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Twitter की ‘अधूरी’ कार्रवाई से खुश नहीं भारत सरकार…लिया जा सकता है ये बड़ा एक्शन! जानिए पूरा विवाद…

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Twitter की ‘अधूरी’ कार्रवाई से खुश नहीं भारत सरकार…लिया जा सकता है ये बड़ा एक्शन! जानिए पूरा विवाद…

भारत सरकार और ट्विटर के बीच की तकरार गहराती ही चली जा रही है। किसान आंदोलन को लेकर खालिस्तानी समर्थकों के ट्विटर अकाउंट पर एक्शन लेने की मांग सरकार द्वारा की गई थी। जिनमें से कुछ पर तो ट्विटर ने एक्शन लिया। लेकिन कई अकाउंट्स पर अभिव्यक्ति की आजादी का हवाला देते हुए कार्रवाई करने से इनकार कर दिया।

ट्विटर ने नहीं किया ऐसा तो…

ट्विटर द्वारा की गई इस आधी-अधूरी कार्रवाई से भारत सरकार खुश नहीं है। सरकार ने ये साफ कर दिया है कि अकाउंट्स पर बैन लगाने के लिए जो लिस्ट ट्विटर को सौंपी गई थी, उसके साथ कोई भी ढील बरतने के लिए वो तैयार नहीं। ‘किसान नरसंहार’ जैसे हैशटैग चलाने वाले और भड़काऊ कंटेंट का प्रसार करने वाले अकाउंट्स को बंद करना ही पड़ेगा। खबर ये भी आ रही है कि भारत में ट्विटर के टॉप अधिकारियों की गिरफ्तारी भी हो सकती है।

ट्विटर ने 500 से ज्यादा अकाउंट्स पर लिया एक्शन

दरअसल, सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने सोमवार को ट्विटर को 1178 अकाउंट्स बंद करने की एक लिस्ट सौंपी थीं। सरकार के मुताबिक ये अकाउंट कथित तौर पर पाकिस्तान और खालिस्तानी समर्थकों से जुड़े हुए हैं। सरकार ने ये दावा किया कि इन अकाउंटेस के जरिए ट्विटर पर किसान आंदोलन को लेकर ‘भ्रामक एवं भड़काऊ सामग्री’ प्रसारित कर रहे हैं।

भारत सरकार की इस मांग पर ट्विटर ने एक्शन लिया और 500 से अधिक अकाउंट्स पर रोक लगाई। हालांकि ट्विटर ने समाज के कार्यकर्ताओं, राजनीतिज्ञों और मीडिया के ट्विटर हैंडल पर कार्रवाई नहीं की। ट्विटर ने इस पर कहा कि ऐसा करने से अभिव्यक्ति की आजादी के मूल अधिकार का उल्लंघन होगा। जिस पर सरकार ने चेतावनी देते हुए कहा कि IT एक्ट की धारा 69ए के तहत आदेश का पालन नहीं करने पर उनके धैर्य अब जवाब देने लगा है।

…तो ट्विटर अपना रहा अलग रवैया?

गौरतलब है कि बुधवार को केंद्रीय IT सचिव अजय प्रकाश साहनी और ट्विटर के अधिकारियों मोनिक मेशे और जिम बेकर के बीच वर्चुअल बातचीत हुई। जिस दौरान साहनी ने ये स्पष्ट किया कि विवादित हैशटैग्स का इस्तेमाल ना तो पत्रकारीय स्वतंत्रता में आता है और ना ही अभिव्यक्ति की में। क्योंकि इस तरह का गैर जिम्मेदार कंटेंट भड़काने का काम कर सकता है और स्थिति को और गंभीर बना सकता है। साहनी ने इस दौरान अमेरिका के कैपिटल हिल और लाल किले की घटना का जिक्र किया और कहा कि ट्विटर अलग-अलग रवैया अपना रहा है।

इस बैठक में कहा गया कि अमेरिका में कैपिटल हिल पर हुई हिंसा के बाद ट्विटर ने कई अकाउंट को बंद किया, जिसमें डोनाल्ड ट्रंप का अकाउंट भी शामिल था। लेकिन 26 जनवरी को हुई हिंसा के बाद ट्विटर ने एक्शन क्यों नहीं लिया। खबरों के मुताबिक सरकार की ओर से साफ किया गया कि ट्विटर को उनके आदेशों का पालन करना ही पड़ेगा। ये बातचीत का मामला नहीं। ये देश का कानून है और उनकी ओर से उठाए कदमों से अगर कोई दिक्कते हैं तो वो कानूनी रास्ता भी अपना सकता है।’

मीडिया रिपोर्ट की मानें तो सरकार के इस आदेश को लेकर ट्विटर अब कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकता है। ट्विटर का कहना है कि वो अपने यूजर्स की अभिव्यक्ति की आजादी का समर्थन करना जारी रखेगा।

