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'अहंकार छोड़ो, किसानों की तकलीफ समझो और कानून वापस लो….'- राहुल गांधी

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'अहंकार छोड़ो, किसानों की तकलीफ समझो और कानून वापस लो….'- राहुल गांधी

किसान आंदोलन को लेकर देश की लगभग सभी विपक्षी पार्टियां और विपक्ष के बड़े-बड़े नेता केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर है। देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस भी इस मुद्दे पर लगातार केंद्र सरकार को निशाने पर ले रही है। तो वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस के तमाम बड़े नेता भी सरकार पर हमला बोल रहे हैं। इसी बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और केरल के वायनाड़ से सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर से किसान आंदोलन के समर्थन में केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने मोदी सरकार पर किसानों के लिए कुछ नहीं करने का आरोप लगाया है।

किसान मोदी सरकार से कितने नाउम्मीद है…

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा, ‘किसान-मज़दूर के गांधी जयंती तक आंदोलन के निर्णय से उनके दृढ़ संकल्प के साथ ही ये भी साफ़ है कि वे मोदी सरकार से कितने नाउम्मीद हैं। अहंकार छोड़ो, सत्याग्रही किसानों की तकलीफ़ समझो और कृषि-विरोधी क़ानून वापस लो!’ राहुल गांधी इससे पहले भी किसान आंदोलन का समर्थन कर चुके हैं और केंद्र सरकार से इन कानूनों को वापस लेने की अपील कर चुके हैं।

2 अक्टूबर तक आंदोलन जारी रखेंगे किसान

दरअसल, बीते दिन शनिवार को किसान संगठनों ने यूपी, दिल्ली और उत्तराखंड को छोड़कर देश के अन्य हिस्सों में 3 घंटे का चक्का जाम किया था। खबरों के मुताबिक चक्का जाम सफल भी रहा। जिसके बाद भारतीय किसान यूनियन के नेता और प्रवक्ता राकेश टिकैत का बयान सामने आया था।

उन्होंने कहा, वे 2 अक्टूबर तक गाजीपुर बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करते रहेंगे। कृषि कानूनों को खत्म करने की मांग के साथ किसान पिछले 2 महीने से अधिक समय से दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं।

किसान नेताओं की ओर से बार-बार कहा जा रहा है कि जब तक कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया जाता, तब तक किसानों की घर वापसी नहीं होगी। उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले कुछ ही दिनों में केंद्र सरकार और किसान नेताओं के बीच फिर से बातचीत शुरु हो सकती है, और जल्द ही इस समस्या का समाधान निकाला जा सकता है।

‘अगर हमारे पास होती हनुमान की शक्तियां तो हम छाती चीर कर दिखाते कि किसानों के लिए हमारे दिल में क्या है’

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‘अगर हमारे पास होती हनुमान की शक्तियां तो हम छाती चीर कर दिखाते कि किसानों के लिए हमारे दिल में क्या है’

केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों को लेकर देश में आंदोलन तेज है। दिल्ली की बॉर्डरों पर किसान पिछले 73 दिनों से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। विपक्षी पार्टियों की ओर से तरह-तरह की बयानबाजियां हो रही है। देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता लगातार इस मामले पर केंद्र सरकार को निशाने पर ले रही है।

इसी बीच बीजेपी शासित उत्तराखंड के CM त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किसान आंदोलन के मुद्दे पर विपक्षी पार्टियों को निशाने पर लिया है। साथ ही उन्होंने नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे लोगों को इस बात को साबित करने की चुनौती दी कि ये कानून किसानों के लिए किस तरह से हानिकारक हैं।

कुछ संगठन किसानों के बीच भड़का रहे हैं गुस्सा

बीते दिन शनिवार को त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि अमेरिका में स्थित जस्टिस फॉर सिख्स जैसे संगठन किसानों के बीच गुस्सा भड़का रहे हैं। उन्होंने कहा, जो लोग किसान आंदोलन के पीछे हैं, वे देश को तोड़ना चाहते हैं।

सीएम रावत ने दावा किया कि नए कृषि कानूनों ने पारंपरिक मंडियों के अलावा किसानों को अपनी उपज बेचने की असली आजादी दी है। उन्होंने कहा, ‘मुझे यकीन है कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन करनेवालों को नुकसान होगा, अगर उन्हें यह साबित करने की चुनौती दी जाए कि ये कानून किसानों के लिए किस तरह हानिकारक हैं।‘

अगर हमारे पास हनुमान की शक्तियां होती तो….

