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West Bengal Election 2021: जेपी नड्डा आज करेंगे परिवर्तन यात्रा का शुभारंभ, TMC की बढ़ सकती है मुश्किलें

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West Bengal Election 2021: जेपी नड्डा आज करेंगे परिवर्तन यात्रा का शुभारंभ, TMC की बढ़ सकती है मुश्किलें

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Election 2021) को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचले तेज हो गई है। राजनीतिक पार्टियां अपनी तैयारियों में लग गई है। प्रदेश की सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस पार्टी ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के नेतृत्व में एक बार फिर से चुनावी दंगल में है। वहीं, देश की सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल में टीएमसी को टक्कर देने के लिए अपनी योजनाओं को अंतिम स्वरुप दे रही है। इसी बीच आज शनिवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) पश्चिम बंगाल में जनसमर्थन के मद्देनजर रथ यात्रा की शुरुआत करने वाले हैं। बताया जा रहा है कि इसे लेकर बीजेपी ने सारी तैयारियां पूरी कर ली है।

नदिया जिले से रथयात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे नड्डा

आज जेपी नड्डा (JP Nadda) पश्चिम बंगाल में किसान परिवार के घर खाना खाएंगे। जिसके बाद एक रोड शो करने वालें हैं। उसके बाद दोपहर 3 बजे चैतन्य महाप्रभु के जन्मस्थान बंगाल के नदिया जिले के नवद्वीप में गौरांग जन्मस्थान आश्रम जाएंगे। खबरों के मुताबिक बीजेपी अध्यक्ष नवद्वीप से ही परिवर्तन यात्रा को हरी झंडी भी दिखाएंगे।

इसके लिए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बीते दिन शुक्रवार को ही पश्चिम बंगाल पहुंच चुके हैं। कोलकाता हवाई अड्डे पर उनकी आगवानी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने की। अमित शाह द्वारा प्रस्तावित रथयात्रा को ही परिवर्तन यात्रा का नाम दिया गया है।

बीजेपी कर रही 200 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा

बता दें, बंगाल की सियासत में ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) का काफी पहले से ही वर्चस्व रहा है। वह पश्चिम बंगाल में पिछले 2 बार से पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाते आ रही हैं। इस बार उनकी लड़ाई कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन, बीजेपी, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम, जदयू के साथ-साथ अन्य क्षेत्रीय पार्टियों से है।

बताया जा रहा है कि बीजेपी टीएमसी को इस चुनाव में कड़ी टक्कर दे सकती है। बीजेपी के नेता 293 विधानसभा सीटों वाले बंगाल में 200 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं। लेकिन अगर पिछले चुनावों के आंकड़ों की बात करें, तो बीजेपी का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है। (West Bengal Election 2021)

पश्चिम बंगाल चुनाव 2016 में बीजेपी को मात्र 3 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। ऐसे में बंगाल चुनाव 2021 में टीएमसी को टक्कर देना, बीजेपी के लिए काफी मुश्किल हो सकता है।

Boyfriend on Rent: किराए पर बॉयफ्रेंड कर लड़कियों को डेट कर चुका है ये शख्स, ऐसा करने की वजह है बेहद खास

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Boyfriend on Rent: किराए पर बॉयफ्रेंड कर लड़कियों को डेट कर चुका है ये शख्स, ऐसा करने की वजह है बेहद खास

वेलेंटाइन वीक की शुरुआत कल यानी रविवार से हो रही है। 7 फरवरी से लेकर 14 फरवरी तक एक हफ्ते रोजाना ही कोई ना कोई अलग दिन हर साल मनाया जाता है। 7 फरवरी को रोज डे होता  है और इसके बाद चॉकलेट, किस जैसे डे भी मनाए जाते हैं। 14 को वेलेंटाइन डे आता है, जो कपल्स के लिए काफी खास होता है। कपल अपने साथी के साथ इन दिनों को अपने प्यार का इजहार करने के लिए मनाते हैं। लेकिन सिंगल्स के लिए ये दिन थोड़े दुख भरे होते होंगे।

3 सालों में किया 45 लड़कियों को डेट

ऐसा ही एक शख्स और है, जिसने सिंगल से मिंगल होने का ऐसा जुगाड़ निकाला कि वो 45 लड़कियों को डेट कर चुका है। इस शख्स का नाम शकुल है। शकुल वेलेंटाइन डे पर किराए पर बॉयफ्रेंड बनते हैं। वो तीन सालों से ऐसा करते आ रहे हैं और अब तक 45 लड़कियों को डेट कर चुके हैं।

ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे नाम के एक पेज पर शकुल ने अपनी ये दिलचस्प स्टोरी शेयर की। उन्होनें बताया- ‘मेरी लाइफ में कोई गर्लफ्रेंड नहीं थीं। मैं सिर्फ एक बार किसी को हां बोलना चाहता हूं। मेरे दोस्त जब डेट पर जाते थे, तो मैं बहुत दुखी होता था और फिर अकेले निकल जाता था। लेकिन अब बहुत कुछ बदल चुका है।’

इस वजह से ऐसा करना किया शुरू

शकुल ने आगे बताया- ‘वेलेंटाइन डे मुझे ये बताता था कि गर्लफ्रेंड बनाने में मैं कितना कमजोर हूं। जब कपल्स एक दूसरे को प्रपोज करते थे, तो मुझे दुख होता। मैं भी कई लड़िकयों को प्रपोज किया, लेकिन उन्होनें मुझे सिर्फ दोस्त कहकर रिजेक्टर कर दिया। फिर मैनें ये सोचा कि कुछ लड़कियां भी तो ऐसी होगीं, जो अकेली रहती होगीं और वेलेंटाइन डे पर पार्टनर पाने की चाहत रखती होगी।’