‘कू’ ऐप हो रहा पॉपुलर

गौरतलब है कि जहां ट्विटर और भारत सरकार के बीच इस मसले को लेकर तकरार बढ़ती जा रही है। वहीं इसी बीच एक ऐप सुर्खियों में आ गई है, जिसका नाम है ‘कू’। कू ऐप को भारत में ट्विटर पर विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है। सरकार के कई मंत्रियों और सितारों ने इस ऐप को डाउनलोड किया और लोगों से भी ऐसा करने की अपील की।

जानिए कैसा रहेगा 11 फरवरी को आपका दिन

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जानिए कैसा रहेगा 11 फरवरी को आपका दिन

जैसा कि हम सभी जानते हैं ग्रहों का प्रभाव हमारे जीवन में पड़ता
है
, जिसके चलते हमें कभी अच्छे तो
कभी बुरे दिनों का सामना करना पड़ता। वहीं आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आज का
राशिफल आपके जीवन में क्या-क्या परिवर्तन लेकर आ सकता है। तो आइए आपको बताते हैं
आज के दिन के बारे में आपके सितारे क्या कहते हैं और
11 फरवरी का दिन आपके लिए कैसा
रहेगा

मेष राशि- आपका दिन बढ़िया बीतेगा। भाग्य
का सितारा बुलंद रहेगा। मन मुताबिक आपके सारे काम पूरे होंगे। किसी भी काम को कल
पर ना टालें।

वृषभ राशि- आपका दिन सामान्य बीतेगा। कामों
में आ रही बाधाएं थोड़ी कम होगी। पार्टनर के साथ अच्छा दिन बीता पाएंगे। पैसों से
जुड़ी परेशानियों को सामना करना पड़ेगा।

मिथुन राशि- आपका आज का दिन मिला जुला रहेगा।
लव लाइफ में तनाव रहेगा। कार्यक्षेत्र में दिन तनाव से भरा बीतेगा। हर परिस्थिति में
संयम बनाए रखें।

कर्क राशि- आपका दिन ठीक ठाक बीतेगा। बिजनेस
में जोखिम भरा फैसला लेने से बचें। खर्चे बढ़ने के आसार है। दोस्तों के साथ हर
समस्या को शेयर करें।

सिंह राशि- आपका दिन बढ़िया बीतेगा। आज आप
आत्मविश्वास से भरपूर महसूस करेंगे। स्वास्थ्य शानदार रहेगा। किसी भी कानून का
उल्लंघन आज के दिन ना करें।

कन्या राशि- आपका दिन अच्छा बीतेगा। मौज
मस्ती के मूड में रहेंगे। मन आपका खुश रहेगा। किसी के लिए भी गलत शब्दों का प्रयोग
ना करें।

तुला राशि-  आपका आज का दिन उतार चढ़ाव से
भरा रहेगा। कार्यक्षेत्र में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। सहकर्मियों का
सहयोग मिलेगा। नया काम शुरू ना करें।

वृश्चिक राशि- आज के दिन थोड़ा संभलकर रहें।
किसी पर भी आंख मूंद कर भरोसा ना करें। लव लाइफ सामान्य रहेगी। हर परिस्थिति में जीवनसाथी
का साथ मिलेगा।

धनु राशि- आपका दिन अच्छा रहेगा। किस्मत का
साथ मिलेगा। लंबे वक्त से रूके हुए काम पूरे होगे। मेहनत का फल मिलेगा।

मकर राशि- आज के दिन थोड़ा सतर्क रहे।
अनजान लोगों के बहकावे में ना आए। आपका दिन मिला जुला रहेगा। धन लाभ होने के आसार
है।

कुंभ राशि- आपका दिन ठीक ठाक बीतेगा।
पारिवारिक माहौल बढ़िया रहेगा। लंबे वक्त से रूके काम पूरे होंगे। जल्दबाजी में
कोई फैसला ना लें।

मीन राशि- दिन आपका शानदार बीतेगा। व्यापार
में लाभ होगा। पैसों से जुड़ी समस्याएं कम होने के आसार है। घर का माहौल बढ़िया
रहेगा।

IND vs ENG 2nd Test match prediction: इन खिलाड़ियों पर दांव लगा सकती है टीम इंडिया

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IND vs ENG 2nd Test match prediction: इन खिलाड़ियों पर दांव लगा सकती है टीम इंडिया

भारत और इंग्लैंड के बीच 4 मैचों की टेस्ट सीरीज का महासंग्राम शुरु हो गया है। पहले टेस्ट मैच में भारत दौरे पर आई इंग्लैंड की टीम ने भारत को 227 रनों से मात दे दी और सीरीज में 0-1 से बढ़त बना लिया। चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में भारत के बल्लेबाज फ्लॉप साबित हुए। 

वहीं, इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने बेहतर खेल दिखाया। इंग्लिश कप्तान जो रुट ने मैच की पहली पारी में शानदार दोहरा शतक जमाया था। जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया। आर अश्विन ने इस मैच में सबसे ज्यादा 9 विकेट चटकाए थे, जिनमें से 6 विकेट उन्होंने दूसरी पारी में चटकाए थे। इंग्लैंड ने भारत को 420 रनों का लक्ष्य दिया था, लेकिन भारत नाकाम रहा। (IND vs ENG 2nd Test match prediction)

