आर्थिक संकट से परेशान पाकिस्तान की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही है. हालात यहां तक पहुंच गए हैं कि विदेशों से मिली मदद और राहत सामग्री भी चोरी हो रही है. दरअसल रूस ने पाकिस्तान की मौजूदा हालत पर तरस खाकर 40 हजार टन से ज्यादा गेहूं मदद के तौर पर दिया था. लेकिन यह गेहूं जरूरतमंद लोगों तक नहीं पहुंचा बल्कि चोरी हो गया है. पाकिस्तान सरकार ने इस मामले में सख्ती से ऐक्शन लेते हुए अपने 67 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है. साथ ही कारण बताओं नोटिस भी जारी किया है. इस नोटिस में अधिकारियों से पूछा गया है कि किसके इशारों पर गेहूं चोरी हुआ है, इसका जवाब दीजिए.
भूख से परेशान लोग सड़कों पर कर रहे प्रदर्शन
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, कथित तौर पर सिंध खाद्य विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत से सिंध प्रांत के 10 जिलों में स्थित सरकारी गोदामों से लगभग 40,392 टन गेहूं चोरी हो गया है. रूस ने इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तान को 50 हजार टन गेहूं की आपूर्ति की थी. पाकिस्तान में खाने की कमी को लेकर लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं, कई लोग भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं. रूस ने मानवीय आधार पर पाकिस्तान को इतनी बड़ी राहत दी थी.पाकिस्तानी अधिकारियों के अनुसार मास्को नौ मालवाहक जहाजों के माध्यम से पाकिस्तान को 450,000 टन गेहूं की आपूर्ति करने की योजना बना रहा है.
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इन जिलों के अधिकारियों पर गिरी गाज
द न्यूज अखबार के मुताबिक, गबन में कथित संलिप्तता के लिए जिन अधिकारियों को निलंबित किया गया है, उनमें 49 खाद्य पर्यवेक्षक और 18 खाद्य निरीक्षक शामिल हैं. इसमें कहा गया है कि दादू, लरकाना, शहीद बेनजीराबाद, कंबर-शाहदादकोट, जैकोबाबाद, खैरपुर, सुक्कुर, घोटकी, संगर और मीरपुरखास जिलों में स्थित गोदामों से गेहूं की चोरी की गई थी. द डॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक रूस से गेहूं की आपूर्ति 31 मार्च तक पूरी हो जाएगी.
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रूस ने 4 लाख टन गेहूं भेजा था पाकिस्तान
जिस समय पाकिस्तान में आटा संकट पैदा हुआ, तो रूस की तरफ से चार लाख टन से भी ज्यादा गेहूं देश की मदद के लिए भेजा गया था. पुतिन के साथ पाकिस्तान की गद्दारी का एक सबूत इन दिनों सोशल मीडिया पर वीडियो के रूप में वायरल हो रहा है. इस वीडियो में नजर आ रहा है कि यूक्रेन की सेना का एक टैंक 122 एमएम की उस तोप के गोले का प्रयोग कर रही है जिसे पाकिस्तान की सेना ने उसे सप्लाई किया है.
पाकिस्तान ने की यूक्रेन को 44 टी-80यूडी टैंक्स देने की मांग
जो रिपोर्ट्स आई हैं, उस पर अगर यकीन करें तो पाकिस्तान ने पश्चिमी देशों की आर्थिक मदद के बदले यूक्रेन को 44 टी-80यूडी टैंक्स देने की पेशकश भी की है. पाकिस्तान ने इन टैंक्स को साल 1997 से 1999 के बीच यूक्रेन से ही खरीदा था. जब से रूस और यूक्रेन की जंग शुरू हुई है तब से ही पाकिस्तान दोनों देशों का फायदा उठाने की फिराक में है. पिछले साल जुलाई से ही पाकिस्तान की तरफ से यूक्रेन को ब्रिटेन के एयरब्रिज के जरिए गोला-बारूद सप्लाई करने में लगा है.
पाकिस्तान से नाराज हैं पुतिन
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कुछ खबरों पर अगर यकीन करें तो यूक्रेन को मिल रही पाकिस्तान की मदद से रूस काफी नाराज है. रिपोर्ट्स के अनुसार, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के नेतृत्व वाली रूसी सरकार ने चीन से कहा है कि वह पाकिस्तान को समझाए कि वह यूक्रेन का समर्थन करने में पश्चिम देशों के ग्रुप में शामिल न हो.