CM त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, ‘अमेरिका में स्थित जस्टिस फॉर सिख्स जैसे संगठन और पाकिस्तान संचालित लगभग 302 ट्विटर हैंडल के माध्यम से किसानों के बीच गुस्सा इसलिए पैदा किया जा रहा है क्योंकि वे नहीं चाहते कि नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री काल में भारत में किसान आगे बढ़ें।‘

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कथित रुप से खतरनाक देशभक्त बताने पर प्रतिक्रिया दी। सीएम ने कहा, देशभक्त होना खतरनाक कैसे हो सकता है? त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आगे कहा कि ‘अगर हमारे पास (बीजेपी सरकार) के पास हनुमान की शक्तियां होती, तो हम यह दिखाने के लिए अपना सीना चीरकर दिखा देते कि उसने किसानों के लिए क्या है।‘

जानिए कैसा रहेगा 07 फरवरी को आपका दिन

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जानिए कैसा रहेगा 07 फरवरी को आपका दिन

जैसा कि हम सभी जानते हैं ग्रहों का प्रभाव हमारे जीवन में पड़ता है, जिसके चलते हमें कभी अच्छे तो कभी बुरे दिनों का सामना करना पड़ता। वहीं आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आज का राशिफल आपके जीवन में क्या-क्या परिवर्तन लेकर आ सकता है। तो आइए आपको बताते हैं आज के दिन के बारे में आपके सितारे क्या कहते हैं और 07 फरवरी का दिन आपके लिए कैसा रहेगा…

मेष राशि- आपका दिन मिला जुला रहने वाला है। आर्थिक समस्याएं कम होगीं। परिवार में सुख शांति का माहौल बना रहेगा। नए कामों की शुरुआत करने से बचना चाहिए। 

वृषभ राशि- आपका दिन सामान्य रहेगा। लंबे समय से चली आ रही परेशानियां कम होगी। घर का माहौल ठीक ठाक रहेगा। आज के दिन किसी विवाद में पड़ने से बचें। 

मिथुन राशि- दिन की शुरुआत अच्छी होगी। कामों में आ रही दिक्कतें कम होगी। आज के दिन परिवारवालों के साथ अच्छा समय बिताएंगे। 

कर्क राशि- दिन आपका सामान्य रहने वाला है। आर्थिक परेशानियां कम होगीं। कार्यक्षेत्र से अच्छी खबर मिलेगी। रुका हुआ धन मिलने के आसार है। 

सिंह राशि- आपका दिन अच्छा बीतेगा। लंबे वक्त से चली आ रही समस्याएं कम होगी। लव लाइफ बेहतर होगी। पार्टनर के साथ अच्छा वक्त बिताएंगे।

कन्या राशि- आपका दिन परेशानियों से भरा बीतेगा। भविष्य की चिंता सताएगी। घर का माहौल सामान्य रहेगा। ज्यादा तनाव लेने से बचें। 

तुला राशि- आपका दिन शानदार बीतेगा। नौकरीपेशा लोगों को अच्छी खबर मिल सकती है। आज करीबियों के साथ बढ़िया वक्त बिताएंगे। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।  

वृश्चिक राशि- आज के दिन किसी भी नए काम की शुरुआत करने से बचें। माता पिता की सलाह के बिना कोई बड़ा कदम ना उठाएं। आपका दिन ठीक ठाक रहेगा। आज के दिन किसी से उलझने से बचें। 

धनु राशि- आपका दिन सामान्य रहेगा। मनचाहे काम पूरे होंगे। करीबियों से सरप्राइज मिल सकता है। स्वास्थ्य का खास ध्यान रखें। 

मकर राशि- दिन आपका मिला जुला रहेगा। घर में लंबे समय से चली आ रही टेंशन कम होगी। आज के दिन जीवनसाथी के साथ झगड़ा ना करें। गुस्से पर अपने कंट्रोल रखें। 

कुंभ राशि- आपका दिन सामान्य रहने वाला है। घर में सुख शांति बनी रहेगी। कार्यक्षेत्र से अच्छी खबर मिल सकती है। बाहर का खाने-पीने से बचें। 

मीन राशि- आपका दिन अच्छा बीतेगा। परेशानियां कम होगी। अनजान लोगों से मदद मिलेगी। जल्दबाजी में कोई फैसला लेना भारी पड़ सकता है। 

IND vs ENG Chennai Test, Day 2: इंग्लिश बल्लेबाजों के आगे बेदम हुए भारतीय गेंदबाज, इंग्लैंड 555/8

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IND vs ENG Chennai Test, Day 2: इंग्लिश बल्लेबाजों के आगे बेदम हुए भारतीय गेंदबाज, इंग्लैंड 555/8