पहले टेस्ट में मिली हार के बाद लगातार कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। टीम इंडिया के लिए उपकप्तान आजिंक्य रहाणे और रोहित शर्मा का फॉर्म चिंता का विषय बना हुआ है। तो वहीं, कुछ भारतीय गेंदबाज भी असरदार साबित नहीं हो रहे हैं। अगला मैच चेन्नई के चेपक में खेला जाने वाला है। ऐसे में भारतीय टीम दूसरे टेस्ट मैच में कुछ बदलावों के साथ उतर सकती है। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि अगले टेस्ट मैच में भारत के किन खिलाड़ियों को टीम में मौका मिल सकता है। 

टीम में बने रहेंगे रहाणे

भारत की ओर से ओपनिंग जोड़ी रोहित शर्मा और शुभमन गिल की रहने वाली है। तीन नंबर पर चेतेश्वर पुजारा का खेलना तय है। पहले टेस्ट में उन्होंने कुल 88 रन बनाए थे। चौथे नंबर पर कप्तान विराट कोहली बल्लेबाजी करने आते हैं। पांचवे नंबर पर आजिंक्य रहाणे खेलेंगे। पहले टेस्ट की दोनों पारियों में उन्होंने क्रमश: 1 और 0 रन की पारियां खेली। इसके बावजूद भी कप्तान कोहली ने उनपर भरोसा जताया है। 

पहले मैच में हार के बाद आजिंक्य रहाणे से जुड़ी सवाल पर उन्होंने बताया कि आजिंक्य रहाणे भारतीय टेस्ट टीम की मजबूत कड़ी है। उनके काबिलियत पर किसी को कोई शक नहीं है। ऐसे में दूसरे टेस्ट में रहाणे का खेलना तय माना जा रहा है। भारतीय टीम विकेटकीपर बल्लेबाज में भी कुछ बदलाव नहीं करेगी। क्योंकि ऋषभ पंत पूरे फॉर्म में है। पहली पारी में पंत ने 91 रन बनाए थे। 

हार्दिक पांड्या हो सकते हैं टीम में शामिल

ऑलराउंडर के तौर पर सांतवे नंबर पर पहले टेस्ट मैच में वाशिंगटन सुंदर को मौका मिला था। पहली पारी में सुंदर ने 85 रन बनाए थे लेकिन उन्हें 1 भी विकेट नहीं मिला था। वहीं, दूसरी पारी में सुंदर 0 पर आउट हो गए थे। ऐसे में चेपक की पीच के हिसाब से भारतीय टीम में बदलाव किया जा सकता है। 

टीम के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या बेंच पर हैं। ऐसे में सुंदर की जगह उन्हें दूसरे टेस्ट में मौका मिल सकता है। गेंदबाजी में अश्विन का खेलना तय है। उन्होंने पहले टेस्ट मैच में 9 विकेट चटकाए हैं। वहीं, इशांत शर्मा और जसप्रीत बुमराह ने भी अच्छी गेंदबाजी की। शर्मा ने 3 तो बुमराह ने 4 विकेट चटकाए हैं। 

कुलदीप यादव को मिल सकता है मौका

स्पीनर के तौर पर अपना दूसरा टेस्ट मैच खेल रहे शाहबाज नदीम ने भी 4 विकेट चटकाए। लेकिन बल्ले से कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए। साथ ही वह इंग्लैंड के बल्लेबाजों के सामने फीके नजर आए। ऐसे में अगले टेस्ट मैच में शाहबाज नदीम की जगह कुलदीप यादव या अक्षर पटेल को टीम में मौका मिल सकता है।

गेंदबाजी में भारत के पास मोहम्मद सिराज और शार्दुल ठाकुर के रुप में बेहतर विकल्प मौजूद है। इंग्लैंड की टीम ने शानदार जीत हासिल की है। गेंदबाज और बल्लेबाजों ने अपना बेहतर खेल दिखाया है। ऐस में इंग्लैंड की टीम में बदलाव होने की संभावना काफी कम है।

IND vs ENG 2nd test Possible playing XI

Possible Playing XI of Team India: रोहित शर्मा, शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली (C), आजिंक्य रहाणे, ऋषभ पंत, हार्दिक पांड्या, आर अश्विन, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, इशांत शर्मा

Possible playing XI of England: रॉरी बर्न्स, डी सिब्ले, डेनियल लॉरेंस, जो रुट (c), बेन स्टोक्स, ओली पोप, जॉस बटलर, डॉम बेस, जोफ्रा आर्चर, जैक लीच, जेम्स एंडरसन

पीएम मोदी के आंदोलनजीवी वाले बयान पर सियासत तेज, जानें विपक्ष के बड़े नेताओं ने क्या कहा?

