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ट्रंप के इस भाषण के बाद भड़क गई हिंसा, 4 की मौत…अमेरिकी इतिहास का काला दिन!

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ट्रंप के इस भाषण के बाद भड़क गई हिंसा, 4 की मौत…अमेरिकी इतिहास का काला दिन!

अमेरिका में 2020 में हुए राष्ट्रपति चुनाव को लेकर बवाल अब तक थमा नहीं हैं। जो बाइडेन ने डोनाल्ड ट्रंप को हरा दिया, लेकिन बावजूद इसके डोनाल्ड ट्रंप हार मानने को तैयार नहीं हो रहे। ट्रंप ने चुनावों में धांधली का आरोप लगाया और अपनी हार स्वीकार करने से इनकार कर दिया। बुधवार को ट्रंप समर्थक अमेरिकी संसद कैपिटल हिल में घुस गए और यहां पर जबरदस्त हिंसा की।

वॉशिंगटन में 15 दिन की इमरजेंसी

ट्रंप के समर्थक तब अमेरिकी संसद में घुसे जब जो बाइडेन के आधिकारिक जीत की घोषणा सांसद करने की तैयारी में थे। अचानक ही उन्होनें वहां घुसकर हिंसा शुरू कर दी। ट्रंप समर्थकों ने जबरदस्त तोड़फोड़ की, गोली भी चली। हिंसा की वजह से 4 लोगों की मौत हुई है। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों को सांसदों को सेना के कैंप में लेकर जाना पड़ा। वॉशिंगटन में 15 दिनों की पब्लिक इमरजेंसी लगा दी गई।

कैपिटल हिल के बाहर ट्रंप समर्थकों की पुलिस से भिड़त हुई और कई लोग अंदर घुसने में भी कामयाब हुए। इस दौरान संसद में हलचल मच गई। सांसदों को अपना काम छोड़कर भागना पड़ा। ट्रंप समर्थकों ने कैपिटल बिल्डिंग के बाहर जमकर नारेबाजी की। बैरिकेड्स को तोड़ दिया। उपराष्ट्रपति माइक पेंस पर माइक पेंस पर चुनाव परिणामों पलटने का दबाव बनाया गया।

सोशल मीडिया से बैन ट्रंप

इस दौरान ट्विटर ने भी एक बड़ा कदम उठाते हुए ट्रंप के सोशल मीडिया अकाउंट को बैन कर दिया। फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर ने ट्रंप के भाषण की कुछ वीडियो भी हटा दी। वीडियो में ट्रंप अपने समर्थकों से घर वापस जाने की अपील तो कर रहे थे, लेकिन इसके साथ साथ वो ये भी आरोप लगा रहे थे कि चुनाव में धांधली हुई।

अमेरिकी संसद में ट्रंप समर्थकों के घुसने के बाद उन्होनें वीडियो पोस्ट की। इस पर ट्विटर ने एक बयान जारी किया और कहा कि वॉशिंगटन में जो हिंसा हो रही है, उसके चलते ट्रंप को अपनी तीन ट्वीट को हटाने की जरूरत है, क्योंकि वो हमारी सिविक इंटीग्रिटी पॉलिसी का उल्लंघन करती हैं।

संयुक्त सत्र से पहले ये कहा था ट्रंप ने

संसद का संयुक्त सत्र शुरू होने से पहले भी ट्रंप ने कहा था कि वो अपनी हार स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होनें चुनाव में धांधली का आरोप जो बाइडन पर लगाया। ट्रंप ने अपने हजारों समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि जब धांधली हुई तो अपनी हार नहीं माननी चाहिए। भाषण में उन्होनें ये भी दावा किया था कि चुनावों में उन्होनें शानदार जीत हासिल की।

बाइडेन ने बताया राजद्रोह

वहीं चुनाव में चुने गए राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस हिंसा पर कहा कि मैं ट्रंप से अपील करता हूं कि वो अपनी शपथ पूरी करें, संविधान की रक्षा करें और घेराबंदी को खत्म करने की मांग करें। बाइडन बोले की ये जो हिंसा हुई, हमने ऐसे नहीं है। ये केवल कानून ना मानने वाली बहुत छोटी संख्या है। बाइडन ने कैपिटल बिल्डिंग पर हुए हंगामे को राजद्रोह करार दिया।

‘अमेरिकी इतिहास पर धब्बा’

इसके अलावा अमेरिका एक अन्‍य प्रमुख डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता बर्नी सैंडर्स ने कहा कि ऐसा राष्ट्रपति जिसको 70 लाख वोटों से हारा, वो अब झूठ फैलाकर गृह युद्ध की तैयारी कर रहा। अपनी जिंदगी में मैनें ऐसा पहले कभी नहीं देखा। अमेरिकी इतिहास पर ये एक धब्बा है।

गौरतलब है कि बीते साल नवंबर के महीने में अमेरिका में राष्ट्रपति के चुनाव हुए, जिसमें जो बाइडेन को 306 और ट्रंप को 232 वोट मिले। बाइडेन, ट्रंप को हराने में कामयाब हो गए। लेकिन फिर भी ट्रंप अपनी हार को मानने को तैयार नहीं हुए। उन्होनें वोटिंग और काउटिंग के दौरान धांधली के आरोप लगा दिए। कई राज्यों में ट्रंप ने केस दर्ज कराए, लेकिन अधिकतर उनमें से खारिज हुए। सुप्रीम कोर्ट ने भी दो मामलों में ट्रंप की याचिका को खारिज कर दिया।

