ये तथ्य साबित करते हैं कि हनुमान जी भगवान ही हैं इंसान नहीं, पूरी जानकारी

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कहा जाता है कि सच्चा भक्त वही है जो सदैव अपने प्रभु का नाम अपने किसी भी काम को शुरू करने से पहले लेता है और इस बात का सबूत हैं हनुमान जी. हनुमान जी को शिव का अवतार कहा जाता है. जहाँ हनुमान के ह्रदय समेत कण-कण में राम बसे हैं तो वहीं वो हर समय प्रभु श्री राम का नाम लेते हैं. वहीं हाल ही में रामायण पर आधारित फिल्म आदिपुरुष आई जो विवादों को घिरी है. वहीं इस फिल्म के डायलॉग में लिखने वाले मनोज मुंतशिर ने हनुमान जी को भगवन न कहकर उन्हें भक्त बोला है. इस पोस्ट के जरिए हम आपको इस बात की जानकारी देने जा रहे हैं कि हनुमान जी भगवान ही हैं.

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श्री राम की मदद के लिए भगवन शिव ने लिया था हनुमान अवतार 

जानकारी के अनुसार, राम विष्णुजी के 7वें अवतार हैं और राम के सभी काम पूरे हो इसके लिए हनुमान जी अवतार हुआ जो कि शिव के 11वें अवतार यानी रुद्रवतार हैं.  पौराणिक कथाओं के आधार पर कहा जाता है कि जब भगवान विष्णु राम अवतार लेकर पृथ्वीलोक पर असुरों का संहार करने के लिए पृथ्वी पर आए तब भोलेनाथ चिंतित हो गए और इसीलिए वे स्वयं भी हनुमान का अवतार लेकर उनकी सहायता के लिए धरती पर आ गए. इसलिए विष्णु के अवतार राम की हर परेशानी को हल करने के लिए भगवान पृथ्वी पर अवतार लिया और वो हनुमान जी के रूप में वो भगवान से राम भक्त बन गए.

 हनुमान को मिला था अमर होने के वरदान 

वहीं दूसरी कथा के अनुसार, माता सीता ने हनुमान जी को अजर अमर होने का वरदान दिया था और धरती की राशी के लिए तुम अजर अमर हो. वहीं जब श्रीराम ने जब देह त्यागने की घोषणा की तब हनुमान ने माता सीता से  अपना वरदान वापस लेने का आग्रह किया. हनुमान जी कि व्यथा देखकर माता सीता ने श्रीराम का ध्यान किया.

राम ने हनुमान को बनाया था भगवान

श्रीराम ने जब इस अवस्था में हनुमान जी को देखा तो उन्हें गले लगाते हुए कहा, ‘ धरती पर आनेवाला कोई भी जीव या प्राणी, चाहे वह संत हो या देवता कोई भी अमर नहीं है. लेकिन हनुमान तुम्हें ये वरदान है कि जब धरती पर कोई नहीं होगा तो रामभक्तों का बेड़ा तुमको ही पार लगाना है. जब धरती पर किसी भी देवता का अवतार नहीं होगा, और पाप बढ़ेगा तब राम के भक्तों का उद्धार मेरा हनुमान ही तो करेगा. इसलिए तुमको अमरता का वरदान दिलवाया गया है

 हनुमान हैं भक्त के साथ हैं भगवान 

वहीं इन दोनों कथा के अनुसार, हुनमान भगवन शिव का अवतार हैं साथ ही हनुमान जी को अमर रहने का वरदान दिया गया है इस अर्थ है कि रामभक्त हनुमान भगवान हैं. वहीं राम भक्तों को उद्धार करने के लिए हनुमान जी भगवान हैं.

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