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पीएम मोदी के आंदोलनजीवी वाले बयान पर सियासत तेज, जानें विपक्ष के बड़े नेताओं ने क्या कहा?

राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान सदन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंदोलनजीवी का जिक्र किया था। जिसपर जमकर सियासत हो रही है। विपक्षी पार्टियों के कई नेताओं ने पीएम मोदी को देश की आजादी के लिए हुए आंदलनों को याद दिलाया, उनके इस बयान की निंदा की और तंज भी कसे। इसी बीच कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने इसे लेकर मोदी सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा है कि वह आंदोलनजीवी हैं और उन्हें इस पर गर्व है।

कांग्रेस के नेताओं ने उठाए सवाल

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा, ‘मुझे आंदोलनजीवी होने पर गर्व है।  सर्वोत्कृष्ट (सबसे अच्छे) आंदोलनजीवी महात्मा गांधी थे।‘

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने आंदोलनजीवी पर प्रतिक्रिया देते हुए पिछले दिनों कहा था कि ‘मोदी जी, इन आंदोलन जीवियों के बारे में आपकी क्या राय है: महात्मा गांधी, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस, चंद्र शेखर आज़ाद…अगर ये आंदोलन ना करते तो, क्या आज देश आज़ाद होता? पहले बोलो, फिर तोलो!’

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने आंदोलनजीवी शब्द को लेकर पीएम मोदी पर हमला बोला। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, ‘मोदी जी आप क्या हैं? परजीवी भाषणजीवी आंदोलनजीवी स्वजीवी? या जैसा समय वैसा भेस?’

अखिलेश यादव ने बोला हमला

वहीं,समाजवादी पार्टी के मुखिया और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि ‘आंदोलनों से स्वतंत्रता पाने वाले देश में आंदोलनरत किसानों-नागरिकों को ‘आंदोलनजीवी’ जैसे आपत्तिजनक शब्द से संबोधित करना हमारे देश के क्रांतिकारियों एवं शहीदों का अपमान है। आज़ादी के आंदोलन में दोलन करने वाले आंदोलन का अर्थ क्या जाने। भाजपा शहीद स्मारक पर जाकर माफ़ी माँगे!’

जानें, क्या था पीएम मोदी का पूरा बयान?

बता दें, पीएम मोदी ने बीते सोमवार को राज्यसभा में विदेशों से आंदोलन को प्रभावित करने के प्रयासों का जिक्र किया था। पीएम ने विदेशी विध्वंसक विचारधारा’ (एफडीआई) करार दिया और कहा कि देश में आंदोलनकारियों की नई नस्ल ‘आंदोलन जीवी’ पैदा हो गई है जो बिना किसी हंगामे के नहीं रह सकती। 

उन्होंने कहा था कि ‘हम लोग कुछ शब्दों से बड़े परिचित हैं, जैसे श्रमजीवी, बुद्धिजीवी…ये सभी शब्दों से परिचित हैं लेकिन पिछले कुछ समय से मैं देख रहा हूं कि देश में एक नई तरह की जमात पैदा हो गई है, एक नई बिरादरी पैदा हुई है और ये आंदोलनजीवी, ये जमात आप देखोगे.. वकीलों का आंदोलन हैं वहां नजर आएंगे, स्टूडेंट का आंदोलन है वो वहां नजर आएंगे..मजदूरों का आंदोलन है वो वहां नजर आएंगे। ये हर जगह पहुंचकर गुमराह करते हैं।‘

IND vs ENG: 31 मैचों में 84 विकेट लेने वाला यह भारतीय खिलाड़ी होगा टीम में शामिल!

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IND vs ENG: 31 मैचों में 84 विकेट लेने वाला यह भारतीय खिलाड़ी होगा टीम में शामिल!

भारत और इंग्लैंड के बीच चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारत को 227 रनों से करारी शिकस्त मिली। इंग्लिश कैप्टन जो रुट के शानदार दोहरे शतक और जैक लीच-जेम्स एंडरसन की धारदार गेंदबाजी के आगे भारतीय बल्लेबाजों ने घुटने टेक दिए। 420 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम मात्र 192 रनों पर सिमट गई। 

लंबे समय से प्लेइंग इलेवन में कुलदीप यादव का सेलेक्शन नहीं होने को लेकर लगातार सवाल उठ रहे थे। पिछले दिनों पूर्व खिलाड़ियों ने दावा किया था कि इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में कुलदीप यादव कारगर हो सकते थे लेकिन उन्हें टीम में जगह नहीं मिली। इसी बीच पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने कुलदीप यादव के जोड़ीदार यजुवेंद्र चहल को टेस्ट टीम में लाने की मांग की है। बकायदा इसे लेकर उन्होंने एक ट्वीट भी किया है।

