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YouTube पर आपत्तिजनक कंटेंट पोस्ट करो और Telegram पर पैसे कमाओ, भारतीय डार्क क्रिएटर्स का ये सच आपको हैरान कर देगा

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यूट्यूब युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय है। क्योंकि यहां आपको अपने कंटेंट के लिए न सिर्फ पैसे मिलते हैं बल्कि शोहरत भी मिलती है। लेकिन आसानी से सफलता मिलने के कारण लोग यूट्यूब पर आपत्तिजनक कंटेंट अपलोड करके किसी भी तरह से पैसे कमाने में लगे हुए हैं। हाल ही में आजतक में एक रिपोर्ट प्रकाशित हुई जिसके जरिए यह समझना बेहद आसान हो जाएगा कि लोग, खासकर महिलाएं, किस तरह से सिडक्टिव कंटेंट बनाकर पैसे कमाती हैं और टेलीग्राम पर एडल्ट वीडियो से पैसे कमाती हैं। आइए आपको इस बारे में विस्तार से बताते हैं।

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रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे

इंडिया टुडे की ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस (OSINT) टीम ने एक जांच के दौरान पाया कि कई YouTube चैनल “यौन संतुष्टि” के रूप में वर्गीकृत सामग्री प्रकाशित करते हैं। इन वीडियो में महिला सामग्री निर्माता अपने दैनिक जीवन के काम करते हुए, खाना बनाते हुए, सफाई करते हुए, बच्चों को खिलाते हुए, नृत्य करते हुए, निर्देश देते हुए और यहां तक ​​कि अपने दर्शकों को “गुड मॉर्निंग” कहते हुए भी दिखाई देती हैं। अब तक, ऐसा लगता है कि इसमें कोई समस्या नहीं है। आखिरकार, पारिवारिक ब्लॉगर यही करते हैं। वे घर में होने वाली दैनिक गतिविधियों का दस्तावेजीकरण करते हैं।

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वीडियो में आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल

लेकिन, कुछ ही समय बाद, ब्लॉगर ने अपने उल्लेखनीय लगातार उत्तेजक हाव-भाव, जानबूझकर की गई कपड़ों की गलतियों और शरीर के विभिन्न अंगों को बेवजह दिखाने से ध्यान आकर्षित करना शुरू कर दिया। कविता (बदला हुआ नाम) एक अन्य चैनल पर एक काल्पनिक अंग्रेजी क्लास पढ़ाती है, जहाँ वह जानबूझकर अपने शरीर के अंगों को प्रदर्शित करती है और आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करती है। लाखों लोग इस तरह के वीडियो देखते हैं।

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टेलीग्राम चैनल से कमाई

टेलीग्राम चैनल के कम्युनिटी टैब पर चतुराई से रखे गए लिंक का उपयोग करके 650 से अधिक सदस्यों वाले समूह तक पहुँचा जा सकता है। निजी चैट में, दो अलग-अलग व्यक्ति फिर “रिया के वीडियो” बेचने की पेशकश करते हैं। रिया दास नाम से जाने वाली एक महिला यूट्यूबर की अश्लील फिल्मों वाले एक निजी टेलीग्राम समूह तक पहुँच के बदले में 1,000 रुपये मांगती है। इसी तरह कई टेलीग्राम समूह दूर-दराज के भारतीय शहरों और गाँवों के जाने-माने देसी ब्लॉगर्स की कामुकता पेश करते हैं।

टारगेट सिर्फ बहुत सारा पैसा कमाना

ऐसे कई लोग हैं जो आम जनता के लिए ब्लॉग बनाते हैं और भुगतान करने वाले उपयोगकर्ताओं के लिए वयस्क सामग्री तैयार करते हैं। सोशल मीडिया के प्रभावशाली लोगों की ‘गरीबी से अमीरी’ की कहानियाँ लोगों को जल्दी पैसा कमाने का लालच देती हैं, लेकिन हर कोई सफल नहीं होता। अब ऐसा लगता है कि कई लोग ऐसे कदम उठाने के लिए मजबूर हो गए हैं।

ऑनलाइन सुरक्षा चिंताएं

ऐसा प्रतीत होता है कि इन चैनलों पर वीडियो “नग्नता और यौन सामग्री” के संबंध में YouTube के नियमों के विरुद्ध हैं, जो “यौन संतुष्टि के लिए अभिप्रेत सामग्री” को पोस्ट करने से मना करता है। इसके अलावा, इन YouTube चैनलों पर स्पष्ट वेबसाइटों के हाइपरलिंक का वितरण युवा दर्शकों को खतरे में डाल सकता है। दिल्ली विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र के प्रोफेसर सुभाष महापात्रा का दावा है कि बच्चे इस तरह के मनोरंजन के नकारात्मक प्रभावों के प्रति विशेष रूप से संवेदनशील होते हैं क्योंकि वे आसानी से ऐसी ग्राफिक फ़िल्मों के आदी हो सकते हैं।

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गाइडलाइन का पालन न करने पर DM राजेश कुमार त्यागी पर हाईकोर्ट ने लिया एक्शन, गैंगस्टर एक्ट में हुई थी नियमों की अनदेखी