इसके बाद शकुल ने किराए पर बॉयफ्रेंड बनना शुरू किया, वो बीते तीन सालों से ऐसा करते आ रहे हैं और अब तक 45 लड़िकयों को डेट कर चुके हैं। शकुल कहते है कि उनकी इस कोशिश से दोनों को भले ही कुछ पल के लिए, लेकिन खुशी मिलती हैं। उनका कहना है कि उनको साथी की कमी तो जरूर महसूस होती है, लेकिन उतना दुख नहीं होता, जितना पहले होता था।

‘मुझे इसमें कोई शर्म नहीं’

शकुल का कहना है कि उन्हें इस बात में कोई शर्म नहीं कि वो ‘बॉयफ्रेंड ऑन रेंट’ बनते हैं। उन्होनें बताया कि एक बार मैं एक लड़की के साथ डेट पर गया, वो बहुत रो रही थी। उसने बताया कि वजन के चलते कोई लड़का उसका नहीं होना चाहता, जिसके चलते उसे बहुत बुरा लगता है। एक दूसरी लड़की ने मुझे पूछा कि क्या आप मुझे गले लगा सकते हैं? मैं इस तरह की कई लड़कियों से मिला और उनका अकेलापन बांटने की कोशिश भी की।

शकुल कहते हैं कि इन डेट्स के जरिए उनको नए नए दोस्त मिलते हैं। लेकिन इसके चलते उनका सोशल मीडिया पर इसके लिए मजाक भी उड़ता था। कुछ लोगों ने तो इसके लिए उन्हें ‘जिगलो’ भी कहा। शकुल के कहा कि इसके लिए मेरे परिवारवाले भी ऐसे देखते थे कि जैसे मानो उन्होनें मेरी परवरिश में कोई कमी छोड़ी। वो कहते थे कि ये भारत की संस्कृति नहीं। शकुल ने कहा कि लोग ये नहीं समझते कि वो ऐसा क्यों करते हैं। वो बोले कि ये सच है- जब दो अकेला महसूस करने वाले लोग मिलते हैं, तो उनका अकेलापन खो जाता है और ये काफी खास होता है।’

उपराज्यपाल को वापस बुलाने की मांग को लेकर अनशन पर बैठे मुख्यमंत्री, कहा- हमारे राज्य को तमिलनाडु में मिलाना चाहते हैं पीएम मोदी

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उपराज्यपाल को वापस बुलाने की मांग को लेकर अनशन पर बैठे मुख्यमंत्री, कहा- हमारे राज्य को तमिलनाडु में मिलाना चाहते हैं पीएम मोदी

इन दिनों देश में किसान आंदोलन, बेरोजगारी, महंगाई, सरकारी कंपनियों का प्राइवेटाइजेशन समेत कई मुद्दों पर सियासत तेज हो गई है। विपक्षी पार्टियां केंद्र की मोदी सरकार पर लगातार हमला बोल रही है। सत्तारुढ़ बीजेपी और विपक्षी पार्टियों के बीच जमकर बयानबाजियां हो रही है। इससे इतर गैर-बीजेपी शासित राज्यों में भी सियासत चरम पर है।

पश्चिम बंगाल में राज्यपाल जगदीप धनखड़ और सीएम ममता बनर्जी के बीच रिश्ते काफी पहले से ही ठीक नहीं है। दिल्ली का आलम भी कुछ ऐसा ही है। वहीं, केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी में भी हालात ऐसे ही होते जा रहे हैं। पुडुचेरी के मुख्यमंत्री काफी पहले से ये आरोप लगाते आ रहे हैं कि प्रदेश की उपराज्यपाल किरण बेदी सरकार के काम में अंडगा लगा रही है।

इसी बीच सीएम वी नारायणसामी ने एक बार फिर से केंद्र सरकार और किरण बेदी को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी और उपराज्यपाल किरण बेदी पुडुचेरी को पड़ोसी राज्य तमिलनाडु में मिलाना चाहते हैं।

सरकार के काम में अडंगा लगा रही किरण बेदी

मुख्यमंत्री नारायणसामी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री और उपराज्यपाल, भाजपा के साथ धीरे-धीरे पुडुचेरी की सरकार के अधिकारों से वंचित कर रहे हैं और वे जनता द्वारा चुनी गई सरकार द्वारा प्रस्तावित कई कल्यणकारी और विकास योजनाओं को बाधित कर रहे हैं।‘

बीते दिन शुक्रवार को प्रदेश की राज्यपाल किरण बेदी को वापस बुलाने की मांग को लेकर सीएम नारायणसामी के नेतृत्व में सत्तारुढ़ पार्टी के नेताओं ने एक दिन का अनशन किया। इस दौरान लोगों को संबोधित करते हुए सीएम ने केंद्र सरकार और किरण बेदी पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पुडुचेरी को तमिलनाडु में मिलाने की आशंका है।

10 फरवरी को राष्ट्रपति से मिलेंगे नेता

बता दें, शुक्रवार को अनशन पर बैठे सेकुलर डेमोक्रेटिक अलांयस (SDA) में शामिल दलों का मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने नेतृत्व किया। प्रदेश की सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया है कि किरण बेदी सरकार की विकास की योजनाओं में अडंगा लगा रही है।

