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जानिए कैसा रहेगा 23 जनवरी को आपका दिन

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जानिए कैसा रहेगा 23 जनवरी को आपका दिन

जैसा कि हम सभी जानते हैं ग्रहों का प्रभाव हमारे जीवन में पड़ता है, जिसके चलते हमें कभी अच्छे तो कभी बुरे दिनों का सामना करना पड़ता। वहीं आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आज का राशिफल आपके जीवन में क्या-क्या परिवर्तन लेकर आ सकता है। तो आइए आपको बताते हैं आज के दिन के बारे में आपके सितारे क्या कहते हैं और 23 जनवरी का दिन आपके लिए कैसा रहेगा…

मेष राशि- आपका दिन सामान्य रहेगा। रुके काम पूरे होंगे। लव लाइफ में सुधार आएगा। बेफिजूल के खर्च ना करें।

वृषभ राशि- दिन की शुरुआत अच्छी होगी। संतान की तरफ से अच्छी न्यूज मिलेगी। आज के दिन गुस्से पर काम कंट्रोल रखें, नहीं तो बने बनाए काम भी बिगड़ सकते हैं।

मिथुन राशि- आपका दिन ठीक ठाक बीतेगा। विरोधी आज आप पर हावी हो सकते हैं। आपका मन परेशान रहेगा। हर परिस्थियों में करीबियों का साथ मिलेगा।

कर्क राशि- आज के दिन किसी भी नए काम की शुरुआत करने से बचें। जिम्मेदारियों का बोझ बढ़ेगा। मानसिक तनाव में रहेंगे। दोस्तों हर दुविधा को दूर करेंगे।

सिंह राशि- आज के दिन कोई जोखिम उठाने से बचें। आपका दिन मिला जुला बीतेगा। चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। बिजनेस में लाभ होने के आसार है।

कन्या राशि- परिवार में सुख शांति का माहौल रहेगा। दिन आपका बढ़िया बीतेगा। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, लेकिन खर्चें भी बढ़ेंगे।

तुला राशि- दिन की शुरुआत अच्छी होगी। परेशानियों कम होने के आसार है। लव लाइफ सामान्य रहेगी।

वृश्चिक राशि- दिन आपका सामान्य रहेगा। शेड्यूल आपका बिजी रहेगा। ज्यादा काम का असर स्वास्थ्य पर पड़ सकता है। तनाव लेने से आपको बचना चाहिए।

धनु राशि- आपका दिन ठीक ठाक बीतेगा। आर्थिक तंगी का सामना करना होगा। मन उदास रहेगा। हर परिस्थिति में धैर्य बनाएं रखें।

मकर राशि- आज के दिन संभलकर रहें। अनजान लोगों से मदद लेने से बचें। पार्टनर के साथ दिल की हर बात को शेयर करें। दिन आपका सामान्य बीतेगा।

कुंभ राशि- आपका आज का दिन बढ़िया रहेगा। लंबे समय से चली आ रही परेशानियां कम होगी। परिवारवालों के साथ अच्छा समय बिताएंगे। बाहर का खाने पीने से बचें।

मीन राशि- आपका दिन अच्छा रहेगा। कामों में आ रही बाधाएं कम होगी। परिवार में हंसी खुशी का माहौल रहेगा। किसी विवाद में पड़ने से आज के दिन बचें।

अमेरिका समेत इन देशों में चलती है राम नाम की करेंसी! जानिए क्यों…

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अमेरिका समेत इन देशों में चलती है राम नाम की करेंसी! जानिए क्यों…

हिन्दू धर्म में भगवान राम को काफी माना जाता है, ये वो पूजनीय देवता है जिन्होंने धरती पर मानव जाति में जन्म लिया और अयोध्या को विश्व में ख्याति दिलाई थी. जहां श्री राम भारत में हिन्दू धर्म की प्रधानता है तो वहीं विदेशों की करेंसी में श्री राम का नाम और तस्वीर होना एक बहुत बड़ी बात है, लेकिन क्या आपको इस बात का जरा सा भी अंदाजा है कि अमेरिका के अलावा इस देश में भी चलती है राम नाम की करेंसी? अगर नहीं तो आइए आपको एक दिलचस्प जानकारी देते हुए बताते हैं…

इस देश में भी चलती है राम नाम की करेंसी?

नीदरलैंड और अमेरिका में राम नाम की करेंसी इस्तेमाल हो रहे हैं लेकिन इसमें खासियत ये है कि वहां पर इन नोटों को आधिकारिक मुद्रा नहीं माना जाता है, ये केवल एक खास सर्कल में ही चलता है, जोकि इन दोनों देशों का प्रचलन है जिन पर भगवान राम की तस्वीर छपी होने के साथ राम भी लिखा हुआ है.

एक खास सर्कल में चलती है ये करेंसी

आपको बता दें कि अमेरिका के एक स्टेट आयोवा की एक सोसाइटी में राम मुद्रा चलाई जाती है, जहां पर अमेरिकन भारतीय जनजाति आयवे के लोग ही रहते हैं. यहां के लोग महर्षि महेश योगी को काफी मानते हैं. महर्षि वैदिक सिटी में रहने वाले उनके अनुयायी कामों के बदलों में इस मुद्रा की लेनदेन करते हैं.

कई साल पहले जारी की गई थी ये मुद्रा

साल 2002 में इस मुद्रा को “द ग्लोबल कंट्री ऑफ वर्ल्ड पीस” नाम की संस्था ने जारी किया था, उसके बाद इस मुद्रा को उन्होंने अपने समर्थकों में बांट दिया था. आपको बता दें कि महर्षि महेश योगी का जन्म छत्तीसगढ़ राज्य में हुआ था, इनका असली नाम महेश प्रसाद वर्मा है. इन्होंने फिजिक्स में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद शंकराचार्य ब्रह्मानन्द सरस्वती से दीक्षा ली.

