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जानिए उस शख्स के बारे में जिसने ‘दिल बेचारा’ में उन डॉयलाग में दी थी अपनी आवाज, जिन्हें सुशांत छोड़ गए थे अधूरा

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जानिए उस शख्स के बारे में जिसने ‘दिल बेचारा’ में उन डॉयलाग में दी थी अपनी आवाज, जिन्हें सुशांत छोड़ गए थे अधूरा

बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद उनकी आखिरी फिल्म ‘दिल बेचारा’ बीते साल डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज हुई. इस फिल्म को लोगों का खूब प्यार मिला. सुशांत की इस आखिरी फिल्म ने कई रिकॉर्ड बनाए. मूवी में सुशांत ने एक मैनी नाम के ऐसे लड़के का किरदार निभाया जो एक जिंदादिल इंसान था. शायद ही कोई होगा जो इस फिल्म को देखकर इमोशनल ना हुआ हो. फिल्म के आखिरी में हर किसी की आंखें सुशांत को याद करते हुए नम हो गईं.

फिल्म में सुशांत ने अपनी लाजवाब एक्टिंग से हर किसी का दिल जीत ही लिया. लेकिन क्या आप जानते हैं ‘दिल बेचारा’ में कुछ डॉयलाग ऐसे भी थे, जहां सुशांत सिंह राजपूत की जगह किसी और की आवाज थी? जी हां, फिल्म को रिलीज करने से पहले कुछ सीन्स ऐसे थे, जिसमें डबिंग की जरूरत थी. लेकिन इसी बीच सुशांत सिंह राजपूत की अचानक मौत की खबर आ गई, जिसने हर किसी को चौंका कर रख दिया.

RJ आदित्य ने पूरे किए कुछ अधूरे सीन्स

सुशांत की मौत के बाद मेकर्स उन अधूरे सीन्स में डबिंग के लिए उनकी जैसी ही एक आवाज के तलाश में थे. मेकर्स ने इसके लिए कई ऑडिशन्स लिए, लेकिन किसी में सुशांत जैसी बात नहीं थी. इसके बाद मेकर्स की ये तलाश इश्क FM के RJ आदित्य ने पूरी की. RJ आदित्य ने हूबहू सुशांत जैसी आवाज में उन सीन्स को पूरा किया और ये फिल्म आखिरकार रिलीज हो गई. उन्होनें इतना बेहतरीन काम किया है कि किसी को भी ये पता नहीं चल पाया कि फिल्म के कुछ सीन्स में सुशांत की नहीं बल्कि उनकी आवाज है.

‘मेरे लिए थी इमोशनल जर्नी’

RJ आदित्य ने इसके बारे में खुद एक इंटरव्यू में बताया था. उन्होनें बताया था कि कैसे उनका ऑडिशन हुआ और इस फिल्म के जरिए उनको अपना टैलेंट दिखाने का एक मौका मिला. RJ आदित्य ने कहा था कि ये दुर्भाग्य है कि हमने सुशांत जैसे एक कमाल के इंसान को खो दिया. जब मैं ‘दिल बेचारा’ में सुशांत की आवाज के लिए काम कर रहा था, तो ये मेरे लिए बेहद ही इमोशनल जर्नी थी.

‘फिल्म के लिए काम करना मेरे लिए गर्व की बात’

RJ आदित्य ने आगे बताया कि उन्होनें इस फिल्म से सिर्फ कुछ ही सीन्स में अपनी आवाज दी है. उन्होनें कहा कि हर कोई मुझसे ये पूछ रहा है कि क्या आपने इस पूरी फिल्म में आवाज दी है, तो मैं उनको बताना चाहूंगा. नहीं ऐसा नहीं है, ज्यादातर काम सुशांत की ही आवाज में हैं. मैनें सिर्फ कुछ जरूरी सीन्स जो रहे गए थे, उसमें अपनी आवाज दी है. ये मेरे लिए एक बेहद ही गर्व की बात थी कि मुझे इसमें काम करने का मौका मिला और अपने टैलेंट को दिखाने का मौका मिला.

RJ आदित्य ने आगे बताया कि कैसे उनको इस काम के लिए चुना गया. उन्होनें बताया कि फिल्म के डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा के ऑफिस से किसी ने मुझसे संपर्क किया और कहा कि क्या आप सुशांत की आवाज पर काम करने की कोशिश करेंगे. मुझे ऑडिशन के लिए सुशांत की फिल्म ‘MS धोनी’ का एक डॉयलाग मिला था. ये मेरे लिए बहुत ही Challenging था. मैनें कई घंटों तक उस आवाज को सुना और फिर जैसे ही मैंने अपने ऑडिशन की क्लिप भेजी तो तुरंत फोन आ गया कि आप सलेक्ट हो गए हो.

