Jabalpur Viral Video: मध्य प्रदेश के जबलपुर से सामने आया एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो ने न सिर्फ राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, बल्कि आम लोगों को भी झकझोर कर रख दिया है। इस वीडियो में एक महिला नेता को एक नेत्रहीन छात्रा के साथ अभद्रता करते हुए देखा जा सकता है। आरोप है कि महिला ने छात्रा से बदतमीजी की, उस पर चिल्लाई और हाथापाई तक करने की कोशिश की। मौके पर मौजूद पुलिस ने बीच-बचाव कर स्थिति को संभाला, नहीं तो मामला और गंभीर हो सकता था।
भाजपा उपाध्यक्ष पर लगे गंभीर आरोप (Jabalpur Viral Video)
वायरल वीडियो में दिख रही महिला की पहचान जबलपुर महानगर की भाजपा उपाध्यक्ष अंजू भार्गव के रूप में की जा रही है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि अंजू भार्गव नेत्रहीन छात्रा पर तेज आवाज में चिल्लाती हैं और आक्रामक रवैया अपनाती हैं। इस दौरान छात्रा भी खुद का बचाव करते हुए कहती नजर आती है कि “आप मुंह से बात कीजिए, इस तरह का व्यवहार नहीं कर सकतीं।” इसके बावजूद वीडियो में भाजपा नेता का गुस्सा शांत होता नहीं दिखता और वह हंगामा करती रहती हैं।
क्या है पूरा मामला
यह पूरा विवाद जबलपुर के कटंगा रोड स्थित हवाबाग कॉलेज के पीछे का बताया जा रहा है। यहां नेत्रहीन छात्रों के कथित धर्मांतरण को लेकर पहले से ही तनाव का माहौल बना हुआ था। कुछ हिंदूवादी संगठनों को सूचना मिली थी कि इस इलाके में नेत्रहीन बच्चों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। इसी सूचना के बाद भाजपा उपाध्यक्ष अंजू भार्गव हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंचीं। आरोप है कि वहां चल रहे कार्यक्रम को रुकवाने के दौरान उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया, जिसके बीच यह विवाद खड़ा हो गया।
पुलिस ने संभाली स्थिति
वीडियो में यह भी देखा जा सकता है कि माहौल लगातार गरमाता जा रहा था और बात हाथापाई तक पहुंचने वाली थी। इसी बीच मौके पर पुलिस पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस के हस्तक्षेप के कारण बड़ा टकराव टल गया, लेकिन तब तक वीडियो रिकॉर्ड हो चुका था, जो अब सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल चुका है।
सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं
यह वीडियो अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तेजी से शेयर किया जा रहा है। लाखों लोग इसे देख चुके हैं और हजारों की संख्या में इस पर प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कई यूजर्स ने भाजपा नेता के व्यवहार की कड़ी आलोचना की है। एक यूजर ने लिखा, “वाह, यही है बेटियों का सम्मान?” वहीं दूसरे ने कहा, “नेत्रहीन बच्ची के साथ ऐसा व्यवहार शर्मनाक है।” कुछ लोगों ने यह भी कहा कि अगर किसी मुद्दे पर विरोध करना है, तो उसका तरीका यह नहीं हो सकता।
राजनीतिक और सामाजिक बहस तेज
वीडियो के सामने आने के बाद मामला सिर्फ कानून-व्यवस्था तक सीमित नहीं रहा। अब यह मुद्दा राजनीतिक और सामाजिक बहस का रूप ले चुका है। जहां एक ओर लोग नेत्रहीन छात्रा के साथ हुए व्यवहार की निंदा कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर धर्मांतरण जैसे संवेदनशील मुद्दे पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। फिलहाल इस मामले पर भाजपा संगठन या अंजू भार्गव की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।














