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IPL 2021: किस टीम के पास अभी कितना पैसा? किन खिलाड़ियों को रिलीज कर सकती हैं आठों टीमें? देखे पूरी लिस्ट…

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IPL 2021: किस टीम के पास अभी कितना पैसा? किन खिलाड़ियों को रिलीज कर सकती हैं आठों टीमें? देखे पूरी लिस्ट…

मंगलवार को ही भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दो महीनों से चले आ रहे लंबे दौर का अंत हुआ है। चार मैचों की टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की, जिसके बाद दुनियाभर में इसकी चर्चाएं हो रही हैं। टीम इंडिया की इस ऐतिहासिक जीत के बीच इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2021) को लेकर भी चर्चाएं शुरू हो गईं।

IPL 2021 का ऑक्शन फरवरी में होने की संभावना है। खबरों की मानें तो IPL के अपकमिंग सीजन का आयोजन 16 फरवरी को हो सकता है। वहीं सभी टीमों को 21 जनवरी से पहले खिलाड़ियों को रिलीज और रिटेन करने को कहा है। इसके चलते आज यानी 20 जनवरी को IPL की सभी टीम अपनी रिलीज और रिटेन खिलाड़ियों की लिस्ट जारी कर सकती हैं।

हालांकि इसी बीच हरभजन सिंह ने ट्वीट कर ये बताया दिया है कि वो अब IPL में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) की टीम से नहीं खेलेंगे। उन्होनें लिखा- ‘मेरा कॉन्ट्रैक्ट CSK के साथ खत्म हो गया। मेरा टीम के साथ खेलने का काफी बढ़िया अनुभव रहा। कई खूबसूरत यादें मैनें बनाई और कई अच्छे दोस्त भी, जिनको मैं लंबे वक्त तक याद रखूंगा। चेन्नई सुपर किंग्स टीम को, मैनेजमेंट को, स्टाफ और फैंस को बेहतरीन दो सालों के लिए शुक्रिया।’

IPL 14 के लिए मिनी ऑक्शन का आयोजन किया जाएगा। इसका ऐलान पहले ही हो चुका है कि IPL 2022 से 8 की जगह 10 टीमें खेला करेगी, इसलिए अगले साल मेगा ऑक्शन होगा। इस साल फिलहाल सभी 8 टीम केवल तीन ही खिलाड़ियों को मिनी ऑक्शन में रिलीज कर सकती हैं और अपने पर्स में पैसा इकट्ठा कर सकती है। तो आइए आपको बता देते हैं कि किस टीम के पर्स में फिलहाल कितना पैसा है और वो किन खिलाड़ियों को इस बार रिलीज कर सकती हैं…

सबसे कम पैसा CSK के पास

पहले बात चेन्नई सुपर किंग्स की कर लेते हैं। CSK के पास फिलहाल अभी सिर्फ 15 लाख रुपये ही है। फिलहाल सबसे ज्यादा पैसे किंग्स इलेवन पंजाब के पास है। KXIP के पास अभी 16.5 करोड़ रुपये है। वहीं राजस्थान रॉयल्स के पास 14.75 करोड़, सनराइजर्स हैदराबाद के पास 10.1 करोड़, दिल्ली कैपिटल्स के पास 9 करोड़, कोलकाता नाइट राइडर्स के पास 8.5 करोड़, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के पास 6.4 करोड़ रुपये और मुंबई इंडियंस के पास 1.95 करोड़ रुपये हैं।

इन खिलाड़ियों को किया जा सकता हैं रिलीज

अब इसके बाद बात करते हैं कि कौन-सी टीम इस बार किन-किन खिलाड़ियों को रिलीज कर सकती हैं…

चेन्नई सुपर किंग्स

हरभजन ने तो साफ कर दिया है कि CSK के साथ उनका सफर खत्म हो गया। क्योंकि CSK के पास अभी केवल 15 लाख रुपये ही मौजूद है। ऐसे में टीम नई खिलाड़ियों को शामिल कर कुछ पुराने खिलाड़ियों को रिलीज कर सकती हैं। संभावना है कि CSK केदार जाधव को इस साल रिलीज कर दे, क्योंकि पिछले IPL में उनका प्रदर्शन काफी खराब था। इसके अलावा इमरान ताहिर को भी रिलीज किया जा सकता है। इसके अलावा शेन वॉटसन पहले ही संन्यास ले चुके हैं। हालांकि सुरेश रैना चेन्नई से खेलेंगे या नहीं, ये अभी कह पाना मुश्किल है।

मुंबई इंडियंस

मुंबई इंडियंस के पास भी फिलहाल पर्स में ज्यादा पैसा नहीं है। लेकिन मुंबई की टीम पहले से ही संतुलित हैं। 2020 का खिताब भी मुंबई इंडियंस जीतने में कामयाब हुई थी। ऐसे में हो सकता है टीम में ज्यादा बदलाव ना हो। हालांकि मुंबई इंडियंस इस बार नाथन कूल्टर नाइल, सौरभ तिवारी, क्रिस लिन को रिलीज कर सकती है।

रॉयल चैंलेजर्स बैंगलोर

विराट की कप्तानी वाली टीम RCB अब तक खिताब जीतने में कामयाब नहीं हुई है। पार्थिव पटेल और डेल स्टेन आईपीएल 2021 से पहले ही बाहर हैं। इसके अलावा RCB इस साल उमेश यादव और एरॉन फिंच को रिलीज कर सकती है। RCB के पास 6 करोड़ से ज्यादा पैसा अभी है, तो वो नए खिलाड़ियों को इस साल टीम में जगह दे सकती है।