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DM Rajesh Kumar Tyagi
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अमरोहा के डिडौली थाने में आसिफ, नस और चाहत के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। बाद में इलाहाबाद हाईकोर्ट में इस आरोप को चुनौती दी गई। याचिकाकर्ताओं ने दावा किया कि गैंग चार्ट बनाते समय अधिकारियों ने उनकी संतुष्टि को नोट नहीं किया, जबकि यह आवश्यक है। ‘सनी मिश्रा केस’ में हाईकोर्ट ने इस संबंध में व्यापक दिशा-निर्देश दिए थे, फिर भी इसकी अवहेलना की गई। चूंकि डीएम अमरोहा गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई शुरू करते समय एक्ट की शर्तों और हाईकोर्ट के निर्देशों का सख्ती से पालन करने में विफल रहे, इसलिए सरकार ने उन्हें उनके पद से हटा दिया। वह सचिवालय में काम कर रहे थे। सरकारी अधिवक्ता ने राज्य सरकार की ओर से न्यायमूर्ति की खंडपीठ के समक्ष यह जानकारी पेश की। राज्य सरकार की ओर से सरकारी अधिवक्ता ने मामले की सुनवाई कर रही न्यायमूर्ति विवेक कुमार बिड़ला एवं न्यायमूर्ति अरुण कुमार सिंह देसवाल की खंडपीठ को यह जानकारी दी।

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इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला

याचिकाकर्ताओं के अनुसार, पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के अनुसार गैंग चार्ट बनाने और उसे स्वीकृत करने में अपनी संतुष्टि दर्ज नहीं की। गैंगस्टर एक्ट की आवश्यकताओं के अनुसार, यह आवश्यक है। सनी मिश्रा मामले के परिणामस्वरूप इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने इस मामले में एक व्यापक निर्देश जारी किया है। इस नियम का भी पालन नहीं किया गया। न्यायालय ने फैसला सुनाया कि एसएसपी अमरोहा नियम 16(3) का उल्लंघन कर रहे थे क्योंकि रिकॉर्ड से यह स्पष्ट है कि गैंग चार्ट को अग्रेषित करते समय उन्होंने अपनी संतुष्टि व्यक्त नहीं की।

जिलाधिकारी ने की लापरवाही

हाईकोर्ट ने सनी मिश्रा मामले में जारी दिशा-निर्देशों के अनुपालन के संबंध में डीजीपी और राज्य सरकार के अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए थे। लेकिन उन निर्देशों का पालन नहीं किया गया। कोर्ट ने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि अमरोहा के जिलाधिकारी ने भी गैंग चार्ट स्वीकृत करते समय कोई संतुष्टि दर्ज नहीं की। यह जिलाधिकारी की घोर लापरवाही को दर्शाता है।

कोर्ट ने जताई नाराजगी

न्यायालय ने पुलिस के व्यवहार पर अपनी नाराजगी जताई। राज्य सरकार ने इस पर कार्रवाई करने का वादा किया और अधिक समय मांगा। इसके बाद, राज्य सरकार ने हलफनामे के माध्यम से न्यायालय को अवगत कराया कि जिला अधिकारी राजेश कुमार त्यागी को उनके कर्तव्यों से मुक्त कर सचिवालय में नियुक्त किया गया है। न्यायालय ने तीनों याचिकाकर्ताओं के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई को रद्द कर दिया और राज्य सरकार को नियमों के अनुसार नई कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

सरकार की कार्रवाई

राज्य सरकार ने इस मामले में कोर्ट को आश्वासन देते हुए बताया कि डीएम राजेश कुमार त्यागी को उनके पद से हटाकर सचिवालय में तैनात कर दिया गया है। कोर्ट ने तीनों याचिकाकर्ताओं के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत की गई कार्रवाई को रद्द करते हुए सरकार को नियमानुसार नए सिरे से कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

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इंडस्ट्री का सबसे बड़ा कंजूस एक्टर, सलमान को झांसा देकर कमाए लिए थे 50,000 डॉलर.

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Salman Khan and Chunky Panday
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मुझे लगता है मेरे जैसा कंजूस इंसान दुनिया का पहला और आखिरी इंसान होगा. कंजूसी की हद होती है. मगर हम आपको आज ऐसी शख्सियत के बारे बता रहे हैं जिसे बॉलीवुड का सबसे बड़ा कंजूस इन्सान माना जाता था. लेकिन उसकी कंजूसी के किस्से भी कम रोचक नहीं है. इस एक्टर ने तो हद ही, कर दी थी विदेश में जाकर न सिर्फ सलमान खान को झांसा दिया बल्कि 50,000 डॉलर की कमाई भी की थी. तो चलिए कौन हैं ये एक्टर इस लेख में आपको आपको बताते हैं.

कौन है ये एक्टर

बॉलीवुड में कई लोकप्रिय एक्टर्स हैं, जो फिल्मो में कमाल का एक्शन करते नज़र आते है. लेकिन हम आपको बॉलीवुड के ऐसे एक्टर के बारे में बताएंगे जो एक्टिंग के साथ जिसे इंडस्ट्री का सबसे कंजूस एक्टर का टैग मिला हुआ है. ये एक्टर कोई और नहीं बल्कि चंकी पाण्डेय है. जी हाँ, 500 रुपये तो दूर की बात इस एक्टर की जेब से 50 रुपये भी नहीं निकलते हैं एक बार तो इस एक्टर ने सलमान खान के नाम पर 50 हजार डॉलर ऐंठ लिए थे. क्या है ये मस्त किस्सा चलिए आपको बताते है. दरअसल, एक इंटरव्यू में चंकी पाण्डेय ने सलमान से जुड़े इस किस्से का जिक्र खुद किया था. चंकी पाण्डेय ने बताया कि एक बार वो स्टार सलमान खान के साथ साउथ अफ्रीका गए थे. वहां भी सलमान खान की काफी बढ़ी फैन फॉलोइंग थी, जो उनकी एक झलक के लिए बेकरार थे.

