इसलिए “द ट्रेजडी किंग” कहलाए जाने लगे दिलीप कुमार, जानिए इनसे जुड़ी कुछ खास बातें

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एक दौर था जब बॉलीवुड के इस अभिनेता के आने से लोगों की भीड़ लग जाया करती थी, अगर वो मुस्कुरा दिया करते थे तो कई लड़कियां उन पर कायल हो जाया करती थी. उनकी प्रेम कहानी को लोग मिसाल के तौर पर सुनाया करते हैं. देवदास, बिरजू राम, तो कभी श्याम की अदाकारी से सिनेमा घरों को खिलखिला कर दिया करते थे. जी हां, हम बात कर रहे हैं बॉलीवुड के ट्रैजडी किंग “दिलीप कुमार” की, जिन्होंने 11 दिसंबर, 1922 को जन्म लिया. आइए आपको दिलीप कुमार की जिंदगी से जुड़े कुछ किस्सों के बारे में बताते हैं…

अभिनेता दिलीप कुमार बहुत शर्मिले स्वाभाव के है. ये फुटबॉल प्लेयर चाहते थे जिस वजह से एंक्टिंग में अवसर मिलने के बाद भी उन्होंने कॉलेज के ड्रामा में काम करने से साफ मना कर दिया था, वो बात अलग है कि इसका कारण उनके पिता लाला गुलाम अली सरवर खान थे, जो एक्टिंग को बहुत बुरी लाइन मानते थे.

बता दें कि अपने 40 साल के लंबे फिल्मी करियर में दिलीप कुमार ने केवल 67 फिल्में की, लेकिन उनकी लगभग सभी फिल्मों का काफी नाम रहा है. ऐसा कहा जाता है कि ये अपने किरदार में रिएलीटी लाने के लिए पूरी जी जान से लग जाते थे. फिल्म कोहिनूर में दिलीप कुमार को सिर्फ एक गाने में सितार बजाना था, इसके लिए उन्होंने कई सालों तक उस्ताद अब्दुल हलीम अली जाफर खां से सितार बजाने की ट्रेनिंग ली थी. इसके अलावा फिल्म नया दौर के लिए एक तांगे वाले का एक्ट करने के लिए उन्होंने तांगा चलाने की ट्रेनिंग ली थी, इसके बाद से वो द ट्रेजडी किंग कहलाए जाने लगे.

44 साल की उम्र में 22 साल की अभिनेत्री से हुई शादी

दिलीप कुमार एक बेहद खूबसूरत अभिनेत्री मधुबाला से काफी प्यार करते थे, लेकिन दोनों के बीच होने वाली जिद ने दोनो के प्यार भरे रिश्ते को तोड़ दिया, जिसके बाद से दिलीप कुमार ने किसी के साथ प्यार में न पड़ने की कसम ही खा ली थी, लेकिन चुलबुली अभिनेत्री सायरा बानो ने दिलीप कुमार के टूटे हुए दिल को फिर से जोड़ दिया, जिसके बाद 44 साल के दिलीप कुमार ने 22 साल की सायरा बानो के साथ शादी कर अपने नए रिश्ते की शुरूआत की. आज भी इन दोनों का प्यार पूरी तरह से जवां है.

मिल चुके हैं आठ फिल्म फेयर अवार्ड

आपको बता दें कि भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में फिल्म फेयर आवर्ड पाने वाले पहले अभिनेता दिलीप कुमार हैं. इन्होंने एक नहीं दो नहीं बल्कि पूरे 8 फिल्म फेयर अवार्ड्स को हासिल किया है. इसके अलावा 19 बार इनका नाम नॉमिनेट हुआ है. इनकी डेडिकेशन के चलते फिल्म निर्देशक सत्यजीत रे ने बेस्ट मेथड एक्टर कहा था.

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