‘मैं अपने काम में सफल हुआ’

RJ आदित्य ने बताया कि उनके लिए इस फिल्म में काम करना काफी इमोशनल था. लेकिन जब लोगों को ये पता चला कि मैनें इस फिल्म में सुशांत की आवाज पर काम किया है और लोगों ने मेरे काम की काफी तारीफ की. साथ ही कहा कि एक जगह भी ऐसा नहीं लगा कि फिल्म में सुशांत की आवाज नहीं है, तो वो मेरे लिए सबसे अच्छा पल था. मैं जो काम करना चाहता था उसमें सफल हो गया.

‘दिल बेचारा’ 24 जुलाई को रिलीज हुई थी. ये फिल्म दो लोग किजी और मैनी की लव स्टोरी पर आधारित है. जो दोनों मुश्किल से मुश्किल वक्त में एक-दूसरे का साथ नहीं छोड़ते और अंत तक साथ निभाते हैं. फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत के अपोजिट संजना संघी लीड रोल में नजर आई. ये मूवी मुकेश छाबड़ा के डायरेक्शन में बनी है.

राहुल गांधी ने पहना CAA क्रॉस वाला गमछा, असम में बरसते हुए बोले- सुन लो..हम दो, हमारे दो की सरकार…

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राहुल गांधी ने पहना CAA क्रॉस वाला गमछा, असम में बरसते हुए बोले- सुन लो..हम दो, हमारे दो की सरकार…

पश्चिम बंगाल, असम, केरल समेत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर सरगर्मियां बढ़ने लगी हैं। सभी पार्टियां चुनावी मोड़ में आती हुई नजर आ रही हैं। इसी सिलसिले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज यानी रविवार को असम के दौरे पर पहुंचे। असम पहुंचकर राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की ओर से चुनावी कैंपेन की शुरुआत की।

राहुल ने की चुनावी अभियान की शुरुआत

शिवसागर जिले के शिवनगर बोर्डिंग फील्ड से राहुल ने रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होनें दिवंगत कांग्रेस नेता और असम के पूर्व सीएम तरुण गोगोई की जमकर तारीफ की। साथ ही साथ राहुल बीजेपी पर जमकर बरसते हुए नजर भी आए। उन्होनें यहां पर रैली को संबोधित करते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (CAA) कभी लागू नहीं होगा।

राहुल बोले कि चाहे जो भी हो जाए, CAA लागू नहीं होगा। इस दौरान उन्होनें एक गमछा पहनकर रखा था, जिस पर CAA लिखा था और उस पर क्रॉस लगा हुआ था। गमछे को दिखाते हुए राहुल ने रैली में कहा कि कान खोलकर सुन लो…हम दो, हमारे दो की सरकार..CAA कभी लागू नहीं होगा।

राहुल ने कहा कि अवैध इमिग्रेशन एक मुद्दा है। लेकिन असम के लोगों में क्षमता है वो इस मुद्दे को सुलझा सकते हैं। लेकिन आप हिंदुस्तान के गुलदस्ते के फूल हो। अगर असम को नुकसान होगा, तो देश को नुकसान होगा।

‘जो भी नफरत फैलाने की कोशिश करेगा…’

सरकार पर जमकर बरसते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि हम दो..हमारे दो..बाकी सर मर लो। असम में जोआ…वहां बांटों..आग लगाओ औऱ जो भी कुछ है उसे लूट लो। उनको पता है कि असम में आग लगा दी तो जो चाहें वो ले सकते हैं। लेकिन यहां जो नफरत फैलाने की कोशिश करेगा..उसे यहां की जनता और कांग्रेस पार्टी मिलकर सबक सिखाएगी।

राहुल गांधी ने आगे कहा कि कांग्रेस कमजोर, मजदूरों और छोटे व्यापारियों की पार्टी है। हम जब सत्ता में आएंगे, तो जो नफरत फैलाई जा रही है वो खत्म होगी। सभी धर्म और जाति के लोगों की हम रक्षा करेंगे। 2004 से 14 तक देश में काफी तेजी से आर्थिक विकास हुआ। हमने करोड़ों लोगों को गरीबी से निकाला। युवाओं हम सबकी घबराहट मिटाएंगे। असम से बेरोजगारी को खत्म करेंगे।

‘रिमोट से टीवी चल सकता है, असम नहीं’

राहुल ने आगे कहा कि रिमोट से टीवी चल सकता है, असम नहीं। आपका मुख्यमंत्री असम का होना चाहिए, जो असम के लिए काम करें। आज जो चीफ मिनिस्टर हैं वो दिल्ली गुजरात के इशारे पर चलते हैं। इसीलिए हमें इस सरकार को सत्ता से हटाना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने असम के लोगों को एकजुट किया। पहले इसकी गारंटी नहीं होती थी कि कोई व्यक्ति जनसभा से घर लौट पाएगा या नहीं।

असम में होंगे विधानसभा के चुनाव

गौरतलब है कि इस साल पांच राज्यों में चुनाव होने है, जिसमें असम भी शामिल है। राज्य में विधानसभा की कुल 126 सीटें है, जिसमें से बहुमत का आकंड़ा 64 है। अभी यहां पर बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार सत्ता पर काबिज है। असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल का कार्यकल 23 मई 2021 तक है। पिछली बार चुनाव में बीजेपी 89 सीटों पर मैदान में उतरी थीं, जिनमें से 60 पर जीतने में कामयाब हुई।

कांग्रेस ने पांच दलों के साथ असम विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया। जिसमें AIUDF, नव गठित आंचलिक गन मोर्चा (AGM) और तीन लेफ्ट पार्टी, CPI, CPI-M और CPI-ML शामिल है।

इस VIP पेड़ की 24 घंटे की जाती है सुरक्षा, इसका सालाना खर्चा आता है करीब 15 लाख रुपये!