चुनाव प्रचार के दौरान ही इशारों-इशारों में ट्रंप हिंसा की धमकी दे चुके थे और अब उनकी ये धमकी सही भी साबित हुई। दुनिया के सबसे पुराने लोकतांत्रिक देश में इस तरह की घटनाएं शर्मसार कर देने वाली है।

सावधान: कहीं वैक्सीन ऐप CoWIN के नाम पर ठग ना जाएं आप, जानिए सरकार ने लोगों को क्यों किया अलर्ट?

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सावधान: कहीं वैक्सीन ऐप CoWIN के नाम पर ठग ना जाएं आप, जानिए सरकार ने लोगों को क्यों किया अलर्ट?

2021 के आते ही देश में कोरोना वैक्सीन की खुशखबरी भी आई। भारत में एक साथ दो-दो वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दे दी गई, जिसमें भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड शामिल है। 13 जनवरी से देशभर में वैक्सीन लगनी शुरू हो जाएगी। सबसे पहले हेल्थवर्कर्स और 50 से ज्यादा उम्र के लोगों को ये वैक्सीन लगाई जाएगी।

वैक्सीनेशन के लिए सरकार ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। 2 जनवरी को देशभर में ड्राई रन भी चलाया गया था। इसके अलावा वैक्सीन के लिए सरकार बहुत जल्द ही एक ऐप भी लॉन्च करने जा रही है, जिसका नाम है Co-win। ऐप के जरिए वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा। लेकिन इस ऐप के नाम पर फ्रॉड भी शुरू हो गया है, जिसके चलते सरकार ने लोगों को इसको लेकर सतर्क रहने की हिदायत है। ये पूरा माजरा क्या है, आइए आपको बताते है…

लॉन्च नहीं हुई ऐप, लेकिन फिर भी…

दरअसल, सरकार ने अब तक इस ऐप को लॉन्च नहीं किया है। लेकिन फिर भी गूगल प्ले स्टोर पर CoWIN नाम की ऐप्स की भरमार है। ये सभी ऐप पूरी तरह से फर्जी है, जिससे लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि कुछ असामाजिक तत्व CoWIN के नाम से ऐप बनाकर ऐप स्टोर पर डाल रहे है, जिसे लोग भ्रमित हो जाए। इस तरह की कोई भी ऐप डाउनलोड ना करें।

ना तो ऐसी ऐप को करें डाउनलोड और ना ही…

मंत्रालय ने लोगों को सावधान करते हुए कहा कि इस तरह की ऐप को ना डाउनलोड करें और ना ही इसमें अपनी कोई पर्सनल जानकारी शेयर करें। स्वास्थ्य मंत्रालय ने आगे ये भी बताया कि जब भी ऐप को ऑफिशियली लॉन्च किया जाएगा, तो इसकी जानकारी लोगों को दे दी जाएगी। तब तक किसी भी फेक ऐप को डाउनलोड करने से बचें।

वैक्सीन रजिस्ट्रेशन के नाम पर भी चल रहा ठगी का खेल

दरअसल, आप अगर किसी फेक ऐप को डाउनलोड करके उसमें अपनी निजी जानकारियां शेयर कर देते हैं, तो इससे आपका बैंक अकाउंट खाली होने का खतरा भी हो सकता है। इससे पहले वैक्सीन के नाम पर भी फ्रॉड की खबरें सामने आई थीं। दरअसल, वैक्सीन आने के बाद से ही जालसाजों ने लोगों को अपना शिकार बनाने के लिए ये हथकंडा अपनाना शुरू कर दिया।

इस दौरान ठग लोगों से वैक्सीन रजिस्ट्रेशन के नाम पर उनकी निजी जानकारियां मांगकर उनके बैंक अकाउंट से पैसे निकालने की कोशिश करते है। इससे बचने के लिए किसी के भी बहकावे में ना आए और गलती से भी अपनी बैंक डिटेल और OTP शेयर ना करें।

CoWIN ऐप को जल्द ही सरकार लॉन्च करेगी, जिसके बाद इसे गूगल प्ले से डाउनलोड किया जा सकेगा। ये ऐप 12 भाषाओं में उपलब्ध होगी। ऐप के जरिए वैक्सीन की ट्रैकिंग और रजिस्ट्रेशन होगी। CoWin ऐप को 5 हिस्सों में बांटा गया है, जिसमें एडमिनिस्ट्रेटर, रजिस्ट्रेशन, वैक्सीनेशन, बेनिफिशियरी, एक्नॉलेजमेंट और रिपोर्ट शामिल है।

जानिए कैसा रहेगा 07 जनवरी को आपका दिन

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जानिए कैसा रहेगा 07 जनवरी को आपका दिन