भारत और इंग्लैंड (IND vs ENG) के बीच खेली जा रही टेस्ट सीरीज के पहले मैच के दूसरे दिन का खेल समाप्त हो चुका है। इंग्लैंड की टीम ने भारत के सामने पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा कर दिया है। इंग्लैंड के कप्तान जो रुट ने पहली पारी में टीम को फ्रंट से लीड किया। 

भारत की शानदार बॉलिंग अटैक के सामने रुट (Joe Root) निडर होकर टीम की कमान संभाली और इंग्लैंड अब बड़े स्कोर की ओर बढ़ता चला जा रहा है।

इंग्लैंड ने दूसरे दिन 3 विकेट पर 263 रनों से आगे खेलना शुरु किया था। दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक इंग्लैंड ने 8 विकेट के नुकसान पर 555 रन बना लिए हैं। इंग्लिश कप्तान ने 218 रनों की लाजवाब पारी खेली है।

छक्का लगाकर पूरा किया दोहरा शतक

इंग्लैंड के कप्तान जो रुट (Joe Root) ने चेन्नई टेस्ट के दूसरे दिन छक्के के साथ अपना दोहरा शतक पूरा किया। छक्के के साथ टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक बनाने वाले वह इंग्लैंड के पहले बल्लेबाज बन गए हैं। उन्होंने यह कमाल भारतीय स्पीनर आर अश्विन की गेंद पर किया।

दूसरे दिन बेन स्टोक्स और जो रुट के बीच चौथे विकेट के लिए कमाल की साझेदारी हुई। स्टोक्स को शाहबाज नदीम ने पुजारा के हाथों कैच कराया। स्टोक्स के रुप में इंग्लैंड को चौथा झटका लगा। जिसके बाद बल्लेबाजी करने आए होप के साथ रुट ने पारी को संभाला। दोनों के बीच अर्धशतकीय साझेदारी हुई।

चौथे सेशन में इशांत ने की शानदार गेंदबाजी

आर. अश्विन ने पोप को LBW कर चलता किया। जिसके थोड़े ही देर बाद शाहबाज नदीम ने जो रुट को LBW कर उनकी पारी का अंत किया। उन्होंने 377 गेंदों में 19 चौके और 1 छक्के की मदद से 218 रनों की शानदार पारी खेली। (IND vs ENG) 

जिसके बाद बल्लेबाजी करने आए इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर और डॉमिनिक बेस ने पारी को संभालने की कोशिश की। लेकिन इशांत शर्मा ने बटलर को बोल्ड कर इंग्लैंड को सांतवा झटका दिया। उसी ओवर में इशांत ने जोफ्रा आर्चर को बोल्ड कर दिया। दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक इंग्लैंड की ओर से बेस और लीच मैदान पर अड़े हैं।

सुंदर को नहीं मिला एक भी विकेट

भारतीय बॉलिंग की बात की जाए तो पहले दिन की तरह दूसरे दिन भी इंग्लैंड के बल्लेबाज मजबूत भारतीय गेंदबाजी लाइन-अप पर भारी पड़े। हालांकि, दूसरे दिन के अंतिम सेशन में भारतीय गेंदबाजों ने बेहतरीन गेंदबाजी की। इशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह, शाहबाज नदीम और आर अश्विन ने अभी तक 2-2 विकेट चटकाए हैं। जबकि अपना दूसरा टेस्ट सीरीज खेल रहे वाशिंगटन सुंदर को अभी तक एक भी सफलता नहीं मिली है।

Farmers Protest: राकेश टिकैत ने दिया सरकार को अल्टीमेटम, इस तारीख तक नहीं लिए कानून वापस तो…

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Farmers Protest: राकेश टिकैत ने दिया सरकार को अल्टीमेटम, इस तारीख तक नहीं लिए कानून वापस तो…

नए कृषि कानून के विरोध में किसानों का आंदोलन नवंबर महीने से जारी है। किसान कानून वापसी की मांग पर अड़े हुए हैं। लेकिन 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान जो हिंसा हुई, उसके बाद कुछ समय के लिए किसानों का आंदोलन कमजोर पड़ता हुआ दिखने लगा था। हालांकि किसानों ने अपने आंदोलन को एक बार फिर से तेज करते हुए आज यानी शनिवार को चक्का जाम करने का फैसला लिया था।