कोलकाता नाइट राइडर्स

KKR ने IPL 2020 के बीच में अपना कप्तान बदला था। अब ऐसी संभावना है कि इस बार KKR से पूर्ण कप्तान दिनेश कार्तिक के साथ कुलदीप यादव और सुनील नारायण को रिलीज किया जा सकता है।

किंग्स इलेवन पंजाब

KXIP के पास अभी सबसे ज्यादा पैसा है। लेकिन पिछले आईपीएल में बड़ी रकम वाले खिलाड़ी ग्लेन मैक्सवेल बुरी तरह फेल हुए। ऐसे में आशंका है कि KXIP इस साल मैक्सवेल समेत शेल्डन कॉट्रेल, सरफराज खान को टीम से रिलीज कर दे।

सनराइजर्स हैदराबाद

सनराइजर्स हैदराबाद के पास 10 करोड़ से ज्यादा रुपये पर्स में मौजूद है। कुछ और खिलाड़ियों को रिलीज कर टीम अपना पर्स में पैसे बढ़ा सकती हैं। SRH इस साल बिल्ली स्टानलेक, मिचेल मार्श और सिद्धार्थ कौल को रिलीज कर सकती है।

राजस्थान रॉयल्स

IPL 2020 में राजस्थान रॉयल्स 8वें स्थान पर रही थीं। ऐसी खबरें हैं कि इस साल कप्तान स्टीव स्मिथ को ही टीम बाहर का रास्ता दिखा सकती हैं। हालांकि जो रिलीज लिस्ट सामने आई उसके मुताबिक RR से श्रेयस गोपाल, वरुण आरोन और जयदेव उनादकट का पत्ता साफ हो सकता है।

दिल्ली कैपिटल्स

IPL 2020 में दिल्ली पहली बार फाइनल में जगह बनाने में कामयाब हुई। हालांकि मुंबई की टीम ने DC को पहला खिताब नहीं जीतने दिया। इस बार टीम और ज्यादा मजबूती से वापसी करने की कोशिश करेगी। दिल्ली कैपिटल्स से इस बार इशांत शर्मा, अमित मिश्रा और डेनियल सेम्स को रिलीज किया जा सकता है।

ऐसा मंदिर जहां बाघों के इर्द गिर्द रहते हैं श्रद्धालु, नजारा देख रह जायेंगे हक्के बक्के

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ऐसा मंदिर जहां बाघों के इर्द गिर्द रहते हैं श्रद्धालु, नजारा देख रह जायेंगे हक्के बक्के

भारत में ऐसे कई मंदिर हैं जो रहस्यों से भरे हुए हैं. प्राचीन काल में कई ऐसे मंदिर है जहां पर अजीब अजीब घटनाएं होती रहती हैं जिसे देखकर लोग आश्चर्यचकित रह जाते है. आज भी हम एक ऐसे मंदिर की बात करेंगे जहां पर बाघ और इंसान एक साथ टहलते दिखते हैं. ये मंदिर बैंकाक से 140 किमी दूर कंचनबरी में स्थित है. सबसे अमेजिंग बात ये है कि इंसान के इतना करीब रहने के बावजूद यहां टहलने वाले बाघ कभी किसी को नुकसान नहीं पहुंचते. इसका दृश्य इतना सुंदर होता है कि उसे देखने के लिए कोने कोने से पर्यटक आते हैं. आइये जानें कैसा है ये मंदिर..

ये है मान्यता

काफी पहले थाईलैंड में जानवरों की तस्करी होने लगी थी. जिसके बाद कंचनबरी के एक बौद्ध मंदिर ने जानवरों को बचाने के लिए मंदिर परिसर में वन्य जीवों को पालना शुरू कर दिया. साल 1999 में एक ग्रामीण ने मंदिर परिसर में बौद्ध भिक्षु को एक बाघ का छोटा सा बच्चा ला कर दिया. उसकी मां का कुछ लोगों ने शिकार कर दिया था. जिसके बाद धीरे धीरे गांव वाले बाघ के बच्चों को बचाकर मंदिर परिसर में लाये और उन सभी का बच्चों की तरह लालन पालन होने लगा.

बाघों के साथ खेलते हैं बौद्ध भिक्षु

बताया जाता है कि बौद्ध भिक्षु का इस कदर बाघों के साथ घुलना मिलना हो गया है कि वो उनके साथ खेलते हैं. उन्हें दोस्तों की भांति अपने पास बैठाकर खिलाते पिलाते हैं. ख़ास बात ये है कि ये बाघ भी किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाते. उन्हें शांति से रहने का पूरा प्रशिक्षण दिया जाता है. इसके अलावा बाघ मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के साथ भी खेलते हैं. उन्होंने कभी किसी को कोई नुकसान पहुंचाने की कोशिश तक नहीं की. इनकी गहरी दोस्ती की मिसालें पेश की जाती है. जिस वजह से इन्हें टाइगर टेंपल के नाम से जाना जाता है.

क्यों 20 जनवरी को ही अमेरिका के नए राष्ट्रपति को दिलाई जाती हैं शपथ? जानिए इसके पीछे की दिलचस्प वजह

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क्यों 20 जनवरी को ही अमेरिका के नए राष्ट्रपति को दिलाई जाती हैं शपथ? जानिए इसके पीछे की दिलचस्प वजह

लंबे समय तक हुए बवाल के बाद अब आखिरकार दुनिया के सबसे पॉवरफुल देश अमेरिका को अपना अगला राष्ट्रपति मिलने जा रहा हैं। जो बाइडेन आज यानी 20 जनवरी को ही अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगे। क्योंकि भारत का समय अमेरिका से 10 घंटे 30 मिनट आगे है। इस वजह से जो  बाइडेन का शपथ ग्रहण समारोह भारतीय समय के अनुसार रात 10:30 बजे होगा।

अमेरिका में पिछले साल के नवंबर महीने में चुनाव हुए थे। इसमें जो बाइडेन, डोनाल्ड ट्रंप को हराने में कामयाब हुए। आज यानी 20 जनवरी को जो बाइडेन अमेरिका के नए राष्‍ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। अमेरिका में इस दिन को इनॉग्रेशन डे कहा जाता है।

20 जनवरी को ही क्यों शपथ लेते हैं राष्ट्रपति?