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इस VIP पेड़ की 24 घंटे की जाती है सुरक्षा, इसका सालाना खर्चा आता है करीब 15 लाख रुपये!

आप कई तरह के वीआईपी लोगों के बारे में तो सुना ही होगा, जिनके साथ बॉडीगार्ड रहते हैं. इसके अलावा राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री या फिर कोई अन्य नेताओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस या अन्य सुरक्षा बल भी चौबीसों घंटे तैनात रहते हैं, लेकिन क्या आपने कभी किसी ऐसे पेड़ के बारे में सुना है जिसकी सुरक्षा 24 घंटे की जाती है.

जी हां, हम बात कर रहे हैं एक ऐसे वीआईपी पेड़ की जिसकी 24 घंटों तक सुरक्षा की जाती है. भले ही ये जानकर आपको थोड़ा अटपटा लग रहा हो, लेकिन ये एकदम सच है. आइए आपको बताते हैं कि आखिर ऐसा क्या खास है इस पेड़ में जो इसकी सुरक्षा की जाती है…

4 से 5 सुरक्षा बल करते हैं 24 घंटे निगरानी

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल और विदिशा के बीच सलामतपुर की पहाड़ पर ये पेड़ है, इसकी सुरक्षा के लिए पुलिस के 4 या 5 सुरक्षा बल तैनात रहते हैं और वो 24 घंटे इस पेड़ की निगरानी करते हैं.

पेड़ के लिए खर्च होते हैं करीब 15 लाख रुपये

सांची नगरपालिका की तरफ से इस पेड़ की सिचाई के लिए पानी का टैंकर आता है. वहीं, इस पेड़ की जांच के लिए कृषि विभाग के अधिकारी भी यहां हर सप्ताह आते हैं. ऐसा कहा जाता है कि इस पेड़ के रखरखाव पर हर वर्ष 12 से 15 लाख रुपये खर्च होते हैं.

यहां के राष्ट्रपति ने लगाया था ये पेड़

बोधि वृक्ष नामक ये वीआईपी पेड़ पीपल का है. श्रीलंका के तत्कालीन राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे साल 2012 में जब भारत का दौरा करने आए थे, तब उनके द्वारा ये पेड़ लगाया गया था.

ईसा से 531 साल पूर्व बोधि वृक्ष के नीचे ही बुद्ध भगवान को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. इस वृक्ष को बौद्ध धर्म में काफी खास माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि ईसा पूर्व तीसरी शताब्दी में सम्राट अशोक ने अपने बेटी संघमित्रा और बेटे महेंद्र को बोधि वृक्ष की एक टहनी देकर श्रीलंका में बौद्ध धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए  भेजा था और फिर उन्होंने श्रीलंका के अनुराधापुरा में ये बोधि वृक्ष लगाया था, जो वहां आज भी मौजूद है.

आपको जानकारी के लिए बता दें कि भगवान बुद्ध को जिस बोधि वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त हुआ था, असलीयत में वो पेड़ बिहार के गया जिले में मौजूद है, जिसे बहुत बार नष्ट करने की कोशिश की गई लेकिन ये किसी तरह का कोई चमत्कार ही था कि यहां हर बार एक नया पेड़ उग आता था, वो बात अलग है कि ये पेड़ प्राकृतिक आपदा के चलते साल 1876 में नष्ट हो गया था, इसके बाद एक बार फिर साल 1880 में अंग्रेज अधिकारी लॉर्ड कनिंघम ने श्रीलंका के अनुराधापुरम से बोधि वृक्ष की शाखा मंगई और उसे बोधगया में स्थापित कराया था. उस दिन से आज तक ये वृक्ष वहां मौजूद है.

सप्ताह के अलग-अलग 7 दिनों में लगाएं इस रंग का तिलक, मां लक्ष्मी की कृपा के साथ होगा अपार धन लाभ!

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सप्ताह के अलग-अलग 7 दिनों में लगाएं इस रंग का तिलक, मां लक्ष्मी की कृपा के साथ होगा अपार धन लाभ!

हिंदू धर्म में मस्तक पर तिलक लगाने का काफी महत्व है. इससे मस्तक की शोभा बढ़ाने के साथ-साथ आपको ऊर्जा देने का भी काम करता हैं. इतना ही नहीं अगर आप विभन्न तरह के तिलक को सप्ताह के अलग-अलग दिन लगाएंगे तो आपको कई तरह से लाभ ही लाभ हासिल होगा.