जैसा कि हम सभी जानते हैं ग्रहों का प्रभाव हमारे जीवन में पड़ता है, जिसके चलते हमें कभी अच्छे तो कभी बुरे दिनों का सामना करना पड़ता। वहीं आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आज का राशिफल आपके जीवन में क्या-क्या परिवर्तन लेकर आ सकता है। तो आइए आपको बताते हैं आज के दिन के बारे में आपके सितारे क्या कहते हैं और 07 जनवरी का दिन आपके लिए कैसा रहेगा…

मेष राशि- आपका दिन तनाव से भरा बीतेगा। आज कुछ करीबियों की बातें आपको ठेंस पहुंचाएगी। मन अशांत रहेगा। आज अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही ना बरतें।

वृषभ राशि- दिन आपका मिला जुला बीतेगा। किसी भी काम को लेकर कॉन्फिडेंट रहें। मेहनत के नतीजे मिलेंगे। परिवार में खुशहाली का माहौल रहेगा।

मिथुन राशि- आपका दिन अच्छा बीतेगा। आज के दिन किसी यात्रा पर जाने का प्लान बन सकता है। घर में खुशियां रहेगी। स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी दूर होगी।

कर्क राशि- आपका दिन सामान्य रहेगा। खर्चों पर थोड़ा कंट्रोल रखें। भविष्य को ध्यान में रखकर ही कोई फैसला लें। कार्यक्षेत्र में दिन अच्छा बीतेगा।

सिंह राशि- आपका दिन अच्छा बीतेगा। स्वास्थ्य में सुधार आएगा। किस्मत का साथ मिलेगा। नए काम शुरू करन के लिए दिन शुभ है।

कन्या राशि- दिन की शुरुआत बढ़िया होगी। मन प्रसन्न रहेगा। संतान की तरफ से अच्छी खबर मिलने की उम्मीद है। जोखिम भरे फैसले लेने से बचें।

तुला राशि- आपका दिन उतार चढ़ाव से भरा बीतेगा। कामकाज में आ रही समस्याएं कम होगी। लाइफ पार्टनर के साथ मनमुटाव हो सकता है। अपने गुस्से पर काबू रखें।

वृश्चिक राशि- दिन की शुरुआत परेशानियों से होगी। आर्थिक समस्याएं बढ़ सकती हैं। आज के दिन किसी के भी बहकावे में ना आए। अपनी समझदारी से हर फैसला लें।

धनु राशि- दिन आपका ठीक ठाक बीतेगा। पुराने और खास दोस्तों से मुलाकात होगी। भविष्य को लेकर आप चिंतत हो सकते हैं। नकारात्मक विचारों से दूर रहें।

मकर राशि- दिन आपका बढ़िया बीतेगा। नए काम को करने के  लिए प्रेरित होंगे। भाई बहनों के साथ अच्छा वक्त बिताएंगे। कुछ भी गलत खाने से बचें।

कुंभ राशि- दिन आपका सामान्य रहेगा। खर्चे बढ़ने के आसार है। लव लाइफ में थोड़ी टेंशन रहेगी। स्वास्थ्य में सुधार आने के आसार है।

मीन राशि- बिजनेस में नुकसान होने की संभावना है। बड़े फैसले आज के दिन लेने  से बचें। परिवार की सलाह के बिना कोई बड़ा कदम ना उठाएं। आपका दिन मिला जुला रहेगा।

पिता के इंतकाल के बाद उनके इस सपने को किया पूरा…अब राष्ट्रगान के दौरान भीग गई सिराज की आंखें

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पिता के इंतकाल के बाद उनके इस सपने को किया पूरा…अब राष्ट्रगान के दौरान भीग गई सिराज की आंखें

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा टेस्ट मैच आज से सिडनी में खेला जा रहा है। पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया और दूसरे मुकाबले में टीम इंडिया ने जीत हासिल की थी और ये सीरीज अभी एक-एक से बराबर है। अब चार मैचों की टेस्ट सीरीज में बढ़त बनाने के लिए दोनों टीमें आज से मैदान में उतरी है।

राष्ट्रगान के दौरान भावुक हुए सिराज

मैच शुरू होने से पहले कुछ ऐसा हुआ, जिसकी सोशल मीडिया पर खूब चर्चाएं हो रही हैं। दरअसल, टीम इंडिया के गेंदबाज मोहम्मद सिराज सिडनी टेस्ट शुरू होने से पहले भावुक होते हुए नजर आ गए। राष्ट्रगान के दौरान सिराज के आंखों से आंसू झलक पड़े।

एक ऑटो रिक्शा चलाने वाले का बेटा, जिसने बचपन से भारतीय क्रिकेट जर्सी पहनने का सपना देखा हो। उस शख्स के लिए विदेश में भारत के राष्ट्रगान में देश का प्रतिनिधत्व करना सच में गर्व की अनुभूति होगी। सोशल मीडिया पर सिराज के राष्ट्रगान के दौरान भावुक होने वाली तस्वीरें और वीडियो जमकर वायरल हो रही है और लोग उनकी काफी तारीफ भी कर रहे है।

निधन के बाद पिता का सपना किया पूरा

सिराज हैदराबाद की एक छोटी सी बस्ती से आए है। 7 साल की उम्र में ही उन्होनें अपने भाई को खो दिया था। हाल ही में सिराज के पिता का भी इंतकाल हो गया था। पिता की मौत के बाद सिराज अब उनका सपना पूरा कर रहे हैं।