चहल ने 31 प्रथम श्रेणी में चटकाए हैं 84 विकेट

आकाश चोपड़ा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा कि ‘टीम इंडिया को टेस्ट टीम में लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल को जल्द से जल्द शामिल करना चाहिए। दूसरे टेस्ट के लिए वे उपलब्ध नहीं हो पाएंगे, लेकिन बायो-बबल को देखते हुए उनको तीसरे टेस्ट के लिए टीम में शामिल किया जाना चाहिए।‘ 

दरअसल, यजुवेंद्र चहल लगभग 5 साल पहले इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू कर चुके हैं। लेकिन शानदारा प्रदर्शन करने के बावजूद उन्हें अभी तक टेस्ट मैच खेलने का मौका नहीं मिला है। चहल ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट के 31 मुकाबले के 48 पारियों में कुल 84 विकेट चटकाए हैं। 44/6 उनका बेस्ट परफॉरमेंस रहा है।

अश्विन ने लिए सबसे ज्यादा विकेट

बता दें, इंग्लैंड के खिलाफ पहली पारी में कोई भी भारतीय गेंदबाज असरदार साबित नहीं हुआ। नतीजतन इंग्लैंड ने जो रुट के 218 रनों की बदौलन 578 रन ठोक दिए। जिसके जवाब में भारतीय टीम 337 रनों पर सिमट गई। जिससे इंग्लैंड को 241 रनों की बढ़त मिल गई। 

दूसरी पारी में आर अश्विन ने कमाल की गेंदबाजी की और इंग्लैंड की टीम 178 रनों पर ऑलआउट हो गई। इंग्लैंड ने भारतीय टीम को जीत के लिए 420 रनों का लक्ष्य दिया। लेकिन भारतीय टीम का शीर्ष क्रम फ्लॉप रहा और टीम को 227 रनों से हार मिली। दूसरी पारी में कप्तान विराट कोहली ने सबसे ज्यादा 72 रन बनाए।

चेन्नई में हुए पहले टेस्ट मैच में आर अश्विन ने सबसे ज्यादा 9 विकेट चटकाए। वहीं, इंग्लिश बल्लेबाज जो रुट ने दोनों पारियों को मिलाकर 258 रनों की पारी खेली। जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया था।

मौत के इस आइलैंड पर जाने वाला नहीं आया कभी वापस, सरकार ने लगाई हुई है पाबंदी!

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मौत के इस आइलैंड पर जाने वाला नहीं आया कभी वापस, सरकार ने लगाई हुई है पाबंदी!

दुनियाभर में कई आइलैंड हैं जिनमें से कई तो अपनी खूबसूरती के लिए जाने जाते हैं तो कुछ अपनी एक अलग विशेषता की वजह से पहचाने जाते हैं, लेकिन आज हम आपको जिस एक आइलैंड के बारे में बताने जा रहे हैं वो देखने में जितना खूबसूरत है उससे कई ज्यादा डरावना भी है. इसे मौत का आइलैंड कहने में कोई दो राय नहीं है, तो आइए आपको इस खतरनाक आइलैंड के बारे में विस्तार से बताते हैं…

दरअसल, हम बात कर रहे हैं वेनीसिया झील के उत्तर में स्थित आयरलैंड की. जिसे मौत के आयरलैंड के नाम से जाना जाता है. कहा जाता है कि यहां जाने वाला व्यक्ति अपनी मौत को खुद दावत देने की तरह होता है, क्योंकि इस आइलैंड पर जो भी जाता है वो कभी वापस लौटकर नहीं आता है.

बता दें कि इस आइलैंड से जुड़ी एक खौफनाक कहानी भी है. जिसके चलते यहां पर कोई भी जाना पसंद नहीं करता है. इतना ही नहीं सरकार की ओर से तो यहां जाने पर लोगों का प्रतिबंध है.

कहा जाता है कि कई हजार साल पहले इस आयरलैंड पर प्लेग के मरीजों को लाकर छोड़ दिया गया, जिसकी वो वहां पर ही मर जाएं. वहीं, जिन लोगों की मृत्यु हो जाती थी उन्हें यहीं पर दफना दिया जाता था. इसके अलावा कहा ये भी जाता है कि इस आइलैंड पर प्लेग के मरीजों की संख्या बहुत अधिक हो चुकी थी, जिसके चलते इस आइलैंड पर करीब एक लाख 60 हजार लोग जिंदा जला दिए गए थे, इसके बाद से इस जगह को भूतिया आयरलैंड भी कहा जाने लगा था.

वो बात अलग है कि साल 1922 में यहां पर एक मेंटल हॉस्पिटल भी बनवाया गया था, लेकिन कुछ सालों बाद इसे बंद कर दिया गया. जिसके पीछे का कारण ये भी कहा जाता है कि हॉस्पिटल के डॉक्टरों से लेकर नर्स और मरीजों तक इस आइलैंड पर बहुत सारी असामान्य चीजें दिखाई देने लगी थी. इस अस्पताल के बंद हो जाने के बाद से ये आइलैंड वीरान पड़ा रहा.