ज्योतिष विशेषज्ञों के मुताबिक हफ्ते के वार के हिसाब से अगर माथे पर तिलक लगाया जाता है तो उस वार से जुड़े गृह आपको शुभ फल देने का कार्य करते हैं. आइए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं…

सोमवार को लगाएं ये तिलक

भगवान शिव का दिन कहलाए जाने वाला सोमवार का स्वामी गृह चंद्र होता है. आपके मन का कारक गृह चंद्रमा होता है. इसलिए अपने मन को काबू करने के लिए सफेद चंदन का तिलक लगाना बेहद लाभदायक होता है. ये दिमाग को शांत रखने के साथ-साथ ठंडा भी रखता हैं. आप चाहे तो सaमवार के दिन भस्म या विभूति तिलक भी लगा सकते हैं.

मंगलवार को लगाएं इसका तिलक

बजरंगबली के नाम अर्पित मंगलवार के दिन का स्वामी मंगल होता है. इसलिए इस दिन चमेली के तेल में घुला सिंदूर का तिलक लगाना शुभ माना जाता है. इसके अलावा आप लाल चंदन का टिका भी लगा सकते हैं. ऐसा करने पर उदासी समाप्त होने के साथ दिन भी बेहद लाभदायक रहता है.

बुधवार को लगाएं ये तिलक

बुधवार का दिन भगवान गणेश और मां दुर्गा का माना जाता है. इसका स्वामी बुध गृह होता है, जिसके चलते इस दिन सुखा सिंदूर का तिलक लगाना काफी अच्छा माना जाता है. इसकी मदद से इंटेलीजेंस पॉवर बढ़ाने में सहायता करता हैं.

गुरुवार को लगाएं इसका तिलक

गुरुवार का दिन भगवान विष्णु और भगवान ब्रह्मा का माना जाता है. इस दिन का स्वामी बृहस्पति ग्रह होता हैं. इसलिए पीला या सफेद रंग का तिलक माथे पर लगाना अच्छा माना जाता है. इसके अलावा आप हल्दी या गोरोचन का तिलक भी लगा सकते हैं. ऐसा करने से मन में अच्छे और सकारात्मक विचार आते हैं और आर्थिक समस्या दूर होती है.

शुक्रवार के दिन लगाएं ये तिलक

शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी और मां संतोषी का दिन माना जाता है. इस दिन का स्वामी गृह शुक्र होता है. ऐसे में लाल चंदन का तिलक लगाना चाहिए. ऐसा करने पर आपके जीवन में खुशियों का आगम होगा, आपका तनाव कम होगा और आपकी भौतिक सुख सुविधाएं बढ़ने लगेगी.

शनिवार के दिन लगाएं इसका तिलक

शनिवार का दिन शनि और यमराज का होता हैं. इस दिन का स्वामी गृह शनि है. इसलिए विभूत, लाल चंदन या भस्म का तिलक लगाना चाहिए. ऐसा करना शुभ माना जाता है और इससे सभी परेशानियाँ दूर होती हैं.

रविवार को लगाएं इस रंग का तिलक

रविवार का दिन सूर्यदेव और भैरवनाथ का होता हैं. इसका स्वामी गृह सूर्य है. इस दिन हरा चंदन या लाल चंदन का तिलक लगाना शुभ होता है. ऐसा करने पर आपकी मान प्रतिष्ठा में बढ़ोत्तरी होती हैं और आपको धन लाभ होता है.

नई शुरुआत करने जा रही Dia Mirza: 2019 में टूटा था 11 साल पुराना रिश्ता, जानिए एक्टर्स की पहली लव स्टोरी…

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नई शुरुआत करने जा रही Dia Mirza: 2019 में टूटा था 11 साल पुराना रिश्ता, जानिए एक्टर्स की पहली लव स्टोरी…

बॉलीवुड एक्ट्रेस दीया मिर्जा अपनी जिंदगी में एक नई शुरुआत करने जा रही है। सोमवार यानी 15 जनवरी को दीया दोबारा शादी करने जा रही हैं। 39 साल की उम्र में दीया बिजनेसमैन वैभव राखी संग सात फेरे लेने जा रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दीया मुंबई में ही वैभव के साथ शादी के बंधन में बंधेगीं।

2014 में दीया ने की थी पहली शादी

दीया की शादी की खबरें इस वक्त सुर्खियों में लोग। सोशल मीडिया पर इसको लेकर चर्चाएं हो रही हैं और लोग उन्हें नए शुरुआत के लिए बधाईयां भी देते हुए नजर आ रहे हैं। लेकिन इसी बीच दीया की पहली लव स्टोरी भी एक बार फिर से चर्चाओं में आ गई हैं। इससे पहले दीया ने साल 2014 में साहिल सांगा के साथ शादी रचाई थी।