चंकी ने आगे बात करते बताया कि बस डील ये थी कि सलमान को मुझे उस दुकान पर ले जाना था. ‘मैंने सलमान से कहा, चलो शॉपिंग करने चलते हैं, मैं तुम्हें शौपिंग करवाऊंगा’ वो तैयार हो गए. फिर हम दोनों एक जगह शॉपिंग करने गए. मैंने उन्हें फ्री में जीन्स और जूते दिलाए. बाद में सलमान को पता चला कि मैंने उन्हें वहां लाने के लिए दुकानदार से 50,000 डॉलर लिए थे. इसके अलवा चंकी अपने ह्यूमर के लिए ही नहीं कंजूसी को लेकर भी चर्चाओं में रहते हैं. फराह खान ने उन्हें इंडस्ट्री में सबसे बड़े कंजूस बताया था.

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चंकी पाण्डेय की डेब्यू फिल्म

बता दे, चंकी पांडे ने साल 1987 में पहलाज निहलानी की फिल्म ‘आग ही आग’  से अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत की थी. यह फिल्म सुपरहिट रही और फिर उन्हें काम मिलने लगा. इसके बाद चंकी पाण्डेय ने ‘तेजाब’, ‘खतरों के खिलाड़ी’ ‘ ‘जहरीले’ और ‘आंखें’ जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया. आखिरी बार वह ‘पॉप कौन’ सीरीज में नजर आए थे.

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मंडियों में बेचा जा रहा चाइनीज लहसुन जिसे देखकर आप भी खा सकते है धोखा

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Garlic
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जैसे की आप जानते है लहसुन बेहद पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है. खाली पेट चबाकर खाने से इसके जबरदस्त फायदे मिलते हैं. यह लहसुन शरीर में कई तरीके के फ़ायदे करता हैं. आम घरो में तो लहसुन के तडके के बिना तो दाल ही नहीं बनती हैं. लेकिन मार्किट में मिलने वाली इस लहसुन ने लोगो की चिंता बढ़ा दी है. शायद आपको मालूम ना हो पर सब्जी मंडी में बिकने वाला लहसुन “चाइनीज लहसुन” है. जिसे साल 2014 में भारत में प्रतिबंधित किया गया था. कैमिकल्‍स और सिंथेटिक्‍स से बना यह लहसुन सेहत को भारी नुकसान पहुंचा रहा है.

क्या है पूरा मामला

हाल ही, में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यूपी सरकार के खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग Drug Administration Department के अधिकारी को तलब कर पूछा है कि प्रतिबंधित चाइनीस लहसुन अब भी बाजार में कैसे उपलब्ध है. न्यायालय की लखनऊ पीठ ने केंद्र के वकील से देश में ऐसी वस्तुओं के प्रवेश को रोकने के लिए मौजूद सटीक व्यवस्था के बारे में भी प्रश्न किया है और यह भी पूछा है कि इसके प्रवेश के सोर्स का पता लगाने के लिए क्या कोई कवायद की गई है. याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया है कि ‘चाइनीज लहसुन’ के हानिकारक प्रभावों के कारण देश में इस पर प्रतिबंध है. कोर्ट में आधा किलो भारत में उत्पादित होने वाला और चाइनीज लहसुन पेश किया गया. जिस पर कोर्ट ने सरकार से पूछ लिया कि जब यह चाइनीज लहसुन बैन है तो मार्केट में कैसे बिक रहा और खाद्य विभाग इस पर क्या कर रहा है?

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हाईकोर्ट के सवाल के बाद खाद्य विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है. लखनऊ के सहायक खाद्य आयुक्त विजय प्रताप ने बताया कि फूड सेफ्टी विभाग बीते एक हफ्ते से राजधानी की सभी सब्जी मंडियों में तलाशी अभियान चला रहे है. वही, अगर किसी दुकानदर के पास चाइनीज लहसुन पाया जाता है, तो उस पर सख्त करवाई की जायेगी. वही यूपी, गुजरात के कई हिस्‍सों में मिले चाइनीज लहसुन को जब्‍त भी किया जा चुका है और बाकी मंड‍ियों में इस लहसुन की तलाश की जा रही है. इसके अलावा आजादपुर मंडी में लहसुन के थोक विक्रेता सुशील कुमार गर्ग ने News18hindi से बातचीत में कहते हैं कि सिर्फ यूपी में ही नहीं देश के अन्‍य राज्‍यों की मंडियों में भी चाइनीज लहसुन धड़ल्‍ले से बिक रहा है.

आगे बात करते हुए सुशील कुमार गर्ग ने बताया कि लहसुन भारत में कई जगहों से आता है जैसे कोटा-राजस्‍थान, पंजाब, हरियाणा, मध्‍य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश आदि. हिमाचल प्रदेश से जो लहसुन आता है वह भी कुछ कुछ चाइनीज लहसुन जैसा लगता है लेकिन फिर भी दोनों को हाथ में लेने पर अंतर साफ नजर आ सकता है.

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कैसे करें चाइनीज व देशी लहसुन में फर्क

Assistant Food Commissioner विजय प्रताप सिंह ने बताया कि उपभोक्ता सस्ते दाम को सुन अनजाने में चाइनीज लहसुन खरीद रहा है.