वहीं अमेरिका में जिस तारीख को राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटि्ंग होती है, उसे इलेक्शन डे कहते है। अमेरिका में नवंबर में ही चुनाव होते हैं। एक से 8 नवंबर के बीच ये खत्म हो जाते हैं और फिर चुनावों को नतीजे आते है। इसके बाद 20 जनवरी को नए राष्ट्रपति शपथ लेते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर क्यों अमेरिका में 20 जनवरी को ही राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह होता है? आइए इसके बारे में आपको बता देते हैं…

दरअसल, अमेरिकी संविधान के 20वें संशोधन के मुताबिक नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण के लिए 20 जनवरी की ही तारीख तय की गई है। चुनाव खत्म होने के बाद करीब ढाई महीने बाद नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण होता है। सबसे पहले 20 जनवरी को 1937 में फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट ने अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर शपथ ली थी। इस दौरान वो दूसरी बार राष्ट्रपति बने थे।

वैसे आप ये भी सोच रहे होंगे कि आखिर क्यों राष्ट्रपति चुनाव में जीतने के ढाई महीनों बाद शपथ दिलाई जाती है। दरअसल, इसकी पीछे ये वजह होती है कि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति को अपनी टीम तैयार करनी होती है। जिसमें कैबिनेट से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति तक शामिल होती है।

पहले 4 मार्च थी तय तारीख

लेकिन 1937 से पहले तो नए राष्ट्रपति को शपथ मार्च में दिलाई जाती थीं यानी चुनाव खत्म होने के चार महीनों बाद। पहले 4 मार्च को अमेरिका के नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण होता है। ये तारीख क्यों बदली गई, इसके बारे में भी आपको बता देते हैं…

क्यों इसे बदला गया?

पहले 4 मार्च की तारीख इसलिए तय थीं, क्योंकि जो राष्ट्रपति अपना पद छोड़ने वाला होता था, उसको सारी प्रक्रियाएं पूरी करने, तमाम दस्तावेजों को तैयार करने और नए राष्ट्रपति को सारी जिम्मेदारियां सौंप देने के लिए पूरा समय मिले। लेकिन फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट लगातार दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति बने थे, तो उनको जिम्मेदारियां सौंपने की कोई जरूरत नहीं थीं।

वैसे जब रूजवेल्ट का पहला कार्यकाल था, तब से ही पद सौंपने की अवधि को घटाने पर विचार होने लगा। क्योंकि इन चार महीनों के दौरान जो राष्ट्रपति रहता है, उसके पास ज्यादा अधिकार और समय नहीं होता था, तो वो नीतिगत काम और फैसले नहीं कर सकता था। औपचारिक प्रक्रियाओं को पूरा करने के लिए ये ज्यादा समय लगने लगा। इसके बाद अमेरिकी संविधान में 20वां संशोधन किया गया और इसकी अवधि को घटाया गया।

23 जनवरी 1933 को अमेरिकी संविधान में 20वां संशोधन मंजूर हुआ और राष्ट्रपति पद सौंपने का इंतेजार दो महीने कम हो गया। इसके अलावा इस व्यवस्था के मुताबिक नई कांग्रेस की पहली बैठक के लिए 3 जनवरी की तारीख भी तय की गई।

लीप ईयर में होते हैं अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव

आपको ये भी बता दें कि राष्ट्रपति पद का निर्वाचन लीप ईयर पर ही होता है। अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए मध्यावधि चुनाव नहीं कराए जाते। अगर किसी भी वजह से राष्ट्रपति का पद खाली हो जाए, तो जो तत्काल उपराष्ट्रपति होता है वो ही राष्ट्रपति बन जाता है और उस कार्यकाल में जितना भी समय बचा होता है, उतने समय तक वो राष्ट्रपति रहता है। इसके बाद अगली बार चुनाव लीप ईयर में ही होते है।

इटली की वो भूतिया ट्रेन जो अचानक से हो गई थी गायब, आज तक बना हुआ है सस्पेंस

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इटली की वो भूतिया ट्रेन जो अचानक से हो गई थी गायब, आज तक बना हुआ है सस्पेंस

अगर इतिहास खंगाल कर देखें तो आपको ऐसी कई रोचक घटनाओं का पता चलेगा जिनका सुराग आज तक नहीं मिल पाया है. आज तक उनकी कहानी का राज एक फ़िल्मी सस्पेंस मूवी की तरह राज बनकर ही रह गया है. इसी कड़ी में साल इटली की ट्रेन का भी एक किस्सा कहा जाता है. जहां एक ट्रेन गंतव्य स्थान पर पहुंचने से पहले बीच में पड़ने वाले एक सुरंग में गायब हो गई थी. जिसका पता आज तक नहीं चला है. कहा जाता है वो ट्रेन किसी दूसरी दुनिया में पहुंच गई है. आइये जानें इस अजब किस्से की गजब दास्तां.

1911 की है ये घटना

ये किस्सा पहले विश्व युद्ध से भी पहले यानि जून 1911 का है. उस दौरान एक इटेलियन रेलवे कंपनी Zanetti ने अपनी ट्रेन का एक नया नवेला मॉडल निकाला था. लोगों को आकर्षित करने के लिए इस कंपनी ने लोगों को एक फ्री राइड देने का एलान किया था. इस ट्रेन में कंपनी ने काफी हाई क्लास सुविधा दे रखी थी. बढ़िया खाने पीने के इंतजाम से लेकर ट्रेन में बैठने सोने के फर्स्ट क्लास इंतजामात थे. इसमें बैठे 100 यात्री और 6 रेलवे कर्मचारी आराम से अपने डेस्टिनेशन पर पहुंचने का इन्तजार कर रहे थे. इस बीच एक सुरंग आई और उसके बाद उस ट्रेन का आज तक कोई ट्रेस नहीं मिला.