चक्का जाम शांतिपूर्ण ढंग से हुआ। चक्का जाम के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होनें केंद्र सरकार को नए कृषि कानून को वापस लेने के लिए 2 अक्टूबर तक का अल्टीमेटम दिया। उन्होनें किसानों को संबोधित करते हुए ये भी कहा कि सरकार के साथ हम किसी भी दबाव में बातचीत नहीं करेंगे। जब प्लेटफॉर्म बराबरी का होगा, तब ही बातचीत की जाएगी।

‘2 अक्टूबर तक लें कानून वापस नहीं तो…’

राकेश टिकैत ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा- ‘सरकार को हमने कानून वापस लेने के लिए 2 अक्टूबर तक का वक्त दिया है। फिर हम आगे की योजना बनाएंगे। सरकार को या तो हमारी बात सुन लेनी चाहिए, नहीं तो अगला ऐसा आंदोलन होगा कि जिसका बच्चा फौज-पुलिस में होगा, उसका परिवार यहां रहेगा और उसका पतिा तस्वीर लेकर यहां बैठेगा। तस्वीर कब लानी होगी, ये भी मैं बता दूंगा।’

‘पूरे देश में करेंगे आंदोलन’

किसान नेता ने कहा कि सरकार या तो बिल वापस ले और MSP पर कानून बना दें…नहीं तो ये आंदोलन ऐसे ही जारी रहेगा। हम पूरे देश में यात्रा करेंगे। देशभर में आंदोलन होगा। फिर मत कहिएगा कि ये कैसा आंदोलन है। हमारा आंदोलन गैर राजनीतिक होगा। टिकैत बोले कि हम तिरंगे को मानते हैं। जब हमारे बच्चों की शहादत होती है, तो वो गांव में तिरंगे में ही लिपटकर आते हैं। तिरंगे का अपमान सहन नहीं किया जाएगा।

‘शर्तों के साथ नहीं होगी बातचीत’

सरकार पर हमला बोलते हुए किसान नेता राकेश टिकैत इनको देश से नहीं व्यापारी से लगाव है। इन्हें किसान से नहीं अनाज से लगाव है। इनको मिट्टी से नहीं अन्न से लगाव है। ये कील बोएंगे और हम अनाज।’  उन्होनें कहा कि अगर कोई ट्रैक्टर लेकर आ रहा है, तो उसको नोटिस भेजे जा रहे हैं। ये कहां का कानून होता है कि ट्रैक्टर नहीं चलेगा।

टिकैत बोले कि हम बातचीत के लिए तैयार हैं। लेकिन शर्त के साथ बातचीत नहीं करेंगे। बराबरी का प्लेटफॉर्म मिलने पर ही बातचीत होगी।

गौरतलब है कि किसानों के चक्का जाम के बाद राकेश टिकैत ने ये बातें बोलीं। बता दें कि किसानों का चक्का जाम दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड को छोड़कर दूसरे राज्यों में दोपहर 12 बजे से लेकर 3 बजे तक किया गया। इस दौरान प्रदर्शनकारी सड़कों पर बैठ गए। चक्का जाम का असर देश के कई राज्यों में देखने को मिला। किसानों ने हरियाणा, पंजाब समेत कई राज्यों में चक्का जाम का असर देखने को मिला।

‘बिहार सरकार से क़ानून व्यवस्था पर सवाल पूछिए तो वो हड़प्पा काल की बात करते है…’-तेजस्वी यादव

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‘बिहार सरकार से क़ानून व्यवस्था पर सवाल पूछिए तो वो हड़प्पा काल की बात करते है…’-तेजस्वी यादव

बिहार की सियासत में उथल-पुथल जारी है। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में एनडीए गठबंधन ने जीत हासिल कर नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व में सरकार बनाई लेकिन सरकार बनने के 3 महीने बाद भी अभी तक प्रदेश में मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हुआ है। जिसे लेकर लगातार सवाल भी उठ रहे हैं।

इससे इतर बिहार सरकार की ओर से इन दिनों लगातार नए-नए आदेश जारी किए जा रह हैं, जिसे लेकर विपक्षी पार्टियां प्रदेश सरकार पर हमलावर है। बिहार की प्रमुख विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर जोरदार हमला बोला है।

नीतीश कुमार पर बरसे तेजस्वी यादव

तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लगातार ट्वीट करते हुए नीतीश कुमार को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा, ‘सरकार से क़ानून व्यवस्था पर सवाल पूछिए तो वो हड़प्पा काल की बात करते है। धरना-प्रदर्शन किजीए तो नए फ़रमान जारी करते है। दबाव डालिए तो लीपापोती के लिए किसी को भी बलि का बकरा बना देते है। थके और कमजोर मुख्यमंत्री की कोई नहीं सुन रहा। अपराधी और माफिया राज कर रहे है।‘