IPL में सिराज रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की तरफ से खेलते हैं। IPL 13 के बाद वो टीम इंडिया के साथ सीधे ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चले गए थे। इसी दौरान उनके पिता मोहम्मद गौस का हैदराबाद में निधन हो गया। वो लंबे समय से फेफड़ों की बीमारी से जूझ रहे थे। क्वारंटाइन पीरियड के चलते सिराज अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाए। इसके बाद भी वो भारत वापस नहीं लौटे, बल्कि अपने पिता के सपने को पूरा करने की ठानी।

सिराज के पिता का ये चाहते थे कि उनका बेटा टेस्ट खेले और ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान उनको इसका मौका भी मिला। दूसरे टेस्ट मैच में सिराज ने टेस्ट में अपना डेब्यू किया और ऑस्ट्रेलिया टीम के पांच विकेट लेकर जीत में बड़ी भूमिका निभाई।

अब तीसरे टेस्ट मैच में राष्ट्रगान के दौरान वो भावुक होकर रो पड़े। मैच के पहले दिन पहली सफलता भी उन्हीं को मिली। सिराज ने ऑस्ट्रेलिया के स्टार खिलाड़ी डेविड वॉर्नर को पवेलियन वापस भेज दिया। इस समय सोशल मीडिया पर लोग सिराज की तारीफों के पुल बांध रहे हैं।

पहले दिन के मैच का ये रहा हाल…

बात अब मैच की करते हैं। सिडनी टेस्ट में टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। पहले दिन ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 2 विकेट के नुकसान पर 166 रन बना लिए। मैच में एक-एक विकेट सिराज और नवदीप सैनी को मिला है। नवदीप सैनी ने इसी मुकाबले से टेस्ट में डेब्यू किया और वो पहले ही दिन अपना पहला विकेट लेने में कामयाब हुए। पहले दिन का खेल खत्म होने तक लाबुशेन (67) और स्मिथ (31) रनों के साथ क्रीज पर जमे हुए थे। पहले दिन ऑस्ट्रेलियाई टीम भारतीय गेंदबाजों पर भारी पड़ती नजर आई। देखना होगा कि दूसरे दिन टीम इंडिया मैच में कैसे वापसी कर पाती है…?

विवादित बयान: ‘काम के टाइम राहुल, तेजस्वी और चिराग हनीमून पर चले जाते हैं’, जानिए किस नेता ने कहा ये?

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विवादित बयान: ‘काम के टाइम राहुल, तेजस्वी और चिराग हनीमून पर चले जाते हैं’, जानिए किस नेता ने कहा ये?

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी अपने विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में आ गए हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, RJD नेता तेजस्वी यादव और LJP अध्यक्ष चिराग पासवान पर उन्होनें हमला बोलते हुए कहा कि जब देश या फिर बिहार में किसी तरह का संकट आता है, तो ये तीनों हनीमून मनाने चले जाते हैं।

मांझी ने कहा ये…

जीतन राम मांझी ने ये बयान अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक के बाद बुधवार को दिया। उन्होनें कहा कि 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान हम महागठबंधन में थे। वो चुनाव में हार के बाद तेजस्वी गायब हो गए। तब चर्चा होने लगी तो हमने कहा था कि हार की वजह से वो अभी दिल्ली में हैं। जब भी बिहार पर कोई गंभीर समस्या आती है वो चाहे बाढ़ हो, चमकी बुखार हो या फिर किसान आंदोलन का मुद्दा हो, ऐसे मौकों पर तेजस्वी हमेशा बिहार से गायब हो जाते हैं।

उन्होनें आगे कहा कि तेजस्वी दिल्ली जाकर क्यों बैठ जाते हैं? विरोधी दल के नेता दिल्ली में भी काम करें, लेकिन उनको पटना में भी रहना चाहिए। बिहार को नहीं छोड़ना चाहिए।

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भी कोई मेन मुद्दा आता है तो.. हिंदुस्तान, बिहार के तीनो युवराज..चाहे वो राहुल गांधी हो, चिराग पासवान या तेजस्वी यादव, समय आने पर ये तीनों अपना कहीं पर हनीमून मनाने चले जाते हैं, या पता नहीं क्या करने जाते हैं।

RJD ने किया पलटवार

मांझी के इस बयान को लेकर RJD की तरफ से भी निशाना साधा गया है। RJD नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बिहार में अपराधी बेलगाम हैं। राज्य संभल नहीं रहा। मांझी जी आप अपनी सरकार बचाएं। एक तरफ आप तेजस्वी को पुत्र सामान कहते हैं और दूसरी ओर दबाव में आकर इस तरह के बयान देते हैं।

RJD नेता ने कहा कि तेजस्वी के पिता लालू ने जीतन राम मांझी के बेटे को MLC बनाया और आज सरकार में मंत्री हैं। ये बात साफ है कि मांझी को सरकार में तवज्जो नहीं मिल रही। उन्होनें कहा कि जनता ने किसको बड़ी पार्टी बनाया, ये स्पष्ट है। मांझी जी सरकार की नाकामियों पर सवाल खड़े करें, ना कि तेजस्वी यादव पर।