घटना के बारे में कुछ भी नहीं कहने को तैयार

ट्रेन के सभी 106 यात्री हालांकि सुरक्षित निकल आये. लेकिन वो उस हादसे के बारे में कुछ भी कहने को तैयार नहीं थे. वे उस समय काफी बुरी हालत में थे. कुछ लोगों का तो काफी सालों तक मानसिक इलाज चला जिसके बाद वे सही हो पाए. काफी पूछने के बाद एक यात्री ने सिर्फ इतना कहा कि सुरंग में पहुंचने के बाद ट्रेन में गाढ़े सफ़ेद रंग का धुआं भरने लगा था. इस हादसे से लोग काफी घबरा गए थे. इन्हीं अफरातफरी में दो यात्री बंद ट्रेन से बाहर आ गए. वो ऐसा कैसे कर पाए ये उन्हें खुद भी नहीं पता चला था. इसके बाद इस सुरंग को पूरी तरह से बंद कर दिया गया.

कई जगह दिख चुकी है ट्रेन

इस भूतिया ट्रेन को इटली, रूस, जर्मनी और रोमानिया के कई हिस्सों में देखा जा चुका है. हर बार जिन हिस्सों में जिस ट्रेन को देखने का लोगों ने जिक्र किया, हर बार वो ब्यौरा 1911 में गायब हुई ट्रेन जैसा दिखा. दूसरे देश ही नहीं, बल्कि खुद हमारे देश में भी कई रेलवे स्टेशनों को रहस्यमयी माना जाता है. जैसे पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में बेगुनकोडोर रेलवे स्टेशन देश का सबसे हॉन्टेड स्टेशन कहा जाता रहा. इस स्टेशन का उद्घाटन 1960 में हुआ था. कहा जाता है कि एक संथाल रानी ने इसे खुलवाने में अहम भूमिका निभाई थी.

क्यों अचानक डोरेमोन, शिजुका और नोबिता को यादकर इमोशनल हुए फैंस? बोले- 'हमारा बचपन खत्म', जानिए वजह…

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क्यों अचानक डोरेमोन, शिजुका और नोबिता को यादकर इमोशनल हुए फैंस? बोले- 'हमारा बचपन खत्म', जानिए वजह…

‘डोरेमोन’ कॉर्टून को भारत समेत कई देशों में काफी पसंद किया जाता है। सिर्फ बच्चे ही नहीं कई बड़े भी ये कॉर्टून लंबे समय से देख रहे हैं। कॉर्टून का हर कैरेक्टर चाहे वो डोरेमोन हो, नोबिता, शिजुका, सुनियो या फिर जियान दर्शकों को खूब पसंद हैं। फिर वो नोबिता को डोरेमोन से हर मुसीबत के लिए मदद मांगना हो या फिर जियान का बेसुरा गाना ये कॉर्टून सालों से लोगों को एंटरटेंन करता हुआ आ रहा है।

अब आज यानी बुधवार सुबह से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर कॉर्टून के कैरेक्टर यानी डेरोमॉन, शिजुका और नोबिता काफी ट्रेंड कर रहे हैं। ऐसा किस वजह से हो रहा है, आइए आपको इसके बारे में बताते हैं…

नोबिता-शिजुका की शादी की खबर वायरल

जिन लोगों ने ये भी कॉर्टून देखा होगा, उसको ये बात मालूम होगी कि नोबिता, शिजुका को कितना पसंद करता हैं। वो हर बार शिजुका को इंप्रेस करने के कुछ ना कुछ कोशिश जरूर करता रहता है, लेकिन कुछ ना कुछ ऐसा हो जाता है कि नोबिता मुसीबत में पड़ जाता है। फिर डेरोमॉन ही नोबिता की मदद के लिए आगे आता है।

फिल्म का आएगा सीक्वल

ये कहानी तो हम काफी समय से देखते हुए आ रहे हैं। लेकिन अब इस कहानी को आगे बढ़ाने का समय आ गया है। अब जल्द ही नोबिता और शिजुका की शादी होने वाली है। जी हां, डोरेमोन की अगली फिल्म रिलीज होने जा रही है जिसमें नोबिता और शिजुका की शादी दिखाई जाएगी। 2014 में ये फिल्म आई थीं और अब इसका सीक्वल रिलीज हो रहा है, जिसका नाम ‘Stand by Me Doraemon 2’ होगा।

जहां फिल्म के पहले पार्ट में नोबिता-डोरेमोन की पहली मुलाकात से लेकर उनके एडवेंचर के बारे में दिखाया गया था। वहीं दूसरे पार्ट में नोबिता-शिजुका की शादी दिखाई जाएगी। ये फिल्म नवंबर 2020 में जापान में रिलीज हुई और अब फरवरी 2021 में इसको इंडोनेशिया में रिलीज किया जा रहा है।

फैंस ने दिए ऐसे-ऐसे रिएक्शन

सीबीआई पिक्चर्स ने इसके बारे में ट्विटर पर जानकारी दी। जिसके बाद सोशल मीडिया पर ये खूब ट्रेंड होने लगा। बड़ी संख्या में लोग इसको लेकर ट्वीट कर रहे हैं। इस दौरान कुछ लोग इमोशनल भी हो रहे हैं, तो कुछ मजेदार रिएक्शन देते नजर आ रहे है। आइए बताते हैं आपको कि नोबिता-शिजुका की शादी पर लोग कैसे रिएक्ट कर रहे हैं…