हिन्दू प्रसार के लिए पहुंचे विदेश

उसके बाद उन्होंने हिन्दू धर्म का प्रसार करने के लिए विदेश का रुख लिया था. विदेश में उनका भावातीत ध्यान यानि “transcendental meditation” काफी लोकप्रिय है. बता दें कि “Let it be” गाने वाले “बीटल्स” के सदस्य करियर के बहुत अच्छे समय को छोड़कर भारत आए थे और फिर उन्होंने महेश योगी जी के साथ समय भी बिताया. जिसके बाद योगी की अहमियत और भी बढ़ती चली गई. योगी का आखिरी वक्त एम्सटर्डम के पास एक छोटे से गांव में बीता था, तब तक दुनिया में योग, ध्यान और आयुर्वेदिक इलाज का उनका तरीका लोकप्रिय होने लगा था.

राम मुद्रा का लेनदेन

राम मुद्रा के लेनदेन की शुरुआत 24 फरवरी, 2002 से हुई. अमेरिकी सिटी काउंसिल ने वैदिक सिटी के आर्थिक और सांस्कृतिक विकास को देखते हुए इस मुद्रा को स्वीकार कर लिया था, लेकिन इसे कभी भी लीगल टेंडर की स्वीकृति नहीं दी थी. बता दे कि अमेरिका के 35 राज्यों में राम पर आधारित बॉन्ड आज तक चलते हैं.

क्या है राम मुद्रा का मूल्य ?

एक राम मुद्रा की कीमत 10 अमेरिकी डॉलर तय की गई थी, ऐसे ही तीन नोटों का मुद्रण भी हुआ था. जिस नोट पर एक राम लिखा हुआ है उसकी कीमत 10 डॉलर है, जिस पर 2 राम लिखा हुआ उसका मूल्य 20 डॉलर और जिस पर राम की 3 तस्वीरें छपी हों उसकी कीमत 20 अमेरिकी डॉलर के बराबर थी. बताया जाता है कि राम मुद्रा का इस्तेमाल आश्रम के सदस्य आपस में करते हैं और जब वो आश्रम से बाहर जाते हैं तो इस मुद्रा के कीमत के हिसाब से डॉलर ले लेते हैं.

मई में होगा कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव! जानिए कैसे चुना जाता है देश की सबसे पुरानी पार्टी का प्रेसिडेंट?

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मई में होगा कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव! जानिए कैसे चुना जाता है देश की सबसे पुरानी पार्टी का प्रेसिडेंट?

कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर काफी समय से घमासान मचा हुआ है। लोकसभा चुनाव में हारने के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष का पद छोड़ दिया था और इसके बाद सोनिया गांधी ने अंतरिम अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली। लेकिन इस बीच अध्यक्ष को लेकर पार्टी में लगातार अंदरुनी कलह देखने को मिलती आ रही हैं। कई कांग्रेसी नेता पार्टी को जो हाल की स्थिति है, उसको देखते हुए कई बार पूर्ण अध्यक्ष की मांग कर चुके हैं।

पार्टी के कई नेता राहुल गांधी को ही दोबारा से अध्यक्ष बनाने की मांग करते हैं। तो कुछ नेताओं की मांग ये भी हैं कि अब गांधी परिवार से बाहर किसी को ये जिम्मेदारी मिले।

मई में कांग्रेस अध्यक्ष चुने जाने की संभावना 

कांग्रेस में जारी घमासान के बीच मई में पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हो सकता है। ये फैसला आज यानी शुक्रवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की हुई बैठक में किया गया। यानी राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद ही कांग्रेस अपना अध्यक्ष चुनेगी। आज हम आपको बताते हैं कि आखिर कांग्रेस पार्टी में अध्यक्ष पद का चुनाव कैसे होता है…?

ऐसे होता है अध्यक्ष का चुनाव

कांग्रेस पार्टी के संविधान में अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर विस्तार से जानकारी दी गई है। पार्टी की शीर्ष इकाई यानि कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) अध्यक्ष पद के चुनाव की तारीख तय करती है। साथ में कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए सबसे पहले पार्टी किसी एक वरिष्ठ सदस्य को रिटर्निंग अधिकारी के तैयार को नियुक्त करती है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य अध्यक्ष पद के उम्मीदवार के लिए प्रस्तावक बन सकते हैं।

कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के लिए कोई भी सदस्य खुद को प्रत्याशी बना सकता है, लेकिन उसके पास प्रदेश कांग्रेस कमेटी के 10 सदस्यों का समर्थन होना जरूरी है। जो भी उम्मीदवार बनाए जाते हैं, उनके नामों को रिटर्निंग अधिकारी के पास रखा जाता है। किसी भी आम चुनाव की ही तरह कांग्रेस पार्टी में भी नाम प्रकाशित होने के बाद नामांकन वापस लेने के लिए सात दिनों का वक्त दिया जाता है।

अगर अध्यक्ष पद के लिए सिर्फ एक ही उम्मीदवार है, तो ऐसे में उसे अगले कांग्रेस पूर्ण सत्र का अध्यक्ष घोषित कर दिया जाता है। वहीं अगर अध्यक्ष पद के लिए कई उम्मीदवार होते हैं, तो ऐसे में जीत हासिल करने के लिए कुल वोटो में कम से कम 50 वोट हासिल करने होते है।