नेता प्रतिपक्ष ने कुछ खबरों को ट्वीट करते हुए लिखा, ‘मुख्यमंत्री नीतीश जी को कोटि-कोटि बधाई! गुरु गोविंद सिंह, भगवान महावीर, माता सीता की जन्मभूमि एवं बुद्ध और गाँधी की कर्मभूमि तथा विश्‍व को सर्वप्रथम गणतंत्र का ज्ञान देने वाली बिहार की महान धरा विश्वभर में आपके तानाशाही रवैये के कारण नकारात्मक चर्चा में है। शांत मन से सोच कुछ करिए।‘

वहीं, एक अन्य ट्वीट में उन्होंने नीतीश कुमार को टैग करते हुए तेजस्वी यादव ने लिखा कि ‘दुनिया के जाने-माने अखबार व पत्रिकाओं में बिहार सरकार के अलोकतांत्रिक और तानाशाही फ़ैसलों की भर्त्सना हो रही है। सरकार को चाहिए कि वह शांत चित्त से सोच समझकर ही लोकतांत्रिक निर्णय ले। ऐसे फैसलों को वापस लिया जाना चाहिए, जिससे राज्य की छवि को नुकसान पहुंच रहा है।‘

जानें क्या है पूरा मामला?

बता दें, पिछले दिनों बिहार पुलिस महानिदेशक की ओर से आदेश जारी किया गया था कि अगर कोई व्यक्ति सरकार के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल होकर किसी आपराधिक घटना को अंजाम देता है तो उसे सरकारी नौकरी या ठेके नहीं दिए जाएंगे। जिसे लेकर प्रदेश की राजनीति में भूचाल मचा हुआ है।

इस आदेश के ठीक पहले बिहार सरकार ने सोशल मीडिया को लेकर भी एक फरमान जारी किया था। उस आदेश के मुताबिक अब बिहार सरकार के मंत्री, सांसद, विधायक या सरकारी अफसर के खिलाफ सोशल मीडिया पर कोई आपत्तिजनक टिप्पणी सोशल मीडिया पर की जाती है, तो ऐसा करने वाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बिहार सरकार के ऐसे फैसलों पर लगातार सवाल उठ रहे हैं।

हंगामे की भेंट चढ़ रहा बजट सत्र: …तो क्या लोकसभा में भाषण नहीं देंगे पीएम मोदी? ऐसा करने वाले बनेंगे पहले प्रधानमंत्री!

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हंगामे की भेंट चढ़ रहा बजट सत्र: …तो क्या लोकसभा में भाषण नहीं देंगे पीएम मोदी? ऐसा करने वाले बनेंगे पहले प्रधानमंत्री!

इस वक्त किसान आंदोलन के मुद्दे को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार बुरी तरह से घिरीं हुई हैं। एक तरफ तो सरकार को हजारों किसानों के आक्रोश का सामना करना पड़ रहा है। वहीं विपक्ष भी सड़क से लेकर संसद तक मोदी सरकार पर इस मुद्दे को लेकर हमलावर है। संसद में बजट सत्र चल रहा है। इस दौरान भी किसान आंदोलन को लेकर दोनों सदनों में खूब हंगामा देखने को मिल रहा है।

केवल राज्यसभा में ही बोल सकते हैं पीएम

राष्ट्रपति के अभिभाषण और बजट पेश किए जाने के बाद जब से संसद की कार्यवाही शुरू हुआ, विपक्षी पार्टियों ने किसान आंदोलन के मुद्दे पर केंद्र के खूब घेरा। विपक्ष के हंगामे के चलते पीएम मोदी अब तक राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब तक नहीं दे सके। ऐसे में अब इस बात की संभावना जताई जाने लगी है कि प्रधानमंत्री इस बार सिर्फ राज्यसभा में ही राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब दें।

दरअसल, शुक्रवार को राज्यसभा में अभिभाषण और किसान आंदोलन पर चर्चा पूरी हो चुकी है। ऐसे में अगर नरेंद्र मोदी लोकसभा की जगह केवल राज्यसभा में ही बोलते हैं, तो वो ऐसा करने वाले पहले प्रधानमंत्री बन जाएंगे। इससे पहले किसी भी प्रधानमंत्री ने सिर्फ राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब नहीं दिया।

दोनों सदनों में भाषण देते हैं पीएम, लेकिन…

परंपरा यही है कि प्रधानमंत्री दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के बाद धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हैं। अब तक ऐसा सिर्फ दो ही बार हुआ, जब देश के प्रधानमंत्री ने लोकसभा में चर्चा का हिस्सा ना लिया हो। लेकिन इस दोनों ही बार राज्यसभा में भी प्रधानमंत्रियों ने भाषण नहीं दिया था।