  • ऐसे में ग्राहक को यह समझना होगा कि कैसे इससे बचा जा सकता है. देसी लहसुन की कलियां छोटी या नॉर्मल साइज की होती हैं. इसकी गांठों पर काफी दाग-धब्बे होते हैं. छिलका बिलकुल सफेद नहीं होता है और यह कहीं ज्यादा खुशबूदार होता है.
  • इतना ही नहीं इसकी कलियों को रगड़ने पर हाथ पर हल्की चिपचिपाहट सी होती है.
Garlic
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वही चाइनीज लहसुन कैमिकल्‍स के इस्‍तेमाल से बनता है, इसमें सिंथेटिक प्रोसेस का इस्‍तेमाल होता है, ऐसे में यह एकदम सफेद, साफ और चमकदार होता है. जबकि देसी लहसुन कुछ क्री

आगरा में तैनात STF इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा ने पेश की ईमानदारी की मिसाल, किस्सा जानकर आप भी करेंगे उन्हें सलाम

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STF Inspector Yatindra Sharma
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आज के समय में अगर किसी के 10 रुपए भी खो जाते हैं तो लोग उसे जेब में रख लेते हैं और बेईमानी से कमाए 10 रुपए से खुश होते हैं। जिंदगी की यही सच्चाई है कि मेहनत से ज्यादा बेईमानी का पैसा पसंद किया जाता है। लेकिन हाल ही में एक ऐसी खबर सामने आई है जिसे जानने के बाद आपका इंसानियत पर से भरोसा फिर से जाग जाएगा और आपको यकीन हो जाएगा कि दुनिया में अभी भी बहुत ईमानदारी बाकी है। दरअसल हम ये सब इसलिए कह रहे हैं क्योंकि उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में एसटीएफ यूनिट में तैनात इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा ने ईमानदारी से जुड़ा एक बहुत ही अच्छा काम किया है।

हाल ही में आगरा जीआरपी थाने के कांस्टेबल द्वारा त्वरित कार्रवाई कर एक बुजुर्ग फरियादी की जान बचाई गई थी। ये खबर लगातार सोशल साइट्स पर चर्चा का विषय बन रही थी। ऐसे में एक और खबर ने उत्तर प्रदेश पुलिस को गौरवान्वित किया है।

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पेश की ईमानदारी की मिसाल

यूपी एसटीएफ की आगरा यूनिट में तैनात इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा और कांस्टेबल अंकित गुप्ता ने अपनी ईमानदारी की ऐसी मिसाल पेश की है कि जिसने भी वीडियो देखा वो दंग रह गया, दोनों पुलिसकर्मियों ने एक अनजान यात्री की खोई हुई सोने की चेन लौटा दी है। फिलहाल ये घटना पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बनी हुई है।

मिली सोने की चेन 

दरअसल, इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा अपने साथी पुलिसकर्मियों के साथ ड्यूटी के लिए आगरा से सहारनपुर जा रहे थे। ट्रेन में सफर के दौरान जैसे ही वो हाथ धोने के लिए बाहर निकले तो उन्हें गेट के पास एक सोने की चेन पड़ी मिली। उन्होंने तुरंत समझ लिया कि ये किसी यात्री की खोई हुई चेन होगी। चेन को संभालकर उन्होंने अपने साथी पुलिसकर्मी अंकित गुप्ता की मदद से आस-पास के डिब्बों में उस यात्री की तलाश शुरू कर दी। काफी कोशिशों के बाद उन्होंने उस यात्री को ढूंढ निकाला और उसे खोई हुई सोने की चेन लौटा दी।

3 लाख की थी सोने की चैन 

बताया जा रहा है कि इस सोने की चेन की कीमत करीब 3 लाख रुपये थी। अपनी खोई हुई चेन वापस पाकर यात्री काफी खुश हुआ और उसने इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा और उनकी टीम का शुक्रिया अदा किया। उसने एक वीडियो के जरिए अपनी खुशी और उत्तर प्रदेश पुलिस की तारीफ भी शेयर की। एसटीएफ इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा आगरा में अपनी ईमानदारी और बेहतरीन कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं। उन्हें सरकार की तरफ से गैलेंट्री अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है। इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा की इस ईमानदारी ने पूरे पुलिस महकमे का मान बढ़ाया है।

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30 रुपए रोज कमाते थे, अब बना चुके हैं 17000 करोड़ का कारोबार, मिलिए पंजाब के ‘धीरूभाई अंबानी’ से

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आज हम आपको एक ऐसे बिजनेसमैन की कहानी बताएंगे, जिसे जानकर आपके अंदर का धीरूभाई अंबानी भी जाग उठेगा। दरअसल, आज हम जिस शख्स के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, वो कभी महज 30 रुपए प्रतिदिन की दिहाड़ी पर काम करता था, आज वो 17000 करोड़ रुपए की कंपनी का मालिक है। हम बात कर रहे हैं पंजाब के धीरूभाई अंबानी” राजिंदर गुप्ता की। राजिंदर गुप्ता को पंजाब का धीरूभाई अंबानी इसलिए कहा जाता है क्योंकि उन्होंने कई मुश्किलों का सामना करते हुए एक बहुत बड़ा साम्राज्य खड़ा किया।