कांग्रेस के संविधान के अनुसार अगर कोई भी उम्मीदवार पहले वरीयता वोटों में 50% से अधिक मत नहीं पाता, तो ऐसे में दूसरी प्राथमिकताओं की मतगणना की जाती है। वहीं इसके अलावा CWC के पास अस्थाई अध्यक्ष चुनने की भी शक्तियां होती हैं। चुना गया नया अध्यक्ष AICC के पूर्ण सत्र में प्रभार ग्रहण करता है। कांग्रेस अध्यक्ष का कार्यकाल पांच सालों का होता है।

नीतीश सरकार के खिलाफ लिखने पर जेल? सरकारी आदेश पर मचा सियासी घमासान, तेजस्वी बोले- मुझे गिरफ्तार करो

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नीतीश सरकार के खिलाफ लिखने पर जेल? सरकारी आदेश पर मचा सियासी घमासान, तेजस्वी बोले- मुझे गिरफ्तार करो

बिहार की नीतीश कुमार सरकार की ओर से सोशल मीडिया को लेकर ऐसा फरमान जारी किया गया, जिसको लेकर बवाल मच गया। इस आदेश के मुताबिक अब बिहार सरकार के मंत्री, सांसद, विधायक या सरकारी अफसर के खिलाफ सोशल मीडिया पर कोई आपत्तिजनक टिप्पणी सोशल मीडिया पर की जाती है, तो ऐसा करने वाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यानी अब अगर आप नीतीश सरकार के खिलाफ सोशल मीडिया पर कुछ भी लिखते हैं तो आपको जेल तक जाना पड़ सकता है।

नीतीश सरकार पर हमलावर विपक्ष

नीतीश सरकार के इस फरमान पर बिहार की राजनीति गर्मा गई है। इसको लेकर बिहार की विपक्षी पार्टियां नीतीश कुमार पर हमलावर हो गई और उनको तानाशाह तक बता रही हैं। RJD नेता तेजस्वी यादव ने इस आदेश के लिए सीएम नीतीश कुमार और उनकी सरकार को घेरा और जमकर निशाना साधा।

तेजस्वी ने नीतीश पर हमला बोलते हुए सोशल मीडिया का ही सहारा लिया और साथ ही साथ मुख्यमंत्री को ये चुनौती भी दे डाली कि वो उन्हें इन आदेश के तहत गिरफ्तार करें।

RJD नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए कहा- ’60 घोटालों के सृजनकर्ता नीतीश कुमार, भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह, दुर्दांत अपराधियों के संरक्षकर्ता, अनैतिक और अवैध सरकार के कमजोर मुखिया है। बिहार पुलिस शराब बेचती है। अपराधियों को बचाती है निर्दोषों को फंसाती है। CM को चुनौती देता हूं- अब करो इस आदेश के तहत मुझे गिरफ़्तार।’

तेजस्वी ने एक और ट्वीट कर लिखा- ‘हिटलर के पदचिन्हों पर चल रहे मुख्यमंत्री की कारस्तानियां- प्रदर्शनकारी चिह्नित धरना स्थल पर भी धरना-प्रदर्शन नहीं कर सकते, सरकार के ख़िलाफ लिखने पर जेल, आम आदमी अपनी समस्याओं को लेकर विपक्ष के नेता से नहीं मिल सकते…नीतीश जी, मानते हैं आप पूर्णत थक गए है लेकिन कुछ तो शर्म किजीए।’

नीतीश कुमार के अलावा RJD के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने भी इस आदेश को लेकर सीएम नीतीश को घेरा। उन्होनें ट्वीट कर लिखा- ‘हे बिहार सरकार! कहां ले जा रहे हैं बिहार को। आलोचना से इतना डर! जनादेश को शासनादेश से बदलने का नतीजा कुछ यूं होता है क्या? बकौल फ़ैज़: निसार मैं तेरी गलियों के ए वतन कि जहां चली है रस्म की कोई ना सर उठा के चले…’

मांझी ने किया विपक्ष पर पलटवार

वहीं हंगामा बढ़ने के बाद विपक्षी पार्टियों के हमले का NDA के सहयोगी दल HAM ने जवाब दिया। बिहार के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने तेजस्वी पर पलटवार करते हुए कहा- ‘सोशल मीडिया के जरिए कई दंगाई तत्व/संगठन समाज में आपसी भाईचारा ख़त्म करने पर तुले हैं, जिसका परिणाम सबको भुगताना पड़ रहा है। ऐसे तत्वों पर सरकार कार्रवाई कर रही है, तो विपक्ष को इतना खौफ क्यों सता रहा है? ऐसा तो नहीं कि वही लोग सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करके दंगा फैला रहें हैं?’

जानिए क्या है आदेश में…?

दरअसल, आर्थिक ईकाई यानी IOU के एडीजी ने इसको लेकर में सभी विभागों के प्रधान सचिव और सचिव को चिट्ठी लिखी है। जिसमें कहा गया कि सरकार के किसी मंत्री, सांसद, विधायक या फिर सरकारी अफसर की छवि खराब करते हुए पोस्ट लिखने वालों पर आइटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। चिट्ठी में कहा गया कि अगर आपके विभाग के पास ऐसा कोई मामला आए, तो इसकी जानकारी अपराध इकाई को दी जाए, जिससे दोषियों के  खिलाफ कार्रवाई हो सके।

आपको बता दें कि आर्थिक अपराध इकाई साइबर अपराध की नोडल एजेंसी है। सोशल मीडिया पर होने वाली साइडर  बुलिंग, साइबर उत्पीड़न और अश्लीलता जैसे मामले इस इकाई के अंतर्गत आते हैं ।