ट्विटर पर एक यूजर ने इस पर कमेंट करते हुए लिखा- ‘आखिरकार नोबिता की शादी शिजुका से होने जा रही हैं। डेकिसुगी कहां है?’ वहीं एक दूसरे यूजर ने कहा- ‘मैं अभी बहुत इमोनशल हूं। मुझे याद है कि मैं कैसे टीवी के सामने बैठकर पूरा दिन डोरेमोन देखा करती थीं। मेरा 5वीं क्लास का नोबिता बड़ा हो गया और अब आखिरकार उसने शादी कर ली।’

लोग इस पर लगातार तरह-तरह के रिएक्शन देते नजर आ रहे हैं। एक अन्य यूजर ने लिखा- ‘डोरेमोन शायद आपके लिए सिर्फ एक कॉर्टून हो, लेकिन मेरे लिए उससे ज्यादा है। क्योंकि डोरेमोन ने मुझे सिखाया कि सबकुछ मुमकिन। नोबिता ने मुझे सिखाया कि भले ही आप पढ़ाई में अच्छे नहीं हो, लेकिन आप एक अच्छे इंसान बन सकते हो। हैप्पी वेडिंग नोबिता और शिजुका।’ इसके अलावा एक और यूजर ने इमोशनल होते हुए कहा- हमारे बचपन का ऑफिशियल अंत।

आखिरकार दुनिया के सामने आ गए Alibaba ग्रुप के मालिक जैक मा, जानिए सबसे पहले क्या कहा?

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आखिरकार दुनिया के सामने आ गए Alibaba ग्रुप के मालिक जैक मा, जानिए सबसे पहले क्या कहा?

चीन के अरबपतियों की लिस्ट में शामिल और अलीबाब ग्रुप के मालिक जैक मा अक्टूबर महीने से ही गायब बताए जा रहे थे। दरअसल, पिछले साल ही अक्टूबर महीने में जैक मा का चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ विवाद हुआ था। इसके बाद ये दावे किए जाने लगे कि चीनी सरकार ने जैक मा को गायब कर दिया। हालांकि अक्टूबर के बाद अब पहली बार जैक मा आखिरकार दुनिया के सामने आ गए हैं।

ग्लोबल टाइम्स ने जारी की वीडियो

दरअसल, जैक मा के गायब होने की खबरों के बीच दुनिया के बढ़ते दबाव के बाद चीनी सरकार के भोंपू ग्लोबल टाइम्स ने जैक मा का एक वीडियो जारी किया। ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक बुधवार को जैक मा ने चीन के 100 ग्रामीण शिक्षकों से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए बातचीत की। इस दौरान उन्होनें शिक्षकों से कहा कि कोरोना महामारी खत्म होने के बाद हम दोबारा मिलेंगे।

यह भी पढ़े: चीन के अरुणाचल प्रदेश में गांव बसाने के लिए कांग्रेस जिम्मेदार? जानिए बीजेपी सांसद ने किए क्या बड़े बड़े दावे

ग्‍लोबल टाइम्‍स ने जैक मा को इंग्लिश टीचर से एंटरप्रेन्योर बनने वाला बताया। इस दौरान जैक मा ने परिजय के दौरान अलबीबा का जिक्र भी नहीं किया, जिसकी स्थापना उन्होनें खुद की। चीन में ऐसी अफवाहें लगातार उड़ रही हैं कि जैक मा की अलीबाबा कंपनी को चीनी सरकार अपने नियंत्रण में ले सकती हैं। आइए आपको बताते हैं कि जैक मा का चीनी सरकार के साथ क्या विवाद हुआ था, जिसके बाद उनकी मुश्किलें बढ़ी और फिर वो दो महीनों तक गायब बताए जाने लगे।

क्या हुआ था चीनी सरकार के साथ विवाद?

दरअसल, शंघाई में आयोजित एक कार्यक्रम में जैक मा ने चीनी सरकार की आलोचना की थीं। चीनी सरकार से अपील करते हुए जैक मा ने कहा था कि सिस्टम में ऐसा बदलाव हो जिससे बिजनेस में नई चीजें शुरू करने की कोशिश को दबाने का प्रयास ना हो। उन्‍होंने तो वैश्विक बैंकिंग नियमों को ‘बुजुर्गों का क्लब’ करार दिया था।

उनका ये भाषण चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी को पसंद नहीं आया और वो इस पर काफी भड़क भी गई। इसके बाद जैक मा की कंपनियों को टारगेट करना शुरू कर दिया गया। इस बयान के बाद जैक मा की मुश्किलें बढ़ना शुरू हो गई। नवंबर में चीन के अधिकारियों ने जैक मा को बड़ा झटका दिया। उन्होनें  जैक मा के एंट ग्रुप के 37 अरब डॉलर के IPO को निलंबित कर दिया था। वॉल स्ट्रीट जनरल की रिपोर्ट के अनुसार चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ये आदेश दिया था।

इसके अलावा जैक मा से ये भी कहा गया था कि वो तब तक चीन से बाहर ना जाएं, जब तक अलीबाबा ग्रुप के खिलाफ जांच चल रही है। इसके बाद जैक अपने टीवी शो से नवंबर के फाइनल से ठीक पहले गायब हो गए। वो दो महीनों तक किसी भी सार्वजनिक जगह पर दिखाई नहीं दिए। गायब होने की खबरों के बीच वो पहली बार नजर आए, लेकिन अभी भी सिर्फ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए ही।