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कौन हैं राजिंदर गुप्ता

पंजाब के सबसे अमीर लोगों में से एक राजिंदर गुप्ता के पास इस समय 1.55 बिलियन डॉलर की संपत्ति है। पंजाब बिजनेस स्कूल में उनकी सफलता, संघर्ष को केस स्टडी के तौर पर पढ़ाया जाता है। राजिंदर गुप्ता ट्राइडेंट ग्रुप के प्रमुख और ट्राइडेंट लिमिटेड के कॉर्पोरेट सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष हैं। वे इसकी नींव पर 17,000 करोड़ रुपये का कारोबार खड़ा करने में सफल रहे। यह कोई आसान कारोबार नहीं था। इस साम्राज्य को खड़ा करने में उनकी कड़ी मेहनत रंग लाई। अब जो उपलब्धि सामने आई है, उसके पीछे लंबा संघर्ष है।

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30 रुपये की दिहाड़ी पर करते थे काम​

राजिंदर गुप्ता के परिवार की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि वह अपनी पढ़ाई पूरी कर सकें। उन्हें 14 साल की उम्र में ही स्कूल छोड़ना पड़ा। वह सिर्फ 9वीं तक ही पढ़ पाए। घर चलाने के लिए उन्होंने साल 1980 में सीमेंट पाइप और मोमबत्ती बनाने वाली फैक्ट्रियों में महज 30 रुपये प्रतिदिन पर दिहाड़ी मजदूर के तौर पर काम किया। छोटी-मोटी नौकरियां करने के बाद 80 के दशक में उन्होंने बड़ा कदम उठाया और खुद का कारोबार शुरू करने का फैसला किया। साल 1985 में उन्होंने अभिषेक इंडस्ट्रीज नाम से फर्टिलाइजर कंपनी शुरू की।

कारोबारी सफर की शुरुआत​

राजिंदर गुप्ता ने पंजाब में अपनी फैक्ट्री खोलकर एक बड़ा जोखिम उठाया, जब हिंसक दौर चल रहा था और व्यवसाय क्षेत्र से पलायन कर रहे थे। कंपनी ने गति पकड़ी। उन्होंने 1990 में ट्राइटेंड लिमिटेड की स्थापना की। इसके बाद, उन्होंने 1991 में एक कताई मिल बनाने के लिए एक संयुक्त उद्यम की स्थापना की। राजिंदर गुप्ता इस समय कॉर्पोरेट क्षेत्र में प्रमुखता से उभर रहे थे। उनकी कंपनी बढ़ने लगी। अब उन्हें रसायन, कागज और कपड़ा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण व्यवसायी के रूप में जाना जाता है।

कपास से केमिकल तक​

राजिंदर गुप्ता ने अपने कारोबार को फैलाते के लिए पंजाब के बाद मध्य प्रदेश का रूख किया। उनकी कंपनी अभी 17000 करोड़ रुपये का कारोबार है। उन्हें पंजाब का धीरूभाई अंबानी कहा जाता है। उन्होंने 2022 में खराब स्वास्थ्य के कारण ट्राइडेंट के निदेशक के पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि, वे अभी भी ट्राइडेंट ग्रुप के चेयरमैन हैं और ट्राइडेंट लिमिटेड के कॉर्पोरेट सलाहकार बोर्ड के चेयरमैन भी हैं। व्यापार और विनिर्माण क्षेत्रों में उनके योगदान के लिए उन्हें 2007 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। 64 वर्षीय राजिंदर गुप्ता का नाम हाल ही में देश के समृद्ध व्यवसायियों की सूची में शामिल हुआ है। सूची में उनकी व्यक्तिगत कुल संपत्ति 12368 करोड़ रुपये बताई गई है।

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अमिताभ बच्चन की वो फिल्म जिसमें बहू ऐश्वर्या राय थीं विलेन, जानें जोड़ी हिट रही या फ्लॉप?

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बच्चन परिवार में इस वक्त काफी कुछ चल रहा है और परिवार के बीच की ये तकरार अब मीडिया में भी सामने आ चुकी है। लेकिन हमेशा से ऐसा नहीं था। शुरुआत में बच्चन परिवार के बीच काफी प्यार था। यहां तक ​​कि बच्चन परिवार की बहू ऐश्वर्या राय ने अपने करियर के पीक पर ससुर अमिताभ बच्चन के साथ कई फिल्मों में काम किया। इनमें ‘हम किसी से कम नहीं’ और ‘मोहब्बतें’ जैसी शानदार फिल्में शामिल हैं। एक और फिल्म है जिसमें इस ससुर-बहू की जोड़ी ने साथ काम किया। 20 साल पुरानी इस फिल्म में ऐश्वर्या ने खलनायिका का रोल प्ले किया था।

अगर आपको नहीं पता तो बता दें कि इस फिल्म का नाम ‘खाकी’ है। ऐश्वर्या जब ‘खाकी’ की शूटिंग कर रही थीं तो वो एक भयानक हादसे का शिकार हो गईं और मीडिया इसे मामूली बता रहा था। लेकिन जब अमिताभ को इस हादसे की खबर मिली तो वो काफी डर गए थे।

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ऑडियंस को खूब पसंद आयी थी ये फिल्म

साल 2004 में रिलीज हुई फिल्म ‘खाकी‘ काफी चर्चा में रही थी। दर्शकों ने इस फिल्म को काफी पसंद किया था। ‘खाकी’ में अमिताभ बच्चन, अक्षय कुमार, तुषार कपूर जैसे सितारों ने अहम भूमिका निभाई थी। यह एक कॉप ड्रामा फिल्म थी, जिसे राजकुमार संतोषी ने डायरेक्ट किया था। खास बात यह है कि फिल्म ‘खाकी’ में विलेन कोई और नहीं बल्कि अजय देवगन थे। उन्होंने यशवंत के रोल में सबका दिल जीत लिया था।

