China Seawater To Clean Fuel: 24 रुपये में समुद्री पानी से पेट्रोल का विकल्प और पीने का पानी, चीन ने तोड़ दिए रिकॉर्ड

Table of Content

China Seawater To Clean Fuel: दुनिया आज पानी की कमी और ग्रीन एनर्जी के लिए जूझ रही है, लेकिन चीन ने एक ही तकनीक से दोनों समस्याओं का समाधान खोज लिया है। शेडोंग प्रांत के रिझाओ शहर में लगी नई फैक्ट्री ने वैज्ञानिकों और अर्थशास्त्रियों दोनों को हैरान कर दिया है। यहां समुद्र के खारे पानी से पीने लायक पानी और भविष्य का ईंधन ‘ग्रीन हाइड्रोजन’ बनाया जा रहा है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इसकी कीमत महज 2 युआन यानी लगभग 24 रुपये प्रति क्यूबिक मीटर है।

और पढ़ें: Zelenskyy India Visit 2025: पुतिन के बाद अब ज़ेलेंस्की? दिल्ली में हो सकता है यूक्रेन के राष्ट्रपति का दौरा

एक इनपुट, तीन आउटपुट की क्रांतिकारी तकनीक (China Seawater To Clean Fuel)

साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, यह दुनिया की पहली ऐसी फैसिलिटी है जो पूरी तरह समंदर के पानी और पास की स्टील व पेट्रोकेमिकल फैक्ट्रियों की वेस्ट हीट पर चलती है। यानी फैक्ट्रियों से निकलने वाली गर्मी अब पानी और ईंधन बनाने में इस्तेमाल हो रही है।

इस सिस्टम में एक इनपुट, तीन आउटपुट का सिद्धांत लागू है:

  1. मीठा पानी: हर साल 800 टन समुद्री पानी को प्रोसेस करके 450 क्यूबिक मीटर अल्ट्रा-प्योर पानी मिलता है। यह पानी पीने और इंडस्ट्री में इस्तेमाल दोनों के लिए उपयुक्त है।
  2. ग्रीन हाइड्रोजन: सालाना 1,92,000 क्यूबिक मीटर ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन होता है, जो पेट्रोल और डीज़ल के विकल्प के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
  3. ब्राइन: अंत में 350 टन खनिज से भरपूर ब्राइन बचता है, जिसका इस्तेमाल समुद्री केमिकल्स बनाने में किया जा सकता है।

सऊदी अरब और अमेरिका भी पीछे

चीन की इस तकनीक ने लागत के मामले में दुनिया के बड़े-बड़े रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। यहां पानी की कीमत केवल 24 रुपये प्रति क्यूबिक मीटर है। तुलना करें तो सऊदी अरब और यूएई में यह 42 रुपये और अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया में 186 रुपये प्रति क्यूबिक मीटर है। बीजिंग में घरों में आने वाले नल के पानी की कीमत 5 युआन है, जबकि समुद्री पानी से बनाया गया यह पानी सिर्फ 2 युआन में उपलब्ध है।

ग्रीन हाइड्रोजन: भविष्य का ईंधन अब सस्ता

हाइड्रोजन को भविष्य का ईंधन माना जाता है क्योंकि इससे प्रदूषण नहीं होता। पर पहले इसे बनाने के लिए बहुत शुद्ध पानी और बिजली की जरूरत थी, और खारे पानी से मशीनें जल्दी खराब हो जाती थीं। रिझाओ प्लांट ने इस समस्या का हल निकाल दिया है और अब सीधे समुद्र के पानी से हाइड्रोजन बनाया जा रहा है।

इस हाइड्रोजन की मात्रा इतनी है कि इससे 100 बसें सालभर में 3,800 किलोमीटर तक दौड़ सकती हैं। लाओशान लेबोरेटरी के सीनियर इंजीनियर किन जियांगगुआंग का कहना है, “यह सिर्फ हाइड्रोजन का सिलेंडर भरना नहीं, बल्कि समुद्र से ऊर्जा निकालने का नया रास्ता है।”

