पुतिन ने मोदी तारीफ के बांधे पुल
कोरोना के बाद, जब से रूस-यूक्रने का युद्ध छिड़ा है पूरा विश्व संकट में ही चल रहा है। दूसरी तरफ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वाल्डाई डिस्कशन क्लब में अपने वार्षिक संबोधन के दौरान गुरुवार, 27 सितम्बर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वतंत्र विदेश नीति की प्रशंसा करते दिख रहे हैं। अपने सम्बोधन के दौरान पुतिन ने कहा कि, भारत में उनके वर्तमान प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बहुत कुछ किया गया है। साथ ही उन्होंने मोदी को देशभक्त की भी उपाधि से नवाजा। विदेश मीडिया रिपोर्टों ने पुतिन के बयान का अनुवाद करते हुए लिखा, “प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बहुत कुछ किया गया है। वह अपने देश के देशभक्त हैं. ‘मेक इन इंडिया’ का उनका विचार आर्थिक और नैतिकता दोनों में मायने रखता है. भविष्य भारत का है, इस पर गर्व किया जा सकता है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है।”
भारत-रूस के बीच मजबूत हैं संबंध
रुसी राष्ट्रपति पुतिन ने भारत की तारीफ करते हुए दोनों देशों के संबंधों को बहुआयामी बताया है। पुतिन ने कहा कि भारत की हमेशा से एक स्वतंत्र विदेश नीति रही है और दूसरी तरफ रूस और भारत के हमेशा से ही खास संबंध रहे हैं। उन्होंने दोनों देशों के संबंधों पर कहा कि, “हमारे पास कभी भी कोई मुश्किल मुद्दा नहीं था और हमने एक-दूसरे का समर्थन किया और यह अभी भी हो रहा है। मुझे यकीन है कि यह भविष्य में भी होगा।”
पुतिन ने रूस-भारत के सम्बन्धो को और मजबूत दिखाने के लिए उर्वरकों की आपूर्ति की बात पर खासा जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे उर्वरकों की आपूर्ति बढ़ाने के लिए कहा है जो भारतीय कृषि के लिए बहुत जरुरी है। उन्होंने कहा “हमने वॉल्यूम में 7.6 गुना वृद्धि की है। कृषि में व्यापार लगभग दोगुना हो गया है।
भारत हमेशा से निष्पक्ष भूमिका में
आपको याद होगा की रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला किया था। रूस-यूक्रेन युद्ध वर्तमान में भी जारी है और इस मुद्दे पर भारत ने अपने आपको हमेशा निष्पक्ष रखा है। हालांकि अपने सम्बोधन के दौरान पुतिन ने यूक्रेन पर न्यूक्लियर हथियारों के उपयोग के किसी भी इरादे से इनकार कर दिया है।
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