लेकिन दोनों का 11 साल पुराना साथ साल 2019 में टूट गया था। इस दौरान दीया और साहिल ने एक दूसरे से अलग होने का फैसला ले लिया था।

ऐसी थी दीया और साहिल की पहली लव स्टोरी

बताया जाता है कि दीया की साहिल के साथ पहली बार मुलाकात साल 2009 में हुई थीं। दोनों एक दूसरे से पहली बार एक काम की वजह से मिले थे। उस दौरान साहिल, दीया को एक फिल्म की स्क्रिप्ट सुनाने के लिए आए थे। धीरे-धीरे दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे। लेकिन अपने दिल की बात कहने की हिम्मत नहीं जुटा पाए।

5 साल बाद साहिल ने दीया के साथ अपने प्यार का इजहार किया। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो ये इजहार काफी फिल्मी था। साहित ने न्यूयॉर्क के Brooklyn Bridge पर दीया को बेहद ही रोमांटिक अंदाज में प्रपोज किया था। उन्होनें अपने घुटने पर बैठकर दीया से अपने दिल की बात कही और हमेशा का साथ मांगा।

दीया ने भी साहिल के इस प्रपोजल को स्वीकार कर लिया। 18 अक्टूबर 2014 को दोनों ने शादी कर ली। लेकिन शादी के कुछ समय बाद दोनों का ये प्यारा सा रिश्ता डगमगाने लगा और फिर 2019 में दोनों ने दिल तोड़ने वाली खबर अपने फैंस को दे दी।

11 साल बाद हुए अलग

दीया ने एक पोस्ट कर बताया कि 11 साल तक एक दूसरे के साथ रहने के बाद आपसी सहमति ने दोनों ने अलग होने का फैसला कर लिया। हालांकि इस दौरान उन्होनें ये भी कहा कि वो और साहित दोस्त रहेंगे और एक दूसरे की इज्जत करेंगे।

वैसे दीया ने अपना रिश्ता टूटने की वजह तो नहीं बताई थी। लेकिन ऐसी खबरें सामने आई कि इसके पीछे की वजह साहिल की कनिका ढिल्लन के साथ बढ़ती नजदीकियां थीं। हालांकि एक्ट्रेस ने इन खबरों को बकवास बताते हुए कनिका को सपोर्ट किया था। हालांकि अब दीया उन वैभव संग शादी कर दोबारा से एक बार अपनी जिंदगी की नई शुरुआत करने जा रही हैं।

'ये नया कश्मीर है…' पुलवामा हमले की बरसीं पर सरकार पर क्यों बरसे उमर अब्दुल्ला? जानिए पूरा मामला….

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'ये नया कश्मीर है…' पुलवामा हमले की बरसीं पर सरकार पर क्यों बरसे उमर अब्दुल्ला? जानिए पूरा मामला….

जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला और बेटे उमर अब्दुल्ला को उनके घर में नजरबंद किया गया है। रविवार को ट्वीट कर उमर अब्दुल्ला ने ये दावा किया। वहीं इससे पहले शनिवार को PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती को भी पुलवामा जाने की परमिशन नहीं दी गई।

उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर किया दावा

फारूक अब्दुल्ला को आज कश्मीर घाटी के गांदरबल क्षेत्र के दौरे पर जाना था, जबकि उमर अब्दुल्ला गुलमर्ग जाने वाले थे। रविवार सुबह उमर अब्दुल्ला ने एक तस्वीर ट्वीट की, जिसमें मोबाइल सिक्योरिटी वाहन उनके घर के सामने खड़ा था। इस फोटो को शेयर करते हुए उमर अब्दुल्ला सरकार पर जमकर बरसते हुए नजर आए।

उन्होनें कहा- ‘अगस्त 2019 के बाद ये नया कश्मीर है। हमें अपने घरों में बिना किसी सूचना के बंद कर दिया गया। ये काफी बुरा है कि उन्होंने मेरे सांसद पिता और मुझे हमारे घर में बंद कर दिया है, उन्होंने मेरी बहन और उसके बच्चों को भी उनके घर में बंद कर दिया है।’

उमर अब्दुल्ला ने एक और ट्वीट कर कहा- ‘चलो, आपके लोकतंत्र के नए मॉडल का मतलब है कि हम अपने घरों में बिना किसी स्पष्टीकरण के रखे जाते हैं। लेकिन उसके ऊपर काम करने वाले कर्मचारियों को घर में आने की इजाजत नहीं दी जा रही और फिर आप हैरान हैं कि मैं अभी भी नाराज और कड़वा हूं।’

उमर की ट्वीट पर पुलिस का जवाब

वहीं उमर अब्दुल्ला की इस ट्वीट पर श्रीनगर पुलिस ने जवाब देते हुए कहा कि पुलवामा हमले की बरसी के चलते ये कदम उठाया गया। पुलिस की ओर से कहा गया- ‘आज लेथपोरा आतंकी हमले की दूसरी वर्षगांठ हैं। प्रतिकूल सूचनाओं की वजह से सभी VIP व अन्य को अग्रिम सूचना दी गई थी कि वो आज दौरे की योजना ना बनाएं।’