Kaagaz Review: कैसी है पंकज त्रिपाठी की फिल्म ‘कागज’? क्या है कहानी? जानिए मूवी का रिव्यू…

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Kaagaz Review: कैसी है पंकज त्रिपाठी की फिल्म ‘कागज’? क्या है कहानी? जानिए मूवी का रिव्यू…

पंकज त्रिपाठी ओटीटी प्लेटफॉर्म पर इस समय सबसे ज्यादा छाए हुए है। किसी भी तरह का किरदार हो वो अपने हर रोल में जान फूंक देते हैं। चाहे वो एक गैंगस्टर का रोल निभाना हो या फिर किसी आम आदमी का। हर वेब सीरीज और फिल्मों में वो इस समय लोगों के दिलों पर राज कर रहे हैं। अब एक और फिल्म के जरिए पंकज त्रिपाठी लोगों का दिल जीतने आ गए है। मूवी का नाम है ‘कागज’। आइए जानते हैं कैसी है ये फिल्म…?

कुछ ऐसी है फिल्म की कहानी

वैसे तो एक कागज काफी कमजोर होता है, जो महज हवा के झोंके तक से उड़ जाता है। लेकिन ये एक कागज किसी की पूरी जिंदगी तक बदल सकता है। ऐसा ही कुछ होता है भरत लाल (पंकज त्रिपाठी) के साथ। यूपी के छोटे से गांव में रहने वाला भरत लाल एक बैंड मास्टर है, जो पत्नी और बच्चों के साथ अपनी जिंदगी सुखी से बीता रहा होता है।

इसी दौरान उसकी पत्नी रुक्मणि (एम मोनल गज्जर) काम को आगे बढ़ाने के लिए भरत लाल से बैंक से लोन लेने को कहती है। जिसके बाद वो बैंक से लोन लेने जाता है, तो उसके जमीन के कागज गिरवी रखने के लिए मांगे जाते है। जब भरत लाल अपनी जमीन के कागज लेने जाता है, तो उसको अपनी जिंदगी का सबसे बड़ा झटका लगता है। इस दौरान उसको पता चलता है कि कागजों के मुताबिक वो मृत घोषित हो चुका है और उसकी जमीन चाचा के बेटों में बांट दी गई।

फिर शुरू होता है भरत लाल  का अपने आप को जीवित साबित करने का संघर्ष। वो लेखपाल से लेकर कोर्ट और प्रधानमंत्री तक के चक्कर काटता है। इस पूरी लड़ाई में उसको साधुराम केवट वकील (सतीश कौशिक) का खूब साथ मिलता है। 18 सालों के लंबे संघर्ष के बाद वो खुद को जीवित साबित करने में कामयाब होता है। लेकिन इस दौरान उसको किन मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, कैसे एक कागज ने उसकी पूरी जिंदगी को बदलकर रख दी, फिल्म की कहानी उसी पर आधारित है।

एक बार फिर पंकज त्रिपाठी की शानदार एक्टिंग

बात अगर फिल्म में एक्टिंग की करें तो, जिस मूवी या वेब सीरीज में पंकज त्रिपाठी होते है, लोग उसमें अपने आप ही खींचे चले आते है। हर किरदार में पंकज त्रिपाठी इस तरह घुस जाते है कि वो सामान्य किरदार को भी खास बना देते है। कागज में भी उनकी एक्टिंग दमदार है। इसके अलावा सतीश कौशिक समेत बाकी किरदारों ने भी मूवी में अच्छी एक्टिंग की है।

फिल्म सच्ची घटना पर आधारित है। लाल बिहारी नाम के एक शख्स ने अपने आप को जीवित साबित करने के लिए सालों तक संघर्ष किया था। मूवी उसी पर बनी है और उनके रोल में ही पंकज त्रिपाठी नजर आ रहे हैं।

फिल्म में सतीश कौशिक ने एक्टिंग के साथ साथ डायरेक्शन भी की है। सलमान खान ने मूवी को प्रोड्यूस किया है। मूवी में आपको सलमान खान और सतीश कौशिक का नरेशन भी सुनने मिलता रहेगा। लेकिन ऐसा लगेगा फिल्म में गाने सिर्फ इसलिए डाले गए जिससे ये पता लगे कि ये एक बॉलीवुड फिल्म है। बाकी अगर आपको एक बढ़िया फिल्म, जिसमें एक्टिंग और कहानी दोनों ही दमदार है देखनी है, तो इसको मिस ना करें।

Vaccine को लेकर भारत बायोटेक-सीरम इंस्टीट्यूट में विवाद? Covaxin को 'पानी' कहने पर भड़क गए कंपनी के अध्यक्ष

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Vaccine को लेकर भारत बायोटेक-सीरम इंस्टीट्यूट में विवाद? Covaxin को 'पानी' कहने पर भड़क गए कंपनी के अध्यक्ष

भारत में एक साथ दो दो कोरोना वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिल गई। रविवार को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए इजाजत दे दी। जिसके बाद अब बहुत जल्द ही देश में वैक्सीनेशन का प्रोसेस शुरू हो जाएगा।