चीन से कई बिजनेसमैन हुए इस तरह गायब

वैसे जैक मा ऐसे पहले शख्स नहीं, जो चीनी सरकार की आलोचना करने के बाद इस तरह मुश्किलों में पड़ गए हो। मार्च में एक प्रॉपटी बिजनेसमैन रेन झिकियांग ने कोरोना महामारी से गलत तरीके से निपटने के लिए चीनी राष्ट्रपति को जोकर तक कह डाला था। जिसके बाद वो भी गायब हो गए। गायब होने के 6 महीनों बाद उन्होनें ‘अपनी मर्जी से और सच्चाई के साथ’ भ्रष्टाचार के अलग-अलग अपराध कबूल किए और उनको 18 साल की जेल की सजा सुनाई गई।

चीन से पहले भी कई अरबपतियों के गायब होने के मामले सामने आ चुके हैं। फोर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार 2016-17 में चीन के कई अरबपति गायब हुए थे। हालांकि इनमें से कुछ दोबारा दिखाई भी दिए। जिन्होनें बताया कि वो अधिकारियों की मदद  कर रहे थे। लेकिन इस दौरान गायब हुए कुछ अरबपति ऐसे भी थे, जो कभी नहीं लौटे।

Corona Vaccination: अब तक कितने लोगों को लगी वैक्सीन, कितने में दिखे साइड इफेक्ट्स? यहां जानिए सबकुछ…

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Corona Vaccination: अब तक कितने लोगों को लगी वैक्सीन, कितने में दिखे साइड इफेक्ट्स? यहां जानिए सबकुछ…

देश में कोरोना टीकाकरण का महाअभियान 16 जनवरी से शुरू हो चुका है। 2021 के जनवरी महीने की शुरूआत में ही देश में दो कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिल गई थी। पहले फेज में कोरोना वॉरियर्स यानी स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाने का काम जारी है। लेकिन इसी बीच वैक्सीन से होने वाले साइड इफेक्ट्स को लेकर लोगों की चिंता बढ़ी हुई है, जिसके चलते कुछ वैक्सीन पर सवाल भी उठा रहे हैं। 

इतने लोगों में दिखे साइड इफेक्ट

मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय दी गई जानकारी के मुताबिक वैक्सीनेशन के शुरुआती चार दिनों में 6 लाख से भी ज्यादा लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है और उसमें से अब तक सिर्फ 0.18 प्रतिशत लोगों को यानी करीबन एक हजार लोगों को साइड इफेक्ट्स देखने को मिले। वहीं 0.002 प्रतिशत ऐसे लोग रहे, जिनको वैक्सीन लगने के बाद दोबारा हॉस्पिटल में भर्ती करना पड़ा।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सभी स्वास्थ्यकर्मियों को आगे आकर कोरोना वैक्सीन लगवानी चाहिए। वैक्सीन को लेकर जो गलत बातें कही जा रही हैं, उन पर ध्यान नहीं देना चाहिए। साथ ही साथ इस दौरान नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने ये आश्वासन दिलाया कि देश में जो दो वैक्सीन को मंजूरी मिली, वो एकदम सही हैं। 

वैक्सीन लेने के बाद हुई दो की मौत लेकिन…

गौरतलब है कि वैक्सीन को लेकर शुरू से ही सवाल उठ रहे हैं। दरअसल, हाल ही में वैक्सीन लगवाने के बाद दो व्यक्ति की मौत भी हो गई थी, जिसके बाद इसको लेकर लोगों की चिंता और बढ़ गई थीं। हालांकि बाद में सरकार की तरफ से ये साफ किया गया कि इन मौतों का वैक्सीन से कोई लेना-देना नहीं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है।

मंगलवार तक 6 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी हैं। एक दिन में वैक्सीन लगाने के मामले में भारत अब अमेरिका से भी आगे है और साथ ही जल्द ही इसकी रफ्तार में और तेजी देखने को मिलेगी।

मंगलवार शाम तक के आंकड़े

स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जो आंकड़े जारी किए गए उसने मुताबिक मंगलवार शाम 6 बजे तक 6 लाख 31 हजार 417 टीके लगाए जा चुके हैं। मंगलवार के दिन शाम तक एक लाख 77 हजार 368 टीके लगे। जिनमें से 9 मामलों में वैक्सीन लगाने वालों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा, जिसमें से 2 नए केस मंगलवार को ही रिपोर्ट हुए।

गौरतलब है कि देश में अब तक दो वैक्सीन को मंजूरी मिलीं। वहीं चार वैक्सीन पर काम जारी है। बीते दिन ही एक नेरस वैक्सीन के ट्रायल को मंजूरी मिली। 

जानिए कैसा रहेगा 20 जनवरी को आपका दिन

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जानिए कैसा रहेगा 20 जनवरी को आपका दिन

जैसा कि हम सभी जानते हैं ग्रहों का प्रभाव हमारे जीवन में पड़ता है, जिसके चलते हमें कभी अच्छे तो कभी बुरे दिनों का सामना करना पड़ता। वहीं आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आज का राशिफल आपके जीवन में क्या-क्या परिवर्तन लेकर आ सकता है। तो आइए आपको बताते हैं आज के दिन के बारे में आपके सितारे क्या कहते हैं और 20 जनवरी का दिन आपके लिए कैसा रहेगा…

मेष राशि- आपका दिन मिला जुला बीतेगा। घर में टेंशन का माहौल रहेगा। आज के दिन  आपको भाग दौड़ करनी पड़ सकती है। हर परिस्थिति में धैर्य से काम करें।

वृषभ राशि- दिन की शुरुआत अच्छी होगी। सुबह सुबह कोई गुड न्यूज मिलेगी। संतान की तरफ से सरप्राइज मिल सकता है। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही ना बरतें।

मिथुन राशि-  दिन आपका सामान्य रहेगा। पुराने रोग से छुटकारा मिलेगा। मन प्रसन्न रहेगा। पैसों का लेन देन करने से बचें।

