Silver Reserves Top 5 Countries: 2025 में अगर किसी ने निवेशकों को सच में हैरान किया है, तो वह चांदी है। अब तक लोग सोने को सबसे सुरक्षित निवेश मानते आए थे, लेकिन इस साल चांदी ने रफ्तार के मामले में सोने को भी पीछे छोड़ दिया। कीमतें इतनी तेजी से बढ़ीं कि बाजार में इसे “रॉकेट जैसी उड़ान” कहा जाने लगा। फिलहाल एक किलो चांदी का भाव करीब 2,19,000 रुपये के आसपास पहुंच चुका है और निवेशकों की दिलचस्पी लगातार बढ़ रही है।
ऐसे में लोगों के मन में यह सवाल उठना लाजमी है कि आखिर दुनिया में सबसे ज्यादा चांदी किस देश के पास है और वैश्विक बाजार पर किसका दबदबा है। आइए जानते हैं उन देशों के बारे में, जो चांदी के मामले में दुनिया के बड़े खिलाड़ी हैं।
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पेरू बना दुनिया का ‘सिल्वर किंग’ (Silver Reserves Top 5 Countries)
आपको बता दें, दुनिया में सबसे ज्यादा चांदी का भंडार पेरू के पास है। आंकड़ों के मुताबिक, पेरू के पास करीब 1,40,000 मीट्रिक टन चांदी मौजूद है। देश के हुआरी क्षेत्र में स्थित एंटामिना खदान इसे वैश्विक स्तर पर नंबर वन बनाती है। यही खदान पेरू को अंतरराष्ट्रीय चांदी बाजार में मजबूत पकड़ दिलाती है। बड़े भंडार और स्थिर उत्पादन के चलते पेरू को सही मायनों में “सिल्वर किंग” कहा जाता है।
रूस: चुनौतियों के बावजूद मजबूत खिलाड़ी
दूसरे स्थान पर रूस है, जिसके पास करीब 92,000 टन चांदी का भंडार है। साइबेरिया और युराल क्षेत्र की खदानें रूस की ताकत हैं। भले ही रूस को राजनीतिक और आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता रहा हो, लेकिन चांदी के मामले में उसकी मौजूदगी वैश्विक बाजार में बेहद अहम है। रूस की चांदी उसकी अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देती है।
चीन की बढ़ती ताकत
तीसरे नंबर पर चीन है। चीन के पास लगभग 70,000 मीट्रिक टन चांदी का भंडार बताया जाता है। हेनान प्रांत की यिंग खदान चीन का प्रमुख चांदी उत्पादन केंद्र है। पिछले कुछ सालों में चीन ने खनिज उत्पादन में तेजी दिखाई है, जिसका असर उसकी अर्थव्यवस्था और वैश्विक चांदी बाजार में उसकी स्थिति पर साफ दिखता है।
पोलैंड: यूरोप का बड़ा नाम
यूरोप में चांदी के मामले में पोलैंड एक प्रमुख खिलाड़ी है। यह चौथे स्थान पर है और इसके पास करीब 61,000 टन चांदी का भंडार है। सरकारी कंपनी KGHM पोलैंड में चांदी और तांबे की बड़ी उत्पादक है। साल 2024 में ग्लोगोव कॉपर स्मेल्टर में देश की बड़ी मात्रा में चांदी को शुद्ध किया गया, जिससे पोलैंड की भूमिका वैश्विक बाजार में और मजबूत हुई।
मेक्सिको: खनन का मजबूत आधार
पांचवें स्थान पर मेक्सिको है, जिसके पास लगभग 37,000 टन चांदी है। जकाटेकास स्थित न्यूमोंट की पेनास्किटो खदान मेक्सिको की दूसरी सबसे बड़ी और दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी चांदी खदान मानी जाती है। यही खदान मेक्सिको को वैश्विक चांदी बाजार में खास पहचान दिलाती है।
भारत कहां खड़ा है?
भारत चांदी का बड़ा उपभोक्ता जरूर है, लेकिन भंडार के मामले में वह टॉप-5 देशों में शामिल नहीं है। देश में चांदी के भंडार सीमित हैं, इसलिए भारत को अपनी जरूरत के लिए आयात पर निर्भर रहना पड़ता है। यही वजह है कि भारत ग्लोबल चांदी बाजार में मुख्य रूप से खरीदार और निवेशक की भूमिका निभाता है।
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