वहीं, बाद में इस आइलैंड को सरकार ने साल 1960 में एक शख्स को बेच दिया. ऐसा कहा जाता है कि असामान्य घटनाओं के दौरान वो शख्स इस आइलैंड पर अपने परिवार के साथ कुछ दिनों तक यहां पर रहा, लेकिन बाद में वो भी इसे छोड़कर चला गया.

उसके बाद से ये आयरलैंड खाली पड़ा हुआ है, यहां पर कोई भी नहीं रहता है. इतना ही नहीं कहा ये भी जाता है कि यहां पर मछुआरे तक मछली पकड़ने के लिए नहीं जाते हैं. बहुत बार तो उन्हें जाल में मरे हुए इंसानों की हड्डियां मिली, जिसकी वजह से ये भी वहां जाने से डरते हैं.

 

यहां देवी-देवताओं के लिए लगाई जाती है अनोखी अदालत, मिलती है ये कठोर सजा

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यहां देवी-देवताओं के लिए लगाई जाती है अनोखी अदालत, मिलती है ये कठोर सजा

कहते है जब भी कोई व्यक्ति किसी संकट में होता है या फिर उसे कोई दुविधा सता रही होती है तो वो सबसे पहले अपने भगवान को याद करता है, जिन्हें इंसाफ के लिए भी जाना जाता है. यहां तक कि अदालत से लेकर आम परंपराओं में भी देवी-देवताओं की कसमें खाई जाती हैं, लेकिन अगर उन्हीं देवी-देवताओं को कोई सजा देने की बात कहें तो…यकीनन आप उसकी बातों पर विश्वास नहीं करोंगे, लेकिन कुछ ऐसा ही छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल में आदिवासी समुदाय के लोग करते हैं.

यहां के आदिवासी समुदाय के लोग और देवताओं का रिश्ता अटूट आस्था और विश्वास पर टिका हुआ है. उन्हीं देवी-देवताओं को बहुत बार दैवीय न्यायालय की प्रक्रिया से भी गुजरना पड़ता है. यहां पर सदियों से बहुत अनोखी प्रथा चलती आ रही, जिसमें न्याय का दरबार लगाया जाता है. इस दरबार में देवी-देवताओं को भी सजा दी जाती है, तो आइए आपको इसी अनोखी प्रथा के बारे में विस्तार से बताते हैं…

आपको बता दें कि जिला मुख्यालय कोंडागांव से करीब 60 किलोमीटर की दूरी पर सर्पिलाकार केशकाल घाट की वादियों में मौजूद सदियों पुराना भंगाराम माई का दरबार है. जिसे देवी-देवताओं के न्यायालय के तौर पर जाना जाता है. कहा जाता है कि भंगाराम की अनुमति के बिना इलाके में स्थित नौ परगना में कोई भी देवी-देवता काम नहीं कर सकते. यहां पर साल में एक बार भाद्रपद शुक्ल प्रतिपदा को मंदिर प्रांगण में विशाल जातरा या मेला आयोजित किया जाता है. जहां बड़ी तादात में श्रद्धालु अपने देवी-देवताओं के साथ आते हैं, वहीं यहां महिलाओं का आना प्रतिबंधित है.

कठघरे में खड़े किए जाते हैं देवी-देवता

ऐसी मान्यता है कि जिन देवी देवताओं की लोग पूजा करते हैं, अगर वो कर्तव्य का निर्वहन नहीं करते हैं तो उन्हीं देवी-देवताओं को ग्रामीणों की शिकायत पर भंगाराम के मंदिर में सजा भी दी जाती है. इस दौरान देवी-देवताओं की सुनवाई की जाती है और उन्हें एक कठघरे में खड़ा होना पड़ता है. यहां भंगाराम न्यायाधीश के तौर पर विराजमान होते हैं. यहां पर सुनवाई के बाद अपराधी को दंड दिया जाता है तो वादी को इंसाफ मिलता है.

अगर गांव में किसी प्रकार की व्याधि, परेशानी दूर नहीं होती है तो ऐसेमें गांव में स्थापित देवी-देवताओं को ही दोष करार किया जाता है. जिसके चलते किसी बकरी या मुर्गी देवी-देवता का स्वरूप मान सोने,चांदी आदि के साथ लाट, बैरंग, डोली आदि को लेकर ग्रामीण भंगाराम जातरा में पहुंचते हैं.

इस तरह से देवी-देवताओं को दी जाती है सजा

मंदिर परिसर में देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना के बाद अदालत लगाई जाती है. जिसके बाद देवी-देवताओं पर लगने वाले आरोपों की सुनवाई होती है और आरोपी पक्ष की तरफ से दलील पेश करने पुजारी, सिरहा, माझी, गायता, पटेल आदि उपस्थित होते हैं. दोनों पक्षों की सुनने के बाद ही फैसला लिया जाता है.