Covaxin पर उठ रहे सवाल

  लेकिन इसी बीच दोनों वैक्सीन को एक साथ मंजूरी दिए जाने पर काफी विवाद भी हो रहा है। ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन को हरी झंडी दिखाए जाने के बाद भारत में कोविशील्ड वैक्सीन को इजाजत मिलने की संभावना काफी ज्यादा थीं, लेकिन कोवैक्सीन को भी सरकार मंजूरी दे देगी, इसकी संभावना काफी कम थीं। इसी वजह से अब इस पर बहस छिड़ी हुईं है। एक तरफ इसको लेकर राजनीति चरम पर हैं। कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों के कुछ नेता ये कह चुके हैं कि भारत बायोटेक की वैक्सीन को मंजूरी देने में जल्दबाजी की गई।


Covaxin को पानी कहने पर भड़के अध्यक्ष

  वहीं अब वैक्सीन को लेकर सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक के बीच भी विवाद छिड़ गया है। दरअसल, कोवैक्सीन को ‘पानी’ कहने पर भारत बायोटेक के CMD कृष्ण इल्ला ने नाराजगी व्यक्त की और कहा कि हमारी वैक्सीन पर कोई भी सवाल खड़े ना करें। वो बोले की कोवैक्सीन कोई बैकअप नहीं हैं। कुछ लोग इसका राजनीतिकरण कर रहे हैं। वैक्सीन पर राजनीति करना सही नहीं।

सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला का बिना नाम लिए कृष्ण इल्ला ने कहा कि हम 200 प्रतिशत ईमानदार क्लीनिक ट्रायल करते हैं, लेकिन फिर भी हमारी आलोचना की जा रही है। अगर मैं गलत हूं तो मुझे बताएं। हमारे टीके को कुछ कंपनियों ने तो पानी की तरह तक बता दिया। इस बात से इनकार करना चाहता हूं। हम वैज्ञानिक हैं। हमारे ट्रायल पर सवाल ना खड़े करें।


क्या कहा था SII के सीईओ ने?

  रविवार को सीरम इंस्टीट्यूट के CEO अदार पूनावाला ने एक इंटरव्यू में ये बात कही थी कि कोरोना के खिलाफ सिर्फ तीन ही टीके असरदार हैं और वो फाइजर, मॉडर्ना और ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका। इसके अलावा बाकी सब केवल पानी की तरह सुरक्षित हैं।

उनके इसी बयान को लेकर कृष्णा इल्ला भड़क गए। उन्होनें कहा कि अमेरिका, यूरोप ने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के ट्रायल के डेटा को मंजूर करने से मना कर दिया था। क्योंकि वो स्पष्ट नहीं था। लेकिन फिर भी कोई ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के डेटा पर सवाल नहीं पूछ रहा। उन्होनें कहा कि सुरक्षा और असरदार टीके के उत्पादन का हमारा रिकॉर्ड रहा है। वैक्सीन का पूरा डेटा पारदर्शी है।


‘मार्च तक उपलब्ध होगा तीसरे फेज का डेटा’

  ‘भारत बायोटेक’ के अध्यक्ष ने आगे कहा कि वैक्सीन के पर्याप्त डेटा का खुलासा पहले ही किया जा चुका है। लोगों के लिए ऑनलाइन मौजूद भी हैं। इस टीके को केवल इसलिए निशाना बनाया जा रहा क्योंकि ये एक भारतीय कंपनी द्वारा बनाया गया उत्पाद है। उन्होनें कहा कि कोवैक्सीन मेडिकल जरूरतों को पूरा करती हैं। इसके रिजल्ट शानदार है। वैक्सीन से इम्युनिटी तेजी से बढ़ती हैं।

कृष्णा इल्ला ने बताया कि तीसरे फेज के ट्रायल से संबंधित डेटा मार्च तक उपलब्ध होगा।तीसरे चरण के ट्रायल का अंतरिम विश्लेषण अभी नहीं हुआ। भारत बायोटेक का टीका फाइजर के टीके से कम नहीं है।


‘कोवैक्सीन बैकअप नहीं’

  इसके अलावा उन्होनें दिल्ली एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया के बयान पर भी जवाब दिया। दरअसल, गुलेरिया ने एक बयान में कहा था कि कोवैक्सीन को बैकअप की तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। उनके इस बयान पर इल्ला ने कहा कि ये एक वैक्सीन है, कोई बैकअप नहीं। ऐसे बयानों को लेकर लोगों को जिम्मेदार होना चाहिए।

राम मंदिर निर्माण के लिए मिर्जापुर के इन खास पत्थरों का होगा इस्तेमाल, जुड़ेगा विंध्याचल के साथ अटूट रिश्ता!

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राम मंदिर निर्माण के लिए मिर्जापुर के इन खास पत्थरों का होगा इस्तेमाल, जुड़ेगा विंध्याचल के साथ अटूट रिश्ता!