कर्क राशि- दिन आपका सामान्य रहेगा। कार्यक्षेत्र में चली आ रही परेशानियां कम होगी। मेहनत और लगन से किए कामों में सफलता जरूर मिलेगी। दोस्तों के साथ अच्छा वक्त बिताएंगे।

सिंह राशि- दिन आपका ठीक ठाक बीतेगा। आज आपमें आत्मविश्वास की कमी रहेगी। भविष्य की चिंता आपको सताएगी। परेशान होकर कोई बड़ा कदम ना उठाएं।

कन्या राशि- आज के दिन आपको सोच-समझकर फैसले लेने की जरूरत है। किसी की भी बातों में ना आएं। दिन आपका सामान्य रहेगा।

तुला राशि- आपका दिन अच्छा बीतेगा। परिवार में चली आ रही टेंशन दूर होगी। धन लाभ होने के आसार है। आपका मन प्रसन्न रहेगा।

वृश्चिक राशि- दिन आपका सामान्य रहेगा। घर में सुख शांति का माहौल रहेगा। जरूरतमंदों की मदद करें। मेहनत का फल मिलेगा।

धनु राशि-  दिन आपका मिला जुला रहेगा। कामों में मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। मन उदास रहेगा। दोस्तों के साथ दिल की हर बात शेयर करें।

मकर राशि- आपका दिन सामान्य रहेगा। लंबे वक्त से चली आ रही आर्थिक समस्याएं कम होगी। धन लाभ होने के आसार है। बाहर का खाने पीने से बचें।

कुंभ राशि- आपका दिन बहुत अच्छा बीतेगा। कार्यक्षेत्र से अच्छी खबर मिलेगी। रुका हुआ धन आज वापस मिलने के आसार है। स्वास्थ्य बढ़िया रहेगा।

मीन राशि- आपका दिन परेशानियों से भरा बीतेगा। तनाव में रहेंगे। भविष्य की चिंता सताएगी। नेगटिविटी से खुद को दूर रखने की कोशिश करें।

जेपी नड्डा के सवालों पर बोले राहुल- वो मेरे प्रोफेसर हैं, जो उन्हें जवाब दूं? सरकार पर किए जमकर कई बड़े प्रहार

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जेपी नड्डा के सवालों पर बोले राहुल- वो मेरे प्रोफेसर हैं, जो उन्हें जवाब दूं? सरकार पर किए जमकर कई बड़े प्रहार

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के बीच जुबानी जंग तेज हो रही हैं। नए कृषि कानून के खिलाफ बीते डेढ़ महीनों से भी ज्यादा वक्त से किसान सड़कों पर है। किसानों के इस प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस पार्टी लगातार बीजेपी पर हमला बोल रही है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी पर लगातार हमलावर है।

जेपी नड्डा के सवालों पर ये बोले राहुल 

मंगलवार को राहुल गांधी ने ‘खेती का खून’ बुकलेट जारी की। इससे पहले बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राहुल गांधी से कुछ सवाल किए थे। जिस पर जवाब देते हुए राहुल नड्डा और साथ साथ बीजेपी पर जमकर बरसे। जेपी नड्डा के सवालों पर राहुल बोलें कि वो कौन हैं? वो मेरे प्रोफेसर हैं, जो मैं उनको जवाब दूं?

जेपी नड्डा ने राहुल पर किसानों को भ्रमित करने और बरगलाने का आरोप लगाया था। जिसके जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि उनके दिल में जो कुछ भी आता हैं, वो मेरे बारे में बोलते हैं। किसान जानते हैं कि राहुल गांधी कौन है? क्या करता है? ये हिंदुस्तान का हर किसान जानता हैं।

इस दौरान राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि मेरा कैरेक्टर है। मैं ना तो नरेंद्र मोदी से डरता हूं और ना ही इन लोगों से। मुझे फर्क नहीं पड़ता। मैं एकदम साफ सुधरा आदमी हूं। ये लोग मुझे छू भी नहीं सके। हां, गोली मार सकते हैं, वो अलग बात है। लेकिन छू नहीं सकते।

राहुल गांधी ने आगे कहा कि किसानों को पता हैं कि भट्टा परसौल में क्या जेपी नड्डा नहीं खड़े थे। भूमि अधिग्रहण कानून में भी नड्डा नहीं खड़े थे, मोदी जी नहीं खड़े थे। जब किसानों की जमीन की बात आती हैं, तो कांग्रेस वहां खड़ी रहती हैं। किसानों का कर्ज माफ करने की बात होती है, तो कांग्रेस खड़ी होती है।

किसान आंदोलन पर सरकार को घेरा

केंद्र पर तीखा हमला बोलते हुए राहुल ने कहा कि सरकार किसानों को भटकाने की कोशिश में हैं। किसानों से बात करने के लिए कह रही है। 9 बार की बात हो चुकी, सरकार मामले के कोर्ट में घसीट रही है। ये तीन कानून एक प्रक्रिया है, ये यहीं पर नहीं रूकने वाले। इनका लक्ष्य हिंदुस्तान के किसानों को खत्म कर देना और पूरे कृषि सिस्टम को अपने तीन-चार दोस्तों को देने का है।

चीन के मुद्दे पर भी साधा निशाना

चीन के मसले पर सरकार को घेरते हुए राहुल गांधी ने कहा कि चीन भारत की कमजोरी देख रहा है। चीन के पास स्ट्रेटजिक विजन है, जो हिंदुस्तान के पास नहीं। चीन ने भारत को डोकलाम और लद्दाख में टेस्ट किया। चीन को अगर साफ संदेश नहीं दिया जाता, तो वो इसका फायदा उठाएगा।

जेपी नड्डा ने पूछे थे ये सवाल

बता दें कि इससे पहले बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से कुछ सवाल पूछे थे। एक के बाद एक कई ट्वीट कर नड्डा ने पूछा था कि राहुल गांधी चीन पर झूठ बोलना कब बंद करेंगे? क्या वो इस बात से इनकार करेंगे कि हजारों किलोमीटर जमीन, यहां तक वो भूमि भी जिसमें अरुणाचल प्रदेश में गांव बताने की बात कही जा रही है, उसे खुद पंडित नेहरू ने चीन को तोहफे में दे दी थी? क्यों कांग्रेस ने बार-बार चीन के आगे आत्मसमर्पण किया?