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ऐश्वर्या राय की खलनाय की भूमिका

फिल्म ‘खाकी’ में ऐश्वर्या राय की खलनायिकी काफी चर्चा में रही थी। उन्होंने अपनी दमदार एक्टिंग से फैंस को हैरान कर दिया था। उनकी एक्टिंग को क्रिटिक्स और दर्शकों ने खूब सराहा था। ऐश्वर्या राय बच्चन ने फिल्म में अजय देवगन की गर्लफ्रेंड का रोल निभाया था, जो पुलिस से सीक्रेट जानकारी निकालकर यशवंत को देती है।

शूटिंग के दौरान हुई ऐश्वर्या संग  दुर्घटना

इस फिल्म से जुड़ा एक और किस्सा यह है कि ऐश्वर्या राय को इस फिल्म की शूटिंग के दौरान एक दुर्घटना में चोट लग गई थी। 2003 में ऐश्वर्या राय, अमिताभ बच्चन और अक्षय कुमार नासिक के आसपास के इलाके में “खाकी” फिल्म की शूटिंग कर रहे थे। ऐश्वर्या को फिल्म की शूटिंग के दौरान एक भयानक दुर्घटना का सामना करना पड़ा, जिसने पूरी कास्ट और क्रू को डरा दिया। एक स्टंट ड्राइवर ने तेज गति से गाड़ी चलाते समय नियंत्रण खो दिया। कार और ऐश्वर्या की कुर्सी में टक्कर हो गई।

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तुषार कपूर भी गाड़ी के नीचे फिसल गए। हालात इतने खराब थे कि अक्षय कुमार को आगे आना पड़ा। ऐश्वर्या को निकालने के लिए कार को उठाना जरूरी था, जिसके बाद अभिनेत्री को तुरंत अस्पताल ले जाना पड़ा। इस हादसे के बारे में जानकर अमिताभ बच्चन काफी दुखी नजर आए। हालांकि समय पर इलाज मिलने से ऐश्वर्या को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ।

फिल्म रही थी हिट

वहीं, अब बात करें की फिल्म हिट हुई या फ्लॉप तो बॉक्स ऑफिस इंडिया के अनुसार, अक्षय कुमार, अमिताभ बच्चन, अजय देवगन और ऐश्वर्या राय की फिल्म “खाकी” के निर्माताओं ने कथित तौर पर 26 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। फिल्म ने रिलीज के बाद दुनिया भर में कुल 45 करोड़ रुपये कमाए। IMDb ने फिल्म को 10 में से 7.4 रेटिंग दी है। देखा जाए तो ये फिल्म हिट रही थी।

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Shakib Al Hasan Net Worth: संन्यास लेते ही होने लगी शाकिब के संपत्ति के चर्चे, क्रिकेट के साथ-साथ बिजनेस से भी कमाते हैं करोड़ों रुपए

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Shakib AlHasan net worth
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बांग्लादेश क्रिकेट टीम के अनुभवी ऑलराउंडर शाकिब अल हसन ने बुधवार को टी20आई से संन्यास ले लिया है। वह अक्टूबर में साउथ अफ्रीका के खिलाफ होने वाली सीरीज के बाद क्रिकेट के इस फॉर्मेट को अलविदा कह देंगे। शाकिब इस समय भारत में हैं। जहां वह दोनों देशों के बीच चल रही टेस्ट सीरीज का हिस्सा हैं। भारत और बांग्लादेश के बीच 2 मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला 27 सितंबर से कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में खेला जाएगा। अब शाकिब का संन्यास तो चर्चा में बना ही हुआ है, लेकिन इससे ज्यादा अब क्रिकेटर की कुल संपत्ति को लेकर चर्चा हो रही है। आइए आपको बताते हैं कि 2006 में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने वाले शाकिब कितनी संपत्ति के मालिक हैं।

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शाकिब अल हसन की नेटवर्थ

हाल ही में आई रिपोर्ट्स के अनुसार, शाकिब अल हसन की कुल संपत्ति 2024 में लगभग US$71.79 मिलियन के करीब है। भारतीय मुद्रा में यह राशि लगभग ₹600 करोड़ है। उनके निजी व्यवसाय, ब्रांड प्रायोजन और क्रिकेट अनुबंध उनकी संपत्ति के मुख्य स्रोत हैं। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड शाकिब की आय का मुख्य स्रोत है। इसके अलावा, वह बांग्लादेश प्रीमियर लीग (BPL) जैसे टूर्नामेंट में भाग लेते हैं, जहां उनका रंगपुर राइडर्स के साथ ₹40 करोड़ का कान्ट्रैक्ट है।

Shakib AlHasan net worth
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किन ब्रांड का एंडोर्समेंट करते हैं शाकिब

शाकिब अल हसन से कई प्रमुख ब्रांड जुड़े हुए हैं। उनके द्वारा समर्थित प्रमुख ब्रांडों में एशियन पेट्स बांग्लादेश, ओप्पो, एसजी, ग्रामीणफोन और रूपायन सिटी शामिल हैं। घरेलू और वैश्विक दोनों बाजारों में उनकी भागीदारी ने उनकी आय में वृद्धि में योगदान दिया है। इन प्रायोजनों के अलावा, शाकिब का ब्लूचीज़ आउटफिटर्स के साथ जुड़ाव के कारण फैशन और जीवनशैली पर भी अधिक प्रभाव है।