इससे पहले भी कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियों ने पुडुचेरी की उप-राज्यपाल किरण बेदी को वापस बुलाने की मांग को लेकर 8 जनवरी से लगातार तीन दिन प्रदर्शन किया था। सीएम नारायणसामी ने कहा था कि जब तक केंद्र सरकार बेदी को वापस नहीं बुलाती तब तक हमारा विरोध जारी रहेगा।

बताया जा रहा है कि पुडुचेरी कांग्रेस और समर्थक दलों के नेता 10 फरवरी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर सकते हैं और साथ ही किरण बेदी को वापस बुलाने की मांग भी करने वाले हैं।

…तो इस वजह से पुलिस की पकड़ में नहीं आ रहा दीप सिद्धू, इस खास महिला दोस्त की मदद से दे रहा है चकमा

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…तो इस वजह से पुलिस की पकड़ में नहीं आ रहा दीप सिद्धू, इस खास महिला दोस्त की मदद से दे रहा है चकमा

26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद एक नाम काफी सुर्खियों में आ गया। वो नाम है दीप सिद्धू का। रिपब्लिक डे के दिन लाल किले पर जो भी घटना घटी, उस दौरान दीप सिद्धू भी मौजूद था। जिसके बाद से ही वो कई तरह के आरोपों के घेरे में आ गया। दीप सिद्धू को पकड़ने की कोशिश में पुलिस लगातार लगी हुई है। उस पर ईनाम भी घोषित किया जा चुका है। लेकिन फिर भी अब तक वो पुलिस के शिकंजे में नहीं आ पाया।

पुलिस की पकड़ से दूर दीप सिद्धू

हैरान कर देने वाली तो ये है कि सिद्धू हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव है और वो वीडियोज डालकर अपनी बातें रख रहा है। ऐसे में इस तरह के सवाल लगातार उठाए जा रहे हैं कि अगर दीप सिद्धू सोशल मीडिया पर एक्टिव है और लगातार वीडियो डाल रहा है, तो पुलिस क्यों नहीं उसको पकड़ पा रही?

खास महिला दोस्त से मिल रही मदद

इससे जुड़ी एक अहम जानकारी अब हाथ लगी है। दरअसल पुलिस ने ये दावा किया है कि पंजाबी सिंगर दीप सिद्धू जो भी वीडियोज फेसबुक या फिर दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर डाल रहा है, उसमें उसकी मदद एक महिला दोस्त मदद कर रही है। जिसके चलते वो पुलिस को चकमा देने में कामयाब हो पा रहा है।

जो जानकारी मिली है उसके अनुसार वीडियो बनाने के बाद दीप सिद्धू अपनी महिला मित्र को उसे भेजता है और फिर वो ही इसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर रही हैं। यहां बड़ी और गौर करने वाली बात ये है कि ये महिला मित्र जो दीप सिद्धू की मदद कर रही है, वो देश में नहीं बल्कि बाहर विदेश से इस काम को कर रही है। जिसके चलते पंजाबी सिंगर अब तक पुलिस की पकड़ में नहीं आ पाया।

पुलिस का इसके बारे में कहना है कि जांच एजेंसी को भटकाने के लिए दीप ऐसे हथकंडे अपना रहा है। वो एक शातिर अपराधी है, जो पुलिस के साथ लुका-छुपी का खेल खेल रहा है।

यही वजह है कि पुलिस अब तक ये पता लगाने में कामयाब नहीं हो पाई कि दीप सिद्धू कहां पर छिपा हुआ है। हालांकि पुलिस की कोशिशें अभी भी जारी हैं। हाल दी में दिल्ली पुलिस ने दीप सिद्धू पर एक लाख रुपये का ईनाम भी घोषित किया।

लगातार डाल रहा वीडियोज

गौरतलब है कि दीप सिद्धू हिंसा के बाद कई वीडियोज सोशल मीडिया पर डाल चुका है। जिसमें वो खुद को बेगुनाह बताता हुआ नजर आ रहा है। एक वीडियो में दीप सिद्धू ने कहा था कि उसने कुछ भी गलत नहीं किया और इसलिए उसे कोई डर नहीं। दीप सिद्धू ने वीडियो में कहा था कि वो इस मामले में सबूत जुटा रहा है और पुलिस के सामने पेश होने के लिए एक-दो दिन का वक्त चाहिए। साथ ही उसने ये भी कहा था कि उसके परिवार को जांच एजेंसियां परेशान ना करें। हालांकि पंजाबी सिंगर अब तक फरार है।

Chakka Jam Update: किसानों का आंदोलन फिर तेज, तीन घंटों का चक्का जाम…पढ़िए इससे जुड़ी हर अपडेट

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Chakka Jam Update: किसानों का आंदोलन फिर तेज, तीन घंटों का चक्का जाम…पढ़िए इससे जुड़ी हर अपडेट

नए कृषि कानून के विरोध में किसानों का आंदोलन 2 महीने से भी ज्यादा वक्त से जारी है। 26 जनवरी को हुई हिंसा के बाद एक बार फिर से किसान अपना आंदोलन तेज करने जा रहे हैं। आज किसानों ने चक्का जाम करने का फैसला लिया है। दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड को छोड़कर बाकी जगहों पर चक्का जाम होगा। किसानों के चक्का जाम से जुड़ी पढ़े हर अपडेट यहां…