1999 में ऐसा पहली बार हुआ था, जब अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री थे। तब लोकसभा में उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह ने धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया था। वहीं 2009 में जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे, तब भी ऐसा हुआ था। उस दौरान तत्‍कालीन केंद्रीय मंत्री और लोकसभा के नेता प्रणब मुखर्जी ने दोनों सदनों में जवाब दिया था।

वैसे ऐसा अब तक चार बार हो चुका है, जब प्रधानमंत्री ने केवल लोकसभा में जवाब दिया हो और राज्यसभा में नहीं। लेकिन अब तक ऐसा नहीं हुआ जब किसी प्रधानमंत्री ने लोकसभा में भाषण नहीं दिया और राज्यसभा में दिया हो।

दरअसल, लोकसभा में अब तक राष्ट्रपति के अभिभाषण से जुड़े प्रस्ताव पारित नहीं हुए। हालांकि सरकार की पूरी कोशिश है कि वो गतिरोध को जल्द खत्म करें। वैसे शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी को लोकसभा में जवाब देना था। लेकिन हंगामे की चलते लोकसभा की कार्यवाही बार-बार स्थगित होती रही।

सोमवार को राज्यसभा में बोल सकते हैं पीएम

तय कार्यक्रम के मुताबित सोमवार को सुबह 10:30 बजे पीएम मोदी को राज्यसभा में बोलता हैं। ऐसे में अगर पीएम मोदी केवल राज्यसभा में इस बार बोलते हैं और लोकसभा में नहीं, तो वो ऐसा करने वाले पहले प्रधानमंत्री बनेंगे। हालांकि संभावना ये भी जताई जा रही है कि पीएम मोदी राज्यसभा में भी ना बोले और उनकी जगह पर कोई वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री राज्यसभा में धन्‍यवाद प्रस्‍ताव पर जवाब दें।

कहीं हैं जुड़वा लोगों का पिटारा तो कहीं पार्किंग से गाड़ी हो सकती उड़न छू, जानिए रहस्यमय दुनिया के अनसुलझे रहस्य

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कहीं हैं जुड़वा लोगों का पिटारा तो कहीं पार्किंग से गाड़ी हो सकती उड़न छू, जानिए रहस्यमय दुनिया के अनसुलझे रहस्य

कहते हैं ये दुनिया रहस्यों से भरी हुई है जिसे सुलझाना कोई आसान बात नहीं हैं. जिनमें से कुछ वास्तविक है तो कुछ पर अंधविश्वास का साया है. वहीं, आज हम आपको कुछ ऐसे ही अनसुलझे रहस्यों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें जानने के बाद आप दंग रह जाएंगे. इतना ही नहीं ये ऐसे रहस्य हैं जिनसे आज तक कोई वैज्ञानिक तक पर्दा उठा नहीं पाया है, तो आइए आपको भारत के कुछ अनसुलझे रहस्यों के बारे में बताते हैं….

जुड़वा गांव

“जुड़वा गांव” ये नाम जानकर आपके मन में सबसे पहले ये ही ख्याल आया होगा कि हम आपको जुड़वा लोगों के बारे में बताने जा रहे हैं, तो ये ख्याल एक दम सही है क्योंकि इस गांव के एक घर में नहीं, दो घर में नहीं बल्कि पूरे गांव में जुड़वे लोग ही है. यू तो किसी महिला पर जुड़वा बच्चे पैदा करना निर्भर होता हैं लेकिन देश में एक ऐसा राज्य हैं जहां सबसे ज्यादा जुड़वा बच्चे ही पैदा होते हैं. बता दें कि केरल में कोडिन्ही नामक एक गांव है यहां करीब 2 हजार परिवारों में 250 परिवार जुड़वा लोगों के हैं.

मैगनेट हिल

लद्दाख के लेह क्षेत्र में अगर आप अपनी गाड़ी पार्क करने का कभी विचार करें तो सावधान रहें क्योंकि हो सकता है कि जो गाड़ी आपने रात के समय पार्क की हो वो सुबह तक उस जगह नहीं मिलेगी. ऐसे में आप ये मत सोचिएगा कि आपकी गाड़ी चोरी हो गई है क्योंकि लेह क्षेत्र के रहस्यमय पहाड़ी के आस-पास की पहाड़ी आपकी गाड़ी को ऊपर खींच सकती है. ये जानकर हैरान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि इस रहस्य का अबतक वैज्ञानिक भी खुलासा नहीं कर सकें हैं, उनका कहना है कि गुरुद्वारा पठार साहिब के निकट स्थित पहाड़ी में गजब की चुंबकीय शक्ति है और ये चुंबकीय शक्ति वाला पहाड़ आसमान में उड़ने वाले जहाज को भी खिंचने की क्षमता रखता है. इसलिए इसे मैगनेट हिल के नाम से जाना जाता है.