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बिजनेस मैन शाकिब अल हसन

शाकिब सिर्फ़ अपने स्पॉन्सरशिप डील और क्रिकेट से होने वाली कमाई पर ही निर्भर नहीं हैं। उन्होंने दूसरे बिज़नेस वेंचर में भी हाथ आजमाया है। शू कंपनी के साथ-साथ शाकिब एक रेस्टोरेंट और कपड़ों की लाइन के भी मालिक हैं। उन्होंने शेयर बाज़ार में भी काफ़ी निवेश किया है। इसके अलावा, उन्हें ब्रैंड स्पॉन्सरशिप से भी अच्छी-खासी रकम मिलती है। चूँकि वे ओप्पो, ब्लूचीज़ आउटफिटर्स, टिलॉक्स, एसजी, ग्रामीणफ़ोन, एशियन पेंट्स बांग्लादेश और रूपायन सिटी सहित कई बिज़नेस का समर्थन करते हैं, इसलिए बांग्लादेश के इस मशहूर ऑलराउंडर की अच्छी-खासी कमाई होती है। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा की तुलना में, जिनकी कुल संपत्ति 214 करोड़ रुपये है, शाकिब अल हसन कहीं ज़्यादा अमीर हैं।

शाकिब अल हसन का करियर

शाकिब अल हसन ने अपने करियर में बांग्लादेश के लिए 69 टेस्ट, 247 वनडे और 129 टी20 मैच खेले हैं। टेस्ट में शाकिब ने 4543 रन बनाए हैं और 242 विकेट लिए हैं। वनडे में उन्होंने 7570 रन बनाए हैं और 317 विकेट लिए हैं। टी20 में इस ऑलराउंडर ने 2551 रन बनाए हैं और 149 विकेट लिए हैं।

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भाजपा विधायक मुनिरत्न नायडू पर लगे रेप के आरोप, महिला ने कहा- ‘विधानसभा और सरकारी कार के अंदर किया बलात्कार’

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MLA Munirathna Naidu
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कर्नाटक की राजनीति इस समय काफी गरमा गई है। दरअसल, राज्य के आरआर नगर की एक महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक एन मुनिरत्न नायडू पर गंभीर आरोप लगाए हैं। विधायक मुनिरत्न ने विधानसभा के अंदर और सरकारी वाहन में पीड़िता का कथित तौर पर यौन शोषण किया। पुलिस सूत्रों का दावा है कि महिला ने अपनी शिकायत में विधायक पर बार-बार बलात्कार करने और हनी ट्रैप में फंसाने का आरोप लगाया है। आपको बता दें कि इस मामले में विधायक मुनिरत्न पहले से ही हिरासत में थे। फिलहाल, विशेष जांच दल (एसआईटी) ने उन्हें हिरासत में ले रखा है। हालांकि, भाजपा विधायक ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से साफ इनकार किया है।

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टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, कर्नाटक सरकार ने मुनिरत्न के खिलाफ एसआईटी जांच के आदेश दिए थे। इससे पहले वह एक ठेकेदार को धमकाने और उसके साथ बदसलूकी करने के आरोप में जेल में बंद था। इसके बाद एक महिला सामाजिक कार्यकर्ता ने आरोप लगाया था कि मुनिरत्न उसे मटियालनगर स्थित अपने गोदाम में ले गया और उसके साथ बलात्कार किया।

विधानसभा परिसर में “शुद्धिकरण”

मामला सामने आने के बाद कांग्रेस नेताओं ने विधानसभा परिसर में विकास सौधा के गेट पर “शुद्धिकरण” अनुष्ठान किया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व कांग्रेस नेता मनोहर ने किया, जिन्हें बाद में पुलिस ने हिरासत में ले लिया। मनोहर ने आरोप लगाया कि जब पीड़िता को अपराध स्थल का निरीक्षण करने के लिए विकास सौधा लाया गया, तो कांग्रेस को शुद्धिकरण अनुष्ठान करने से रोका गया। उन्होंने कहा, “भाजपा को विरोध करने की अनुमति दी जा रही है, लेकिन हमें विकास सौधा का शुद्धिकरण करने की अनुमति नहीं दी जा रही है।”

रेप कर बनाया वीडियो

महिला ने आगे दावा किया कि मुनिरत्न ने उसे धमकी दी थी कि अगर उसने जानकारी दी तो वह उसे नुकसान पहुंचाएगा और यह मुठभेड़ कैमरे में कैद हो गई थी। पीड़िता ने कहा कि मुनिरत्न ने उसे कई बार हनी ट्रैप में फंसाया। अपनी शिकायत में महिला ने कहा, “बीजेपी विधायक ने मुझे हनी ट्रैप लगाने के लिए मजबूर किया। उन्होंने मुझे जान से मारने की धमकी देकर यह काम करवाया।”

हनी ट्रैप में फंसाने का लगाया आरोप

महिला ने मुनिरत्ना के गनमैन और 6 साथियों पर उसे धमकाने का भी आरोप लगाया था। उसने यह भी कहा कि नायडू ने उसे पूर्व पार्षद के पति के लिए हनी ट्रैप के तौर पर इस्तेमाल किया। एसआईटी अब मामले को संभाल रही है और जांच जारी है। आरोपों की गंभीरता ने राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों में हलचल मचा दी है, भले ही मुनिरत्न ने इन आरोपों से इनकार किया हो।