4:15 PM- दिल्ली मेट्रो के सभी स्टेशन खुले

दिल्ली मेट्रो के सभी स्टेशन खुल गए है। चक्का जाम के चलते सुरक्षा के मद्देनजर कई मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया था। हालांकि अब ये सभी स्टेशन खुल गए हैं। 

3:45 PM- तीनों धरना स्थल पर इंटरनेट बंद

किसानों के प्रदर्शन स्थल पर इंटरनेट सेवा को बंद किया गया है। आज रात 12 बजे तक तीनों धरना स्थल पर इंटेरनेट बंद रहेगा।

3:05 PM- खत्म हुआ किसानों का चक्का जाम

किसानों का चक्का जाम खत्म हो गया है। किसानों ने दिल्ली-यूपी और उत्तराखंड को छोड़कर देशभर में चक्का जाम किया। किसानों ने ये चक्का जाम दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक करने का फैसला लिया गया था। देश में कई जगहों पर चक्का जाम का असर देखने मिला।           

01:55 PM- शहीदी पार्क से हिरासत में लिए गए प्रदर्शनकारी

दिल्ली में शहीदी पार्क पर चक्का जाम कर रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया। यहां से करीब 50 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है। दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड को छोड़कर पूरे देश में दोपहर 12 से 3 बजे तक किसानों ने चक्का जाम करने का फैसला लिया था।

01:05 PM- जम्मू-पठानकोट हाइवे पर चक्का जाम

दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड को छोड़कर पूरे देश में चक्का जाम जारी है। जम्मू-पठानकोट राजमार्ग पर किसान संगठनों ने चक्का जाम किया। वहीं हरियाणा के पलवल के पास अटोहन चौक पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।

12:40 PM- हिरासत में लिए गए प्रर्शनकारी

बेंगलुरु में भी किसानों ने चक्का जाम किया। लेकिन इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले  लिया। बेंगलुरु के येलहंका पुलिस स्टेशन के बाहर प्रदर्शनकारियों ने चक्का काम किया था, जहां से उन्हें हिरासत में  ले लिया गया।

12:25 PM- कई जगहों पर चक्का जाम जारी

किसानों का चक्का जाम जारी है। प्रदर्शनकारियों ने शाहजहांपुर सीमा (राजस्थान-हरियाणा) के पास हाईवे बंद कर दिया। इसके अलावा देशभर में कई जगहों पर चक्का जाम जारी है। पंजाब के अमृतसर और मोहाली में किसानों ने चक्का जाम किया।

12:20 PM- किसान नेताओं को बंद करने की आलोचना

अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा ने दिल्ली फॉर फार्मर्स के कई नेताओं को बंद करने की निंदा की। दरअसल, दिल्ली फॉर फॉर्मर्स ने आज दोपहर 12 बजे से शहीद पार्क ITO से एक प्रदर्शन करने की घोषणा की थी। कालकाजी  पुलिस ने आईएफटीयू के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष और दिल्ली अध्यक्ष डॉ. अनिमेष दास को सुबह 5 बजे उनके घर से उठा लिया। वहीं, प्रगतिशील महिला संगठन दिल्ली की महासचिव के घर के बाहर पुलिस को तैनात किया गया और उनको बाहर आने से रोका जा रहा है। AIKMS ने इस पर एक बयान जारी कर कहा कि केंद्र के ये कदम  किसानों के लिए बढ़ रहे समर्थन को रोक पाने की निराशा दिखाते हैं।

12:08 PM- गुरुग्राम के कृष्ण चौक पर चक्का जाम

किसानों का चक्का जाम शुरू हो चुका है। गुरुग्राम के कृष्ण चौक पर चक्का जाम किया जा रहा है। कृष्ण चौक दिल्ली के नजफगढ़ और कापसहेड़ा बॉर्डर से दो किलोमीटर की दूरी पर है। यहां चक्का जाम किया जा रहा है।

11:45 AM- राहुल ने ट्वीट कर फिर दिया किसानों को समर्थन

चक्का जाम से पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने फिर से एक बार फिर से ट्वीट किया। उन्होनें लिखा- ‘अन्नदाता का शांतिपूर्ण सत्याग्रह देशहित में है- ये तीन क़ानून सिर्फ़ किसान-मज़दूर के लिए ही नहीं, जनता व देश के लिए भी घातक हैं। पूर्ण समर्थन!’

11:10 AM- ‘क्यों डराते हो डर की दीवार से’

किसानों आंदोलन को लेकर जो बैरिकेडिंग की गई है, उसको लेकर प्रियंका गांधी ने एक ट्वीट किया। कांग्रेस महासचिव ने बैरिकेडिंग की एक फोटो शेयर करते हुए कहा- ‘क्यों डराते हो डर की दीवार से?’