यूपी: गाजियाबाद में आवारा कुत्तों का आतंक, बच्चों-बुजुर्गों पर कर रहे हमला, शिकायत के बावजूद नहीं सुन रहा नगर निगम

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यूपी: गाजियाबाद में आवारा कुत्तों का आतंक, बच्चों-बुजुर्गों पर कर रहे हमला, शिकायत के बावजूद नहीं सुन रहा नगर निगम

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के चंदर नगर इलाके में आवारा कुत्तों ने आतंक मचाया हुआ है। ये कुत्तों ने ना सिर्फ वहां रहने वाले लोगों को बल्कि पेड़-पौधों को भी काफी नुकसान पहुंचा रहे हैं। चंदर नगर की HIG कॉलोनी में इन आवारा कुत्तों ने लोगों का जीना दुश्वार किया हुआ है।

HIG कॉलोनी के अंदर और उसके आसपास आवारा कुत्ते की वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। कुत्ते लोगों का पीछा करते हैं और उनको काट भी लेते है। जिसकी वजह से उनका यहां पर घूमना भी मुश्किल हो रहा है।

इसके अलावा कुत्ते पार्क में घुसकर बच्चों को भी काट रहे हैं। सिर्फ इतना ही नहीं कुत्ते पार्क में पेड़-पौधों को भी भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं और पार्कों में गंदगी फैला रहे हैं। आवारा कुत्तों के आतंक की वजह से वहां रहने वाले लोगों की परेशानी काफी बढ़ी हुई हैं।

चंदर नगर के HIG कॉलोनी में रहने वाले अजय तायल ने बताया कि हमारे घर के पास ही पार्क नगर निगम के अधीन एक पार्क है। यहां पर रोजाना ही आवारा कुत्तों ने आतंक मचाया हुआ है। उन्होनें आगे बताया कि हाल ही में बच्चे पार्क में खेल रहे थे, जिस दौरान इन आवार कुत्तों ने उन पर हमला कर दिया। कुत्तों ने एक बच्चे के हाथ पर काट लिया, जिसके बाद उन्हें इंजेक्शन लगवाया गया और बाद में भी बच्चे को बुखार की समस्या बनी रही।

अजय तायल ने ये भी बताया कि इस पार्क में बुजुर्ग भी टहलने और बैठने आते हैं और ये आवारा कुत्ते उन पर भी हमला करते हैं। अजय के मुताबिक वो इस मामले में कई बार सुनवाई कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई भी एक्शन नहीं लिया गया है। उन्होनें इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बच्चों, बुर्जुगों और वहां रह रहे स्थानीय लोगों की सुरक्षा के लिए नगर निगम आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की।

स्थानीय लोगों ने अपनी सुरक्षा के लिए और कुत्तों का आतंक खत्म करने के लिए नगर निगम से गुहार भी लगाई। स्थानीय लोगों ने मांग की कि पार्कों में चार दीवारी बनाई जाए और इसके साथ ही गेट को समुचित रूप से बंद किया जाए। नगर निगम ने इस मामले में कई बार शिकायत करने पर भी अब तक कोई एक्शन नहीं लिया। देखना होगा कि कब नगर निगम हरकत में आकर इन आवारा कुत्तों के आतंक से लोगों को बचाता है।

जानिए कौन है देश की पहली महिला सीरियल किलर, प्रसाद में ये चीज मिलकर उतारती थी मौत के घाट

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जानिए कौन है देश की पहली महिला सीरियल किलर, प्रसाद में ये चीज मिलकर उतारती थी मौत के घाट

कहते हैं एक महिला ही दूसरी महिला का अच्छे से दुख समझ सकती है, चाहे वो कैसी भी परेशानी में क्यों न हो. एक महिला को दूसरी महिला से कुछ भी कहने में कोई दिक्कत भी नहीं होती है. वहीं आज हम आपको जिस एक ऐसी महिला के बारे में बताने जा रहे हैं जो कई महिलाओं का दुख तो बहुत अच्छे से सुनती और समझती थी लेकिन उसके इरादे उनकी समस्याओं को कम करने का नहीं बल्कि उनकी भावनाओं और उनके जीवन के दुखों को अपना हथियार बनाना था.

जी हां, हम आपको देश की पहली महिला सीरियल किलर के बारे में बताने जा रहे हैं, जो किसी भी महिला की जान लेने के लिए एक पल भी नहीं सोचती थी और तो और उसका हथियार कोई चाकू या बंदूक नहीं था बल्कि किसी को भी मौत के घाट उतारने के लिए महिला उनके दुखों और परेशानियों से ही खिलवाड़ किया करती थी, तो आइए आपको बताते हैं…

“सायनाइड मल्लिका”, ये एक ऐसी महिला है जिसका जीवन कुछ खास तो नहीं था और न ही वो अमीर थी, लेकिन शायद उसका ये सपना था कि वो मल्लिका बने, उसके पास खूब सारे पैसे हों, ऐशो आराम हो, इसलिए जब उसे ये चीजें नहीं मिलीं तो उसने सीरियल कीलिंग जैसा खूंखार रास्ता अपना लिया और वो सीरियल कीलर बन बैठी.

