भारत के पंजाब के अमृतसर वारिस पंजाब दे संगठन (Amritsar Waris Punjab De Sangathan) के प्रमुख अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) के खिलाफ एक बड़ी करवाई की गयी है. पंजाब पुलिस द्वारा शनिवार को उनके गिरफ्तार होने की खबर सामने आई थी और अब उनके फरार होने की खबर है. वहीं भारत द्वारा की गयी इस करवाई के तहत दुनियाभर के देशों के खालिस्तानी समर्थकों (Khalistani supporters) की हरकत देखने को मिली है.
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यूके में हुआ हंगामा
जानकरी के अनुसार, शनिवार को पंजाब पुलिस द्वारा अमृतपाल सिंह के खिलाफ की गयी करवाई के बाद यूके (UK) में खालिस्तान समर्थकों के एक समूह ने रविवार (19 मार्च) को भारतीय उच्चायोग के बाहर अलगाववादी नेता अमृतपाल के झंडे और पोस्टर के साथ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. अमृतपाल सिंह की तस्वीर वाले पोस्टर में लिखा कि फ्री अमृतपाल सिंह, वी वॉन्ट जस्टिस, वी स्टैंड विद अमृतपाल सिंह.
हंगामे के विडियो हुए वायरल
खालिस्तान समर्थकों के हंगामे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक आदमी खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहा है. वीडियो में इंडियन फ्लैग को नीचे उतारते दिख रहा है. वहीं खालिस्तानी समर्थकों के प्रदर्शन को रोकने के लिए मौके पर पुलिस भी आई लेकिन इस पुलिस के आने के बावजूद उनपर कोई असर नहीं दिखा. लगातार पुलिस के सामने ही ‘भारत सरकार शर्म करो, शर्म करो’ के नारे लगाते रहे. लंदन में भारतीय उच्चायोग में तोड़फोड़ के बाद भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने ट्वीट कर घटना की निंदा भी की. कुछ रिपोर्ट के अनुसार, विदेश मंत्रालय ने स्थिति पर चर्चा करने के लिए भारत में ब्रिटिश उच्चायोग के वरिष्ठ राजनयिक को तलब किया.
भारत ने उठाए सवाल
इस घटना के बाद भारत सरकार ने दिल्ली में स्थित ब्रिटेन के राजनयिकों को तलब किया है.भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से विरोध दर्ज कराते हुए पूछा गया है कि भारतीय उच्चायोग के बाहर पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा क्यों नहीं प्रदान की गई? सिक्योरिटी की कमी के कारण ही चरमपंथी परिसर में प्रवेश कर पाए. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि ब्रिटेन में भारतीय राजनयिक परिसरों और कर्मियों की सुरक्षा के प्रति ब्रिटिश सरकार की उदासीनता स्वीकार नहीं की जा सकती. समन में भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत में ब्रिटेन के सबसे सीनियर राजनयिक को समन किया जा रहा है. हम लंदन के उच्चायोग में अलगाववादी और कट्टरपंथी तत्वों के एक्शन की निंदा करते हैं. ब्रिटिश सरकार को इसका स्पष्टीकरण देना चाहिए कि जब उच्चायोग में इस तरह का काम किया जा रहा था तो सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही क्यों बरती गई? यह सीधे तौर पर वियना कन्वेंशन के नियमों का भी उल्लंघन है.
अमृतपाल के समर्थक हुए गिरफ्तार
आपको बता दें, पंजाब में शनिवार और रविवार को खालिस्तान समर्थकों के समर्थकों को गिरफ्तार किया गया है, जो सभी अमृतपाल सिंह के कट्टर माने जाते है. वहीं खबर है कि खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह फरार चल रहा है. जिसेक बाद से ये हंगामे हो रहे हैं.
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