11:00 AM- दिल्ली मेट्रो के कई स्टेशन बंद

चक्का जाम को देखते हुए कई मेट्रो स्टेशन को बंद किया गया है। दिल्ली मेट्रो के मंडी हाउस, ITO, दिल्ली गेट, विश्वविद्यालय, लाल किला, जामा मस्जिद, जनपथ, केंद्रीय सचिवालय, खान मार्केट और नेहरू प्लेस मेट्रो स्टेशन बंद है। स्टेशनों पर इंटरचेंस की सुविधा खुली है।

10:58 AM: बैरिकेडिंग पर पुलिस ने लगाया ये फरमान

किसानों के चक्का जाम को देखते हुए दिल्ली गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा के कड़े इंतेजाम किए गए हैं। बैरिकेडिंग भी इस दौरान की गई है। इसके अलावा बैरिकेडिंग पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के लिए एक संदेश लिखकर टांगा है, जिस पर लिखा है- ‘यहां से आगे जाना मना है।’

9:15 AM- 50 हजार सुरक्षाबलों की तैनाती

दिल्ली में चक्का जाम को लेकर पूरी व्यवस्था की गई है। राजधानी में नाकों पर 50 हजार सुरक्षा बल की तैनाती की गई है। बॉर्डर समेत दिल्ली-NCR में कई जगहों पर अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है।

9:05 AM- बीजेपी के पूर्व MLA की अपील

हरियाणा से बीजेपी से अलग होने वाले फतेहाबाद के पूर्व विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया ने चक्का जाम को सफल बनाने की अपील की। एक वीडियो जारी कर उन्होनें चक्का जाम को सफल बनाने के लिए आमजन से भी सहयोग मांगा। वो बोले कि अगर चक्का जाम सफल होगा, तब ही केंद्र इन कानूनों को वापस लेने के लिए मजबूर होगी।

8:57 AM- दिल्ली में सुरक्षा के पूरे इंतेजाम

दिल्ली में चक्का जाम नहीं होगा। लेकिन पुलिस किसी फिस भी हर हालात से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। ITO पर पुलिस के साथ पैरामिलिट्री फोर्स के जवान भी तैनात किए गए हैं। वहीं बॉर्डर पर कई लेयर की बैरिकेडिंग पहले ही की जा चुकी है। ड्रोन से भी नजर रखी जा रही है।

8:55 AM- बंद किए जा सकते है कुछ मेट्रो स्टेशन

चक्का जाम को देखते हुए कई मेट्रो स्टेशन बंद हो सकते हैं। नई दिल्ली के DCP ने दिल्ली मेट्रो के अधिकारियों को इस संबंध में एक पत्र भी लिखा, जिसमें कहा गया कि जरूरत पड़ने पर राजीव चौक समेत 12 मेट्रो स्टेशन को शॉर्ट नोटिस पर बंद करना पड़ सकता है, जिसके लिए तैयार रहने को कहा गया।

8:45 AM- दिल्ली पुलिस अलर्ट पर

किसानों के चक्का जाम को लेकर पुलिस अलर्ट पर हैं। भले ही दिल्ली में किसानों ने चक्का जाम नहीं करने का फैसला लिया हो। लेकिन फिर भी पुलिस 26 जनवरी को हुई हिंसा को देखते हुए सतर्क है। दिल्ली पुलिस के DCP क्राइम जिन्मय बिस्वाल ने चक्का जाम को लेकर की गई तैयारियों के बारे में बताया। उन्होनें कहा कि गाजीपुर, टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ाई गई है। दिल्ली के अंदर भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं।

12 सालों से कायम है युवी का रिकार्ड, आज तक कोई तोड़ नहीं पाया

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12 सालों से कायम है युवी का रिकार्ड, आज तक कोई तोड़ नहीं पाया

क्रिकेट की दुनिया में अपने काबिलियत का लोहा मनवाने वाले दिग्गज पूर्व भारतीय क्रिकेटर किसी पहचान के मोहताज नहीं है। क्रिकेट के मैदान पर विरोधी गेंदबाजों के छक्के छुड़ाने मे माहिर युवराज सिंह को पूरी दुनिया जानती है। टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान इंगलिश गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के गेंदों पर मारे गए 6 छक्के, आज भी हर क्रिकेट प्रेमी को अच्छे से याद है।

खेल और क्षेत्ररक्षण में महारत हासिल करने वाले युवराज ने अपने काबिलियक के दम पर नाम कमाया है। कैंसर से लड़कर इस खिलाड़ी ने मैदान में वापसी की, लेकिन इतना बेहतरीन और विस्फोटक क्रिकेटर अपने करियर के अंतिम दिनों में वह सम्मान नही प्राप्त कर सका, जो हर एक खिलाड़ी पाना चाहता है।

अर्जुन अवार्ड से सम्मानित हो चुके है युवराज सिंह

चंडीगढ़ के एक जाट परिवार में जन्मे युवराज ने पूरे करियर में अनेकों उपलब्धियां अपने नाम की। अपने बेहतरीन बल्लेबाजी, क्षेत्ररक्षण और गेंदबाजी से सबका दिल जीतने वाले युवराज के नाम कई बड़े रिकार्ड है, उन्हें कई पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जा चुका है।

बता दें, कैंसर होने के बावजूद वर्ल्ड कप 2011 में अपना अहम योगदान देने वाले, रन और बल्ले से धमाल मचाने वाले युवराज को साल 2012 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने भारत के दूसरे सबसे बड़े खेल अवार्ड अर्जुन अवार्ड से नवाजा था। साल 2014 में उन्हें पद्मश्री अवार्ड से भी पुरस्कृत किया गया था। अपनी जिंदगी मे युवराज ने बहुत उतार-चढ़ाव भी देखें, लेकिन सभी परेशानियों को मात देते हुए उन्होंने भारतीय क्रिकेट में अपने वर्चस्व को बनाए रखा।

2007 टी-20 में लगाए थे 6 बॉल में 6 छक्के

साल 2007 का टी-20 वर्ल्ड कप और साल 2011 का वर्ल्ड कप युवी के करियर के सबसे बेहतरीन पलों में से एक रहा। इंग्लैंड के साथ हुए टी-20 वर्ल्ड कप मैच में युवराज ने ऐतिहासिक रिकार्ण बनाया, जो अभी तक बरकरार है।