बीते साल अयोध्या में राम मंदिर की नींव के साथ ही देश के करोड़ों लोगो का सपना भी पूरा होने जा रहा है। करीब 500 सालों से अयोध्या में राम मंदिर बनने का सपना देखने वाले लोगों का सपना साकार होने जा रहा है, इतना ही नहीं हर धर्म के लोग बढ़ चढ़कर राम मंदिर के निर्माण के लिए चंदा दे रहे हैं, जो देश में धर्मं निरपेक्षता और अनेकता में एकता ही बड़ी मिसाल कायम कर रहा है। लेकिन इस मंदिर निर्माण के साथ ही कई ऐसे रिश्ते भी इस मंदिर से जुड़ने जा रहे है जो सैकड़ों सालो तक मंदिर के साथ ही जुड़े रहेंगे।


विंध्याचल से मगाएं जा रहे पत्थर

 राम मंदिर का निर्माण शुरू होते ही हिंदू धर्म में पूजनीय पहाड़ों में से एक पहाड़ विंध्याचल के साथ राम मंदिर का अटूट रिश्ता जुड़ने वाला है। दरअसल मंदिर के निर्माण के लिए 4 लाख घन फीट पत्थर विंध्याचल की पहाड़ियों से मंगवाया जा रहा है जो कि मिर्जापुर में स्थित है। इन पत्थरों का इस्तेमाल मंदिर की नींव बनाने के लिए किया जाएगा। ये पत्थर कई सौ सालो तक बिना हिले मजबूती से खड़े रहेंगे। 

राम मंदिर निर्माण में आ रही ये समस्या

 आपको बता दें कि मंदिर की नींव की खुदाई के बाद पता चला है कि मंदिर की नींव वाली जगह पर 200 फीट गहराई तक केवल बालुई मिट्टी है, साथ ही 100 फीट की गहराई पर सरयू नदी का प्रवाह मिला है। ऐसे में मंदिर की मजबूती इसकी मजबूत नींव पर ही टिकी है। जिसके कारण नींव की खुदाई का काम रोक कर भारत के 7 बड़े संस्थाओं और आईआईटी रिसचर्स से बैठक कर इस समास्या का हल पूछा गया।


मंदिर के नक्शे में कई बदलाव

 राम मंदिर ट्रस्ट चाहता है कि अयोध्या के राम मंदिर की उम्र कम से कम 1000 साल हो। ऐसे में नींव की मजबूती सबसे बड़ी चिंता थी लेकिन विंध्याचल के पत्थरों के इस्तेमाल से मंदिर की नींव को मजबूती दी जा रही है। आपको बता दें कि मंदिर के नक्शे में काफी बदलाव किए गए है। जिसमें अब मंदिर तीन मंजिला बनेगी और हर मंदिर 20 फीट की होगी। जमीन से 16.5 फीट पर मंदिर का फर्श होगा, मंदिर की लंबाई 360 फीट और चौड़ाई 335 फीट और मंदिर का शिखर 161 फीट का बनाया जाएगा।


बता दें कि मंदिर के ऊपरी हिस्से के निर्माण के लिए राजस्थान के भरतपुर के बंसी पहाड़पुर के पत्थरो को मंगवाया जा रहा है। ये बलुआ गुलाबी पत्थर है। मंदिर ट्रस्ट ने कहा कि निर्माण कार्य 15 जनवरी मकर संक्राति के दिन से शुरू होगा। जिसे बनाने का लक्ष्य 3 साल रखा गया है। उम्मीद की जा रही है कि जब ये राम मंदिर बनकर तैयार होगा, इसके जैसा मंदिर इतिहास में नहीं देखने मिलेगा। 

कहां गायब हुए Alibaba ग्रुप के मालिक जैक मा? जिनपिंग के साथ हुए विवाद के बाद से नहीं दिए दिखाई!

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कहां गायब हुए Alibaba ग्रुप के मालिक जैक मा? जिनपिंग के साथ हुए विवाद के बाद से नहीं दिए दिखाई!

चीन के अरबपतियों की लिस्ट में शामिल और अलीबाब ग्रुप के मालिक जैक मा बीते करीबन दो महीनों से लापता बताए जा रहे हैं। पिछले साल अक्टूबर में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ उनका विवाद हुआ था। मैक जा ने चीन के सरकारी कामकाज पर सवाल खड़े किए थे। इसके बाद से ही गायब हो गए

दो महीने से नहीं दिखे जैक मा

 फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट की मानें तो जैक मा करीब दो महीने से किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में नहीं दिखाई दिए। अपने खुद के बनाए गए टीवी शो ‘अफ्रीका के बिजनेस हीरो’ में जैक मा की जगह कोई और दिखाई दे रहा है। 

अलीबाबा ग्रुप्स चीन की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी है। ब्लूमबर्ग बिलियनर्स इंडेक्स के अनुसार जैक मा दुनिया के 25वें सबसे अमीर शख्स हैं, जिनकी इनकी कुल संपत्ति 50.6 अरब डॉलर है।


किस वजह से हुआ था जिनपिंग संग उनका विवाद?