अशोक के नव रत्न

महान राजा कहलाए जाने वाले सम्राट अशोक ने नौ व्यक्तियों को नियुक्त किया था. ऐसा कहा जाता हैं कि सम्राट ने इन 9 लोगों को किसी नौ ग्रंथों की सुरक्षा हेतु नियुक्त किया था. इसके बारे में क्या हकीकत है वो आजतक किसी को नहीं पता चली है.

जोधपुर धमाका

आपको बता दें कि कुछ साल पहले जोधपुर में एक धमाका सुनाई दिया था. ये धमाका कब, कैसे और कहां हुआ इस बारे में आज तक किसी को जानकारी नहीं मिली है.

रिलीज से पहले ही इतिहास रच रही राजामौली की ये फिल्म, इस मामले में बाहुबली 2 से भी निकल सकती है आगे

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रिलीज से पहले ही इतिहास रच रही राजामौली की ये फिल्म, इस मामले में बाहुबली 2 से भी निकल सकती है आगे

मशहूर डायरेक्टर एसएस राजमौली ने जब से ही अपनी अपकमिंग फिल्म RRR की अनाउंसमेंट की है, तब से ही ये मूवी चर्चाओं में बनी हुई हैं। फिल्म को लेकर लगातार फैंस के बीच बज बना हुआ है और वो इसके रिलीज होने का बेसब्री से इंतेजार कर रहा है। राजमौली की ये मूवी इसी साल रिलीज की जाएगी, जिसमें तेलुगू फिल्म के दो सुपरस्टार  जूनियर एनटीआर और राम चरण साथ में नजर आएंगे। 

फिल्म को मिल रहा थिएट्रिकल राइट्स का ये बड़ा ऑफर

RRR के रिलीज होने में अभी काफी महीनों का वक्त है। लेकिन रिलीज से पहले ही ये फिल्म ऐसे रिकॉर्ड बनाने लगी है, जिसको लेकर फिल्म खूब सुर्खियों में हैं। राजमौली की ये फिल्म उनकी बाहुबली के रिकॉर्ड को भी तोड़ती हुई नजर आ रही है। दरअसल, मूवी को 10 भाषाओं में रिलीज किया जाना है, लेकिन इसके 5 फिल्म के थिएट्रिकल राइट्स को ही 350 करोड़ के करीब का ऑफर मिला। 

348 करोड़ तक पहुंच चुका है आंकड़ा

दरअसल RRR फिल्म के तमिल, कन्नड़, तेलुगू और मलयालम के थिएट्रिकल राइट्स को 348 करोड़ का ऑफर मिला, जिसमें आंध्र प्रदेश के 160 करोड़, निजाम के 75 करोड़, तमिलनाडु के 48 करोड़, कर्नाटक के 45 करोड़ और मलयालम के 15 करोड़ शामिल है। कुल मिलाकर अब तक ये आंकड़ा 348 करोड़ पहुंच गया है और अभी ये केवल कुछ ही भाषाओं के लिए है। 

साथ में बताया ये भी जा रहा है कि फिल्म को बॉलीवुड से भी भारी ऑफर मिल रहा है। क्योंकि यहां भी दर्शक फिल्म को लेकर काफी एक्साइटेड है। 

बाहुबली से भी निकल सकती है आगे

माना जा रहा है कि तेलुगू सिनेमा की इतिहास की ये सबसे बड़ी डील होगी। रिलीज से पहले के बिजनेस में ये फिल्म बाहुबली 2 को भी पछाड़ती हुई नजर आ रही है। दरअसल, बाहुबली 2 ने रिलीज से पहले दक्षिण भाषी राज्यों में करीबन 215 करोड़ की कमाई की थी। RRR इससे भी आगे निकलती हुई नजर आ रही है। 