बता दें कि भंगाराम बाबा के मंदिर में एक गहरा गड्ढे नुमा घाट बना है, जिसे ग्रामीण कारागार कहते हैं. दोषी को सजा के रूप में गहरा गड्ढे में फेंक दिया जाता है. जिसके चलते लाट, बैरंग, आंगा, डोली,आदि को इसमें डाल दिया जाता है. कहा जाता है कि इसी तरह से देवी-देवताओं को दोषी करार होने के बाद सजा दी जाती है.

भारत की पहली आदिवासी महिला ने जीता था मिस इंडिया का खिताब, देखने में लगती हैं बेहद खूबसूरत

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भारत की पहली आदिवासी महिला ने जीता था मिस इंडिया का खिताब, देखने में लगती हैं बेहद खूबसूरत

आज के समय में रंग रूप के साथ-साथ टैलेंट को भी बखूबी से परखा जाता है. अगर कोई देखने में खूबसूरत होता है तो जरूरी नहीं की वो टैलेंटेड हो या फिर मिस इंडिया जैसे शो का खिताब जीत सके. इसके लिए उन्हें कई तरह से अपने आप को फिट रखना पड़ता है. जिसके बाद ही वो यहां तक पहुंच सकते हैं. वहीं आज हम आपको को एक ऐसी मॉडल के बारे में बताने जा रहे हैं, जो देखने में इतनी ज्यादा खूबसूरत है कि आप सोच ही नहीं सकेंगे. इतना ही नहीं ये एक आदिवासी परिवार से भी हैं, जिन्हें मिसेज इंडिया का खिताब भी दिया जा चुका है.

जीता था मिसेज राजस्थान का खिताब

दरअसल, हम बात कर रहे हैं भारत की सबसे खूबसूरत महिलाओं में से एक आदिवासी महिला प्रीति मीणा की, जो पूरे राजस्थान में बेहद खूबसूरत महिला हैं. आपको बता दें कि साल 2018 में प्रीति मीणा को मिसेज राजस्थान का खिताब हासिल हुआ था.

आत्मविश्वास बढ़ाने करती है कार्य

एक छोटे से परिवार में रहने वाली प्रीति मीणा एक इंस्पेक्टर की पत्नी है. ये अपने घर को संंभालने के साथ-साथ महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए भी प्रेरित करती हैं. साथ ही अपने बच्चों के साथ एक खुशहाल जिंदगी व्यतीत कर रही हैं.

महिलाओं के लिए बनी मिसाल

आपको बता दें कि मॉडलिंग और कक्षा 12वीं से पीजी तक प्रीति पढ़ाई में भी टॉपर रही हैं. हालांकि अब प्रीति समाज में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, महिला अत्याचार, महिला सशक्तिकरण, स्वच्छ भारत अभियान जैसे कार्यक्रमों में समाज में सकारात्मकता का संदेश देती हैं.

महिलाओं के लिए है ये प्रेरणास्पद

साल 2018 में मिसेज इंडिया यूनिवर्स की फाइनलिस्ट प्रीति मीना का खासतौर पर महिलाओं के लिए संदेश रहा कि “जो भी सपना देखो, उसे पूरा करने का जज्बा भी रखो.” आपको बता दें कि प्रीति तीन साल के पुत्र और पुत्री जुड़वां बच्चों की मां हैं. इन्होंने एक गृहिणी के तौर पर घर और परिवार की जिम्मेदारियों को निभाते हुए ये मुकाम हासिल किया है. इनकी ये कामयाबी कहीं न कही लोगों के लिए मिसाल है और निश्चित तौर पर महिलाओं के लिए तो ये प्रेरणास्पद है.

असम में JDU बढाएगी बीजेपी की मुश्किलें, 32 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी

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असम में JDU बढाएगी बीजेपी की मुश्किलें, 32 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी

इस साल देश के तीन बड़े राज्य, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और असम में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। देश की सत्तारुढ भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल मे ममता बनर्जी को टक्कर देने की तैयारी में है तो वहीं, असम में बीजेपी के सामने सरकार बचाने की चुनौती है।

असम में हुए विधानसभा चुनाव 2016 में बीजेपी ने 15 सालों से राज्य में शासन कर रही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को करारी मात दी थी और सरकार बनाया था। इस बार बीजेपी के लिए चुनौती कुछ कम नहीं है।

खबरों के मुताबिक एनडीए गठबंधन में बीजेपी की सहयोगी पार्टी जदयू असम चुनाव में 32 सीटों पर अपना उम्मीदवार उतार सकती है। जो आगामी चुनाव में बीजेपी के लिए किसी सरदर्द से कम नहीं होगा।

अपने दम पर असम में चुनाव लड़ेगी JDU

बताया जा रहा है कि राज्य की कार्यकारी समिति ने असम के 32 विधानसभा सीटों की पहचान की है, जहां पार्टी की अच्छी-खासी पकड़ है। जदयू के राष्टीय सचिव संजय वर्मा के अनुसार असम के क्षेत्रीय नेताओं ने इन 32 सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। ऐसे में आने वाले कुछ ही दिनों में जदयू की ओर से इस बात की आधिकारिक पुष्टि हो सकती है। खबरों के मुताबिक असम में जदयू पार्टी अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ने की तैयारियों में लगी है।