सायनाइड मल्लिका का असली नाम केडी केमपम्मा है. ये कर्नाटक के कग्गलीपुरा की रहने वाली है. इनकी शादी देवराज नाम के एक दर्ज़ी से हुई, जिसकी कमाई केवल इतनी ही थी की पेट भरने लयाक गुजारा किया जा सके. लेकिन मल्लिका को तो आलीशान ज़िंदगी चाहिए थी. जिसके चलते पहले उसने घर-घर जाकर काम करना शुरू किया और बाद में उसने चिट फंड का धंधा शुरू किया. वैसे तो ये धंधा चल पड़ा था लेकिन जब लालच आ जाए तो पहले पैसों की आबादी होती है बाद में बर्बादी. जिसके चलते उसने निवेशकों के पैसे हड़पने शुरू कर दिए. इस वजह से उसका और उसके पति का भी झगड़ा भी होता रहता था लेकिन वो कहती थी कि जो होगा वो देख लेगी. उसके बाद धोखाधड़ी के लिए केमपम्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.

कैद केमपम्मा साल 1998 में जेल से निकली, लेकिन तब तक पति और बच्चों के मन में उसके लिए कोई सम्मान नहीं बचा था. उसके पति ने उसे घर और अपनी जिंदगी दोनों से निकाल दिया. जिसके बाद वो घरों में काम करने लगी लेकिन जिसने नौकरानी नहीं रानी के ख्वाब देखे हों वो भला कैसे इस तरह से जीवन काट सकती थी. वहीं जब उसे एक ज्वेलरी स्टोर पर काम मिला तो उसने वहां सोने-चांदी के कारीगरों के साथ खूब बातचीत बढ़ाई और फिर तरह-तरह की जानकारियां हासिल की. जैसे सोने के काम में कौन से कैमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है और ये किस तरह से प्रभावी होते हैं.

कमाई करने के लिए केमपम्मा ने एक रास्ता निकाला, जिसके चलते वो पहले अमीर महिलाओं की परेशानी जान लेती और फिर खास पूजा करने का सुझाव देती और पूजा के लिए महिला से अपने सभी गहने पहन कर आने को कहती थी. इस दौरान वो प्रसाद में पोटैशियम सायनाइड मल्लिका को खिलाती जिसे खाते ही महिला की मौत हो जाती और वो मृत महिला के गहने उड़ा ले जाती थी. महिलाओं को मौत के घाट उतारने के लिए  केमपम्मा गहनों की सफाई के लिए प्रयोग किए जाने वाले साइनाइड का इस्तेमाल करती थी.

वहीं एक बार जब पूजा करने के बहाने केमपम्मा ने एक परिवार के गहने लूटने की कोशिश की तो उन्होंने पुलिस को इसकी शिकायत कर दी और फिर उसे गिरफ्तार कर लिया गया. उसके बाद 6 महीने के बाद वो जेल से बाहर आ गई और गुमनाम जिंदगी जीने लगी जिससे किसी को कोई शक न हो.

साल 2006 में जब वो बेंगलुरु में गई तो उसने वारदात को अंजाम देने से पहले अपना नाम ही बदल लिया और फिर रेणुका नाम की एक महिला की हत्या की. जिसका शव गेस्ट हाउस से मिला और फिर पुलिस तेजी से जांच में जुट गई, सुराग से किलर जयम्मा के बारे में पता चला जो सायनाइड मल्लिका यानि केमपम्मा ही थी. इसके बाद पुलिस जयम्मा की तलाश में लगी रही.

साल 2007 आते आते केमपम्मा की जमा पूंजी खत्म होने लगी, फिर से उसने मंदिर में किसी न किसी महिला से मेलजोल बढ़ाने की कोशिश करती रहती और उनके बारे में जानने की भी कोशिश करते हुए केमपम्मा पीड़ित महिला को झांसा देती. वो एक विशेष पूजा के जरिए उसकी परेशानी को खत्म करने की बात कहती. इस बार उसने कई महिलाओं को झांसा दिया. अक्टूबर 2007 से दिसंबर 2007 के बीच केमपम्मा ने 6 औरतों को विशेष पूजा का झांसा देते हुए मार डाला और मौके से ज़ेवरात और रुपये लेकर फरार हो गई.

वहीं जब केवल 2 महीने में ही कई औरतों के शव बरामद किए जाने लगे तो पुलिस ने छानबीन करना तेजी से शुरू कर दिया, जिसमें पाया गया कि ये शव किसी न किसी मंदिर के पास से ही बरामद किए गए है. लंबे समय तक हुई छानबीन में एक दिन बैंगलोर के एक बस अड्डे से केमपम्मा को गिरफ्तार कर लिया गया. जिसके पास से बहुत सारे गहने भी बरामद किए गए.

केमपम्मा ने पुलिस को पूछताछ के दौरान अपना जुर्म कबूल लिया, जिसके बाद से ये पूरे देश की पहली महिला सीरियल किलर के तौर पर जानी जाने लगी और फिर उसे सायनाइड मल्लिका से भी पहचाना जाने लगा. इस पर कई औरतों के कत्ल का आरोप लगा है. उसके 2 बेटे और 1 बेटी भी हैं.

आपको जानकारी के लिए बता दें कि मल्लिका का आखिरी शिकार बैंगलोर की नागवेणी थी जिसे उसने 2007 में मारा डाला था. जिसके बाद वो जेवर लेकर भाग ही रही थी कि उसे पुलिस ने पकड़ लिया था, उस दौरान वो 44 साल की थी. बता दें कि अप्रैल, 2012 में केमपम्मा को मौत की सजा सुनाई गई थी लेकिन फिर इसकी सजा को बदलकर उम्रकैद में बदल दिया गया. कोर्ट को केमपम्मा के खिलाफ सीधा सबूत न मिलने के चलते इस मामले को ‘रेयरेस्ट ऑफ़ दी रेयर’ केस में डाल दिया गया.