बता दें, टी-20 वर्ल्ड कप 2007 में इंग्लैंड के खिलाफ शानदार बल्लबाजी करते हुए युवी ने 12 गेंदो में अपना अर्धशतक पूरा किया था। इस पारी में उन्होंने इंग्लिश गेंदबाज स्टूअर्ट ब्रॉड के एक ही ओवर में 6 छक्के लगाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया था। साल 2011 वर्ल्ड कप में कैंसर से जूझने के बावजूद उन्होंने खेलना नहीं छोड़ा। भारत को 2011 वर्ल्ड कप में जीत दिलाने में युवी का सबसे बड़ा योगदान रहा, पूरे वर्ल्डकप में शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द सीरीज का अवार्ड भी मिला था।

2011 वर्ल्डकप के बाद वह कैंसर के इलाज के लिए चले गए, जिसके बाद से उनका क्रिकेट करियर स्थिर नहीं रहा। उन्होंने वापसी की लेकिन इस बार  अपनी छाप छोड़ने में नाकाम साबित हुए। 10 जून 2019 को उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कह दिया। लेकिन युवराज सिंह क्रिकेट के इतिहास का एक वैसा चेहरा है जिसे क्रिकेट प्रेमी सदियों-सदियों तक याद रखेंगे।

IND vs ENG 1st Test, Day 1: जो रुट ने जड़ा लगातार तीसरा शतक, इंग्लैंड ने पहले दिन ही मैच पर बनाई पकड़

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IND vs ENG 1st Test, Day 1: जो रुट ने जड़ा लगातार तीसरा शतक, इंग्लैंड ने पहले दिन ही मैच पर बनाई पकड़

भारत और इंग्लैंड के बीच चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच (IND vs ENG 1st Test) के पहले दिन का खेल समाप्त हो गया है। इंग्लैंड ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए पहले दिन ही 3 विकेट के नुकसान पर 263 रन बना लिए हैं। अपना 100 वां टेस्ट मैच खेल रहे इंग्लिश कप्तान जो रुट (Joe Root) ने अपने 100 वें टेस्ट को यादगार बना दिया है।

उन्होंने मैच के पहले दिन हीं शानदार बल्लेबाजी करते हुए 14 चौके और 1 छक्के की मदद से 128 रन बना लिए हैं। वहीं, दूसरी ओर इंग्लैंड के ओपनर बल्लेबाज डॉमिनिक सिब्ले ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए 12 चौके की मदद से 87 रन बनाए। पहले दिन की आखिरी बॉल पर जसप्रीत बुमराह ने उन्हें आउट कर दिया।

जो रुट ने जड़ा लगातार तीसरा शतक

जो रूट (Joe Root) ने 100वें टेस्ट में अपना शतक 164 गेंदों पर पूरा किया, जिसमें 12 चौके शामिल रहे। ये उनके करियर का 20वां टेस्ट शतक है, भारत के खिलाफ जमाया 5वां शतक और टेस्ट मैच में उनके बल्ले से निकला लगातार तीसरा शतक है। जो रूट स्पिन के कितने शानदार खिलाड़ी हैं. ये बात उन्होंने श्रीलंका में दिखाया और अब भारतीय पिच पर भी उसे लेकर अपना लोहा मनवाते दिख रहे हैं। चेन्नई टेस्ट की पहली पारी में जो रूट का शतक उनके बल्ले से निकला लगातार तीसरा शतक है। इससे पहले उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ गॉल में खेले 2 टेस्ट में 228 और 186 रनों की पारी खेली थी।

पहले दिन कमाल नहीं कर पाए भारतीय गेंदबाज

दूसरी ओर भारतीय टीम के लिए पहला दिन कुछ खास नहीं रहा। इंग्लैंड के खिलाफ टीम में वापसी करने वाले अनुभवी गेंदबाज इशांत शर्मा पहले दिन कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए। उन्होंने पहले दिन 15 ओवर गेंदबाजी की और 27 रन दिए लेकिन इन्हें एक भी विकेट नहीं मिला। (IND vs ENG 1st Test)

आर अश्विन ने ओपनर बल्लेबाज रॉरी बर्न्स को अपना शिकार बनाया और इंग्लैंड को पहला झटका दिया। वहीं, जसप्रीत बुमराह को डेनियल लॉरेंस औऱ सिब्ले को अपना शिकार बनाया। भारत के लिए अपना दूसरा टेस्ट सीरीज खेल रहे वाशिंगटन सुंदर भी पहले दिन गेंदबाजी में अपनी छाप छोड़ने में नाकाम रहे।

साथ ही अपना दूसरा टेस्ट मैच खेल रहे शाहबाज नदीम का परफॉर्मेंस भी कुछ खास नहीं रहा। इंग्लिश टीम की ओर से अभी बेन स्टोक्स, ऑली पोप और जोस बटलर जैसे खिलाड़ी बल्लेबाजी करने वाले हैं। ऐसे में शानदार खेल दिखा रही इंग्लैंड की टीम पहली पारी में बड़ा स्कोर खड़ा करने का कोई मौका नहीं छोड़ने वाली है।

‘जो कहते हैं कृषि बिल काला है, उनके मुंह पर लगाना…’ राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री ने सुनाई कविता