नड्डा ने चीन के अलावा कोरोना और किसानों के मुद्दे को लेकर भी राहुल से सवाल पूछे थे। उन्होनें पूछा कि वैक्सीन बनाने पर उन्होनें हमारे देश के वैज्ञानिकों को बधाई क्यों नहीं दी? साथ ही बीजेपी अध्यक्ष ने पूछा था कि कांग्रेस कब भारत के किसानों को भड़काना और गुमराह करना बंद करेगी? नड्डा ने कहा था कि उन्हें उम्मीद हैं कि राहुल इन सवालों का जवाब प्रेस कॉन्फ्रेंस में देंगे।

'दोस्त' मलेशिया ने जब्त किया पाकिस्तान का विमान…दो दिन तक भूखे पेट जमीन पर सोए यात्री!

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'दोस्त' मलेशिया ने जब्त किया पाकिस्तान का विमान…दो दिन तक भूखे पेट जमीन पर सोए यात्री!

कंगाल पाकिस्तान की हालत दिन पर दिन और खस्ता होती जा रही है। इस मुश्किल वक्त में पाकिस्तान का साथ अब दोस्त भी छोड़ने लगे है। हाल ही में पाकिस्तान को दोस्त मलेशिया से जब तगड़ा झटका मिला, पाकिस्‍तान इंटरनेशनल एयरलाइन्‍स (PIA) द्वारा लीज पर लिए गए विमान को जब्त कर लिया और साथ ही यात्रियों को भी उतार दिया। लीज पर लिए गए विमान का पैसा नहीं चुकाने की वजह से ऐसा किया गया था।

खाने और रहने की कोई व्यवस्था नहीं

इस मामले को लेकर अब एक और खुलासा हुआ है। इस दौरान यात्रियों का ना केवल जबरन प्लेन से उतार गया था बल्कि उनको खाने को भी नहीं दिया गया और साथ में रुकने की भी कोई व्यवस्था नहीं की गई। पाकिस्तानी यात्रियों ने जमीन पर ही सोकर दो दिन बिताए।

दो दिनों तक मुश्किलों में फंसे रहने के बाद जब यात्री पाकिस्तान लौटकर वापस आए, तो उन्होनें अपनी आपबीती बताई। यात्रियों ने बताया कि उन्होनें कुआलालंपुर एयरपोर्ट पर ही जमीन पर सोना पड़ा। इस मामले को लेकर पाकिस्तानी सरकार और प्रधानमंत्री इमरान खान की खूब किरकिरी हो रही है।

सिर्फ इतना ही नहीं इस करतूत को दुनिया से छिपाने के लिए यात्रियों को इस दौरान किसी से बात भी नहीं करने दी थीं। इसके अलावा फोटो लेने की भी इजाजत नहीं थी। जानकारी के मुताबिक प्लेन में 170 से अधिक पाकिस्तानी यात्री सवार थे।

आपको बता दें कि पाकिस्तान की सरकारी विमानन कंपनी पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) ने प्लेन लीज पर लिए हुए थे, जिसका पैसा नहीं चुकाने की वजह से मलेशिया में जब्त कर दिया गया। कुआलालंपुर एयरपोर्ट पर विमान को जब्त किया गया। इस दौरान प्लेन में चालक दल और यात्री सवार थे, जिन्हें जबरन उतार दिया गया।

भारतीय बताया जा रहा कंपनी का मालिक

वहीं मीडिया रिपोर्ट्स में ये दावा भी किया जा रहा है कि जिस कंपनी ने PIA को ये बोइंग 777 यात्री विमान लीज पर दिया था, उस कंपनी काम मालिक और डायरेक्टर भारतीय हैं। रिपोर्ट के अनुसार कंपनी का ऑफिस दुबई में है, जहां पर भारतीय मूल के कर्मचारी काम करते हैं।

‘आज विमान रोका, कल प्रधानमंत्री को रोकेंगे’

इस घटना को लेकर पाकिस्तानी पीएम इमरान खान की विपक्षी दलों ने भी खूब बेइज्जती की। सांसद गफूर हैदरी ने कहा कि आज मेलिशया ने हमारे जहाज को कर्ज के चलते रोक लिया। कल को अगर किसी एयरपोर्ट पर कर्जे के चलते हमारे प्राइम मिनिस्टर को रोक लिया जाए तो क्या होगा। और वो रोकेंगे भी। अगर आप कर्ज नहीं चुकाएंगे तो वो रोकेंगे। ये शर्मिंदगी भरी बात है। मलेशिया हमारा दोस्त है, एक इस्लामी मुल्का है। अगर वो मजबूर होकर प्लेन रोक सकता है तो कल को प्रधानमंत्री को भी रोक लेगा।

गौरतलब है कि इससे पहले भी कई बार कर्जों को लेकर पाकिस्तान का मजाक बन चुका है। हाल ही में पाकिस्तानी के एक और दोस्त सऊदी अरब ने अपने 3 अरब डॉलर वापस मांग ल‍िए थे। इस दौरान चीन से लोन लेकर इमरान सरकार ने चीन सऊदी अरब का कर्ज चुकाया।