Serial Killer सायनाइड मल्लिका के बारे में दी गयी किसी भी जानकारी की पुष्टि नेड्रिक न्यूज नहीं करता है. ये जानकारियां अलग-अलग स्त्रोतों से जुटाई गई है. नेड्रिक न्यूज इन जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक जरिया है.

'…तो बीजेपी गिरा देगी 3500 मस्जिद, बुर्का-दाढ़ी और अजान पर भी लगा देगी रोक', AIUDF चीफ का भड़काऊ बयान

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'…तो बीजेपी गिरा देगी 3500 मस्जिद, बुर्का-दाढ़ी और अजान पर भी लगा देगी रोक', AIUDF चीफ का भड़काऊ बयान

इस साल असम समेत पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने हैं, जिसको लेकर सियासी पारा अभी से चढ़ा हुआ है। असम में बीजेपी को मात देने के लिए दूसरे दलों के साथ कांग्रेस पार्टी गठबंधन में चुनाव लड़ने जा  रही हैं। कांग्रेस ने पांच दलों के साथ असम विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया। इसमें से एक पार्टी AIUDF भी है, जिसके प्रमुख बदरुद्दीन अजमल है। इन सभी पार्टियों ने मिलकर अभी से बीजेपी के खिलाफ हल्ला बोल दिया है।

चुनाव से पहले बदरुद्दीन का विवादित बयान

इसी बीच AIUDF प्रमुख और लोकसभा सांसद बदरुद्दीन अजमल ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए एक विवादित बयान दिया। उन्होनें कहा कि अगर 2024 में फिर से बीजेपी की सरकार सत्ता में आ जाती है तो वो देशभर में 3500 मस्जिद गिरा देगी, जिस की लिस्ट अभी से तैयार है।

सिर्फ इतना ही नहीं बदरुद्दीन की तरफ से ये भी दावा किया गया कि बीजेपी बुर्का पहनकर महिलाओं को बाहर नहीं निकलने देगी। दाढ़ी रखने, टोपी पहनने और अजाने पर भी रोक लगा देगी।

AIUDF चीफ ने बुधवार को ये बयान में अपने धुबरी संसदीय क्षेत्र के गौरीपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए दिया। उन्होनें कहा कि बीजेपी महिलाओं, ट्रिपल तलाक, मस्जिदों, दाढ़ी और देश की दुश्मन है।

‘बुर्का, दाढ़ी, टोपी अजान पर लग जाएगी रोक’

रैली में बदरुद्दीन अजमल बोले- ‘हम अपने घर में क्या खाते हैं, क्या इसका फैसला बीजेपी करेगी? अगर आप अलर्ट नहीं रहे और असम में बीजेपी की सत्ता में वापसी हुई तो वो महिलाओं के बुर्का पहनकर निकलने पर रोक लगा देगी। दाढ़ी नहीं रखने देगी, टोपी पहनने पर भी रोक लगा देगी और सिर्फ यही नहीं मस्जिदों में अजान भी नहीं देने देगी। क्या आप ऐसी जिंदगी जी पाएंगे?’

‘2024 में फिर बनी सरकार तो…’

बदरुद्दीन यही नहीं रुके उन्होनें भड़काऊ बयान देते हुए ये भी कहा कि बीजेपी ने असम में  कई मस्जिदों को निशाना बनाया। उन्होनें आरोप लगाते हुए ये कहा कि देशभर में बीजेपी ने 3500 मस्जिदों की लिस्ट बनाई हुई है और अगर दोबारा केंद्र में बीजेपी की सरकार सत्ता में आ जती है, तो वो इन मस्जिदों को गिरा देगी।

अजमल ने अपने भाषण में ट्रिपल तलाक और बाबरी मस्जिद को लेकर भी भड़काऊ बयान दिया। वो बोले- ‘कुरान में ट्रिपल तलाक को मंजूरी मिली हुई थीं। लेकिन केंद्र की मोदी सरकार ने इसको खत्म कर दिया। बीजेपी ने बाबरी मस्जिद को गिरा दिया और अब वहां पर उसकी जगह मंदिर बना रही हैं।’

सहयोगियों ने भी की इस बयान की निंदा

बदरुद्दीन अजमल के इस बयान कि निंदा ना केवल बीजेपी ने की, बल्कि उनके गठबंधन सहयोगी कांग्रेस और AGM ने भी इस पर नाराजगी जताई। बीजेपी प्रवक्ता रूपम गोस्वामी के प्रवक्ता ने कहा कि उनका ये बयान घबराहट दिखाता है, क्योंकि उनको मालूम है कि असम में ज्यादा मुस्लिम हमारी पार्टी को वोट देने जा रहे हैं। वो ऐसे सांप्रदायिक बयानों से वोटों के ध्रुवीकरण करना चाह रहे हैं। लेकिन असम की जनता समझदार हैं और इस तरह के बयानों का सच जानते हैं।

वहीं कांग्रेस की ओर से उनके बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश अध्यक्ष रिपुन बोरा ने कहा गया कि उनकी पार्टी कभी ऐसी बातेंं नहीं कहेगीं। क्योंकि वो हमारे गठबंधन का पार्ट हैं, इसलिए हम अजमल से पूछेंगे और सुनिश्चित करना चाहेंगे कि ऐसे बयान भविष्य में हमारे किसी ओर सहयोगी की तरफ से ना दिया जाए। इसके अलावा AGM प्रमुख और राज्यसभा सांसद अजित कुमार भूयान ने भी अजमल के इस विवादित बयान की निंदा की और इसको सांप्रदायिक और समाज के लिए हानिकारक बताया।