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‘जो कहते हैं कृषि बिल काला है, उनके मुंह पर लगाना…’ राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री ने सुनाई कविता

केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों को लेकर आंदोलन तेज है। दिल्ली के टिकरी, गाजीपुर और सिंघु बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसान इस कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे हैं। केंद्र सरकार और सरकार के मंत्रियों के बीच 11 राउंड की बैठक हो चुकी है लेकिन नतीजा अभी भी कोसों दूर नजर आ रहा है। सड़क से लेकर संसद तक किसान आंदोलन का असर देखने को मिल रहा है।

विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार पर लगातार हमला बोल रही है तो वहीं दूसरी ओर विपक्ष के नेता संसद में भी सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। संसद में लगातार इसके पक्ष और विपक्ष में तर्क दिए जा रहे हैं, जिसे लेकर जमकर हंगामा भी हो रहा है। इसी बीच एनडीए की सहयोगी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने राज्यसभा में विपक्षी पार्टियों को निशाने पर लिया है।

मराठा, जाट, राजपूत और ठाकुरों को भी चाहिए रिजर्वेशन

आरपीआई के अध्यक्ष रामदास अठावले ने आज शुक्रवार को राज्यसभा में कृषि बिल के समर्थन में अपने अंदाज में एक कविता सुनाई और विपक्षी दलों को निशाने पर लिया। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘किसान बिल जो कहते हैं काला है, मैं कहता हूं बिल तो उजाला है, क्या जो कहते हैं बिल काला है, उनके मुंह पर लगाना ताला है।‘

अठावले ने कहा, मराठा, जाट, राजपूत और ठाकुर समुदाय के लोग महाराष्ट्र, हरियाणा, राजस्थान और यूपी में रिजर्वेशन चाहते हैं। क्षेत्रीय समुदाय की बहुत बड़ी आबादी है। जिस तरह से 10 फीसदी रिजर्वेशन आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग को दिया गया है उसी तरह से उन्हें भी दिया जाना चाहिए।

किसान आंदोलन का आज 72वां दिन

बता दें, नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान पिछले 71 दिनों से दिल्ली की बॉर्डरों पर आंदोलन कर रहे हैं और सरकार से इन कानूनों को रद्द करने की मांग भी कर रहे हैं। साथ ही एमएसपी पर कानून बनाने की मांग भी की जा रही है। हालांकि, केंद्र सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि वे कानून को वापस नहीं करेंगे। केंद्र सरकार की ओर से लगातार इस कानून में संशोधन की बात कही जा रही है। किसान नेता और सरकार के बीच अगली बैठक कब होगी, इस पर संशय बरकरार है।

Farmers Protest: तीन घंटों का चक्का जाम, पुलिस की तैयारी…जानिए 6 फरवरी का पूरा प्लान

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Farmers Protest: तीन घंटों का चक्का जाम, पुलिस की तैयारी…जानिए 6 फरवरी का पूरा प्लान

2 महीनों से भी जारी किसान आंदोलन में एक बार फिर से तेज हो रहा है। जहां 26 जनवरी को हुई हिंसा के बाद ये संभावनाएं जताई जाने लगी थीं कि किसानों का आंदोलन खत्म होने की ओर आगे बढ़ रहा है, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। किसानों का कहना है कि उनका आंदोलन तब तक यूं ही जारी रहेगा, जब तक सरकार उनकी मांगों को मान नहीं लेती।

दिल्ली-यूपी और उत्तराखंड में नहीं होगा चक्का जाम

किसानों ने एक बार फिर से अपने आंदोलन को रफ्तार देने के लिए कल यानी 6 फरवरी को चक्का जाम करने का फैसला लिया। किसान संगठनों का कहना है कि ये चक्का जाम देशव्यापी होगी, जिसमें 6 फरवरी को केवल तीन ही घंटों के लिए होगा। हालांकि ये चक्का जाम दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड में नहीं होगा। इसका ऐलान भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किया।

3 घंटों के लिए होगा चक्का जाम

राकेश टिकैत के अनुसार 6 फरवरी यानी शनिवार को चक्का जाम तीन घंटों के लिए दोपहर 12 बजे से लेकर 3 बजे तक होगा। जिस दौरान अपने अपने इलाकों में लोग सड़कों पर बैठेंगे और उन्हें जाम करेंगे। किसान नेताओं के अनुसार ये चक्का जाम दोपहर 3 बजे तक खत्म हो जाएगा और वो इसके बाद एक साथ एक मिनट के लिए गाड़ियों के हॉर्न बजाएंगे। तीन घंटे के चक्का जाम के बाद प्रदर्शनकारी गांव, ब्लॉक और जिला स्तर पर स्थानीय अधिकारियों को ज्ञापन सौंप जाएगा। राकेश टिकैत ने कहा कि यहां जो लोग नहीं आ सकते, वो अपनी-अपनी जगहों पर शांतिपूर्ण तरीके से चक्का जाम करें।

केंद्र पर तंज कसते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि दिल्ली और आसपास की जगहों पर पहले ही किले बंदी की हुई है, तो इस वजह से हमले ये फैसला लिया कि यहां पर चक्का जाम नहीं किया जाएगा। इस दौरान टिकैत ने ये अपील भी की है कि गांव, शहरों और कस्बों में जो प्रदर्शनकारी चक्का जाम करेंगे, उस दौरान वहां जो आम लोग मौजूद होंगे उनकी सेवी की जाए। किसान संगठन चक्का जाम के दौरान आम लोगों को मूंगफली, फल, पानी चना, खाना समेत अन्य चीजें देंगे।