पहले भी मर्यादाएं हो चुकी हैं तार-तार

2012 में भाजपा के दो मंत्री लक्ष्मण सावदी और सीसी पाटिल को अपने फोन पर पोर्न देखते हुए वीडियो में देखा गया था। 2023 में त्रिपुरा विधानसभा सत्र में भाजपा विधायक जादब लाल नाथ को अपने फोन पर पोर्न देखते हुए पकड़ा गया। इसके बाद पार्टी ने उन्हें बाहर निकाल दिया।

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UP के पूर्व IAS के घर से 50 करोड़ की चोरी? अखिलेश यादव ने कसा तंज तो अमिताभ ठाकुर ने खोली पोल

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Uttar pradesh IAS fifty crore stolen
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उत्तर प्रदेश के राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में इस समय एक नौकरशाह की चर्चा है। हुआ ये कि यूपी के एक पूर्व आईएएस अधिकारी के घर से हजारों या लाखों नहीं बल्कि करोड़ों की चोरी हो गई है। चौंकाने वाली बात ये है कि ये चोरी 10-20 करोड़ की नहीं बल्कि पूरे 50 करोड़ की है। जब ये खबर सामने आई तो यूपी प्रशासन में हड़कंप मच गया। वहीं, कोई मौका न छूट जाए, ये सुनिश्चित करने के लिए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर इस घटना से जुड़ी एक पोस्ट भी कर डाली। इस पोस्ट में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश के एक पूर्व आईएएस अधिकारी के उत्तराखंड में घर से 50 करोड़ रुपये की चोरी हुई है। अखिलेश यादव की इस पोस्ट के बाद सियासत और भी गरमा गई। लेकिन स्थिति तब और गंभीर हो गई जब आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने उस आईएएस का नाम उजागर कर दिया और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कार्रवाई की मांग की।

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अमिताभ ने किया नाम का खुलासा

अभी तक तो सभी इशारों में ही चर्चा करते नजर आ रहे हैं, लेकिन राजनीतिक कार्यकर्ता और पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर द्वारा खुलकर अधिकारी का नाम लिए जाने के बाद मामला और गरमा गया है। अमिताभ ने एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, ‘पिछले दिनों यूपी के पूर्व नौकरशाह और वर्तमान में यूपी सरकार के सलाहकार के उत्तराखंड के भीमताल में स्थित बंगले से कथित रूप से 50 करोड़ चोरी हो जाने की खबर सामने आई है। इसके लिए मैंने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर इन तथ्यों के अवगत कराते हुए एक रिटायर्ड हाई कोर्ट जज की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति बनाकर निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग की है।’ देखिए पोस्ट-

अमिताभ को मिला यूजर्स का सपोर्ट

अमिताभ ठाकुर के ट्वीट पर यूजर्स की ओर से काफी प्रतिक्रियाएं आई हैं। दीपशंकर मिश्रा ने कहा कि आपकी मांग जायज है। इस पर उच्च स्तर पर विचार किया जाना चाहिए। एक यूजर ए.के. सिंह ने टिप्पणी की कि यह पहली बार है जब किसी का नाम स्पष्ट रूप से लिया गया है। अन्य लोग मामले की प्रकृति को समझने में असमर्थ थे। सूर्यांश गुप्ता के अनुसार स्थिति की जांच करना और उचित प्रतिक्रिया लेना महत्वपूर्ण है।

अखिलेश यादव भी कर चुके हैं पोस्ट

यह मामला तब चर्चा में आया जब समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने मंगलवार दोपहर अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक अखबार की कटिंग शेयर की। इसमें बताया गया है कि उत्तराखंड में यूपी के एक चर्चित पूर्व नौकरशाह के आलीशान बंगले से 50 करोड़ रुपये चोरी हो गए। अखिलेश ने इस खबर पर तंज कसते हुए लिखा है- ‘रिश्ता ये हमजोली-सा है, चोर के घर में चोरी-सा है।’

मामले पर चुप्पी की चर्चा

अखिलेश यादव ने जो अखबार की कटिंग शेयर की है, उसमें लिखा है- ‘इन दिनों उत्तराखंड में प्रदेश के एक पूर्व चर्चित नौकरशाह के आलीशान बंगले से 50 करोड़ रुपये की चोरी की चर्चा नौकरशाही में खूब हो रही है। लेकिन साहब ने चुप्पी साध रखी है। खास बात यह है कि इतनी बड़ी चोरी के बाद भी साहब ने न तो मुकदमा दर्ज कराया और न ही कोई कार्रवाई होने दी। पर्दे के पीछे से चोरों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। पूरे मामले को गोपनीयता के साथ निपटाने की कोशिश की जा रही है। इसलिए चोरी से ज्यादा मामले पर चुप्पी की चर्चा हो रही है।’

अखबार में आगे लिखा है- ‘गोपनीयता का आलम यह है कि साहब के बगलगीरों को भी इसकी भनक नहीं लगने दी गई। अब तो अफसरों की शाम की पार्टी में भी इस पर चर्चा हो रही है। बताने वाले यहां तक कह रहे हैं कि पूर्व चर्चित नौकरशाह तो बाहर से नॉर्मल दिखने की पूरी कोशिश कर रहे हैं पर मैडम गहरे सदमे में हैं।’

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