समुद्री पानी की खतरनाक धातुओं का हल

आमतौर पर समुद्र के पानी में मौजूद मैग्नीशियम, कैल्शियम और क्लोराइड आयन हाइड्रोजन बनाने वाली मशीनों को नुकसान पहुंचाते हैं। लेकिन रिझाओ फैसिलिटी ने तीन हफ्तों से लगातार बिना रुकावट काम करके साबित कर दिया है कि यह तकनीकी बाधा पार कर ली गई है।

इस क्रांति से उन देशों को उम्मीद मिली है जिनके पास समुद्र है, लेकिन पीने का पानी और ऊर्जा के संसाधन सीमित हैं। चीन की यह पहल न केवल पानी की समस्या हल कर सकती है, बल्कि ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में भी दुनिया को नया रास्ता दिखा सकती है।

और पढ़ें: Pakistan CDF tussle: पाकिस्तान में सत्ता का सबसे बड़ा रीसेट? CDF पद को लेकर सेना और सरकार में खुला टकराव

vickynedrick@gmail.com

vickynedrick@gmail.com https://nedricknews.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent News

Trending News

Editor's Picks

Is AI Replacing Tech Jobs? Exploring the Impact of Artificial Intelligence on the Workforce

  Introduction: The Rise of AI in Technology Artificial Intelligence (AI) has emerged as a transformative force within the technology sector, fundamentally altering how businesses operate and innovate. Over recent years, we have witnessed a remarkable surge in AI applications, ranging from machine learning algorithms to natural language processing systems, that are now integral components...

UP BJP New President: यूपी भाजपा को मिला नया चेहरा, संगठन की कमान अब पंकज चौधरी के हाथ

UP BJP New President: उत्तर प्रदेश भाजपा को आखिरकार नया प्रदेश अध्यक्ष मिल गया है। शनिवार को एकमात्र नामांकन होने के बाद जिस नाम पर पहले ही सहमति बन चुकी थी, उस पर रविवार को औपचारिक ऐलान कर दिया गया। लखनऊ के राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय परिसर स्थित सभागार में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय पर्यवेक्षकों...

Kanpur News: एक जैसे चेहरे ही नहीं, फिंगरप्रिंट भी सेम! कानपुर का अनोखा मामला, विज्ञान हैरान

Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से एक ऐसा हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसने आम लोगों के साथ-साथ विज्ञान के जानकारों को भी सोच में डाल दिया है। विज्ञान अब तक यही मानता आया है कि दुनिया में किसी भी दो इंसानों के फिंगरप्रिंट और आंखों की रेटिना एक जैसी नहीं...

राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख सूत्रधार Dr Ramvilas Das Vedanti का निधन, अयोध्या और संत समाज में शोक की लहर

Dr Ramvilas Das Vedanti: राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेता और अयोध्या से पूर्व सांसद डॉ. रामविलास दास वेदांती का सोमवार सुबह मध्य प्रदेश के रीवा में निधन हो गया। वे 75 वर्ष के थे। जानकारी के अनुसार, वे 10 दिसंबर को दिल्ली से रीवा पहुंचे थे, जहां उनकी रामकथा चल रही थी। इसी दौरान...

Bhim Janmabhoomi dispute: रात में हमला, दिन में फाइलें गायब! भीम जन्मभूमि विवाद ने लिया खतरनाक मोड़

Bhim Janmabhoomi dispute: महू स्थित संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की जन्मभूमि से जुड़ा राष्ट्रीय स्मारक एक बार फिर बड़े विवाद के केंद्र में है। डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर मेमोरियल सोसायटी, महू में कथित तौर पर हुई गंभीर वित्तीय अनियमितताओं, फर्जीवाड़े और सत्ता हथियाने के आरोपों ने इस ऐतिहासिक और अंतरराष्ट्रीय महत्व के स्मारक की गरिमा...

Must Read

©2025- All Right Reserved. Designed and Developed by  Marketing Sheds