भारतीय किसान यूनियन की तरफ से ये कहा गया है कि ये चक्का जाम शांतिपूर्ण होगा। सिर्फ हाईवे को जाम किया जाएगा। इस दौरान एंबुलेंस और स्कूल बस का रास्ता नहीं रोका जाएगा।

चक्का जाम के लिए पुलिस की तैयारी

वहीं चक्का जाम को लेकर पुलिस भी सतर्क है। भले ही दिल्ली में किसान संगठनों ने चक्का जाम नहीं करने का फैसला लिया हो, लेकिन फिर भी 26 जनवरी की हिंसा को देखते हुए पुलिस सतर्क है। दिल्ली पुलिस के DSP चिन्मय बिस्वाल ने कहा कि चक्का जाम को  देखते हुए सभी संवेदनशील जगहों पर खास ध्यान रखा जा रहा है। चक्‍का जाम का सबसे ज्‍यादा असर पंजाब और हरियाणा में दिखने की संभावना है। ऐसे में वहां की पुलिस पूरी तरह मुस्‍तैद है।

…तो क्या तांडव Controversy का द फैमिली मैन-2 पर पड़ा इफेक्ट? पोस्टपोन हुई मनोज वाजपेयी की वेब सीरीज

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…तो क्या तांडव Controversy का द फैमिली मैन-2 पर पड़ा इफेक्ट? पोस्टपोन हुई मनोज वाजपेयी की वेब सीरीज

मनोज वाजपेयी स्टारर मोस्ट पॉपुलर वेब सीरीज द फैमिली मैन के दूसरे सीजन का फैंस बेसब्री से इंतेजार कर रहे हैं। इस सीरीज का पहला सीजन 2019 में आया था और अब दूसरे सीजन की रिलीज डेट को भी अनाउंस कर दिया गया था। 12 फरवरी को द फैमिली मैन 2 अमेजन प्राइम पर रिलीज होनी थी। लेकिन अब फैंस को थोड़ा और इंतेजार करना पड़ेगा, क्योंकि द फैमिली मैन 2 पोस्टपोन हो गई है।

पोस्टपोन हुई द फैमिली मैन 2

द फैमिली मैन अब 12 फरवरी को रिलीज नहीं होगी। इसकी जानकारी देते हुए सीरीज के निर्माता राज और डीके ने एक आधिकारिक बयान जारी किया और बताया कि अब द फैमिली मैन-2 गर्मियों में आएगी।

वो फैंस जो बेसब्री से इसका इंतेजार लंबे वक्त से कर रहे थे, उनको जरूर इससे झटका लगेगा। उनको इस दूसरे पार्ट के लिए थोड़ा और इंतेजार करना पड़ेगा। दरअसल, द फैमिली मैन 2 पर लंबे वक्त से काम चल रहा था। सीरीज के पहले सीजन को मिली सफलता के बाद मेकर्स दूसरे पार्ट को बेहद खास बनाना चाहते है।

जारी किया गया ये बयान

द फैमिली मैन 2 के पोस्टपोन होने पर मेकर्स ने एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा- ‘हम ये जानते हैं कि आप सभी लोग द फैमिली मैन के अगले सीजन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। दर्शकों ने जितना प्यार मिल रहा हैं, हम उसके शुक्रगुजार है। हम आपके लिए एक अपडेट लेकर आए हैं। द फैमिली मैन 2 का अगला सीजन इस साल गर्मियों में आएगा। दूसरे सीजन को बेहतरीन बनाने के लिए हम दिन रात मेहनत कर रहे हैं। उम्मीद करते हैं कि आप इसे पसंद करेंगे। द फैमिली मैन 2 के लिए हम काफी उत्साहित हैं।’

क्या तांडव विवाद का पड़ा असर?

द फैमिली मैन 2 के पोस्टपोन होने की वजह भले ही मेकर्स ने साफ तौर पर नहीं बताई हो। लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि बीते दिनों में कुछ वेब सीरीज को जो कुछ भी कॉट्रोवर्सी हुई, उसी को देखते हुए द फैमिली मैन 2 को पोस्टपोन किया गया। दरअसल, बीते दिनों मिर्जापुर और तांडव जैसे वेब सीरीज काफी विवादों में घिरी रहीं।

तांडव वेब सीरीज के कुछ सीन्स को लेकर काफी ज्यादा बवाल हुआ। मामला कोर्ट तक पहुंचा। वहीं सोशल मीडिया पर भी इसे बैन करने की मांग उठने लगे। मेकर्स ने विवाद को बढ़ता देख माफी मांगी और साथ में विवादित सीन्स को भी सीरीज से हटाया। वहीं मिर्जापुर वेब सीरीज पर भी जिले की खराब छवि दिखाने का आरोप लगा और ये मामला भी कोर्ट तक पहुंचा।

ऐसा माना जा रहा है कि इन सब विवादों के चलते ही द फैमिली मैन 2 को पोस्टपोन करने का फैसला लिया गया। हालांकि बताया जा रहा है कि सीरीज में ऐसा कंटेंट नहीं जिसपर बवाल हो। लेकिन फिर भी मेकर्स फिलहाल रिस्क नहीं लेना चाहते। जिसके चलते इसे पोस्टपोन किया गया। वैसे अब उम्मीद ये की जा रही है कि द फैमिली मैन 2 अब इस साल मई-जून के महीने में रिलीज हो।