महबूबा मुफ्ती ने भी किया था ये दावा

गौरतलब है कि PDP अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने भी ये शिकायत की थी। एक वीडियो शेयर कर उन्होनें कहा कि मुझे घर से बाहर निकलने से रोका गया। मुफ्ती ने बताया कि फेक एनकाउंटर में कथित तौर पर मारे गए अतहर मुश्ताक के परिवार से वो मिलना चाहती थी, लेकिन इसी दौरान उनको घर में नजरबंद किया गया।

हॉलीवुड की इस एक्ट्रेस का नाम है राधा रानी, नाम के पीछे बड़ी दिलचस्प है कहानी

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हॉलीवुड की इस एक्ट्रेस का नाम है राधा रानी, नाम के पीछे बड़ी दिलचस्प है कहानी

हॉलीवुड की एक्ट्रेसेज के लोग भारत में भी काफी दीवाने हैं. उनकी ब्यूटी और फिल्मों को लोग बड़े शौक से देखना पसंद करते हैं. और तो और सोशल मीडिया पर भी इंडियंस में उनकी फैन फ़ोलोविंग लिस्ट लंबी है. एंजेलिना जोली, केट विंसलेट, जूलिया रोबर्ट्स जैसी कई एक्ट्रेस हैं जो इस लिस्ट में शामिल हैं. लेकिन किसी हॉलीवुड एक्ट्रेस का आपने भारतीय नाम सुना है, नहीं न. आज हम एक ऐसी ही एक्ट्रेस के बारे में बात करेंगे जिनका नाम राधा रानी है.

भारत से नहीं है कोई कनेक्शन

हॉलीवुड की इस एक्ट्रेस का पूरा नाम राधा रानी अंबर इंडिगो आनंदा मिशेल है. हैरानी की बात तो ये है कि इस अदाकारा का भारत से भी कोई कनेक्शन नहीं है. ये मूल रूप से ऑस्ट्रेलिया में ही पली बढ़ी हैं और इनके माता पिता भी वहीं के नागरिक है. उन्होंने हॉलीवुड की कई फिल्में पिच ब्लैक, फोन बूथ, मैन ऑन फायर, सायलेंट हिल जैसी तमाम फिल्मों में काम किया है. हालांकि इनको पहचान ऑस्कर विनिंग फिल्म ‘फाइंडिंग नेवरलैंड’ से मिली. इस फिल्म में केट विंसलेट और जॉनी डेप मुख्य भूमिकाओं में थे.

ऐसे पड़ा ये नाम

दरअसल साल 2010 में राधा रानी ने अमेरिका में हुए इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ़ लॉस ऐंजिलिस में भारत से जुड़ाव की बातें कहीं थीं. उन्होंने कहा था कि वो भारत को अपना दूसरा घर मानती है. बता दें कि इस फेस्टिवल में राधा रानी की फिल्म ‘द वोटिंग सिटी’ का प्रदर्शन किया गया था. जिस वजह से वो वहां मौजूद थीं. उनके नाम के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि वो बचपन से लोगों को इस सवाल का जवाब दे रही हैं. दरअसल राधा के पैदा होने से काफी पहले उनकी मां भारत यात्रा पर गईं थी. वो भारत पहुंच कर इंडियन फिलॉसफी, हिंदू और बौद्ध धर्म से काफी प्रभावित हुईं. जिसके बाद उनकी मां ने अपनी बेटी का नाम राधा रानी रख दिया.

दिल्ली के लाल किले को देखकर हुई थीं अभिभूत

राधा रानी पहली बार 6 साल की उम्र में भारत आईं थी. इसके पीछे की वजह उनके दिल्ली में फैमिली फ्रेंड्स थे. वो कहती हैं कि मुझे वहां के बंदर, हाथी, साड़ियां, सिल्क और मसालों की खुशबू अभी भी याद है और यह भी याद है कि मेरी मां को डायरिया हो गया था. भारत आकर उन्हें इतना लगाव महसूस हुआ कि वो उसके बाद भी इंडिया आई. राधा रानी कुंभ मेले में भी जा चुकी हैं. उन्होंने बताया कि भारत की राजधानी दिल्ली में लाल किले को देखकर वो अभिभूत हो गईं थीं. जब राधा रानी 19 साल की थीं तो उन्होंने कोलकाता से गोवा तक रोड ट्रिप के जरिए भारत को नजदीक से समझा

Pulwama हमले को 2 साल: कभी नहीं भूला पाएगा देश वो जख्म, जब कायराना हमले में भारत ने खोए अपने 40 वीर सपूत

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Pulwama हमले को 2 साल: कभी नहीं भूला पाएगा देश वो जख्म, जब कायराना हमले में भारत ने खोए अपने 40 वीर सपूत