5 पार्टियों के साथ गठबंधन में लड़ेगी कांग्रेस

आपको जानकारी के लिए बता दें कि असम में इस साल अप्रैल-मई में विधानसभा के चुनाव होने हैं। हाल ही में कांग्रेस ने इन चुनावों को AIUDF, नव गठित आंचलिक गन मोर्चा (AGM) और तीन लेफ्ट पार्टी, CPI, CPI-M और CPI-ML के साथ विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की। राज्य में 126 सीटों पर चुनाव होंगे। फिलहाल यहां बीजेपी की सरकार सत्ता में हैं और सर्बानंद सोनोवाल राज्य के मुख्यमंत्री हैं।

जोरदार धमाका, ऐसा लगा भूकंप हो…. जानिए बीती रात कर्नाटक में क्या हुआ, जो चली गई 8 लोगों की जान?

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जोरदार धमाका, ऐसा लगा भूकंप हो…. जानिए बीती रात कर्नाटक में क्या हुआ, जो चली गई 8 लोगों की जान?

कर्नाटक के शिवमोगा में बीती रात एक बड़ा हादसा हुआ। गुरुवार देर रात यहां पर एक जोरदार धमाके की आवाज आई। बेंगलुरु से 350 किलोमीटर की दूरी पर शिवमोगा में ये धमाका हुआ। जिसमें 8 लोगों की जा चली गई। ऐसा माना जा रहा है कि एक ट्रक में विस्फोटक भरकर लेकर जाया जा रहा था, जिसके चलते ये हादसा हुआ। धमाके के चलते सिर्फ शिवमोगा ही नहीं, बल्कि पास के चिक्कमगलुरु और दावणगेरे में भी झटके महसूस किए गए।

धमाके से सहम गए लोग

बताया जा रहा है कि ये घटना गुरुवार रात करीब 10 बजे घटी। धमाका इतना जोरदार था कि लोगों को ऐसा लगने लगा कि जैसे भूकंप आया हो। धमाके के चलते लोगों के घरों को भी नुकसान हुआ। कुछ लोगों के घरों के शीशे तक टूट गए। वहीं कुछ सड़कों में भी दरार आने की बात कही जा रही हैं। जोरदार धमाके की आई आवाज की वजह से लोग डर गए और अपने घरों से बाहर निकल गए। वहीं सोशल मीडिया पर भी इसकी खूब चर्चा हो रही हैं।

8 मजदूरों की हुई मौत

धमाके के बारे में जानकारी मिलते ही पुलिस ने देर रात इलाके को चारों तरफ से घेर लिया। जिससे किसी भी बड़ी घटना को होने से रोका जा सके। पुलिसकर्मी के मुताबिक ट्रक में जिलेटिन मौजूद था, जिसकी वजह से ये धमाका हुआ। ट्रक में मौजूद 8 मजदूरों की मौत हो गई। वहीं इस मामले में राज्य सरकार ने भी एक्शन लिया। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने मामले पर हाई लेवल जांच के आदेश दिए और दोषियों को सख्य सजा देने की भी बात कहीं। बता दें कि शिमागो सीएम येदियुरप्पा का गृह जिला है।

पीएम मोदी ने जताया दुख

वहीं इस घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया। प्रधानमंत्री कार्यालय से इसको लेकर ट्वीट करते हुए कहा गया- ‘शिवमोगा घटना में हुई मौतों से दुखी हूं। मृतकों के परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं। घायल लोग जल्द ही स्वस्थ हो, ऐसी प्रार्थना करता हूं। घटना से प्रभावित हुए लोगों को राज्य सरकार हर मदद प्रदान कर रही हैं।’

आपको जानकारी के लिए बता दें कि कर्नाटक पहले भी इस तरह की जोरदार धमाके की आवाजों से हिल चुका है। कुछ महीनों पहले बेंगलुरु में इस तरह की ही आवाज आई थीं। जिसको लेकर बाद में ये पता चला कि वायु सेना के एक लड़ाई जेट ने परीक्षण के दौरान सॉनिक बूम बैरियर को तोड़ दिया था। बीते साल मई में ये घटना घटी थीं।

जानिए कैसा रहेगा 22 जनवरी को आपका दिन

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जानिए कैसा रहेगा 22 जनवरी को आपका दिन

जैसा कि हम सभी जानते हैं ग्रहों का प्रभाव हमारे जीवन में पड़ता है, जिसके चलते हमें कभी अच्छे तो कभी बुरे दिनों का सामना करना पड़ता। वहीं आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आज का राशिफल आपके जीवन में क्या-क्या परिवर्तन लेकर आ सकता है। तो आइए आपको बताते हैं आज के दिन के बारे में आपके सितारे क्या कहते हैं और 22 जनवरी का दिन आपके लिए कैसा रहेगा…

मेष राशि- आपका दिन बहुत अच्छा बीतेगा। कामों में आ रही परेशानियां कम होने के आसार है। नए अवसर हाथ लगेंगे। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

वृषभ राशि- आपका दिन परेशानियों से भरा बीतेगा। नकारात्मक विचार मन में आएंगे। परिवार में टेंशन का माहौल रहेगा। करीबियों के साथ दिल की हर बात को शेयर करें।

मिथुन राशि- आपका दिन ठीक ठाक बीतेगा। आर्थिक स्थिति थोड़ी डामाडोल रहेगी। कोई भी फैसला भविष्य को ध्यान में रखकर लें। स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां कम होने के आसार हैं।

कर्क राशि- आपका दिन मिला जुला रहेगा। कामों में आ रही दिक्कतें कम होगी। परिवार का माहौल सामान्य रहेगा। फिजूलखर्च ना करें।

