्रार लिखते हैं- ‘वो सिर्फ अपनी जमीन बचाने के लिए नहीं लड़ रहे, बल्कि वो संविधान को बचाने के लिए लड़ रहे हैं। भारतीय किसान मोदी सरकार के हाथों पीड़ित हैं। वो इतनी ठंड में बैठे हैं।’ इस दौरान उन्होनें संयुक्त राष्ट्र को भी ट्वीट में टैग करके किसानों का साथ देने की अपील की।

लखविंदर सिंह लिखते हैं- ‘मोदी आपको इस पर ध्यान देने की जरूरत है। हर जान की कीमत होती है।’

पंजाबली नाम के एक यूजर अपने ट्वीट में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का जिक्र करते हुए लिखा- ‘आदरणीय मनमोहन सिंह जी, आप कब किसानों का साथ देने के लिए आगे आएंगे? कृप्या जल्दी आए..किसानों को आपके समर्थन की सख्त जरूरत है।’ इसके अलावा उन्होंने अपने इस ट्वीट में मनमोहन सिंह और गुरशरण कौर जैसे लोगों को टैग भी किया।

सोशल मीडिया के दौर में ट्वीट्स का दौर तो जारी रहेगा लेकिन सवाल वही है कि सरकार कब एक पुख्ता कदम उठाएगी इन आंदोलनरत किसानों के लिए जिनमें कई तो अब इस दुनिया में भी नहीं रहे।