14 फरवरी के दिन को लोग हर साल वेलेंटाइन डे के रूप में मनाते है, जिसे प्यार का दिन भी कहा जाता है। लेकिन आज से ठीक 2 साल पहले इस दिन ऐसा कुछ हुआ था, जिसे देश कभी चाह कर भी नहीं भूला सकता। इस दिन देश को ऐसे जख्म मिले, जिनको मिटा पाना नाममुकिन है। आज से ठीक दो साल पहले 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में हुए आतंकी हमले में देश ने अपने 40 वीर सपूतों को खो दिया था।

भयानक था मंजर…

साल 2019 के इसी दिन 2500 से ज्यादा CRPF के जवान जम्मू से 78 गाड़ियों से श्रीनगर जा रहे थे। अचानक दोपहर 3 बजे अचानक विस्फोटकों से लदी कार एक काफिले में शामिल बस से टकराई और तेज धमाके के साथ कुछ सेकंडों में कार के चीथड़े उड़ गए। इतनी तेज धमाके की आवाज के चलते 5 से 10 किलोमीटर के दायरे का इलाका भी हिल गया। बाकी बसों में सवार जवान इस हमले से तुरंत एक्टिव हो गए। इस आत्मघाती हमले को जैश-ए-मोहम्मद के आंतकी आदिल अहमद डार ने अंजाम दिया था।

इस हमले का मंजर बेहद दर्दनाक था। आसपास की हवा बारूद की गंध में घुल गई थी। कोई सामान्य व्यक्ति इस मंजर को देखकर बेहोशी की हालत में आ जाए। सैंकड़ों मीटर में हर जगह मानव अंग बिखरे पड़े थे। कई जवान घायल पड़े हुए थे। कहीं किसी जाबांज की उंगलियां कटी पड़ी थीं, तो कहीं किसी का पैर। कुछ शहीदों के मांस के लोथड़े बचे हुए थे। ऐसा दर्दनाक मंजर देखकर पूरे देशवासियों का खून बदले की आग में खौल रहा था।

12 दिनों में लिया बदला

इस कायराना हमले से पूरा देश उबल रहा था। चारों तरफ देशवासी इस आत्मघाती हमले की बदले की मांग कर रहे थे। जिन आतंकियों ने इस हमले को अंजाम दिया था वो ये भूल गए कि ये नया भारत है, जो इस तरह की कायराना हरकतों को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करता। उरी हमले के बाद भारत ने बताया था कि वो घर में घुसकर मारना जानता है। ऐसा ही पुलावामा हमले के बाद भी हुआ। इस हमले के 12 दिनों बाद जवानों की शहादत का बदला लेने के लिए बालाकोट में आतंकियों के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की घई। 26 फरवरी 2019 को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में घुसकर बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकी अड्डे को नेस्तनाबूद कर दिया।

Valentine Day 2021: क्यों हर साल 14 फरवरी को ही मनाया जाता है 'वेलेंटाइन डे'? ये है इसके पीछे की कहानी…

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Valentine Day 2021: क्यों हर साल 14 फरवरी को ही मनाया जाता है 'वेलेंटाइन डे'? ये है इसके पीछे की कहानी…

फरवरी को प्यार का महीना कहा जाता है. इस महीने में वेलेंटाइन वीक मनाया जाता है. कभी अपने पार्टनर को रोज देकर, कभी उनको चॉकलट देकर, तो कभी एक-दूसरे को किस करके वेलेंटाइन वीक हर प्यार करने वाले कपल के लिए बहुत खास होता है. वहीं इन सबके बाद 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे आता है, जिसका हर कपल बेसब्री से इंतेजार करता है. इस दिन लोग प्यार का इजहार करते हुए ये बताते हैं कि उनकी जिंदगी में अपने पार्टनर की क्या अहमियत है..

वैसे तो प्यार का इजहार करने के लिए किसी दिन की जरूरत नहीं होती. फिर भी लोग इस दिन अपने पार्टनर को स्पेशल फील कराने की कोशिश करते हैं. लेकिन क्या आपको पता हैं कि हर साल 14 फरवरी को ही क्यों वेलेंटाइन डे मनाया जाता है? इसकी शुरूआत कब और कैसे हुई? तो आइए आज हम आपको बतातें है इसकी पीछे की कहानी के बारे में…

इस वजह से मनाया जाता है वेलेंटाइन डे

वैसे तो वेलेंटाइन डे क्यों मनाया जाता है, इसके बारे में कोई भी सटीक जानकारी नहीं है. लेकिन कहा जाता है रोम में तीसरी सदी में एक राजा का राज हुआ करता था, जिसका नाम क्लॉडियस था. राजा को प्यार में बिलकुल भी विश्वास नहीं था और उसका मानना था कि शादी करने से पुरुषों की शक्ति और बुद्धि दोनों खत्म हो जाती है. इसी वजह से राजा ने पूरे राज्य में आदेश जारी करके कह दिया कि वहां का कोई भी सैनिक या फिर अधिकारी शादी नहीं करेगा.