 दरअसल, कुछ महीनों पहले शंघाई में आयोजित एक कार्यक्रम में जैक मा ने चीनी सरकार की आलोचना की थीं। चीनी सरकार से अपील करते हुए जैक मा ने कहा था कि सिस्टम में ऐसा बदलाव हो जिससे बिजनेस में नई चीजें शुरू करने की कोशिश को दबाने का प्रयास ना हो। उन्‍होंने तो वैश्विक बैंकिंग नियमों को ‘बुजुर्गों का क्लब’ करार दिया था।

उनके इस भाषण के बाद चीन की कम्युनिस्ट पार्टी काफी भड़क गई थीं और इसके बाद उनकी कंपनियों को टारगेट करना शुरू कर दिया। नवंबर में चीन के अधिकारियों ने जैक मा को बड़ा झटका दिया। उन्होनें  जैक मा के एंट ग्रुप के 37 अरब डॉलर के IPO को निलंबित कर दिया था। वॉल स्ट्रीट जनरल की रिपोर्ट के अनुसार चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ये आदेश दिया था। जिसके बाद जैक से ये भी कहा गया था कि वो तब तक चीन से बाहर ना जाएं, जब तक अलीबाबा ग्रुप के खिलाफ जांच चल रही है।

शो से हटाए गए, ट्विटर पर भी एक्टिव नहीं

जिसके बाद जैक अपने टीवी शो से नवंबर के फाइनल से ठीक पहले गायब हो गए। सिर्फ इतना ही नहीं उनकी फोटो को भी शो से हटा दिया गया। जिस पर अलीबाबा ग्रुप के प्रवक्ता ने बताया कि शेड्यूल विवाद के चलते वो अब जजों के पैनल का हिस्सा नहीं है।

लेकिन शो के फाइनल से कई हफ्ते पहले जैक मा ने ट्वीट कर ये बात कही थी कि वो सभी प्रतिभागियों से मिलने का इंतेजार नहीं कर सकते। जिसके बाद उनके ट्विटर अकाउंट से कोई भी पोस्ट नहीं किया गया। वो इससे पहले लगातार ट्वीट करते रहते थे। आखिरी बार 10 अक्टूबर को जैक मा ने ट्वीट किया था।

वैसे ऐसा पहली बार नहीं जब चीन से कोई अरबपति ऐसे लापता हुआ हो। इससे पहले फोर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार 2016-17 में चीन के कई अरबपति गायब हुए थे। हालांकि इनमें से कुछ दोबारा दिखाई भी दिए। जिन्होनें बताया कि वो अधिकारियों की मदद  कर रहे थे। लेकिन इस दौरान गायब हुए कुछ अरबपति ऐसे भी थे, जो कभी नहीं लौटे। 

अगले कुछ दिनों तक कैसे रहेगा मौसम का मिजाज? जानें दिल्ली समेत अन्य राज्यों का हाल…

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अगले कुछ दिनों तक कैसे रहेगा मौसम का मिजाज? जानें दिल्ली समेत अन्य राज्यों का हाल…

शीतलहर का प्रकोप उत्तर भारत के कई राज्यों में इस कदर जारी है कि जीवन अस्तव्यस्त हो गया है। तो वहीं राजधानी दिल्ली और एनसीआर में बारिश के कारण भी ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। इस बढ़ रहे ठंड के बीच मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि उत्तर भारत में जनवरी के महीने में आंधी-तूफान के साथ जोरदार बारिश हो सकती है।

रविवार को हुई कई राज्यों में तेज बारिश

 बीते रविवार को दिल्ली एनसीआर के कई जगहों पर झमाझम बारिश हुई। कई इलाकों में बिजली की गरज के साथ तेज बारिश हुई। दिल्ली के उत्तर पश्चिम क्षेत्र, उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले, नोएडा के साथ ही हरियाणा के कुछ इलाके में तेज बारिश हुई। दिल्ली में हुई बारिश का अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि सूरज के दर्शन दोपहर के वक्त भी नहीं हुए।


कब मिलेगी ठंड और बारिश से राहत?

 बीते दिन स्काईमेट वेदर के मुख्य मौसम विज्ञानी की तरफ से कहा गया कि तेज बारिश की संभावना आने वाले 48 घंटों में भी है। दरअसल मौसम विभाग यानि कि IMD ने पहले ही कहा था कि दिल्ली-एनसीआर में साल के पहले सप्ताह में ठंड के बीच बारिश होगी। दिल्ली में साल के पहले तो घना कोहरा रहा तो वहीं फिर आगे के दिन में बारिश हुई और बादल छाए रहे। ऐसी संभावना है कि बारिश और बादलों का सिलसिला 6-7 जनवरी तक जारी रहने वाला है।

वहीं स्काईमेट वेदर के मुख्य मौसम विज्ञानी महेश पलावत ने जानकारी दी कि दिल्ली के सफ़दरजंग में 39 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है, जो कि पिछले एक दशक में जनवरी में सबसे अधिक है। साथ ही पलावत ने अगले 48 घंटों के दौरान तेज बारिश की आशंका के लिए अलर्ट किया है। उन्होंने ट्वीट किया है कि 173.2 मिमी का रिकॉर्ड साल 1985 में बारिश ने बनाया था।

मौसम विभाग की तरफ से मौसम को लेकर जिस तरह के अनुमान लगाए गए हैं उसके मुताबिक सोमवार को बादल छाए रहेंगे, हल्की से मध्यम बारिश या फिर 20-30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गरज-चमक के साथ चलने वाली हवाओं का अनुमान लगाया है। कुछ जगहों पर तो ओलावृष्टि होने की भी संभावना जाहिर की गई है। वहीं सोमवार को मैक्सिमम 18 डिग्री सेल्सियस टेंप्रेचर और मिनिमम 10 डिग्री सेल्सियस टेंप्रेचर रहने के आसार हैं।