दरअसल, कुछ महीने पहले असम में जदयू के 6 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे। जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियों की ओर से तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आई थी। जदयू के कुछ बड़े नेताओं ने भी इसे लेकर बीजेपी पर हमला बोला था और गठबंधन धर्म नहीं निभाने का आरोप लगाया था। ऐसे में असम विधानसभा चुनाव 2021 में जदयू के तेवर बीजेपी पर भारी पड़ सकते हैं।

बीजेपी की 60 सीटों पर हुई थी जीत

बता दें, 126 विधानसभा सीटों वाले असम में पिछले चुनाव में बीजेपी ने 60 सीटों पर जीत हासिल की थी और 14 सीटों पर जीत हासिल करने वाली असम गण परिषद के साथ मिलकर सरकार बनाया था। तब 15 सालों तक सत्ता में रहने वाल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को मात्र 26 सीटों पर जीत मिली थी। JDU पार्टी ने असम विधानसभा चुनाव 2016 में ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के साथ चुनाव लड़ा था लेकिन तब जदयू को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली थी। JDU को महज 0.7 फीसदी वोट मिले थे।

काफी मुश्किलों का सामना कर भारत आया था हेलेन का परिवार, भाई की हो गई थी मौत

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काफी मुश्किलों का सामना कर भारत आया था हेलेन का परिवार, भाई की हो गई थी मौत

आज के समय में कई ऐसी एक्ट्रेस है जो आइटम सॉन्ग से लोगों को अपना दीवाना बनाने की कोशिश करती हैं. लेकिन एक दौर ऐसा था जब आइटम डांस के लिए एक ही अभिनेत्री फेमस भी और वो थी हेलन. उनका सबसे हिट गाना ‘ये मेरा दिल प्यार का दीवाना’ को लोग आज भी भूल नहीं पाए. 

हेलेन ने अपने फिल्मी करियर में कई हिट फिल्में की है. लेकिन हेलेन ने अपनी जिंदगी में कई मुश्कलों का डटकर सामना किया है. उन्होनें बॉलीवुड में जो मुकाम हासिल किया है उसके लिए हेलेन ने काफी मेहनत की है. हेलेन का जन्म म्यांमार में हुआ था. लेकिन बाद में उनका परिवार भारत आ गया. हेलेन और उनके परिवार का भारत आने का सफर आसान नहीं था, इस दौरान उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा.

पिता की मौत के बाद आईं भारत

दरअसल, दूसरे वर्ल्ड वॉर के दौरान हेलेन के पिता की मौत हो गई. जिसके बाद उनके परिवार को काफी दिक्कतें हो रही थी. जब हेलेन सिर्फ 3 साल की थीं तो उनका परिवार म्यामांर से भारत आ रहा था. इसके लिए उन्हें 9 महीनों का समय लग गया , उनका ये सफर काफी कठिनाईयों भरा रहा था. इस दौरान उन्होनें अपने भाई तक को खो दिया.

अपने इस संघर्ष भरे सफर की बात करते हुए हेलेन ने बताया था कि हमने सैकड़ों गांव और जंगल पार किए थे. हमारे पास सिर्फ कुछ कपड़ो थे. हमारे पास बिलकुल भी खाना और पैसे नहीं थे. इस दौरान हमारी मुलाकात कुछ सोल्जर से हुई, उन्होनें रिफ्यूजी समझकर हमें ट्रांसपोर्ट दिया और कुछ खाने को भी दिया. सबसे पहले हम असम पहुंचे. उस दौरान हमारा ग्रुप आधा हो गया था. कुछ लोग पीछे रह गए, जबकि कुछ बीमार पड़ गए और कुछ भूख की वजह से मर गए थे.

पढ़ाई भी छोड़ दी थी

हेलेन ने बताया था कि बीच रास्ते में मेरी मां का गर्भपात भी हो चुका था. आखिरकार हम काफी दिक्कतों के बाद कोलकाता पहुंचे. घर की हालत खराब होने की वजह से मैनें पढ़ाई भी छोड़ दी. मेरी मां नर्स थी, लेकिन उनकी कमाई से घर चलाना काफी मुश्किल था. इसके बाद हेलेन में अपने एक फैमिली फ्रेंड की मदद से डांसर के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की.

हेलेन को अपना पहला ब्रेक 1958 में मिला. उन्होनें हावाड़ा ब्रिज के एक गाने में ‘मेरा नाम चिन चिन चू’ में काम किया. इसके बाद तो एक समय ऐसा आ गया था जब हेलेन को इंड्रस्टी का बेस्ट डांसर कहा लगे. हेलेन ने सलीम खान से 1980 में शादी की थी, जिसके बाद वो सलमान खान की सौतेली मां बन गई. हालांकि पहले अरबाज, सलमान और सोहेल इस शादी से खुश नहीं थे.