वेलेंटाइन नाम के संत राजा के इस आदेश के विरोध में थे. राजा के खिलाफ जाकर संत वेलेंटाइन ने राज्य के लोगों को शादी के लिए प्रेरित किया. इतना ही नहीं संत वेलेंटाइन ने कई सैनिकों और अधिकारियों की शादी भी करवाई. जब राजा ने ये देखा कि उनके आदेश का विरोध हो रहा है तो इसके बाद उसने संत को अपने दरबार में बुलाया. राजा ने संत वेलेंटाइन से धर्म बदलने को कहा. राजा ने संत से कहा कि वो क्रिश्चियन धर्म को छोड़कर रोम धर्म अपना ले.

संत वेलेंटाइन ने राजा की ये बात मानने से साफ तौर पर इनकार कर दिया और राजा को अपना धर्म बदलने की बात कह दी. इस बात से नाराज राजा ने संत वेलेंटाइन को मारने का आदेश दे दिया. संत वेलेंटाइन को 14 फरवरी को ही मारा गया था, इसलिए हर साल इस दिन को वेलेंटाइन डे के रूप में मनाया जाता है. बताया जाता है कि संत के मारे जाने से पहले उसने रोमन जेलर जैकोबस की अंधी बेटी को भी ठीक किया था. साथ ही जेल में ही संत ने जेलर की बेटी को एक लेटर भी लिखा था, जिसके आखिरी में ‘फ्रॉम योर वेलेंटाइन’ लिखा हुआ था.

जानिए कैसा रहेगा 14 फरवरी को आपका दिन

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जानिए कैसा रहेगा 14 फरवरी को आपका दिन

जैसा कि हम सभी जानते हैं ग्रहों का प्रभाव हमारे जीवन में पड़ता है, जिसके चलते हमें कभी अच्छे तो कभी बुरे दिनों का सामना करना पड़ता। वहीं आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आज का राशिफल आपके जीवन में क्या-क्या परिवर्तन लेकर आ सकता है। तो आइए आपको बताते हैं आज के दिन के बारे में आपके सितारे क्या कहते हैं और 14 फरवरीका दिन आपके लिए कैसा रहेगा…

मेष राशि- आपका दिन परेशानियों से भरा बीतेगा। आज के दिन बने काम भी बिगड़ सकते है। किसी भी विवाद में पड़ने से बचें। हर परिस्थिति में जीवनसाथी का साथ मिलेगा।

वृषभ राशि- आपका दिन बढ़िया बीतेगा। कामों में आ रही बाधाएं कम होगी। नए काम शुरू करने के लिए दिन शुभ है। पूजा पाठ में आपका मन लगेगा।

मिथुन राशि- दिन की शुरुआत बढ़िया होगी। घर में हर्षोल्लास का माहौल रहेगा। आप खास रिश्तेदारों से मुलाकात होगी। मन प्रसन्न रहेगा।

कर्क राशि- आपका दिन सामान्य बीतेगा। परिवार में खुशहाली का माहौल रहेगा। आज संतान की तरफ से अच्छी खबर मिलेगी। स्वास्थ्य डामाडोल रह सकता है।

सिंह राशि- आपका दिन मिला जुला बीतेगा। आज के दिन विदेश से अच्छी खबर मिलने के आसार है। परिवार का माहौल ठीक ठाक रहेगा। आज के दिन पैसों का लेन-देन करने से बचें।

कन्या राशि- आपका दिन अच्छा रहेगा। लंबे वक्त से चली आ रही दिक्कतें का होने के आसार है। आज के दिन आपको भाग-दौड़ करनी पड़ सकती है।

तुला राशि- दिन बहुत बढ़िया बीतेगा। आज आप काफी खुश रहेंगे। दिल से किए कामों में सफलता मिलेगी। धन लाभ होने के भी आसार है।

वृश्चिक राशि- आपका दिन ठीक ठाक बीतेगा। आज के दिन आपको यात्रा पर जाना पड़ सकता है। मन परेशान रहेगा। हर परिस्थिति में जीवनसाथी का साथ मिलेगा।

धनु राशि- आपका दिन सामान्य रहेगा। दोस्तों के साथ आज अच्छा समय बिताएंगे। नए काम की शुरुआत करने से बचें। परिवार में सुख शांति का माहौल रहेगा।

मकर राशि- पूजा पाठ में आज आपका मन लगेगा। दिन आपका बढ़िया बीतेगा। रिश्तेदारों के साथ अच्छा समय बिताएंगे। आज के दिन दान करने से लाभ मिलेगा।

कुंभ राशि- दिन की शुरुआत अच्छी होगी। घर में खुशी का माहौल रहेगा। भाई-बहनों के साथ अच्छा समय बिताएंगे। आज के दिन अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखें।

मीन राशि- आपको थोड़ा संभलकर रहने की जरूरत है। आज किसी दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं। दिन आपका उतार चढ़ाव से भरा बीतेगा। आज के दिन किसी गरीब को खाना खिलाएं।