सिंह राशि- दिन की शुरुआत आपकी बढ़िया होगी। नए कामों में सफलता हाथ लगेगी। मन प्रसन्न रहेगा। किसी यात्रा पर जाने की प्लानिंग कर सकते हैं।

कन्या राशि- आपका दिन उतार चढ़ाव से भरा रहेगा। कामकाज के सिलसिले में कुछ मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है। धन लाभ के आसार बनते नजर आ रहे हैं। बिजनेस में जोखिम भरे फैसले ना लें।

तुला राशि- आपका दिन सामान्य रहेगा। कार्यक्षेत्र में अच्छा दिन बिताएंगे। मेहनत के नतीजे मिलेंगे। ज्यादा तनाव लेने का असर आपके स्वास्थ्य पर पड़ सकता है।

वृश्चिक राशि- दिन की शुरुआत परेशानियों से होगी। सुबह सुबह किसी वजह से आपको तनाव का सामना करना पड़ेगा। शाम होते-होते सबकुछ सामान्य हो जाएगा। परिवार और बच्चों के साथ वक्त बिताएं।

धनु राशि- आपका दिन अच्छा बीतेगा। आज मनचाही कोई चीज खरीद सकते हैं। परिवार में सुख शांति का माहौल रहेगा। भविष्य से जुड़ा कोई फैसला लेना पड़ सकता हैं।

मकर राशि- दिन आपका मिला जुला बीतेगा। आज के दिन किसी भी अनजान व्यक्ति की बातों में ना आएं। मुसीबत पड़ने पर दोस्तों का भरपूर सहयोग मिलेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

कुंभ राशि- आपका दिन शानदार बीतेगा। लंबे वक्त से चली आ रही परेशानी से छुटकारा मिलेगा। आर्थिक स्थिति मजबूत रहेगी। पैसों का लेन-देन करने से आज के दिन बचें।

मीन राशि- आपका दिन सामान्य रहेगा। घर में थोड़ा टेंशन का माहौल रह सकता है। जिम्मेदारियां बढ़ेगी। हर परिस्थिति में काम करते समय धैर्य बनाएं रखें।

इस 10 हजार कमरे वाले होटल में आज तक नहीं ठहरा कोई भी महमान, वजह जानकर रह जाएंगे दंग…

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इस 10 हजार कमरे वाले होटल में आज तक नहीं ठहरा कोई भी महमान, वजह जानकर रह जाएंगे दंग…

दुनिया में एक से बढ़कर एक बेहतरीन होटल हैं, जो देखने में जितना अच्छे और सुंदर होते है उसके दाम भी उतने ही ज्यादा होते हैं. इसलिए तो ऐसे आलीशान होटलों में रहने भी हर किसी के लिए मामूली बात नहीं है. आम आदमी के लिए तो बहुत ही मुश्किल होता है कि वो ऐसे खूबसूरत होटल्स में रह सकें. वहीं आज हम आपको एक ऐसे होटल के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें अमीर व्यक्ति जा तो सकता है लेकिन जाता नहीं है, तो आइए आपको बताते हैं ऐसा क्या है उस दस हजार कमरे वाले होटल में जहां कोई जाना ही नहीं चाहता है…

हम जिस होटल की बात कर रहें हैं वो पिछले कई सालों से गेस्ट न आने की वजह से खंडर में तब्दील हो चुका है. इस होटल के कमरे आज भी खाली पड़े हैं, ये अपने मेहमानों का इंतजार कर रहा है. बता दें कि ये होटल जर्मनी के बाल्‍टिक सागर के आइलैंड पर स्थित है, जिसमें 10,000 बेडरूम हैं. अब आपके मन जरूर ये प्रसन्न आ रहा होगा कि ये इतना बड़ा होटल आखिर क्यों वीरान पड़ हुआ है और यहां कोई रूकने क्यों नहीं आता है.

आपको बता दें कि इस 10 हजार कमरे वाले होटल को लेकर ये कहा जाता है कि ये नाजी शासन के दौरान साल 1936 से 1939 के बीच में बनवाया गया था. इसे बनाने में 3 साल लगे थे, जिसे 9 हजार लेबरफोर्स ने मिलकर तैयार किया था. अगर बात की जाए इस होटल की खासियत की तो इसमें एक जैसी आठ बिल्‍डिंग बनाई गई थीं, इनमें से सभी बिल्‍डिंग की लंबाई 4.5 किलोमीटर है.

खबरों के मुताबिक जर्मनी के तानाशाह एडोल्‍फ हिटलर इस जगह पर पहले घुमावदार सी रिसॉर्ट बनाने की इच्छा रखी थी. वो चाहते थे कि एक ऐसा सी रिसॉर्ट हो जो दुनिया का सबसे बड़ा रिसॉर्ट कहलाए. जिसे लेकर उन्होंने हर तरह की योजना भी बनानी शुरू कर दी थी, लेकिन इससे पहले वो अपनी इस योजना पर कायम करते दूसरा वर्ल्‍ड वॉर शुरू हो गया था.

अगर बात की जाए इस होटल की खूबसूरती की तो इतना पुराना और वीराना होने के बाद भी इसकी बिल्‍डिंग बहुत खूबसूरत है. हलांकि इस बिल्‍डिंग के कुछ ही ब्‍लॉक ठीक हैं बाकि सभी ब्‍लॉक्स तो खंडहर में तब्‍दील हो चुके हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इसके एक ब्लॉक में साल 2011 में चार सौ बिस्तरों वाला अस्पताल बनाया गया है.