13 अक्टूबर को रिलीज होगी फिल्म

फिल्म में जूनियर एनटीआर और राम चरण के अलावा अजय देवगन, आलिया भट्ट, एलिसन डूडी और समुथिरकानी समेत कई बड़े कलाकार इस फिल्म का हिस्सा हैं। RRR एक पीरियड ड्रामा फिल्म है, जिसमें स्वतंत्रता सेनानियों कोमाराम भीम और सीतारामराजू के युवा दिनों का काल्पनिक वर्णन किया जाएगा। मूवी को हिंदी, तमिल, तेलुगू, कन्नड़, मलयालम समेत कई दूसरी भारतीय भाषाओं में रिलीज किया जाएगा। ये मूवी इसी साल दशहरे के मौके पर 13 अक्टूबर को आएगी।

पहली पत्नी से करते थे बहुत प्यार लेकिन इस बड़ी वजह से करनी पड़ी दूसरी शादी, जानिए शम्मी कपूर से जुड़ी दिलचस्प बातें…

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पहली पत्नी से करते थे बहुत प्यार लेकिन इस बड़ी वजह से करनी पड़ी दूसरी शादी, जानिए शम्मी कपूर से जुड़ी दिलचस्प बातें…

भारतीय सिनेमा जगत के दिग्गज एक्टर शम्मी कपूर का जन्म 21 अक्टूबर 1931 को मुंबई में हुआ था. इन्हें एक्टिंग के अलावा डांस के लिए भी जाना जाता है, आज तक इनके गानों पर लोह थिरकते हैं. बॉलीवुड अभिनेताओं के डांस करने के चलन की शुरुआत शम्मी ने ही की था. आज हम आपको शम्मी कपूर के करियर और पर्सनल लाइफ से जुड़ी कई बाते बताने जा रहे हैं, तो आइए आपको बताते हैं…

हिन्दी फिल्मों में पिता थे महान अभिनेता

शम्मी कपूर के पिता एक प्रसिद्ध अभिनेता पृथ्वीराज कपूर थे और उनकी मां रामशरणी कपूर थी. जब शम्मी कपूर का जन्म हुआ तब पृथ्वीरज कपूर ने उनका नाम ‘शमशेर राज कपूर’ रखा था. बता दें कि शम्मी कपूर के पिता पृथ्वीराज कपूर हिंदी सिनेमाजगत के महान अभिनेता थे. बचपन से ही शम्मी कपूर की रुचि फिल्मी दुनिया कि ओर थी, वहीं साल 1953 में इनकी पहली फिल्म ‘जीवन ज्योति’ रिलीज हुई थी.

दी ये हिट फिल्में :

फिल्म इंडस्ट्री में करियर के शुरुआती समय में शम्मी कपूर को काफी स्ट्रगल करना पड़ा था, उस दौरान उन्हें हर तरह के रोल को निभाया. वहीं साल 1957 में नासिर हुसैन द्वारा निर्देश की गई फिल्म ‘तुमसा नहीं देखा’ से उन्हें पहचान मिली. इन्होंने अपने 5 दशक के लंबे करियर में करीब 200 फिल्मों में काम किया. शम्मी कपूर की कुछ बेहतरीन फिल्में हैं जैसे – तुमसा नहीं देखा, उजाला दिल देके देखो, रंगीन रातें, जंगली, मुजरिम, प्रोफेसर चाइना टाउन, ब्लफ मास्टर, कश्मीर की कली, राजकुमार, तुमसे अच्छा कौन है, तीसरी मंजिल, ऐन इवनिंग इन पेरिस, ब्रह्मचारी, प्रिंस, अंदाज, जानवर, विधाता आदि.

अपनी उम्र से बड़ी लड़की से की शादी :

शम्मी कपूर ने अपनी उम्र से बड़ी अभिनेता गीता बाली से शादी की थी. हालांकि ये शादी उन्होंने घर वालों की मर्जी के खिलाफ जाकर की थी. वहीं साल 1965 में चेचक की वजह से शम्मी की पत्नी गीता बाली की मौत हो गई जिसका उन्हें गहरा झटका लगा.

पत्नी की मौत के बाद परिवार वालों की ओर से दूसरी शादी को लेकर लगातार दवाब बनाया जा रहा था, क्योंकि उनके बच्चे छोटे थे. जिसके चलते उन्होंने 4 साल बाद नीला देवी से शादी की लेकिन शम्मी ने एक शर्त रखी थी कि वो कभी मां नहीं बनेंगी और उन्हें गीता के बच्चों का ही पालन-पोषण करना होगा.

शम्मी की इस शर्त को नीला देवी ने मान लिया और वो ताउम्र मां नहीं बनी. वहीं 14 अगस्त, 2011 को शम्मी कपूर ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया. चाहें ये अब हमारे बीच अब मौजूद नहीं हैं लेकिन इनके गाने और फिल्मों के लोग आज भी दीवाने हैं.